-
निकाह की रस्म ज्यादातर दिन में निभाई जाती है, इसलिए चेहरे पर लाइट व वाॅटरप्रूफ बेस लगाया जाता है।
-
ग्रीन कलर को शुभता का प्रतीक माना जाता है इसलिए दुल्हन का लहंगा भी अक्सर ग्रीन कलर का ही होता है, ऐसे में आंखों को मैचिंग या उससे कांप्लिमेटिंग शेड से सजाया जाता है। माथे पर कोई बिंदी नहीं होती इसलिए आंखों के ऊपर शिमर भी लगाया जाता है।
-
आई-मेकअप डार्क होता है इसलिए लिप्स पर लाइट शेड की लिपस्टिक लगानी अच्छी रहती है। मुस्लिम कल्चर में नथ काफी बड़ी पहनी जाती है, इसलिए होठों पर ग्लाॅस नहीं लगाया जाता है ताकि वो नथ पर चिपके नहीं।
-
मुस्लिम विवाह में चेहरे की खूबसूरती अक्सर दुपट्टे से ढक जाती है, ऐसे में हाथों को सुंदर व सेंटर आॅफ अट्रैक्शन दिखाने के लिए खूबसूरत सी नेल आर्ट करना अच्छा रहता है।
-
मुस्लिम रीति-रिवाज में टीका और झूमर दोनों जरूरी होता है इसलिए हेयर स्टाइल भी इस बात को ध्यान में रखकर बनाया जाता हैं मुस्लिम धर्म के विवाह में कहीं-कहीं पर झूमर दाएं तरफ तो कहीं बाएं तरफ लगाया जाता है, इसलिए बालों में मांग निकालने से पहले घर के बुजुर्ग से इस बात की पुष्टि कर लें कि झूमर किस तरफ लगाना है, तत्पश्चात ही हेयर स्टाइल बनाएं।
मुस्लिम ब्राइडल मेकअप
