आजकल पार्लर्स में बालों को सिल्की और स्मूद बनाने के लिए अनेक ट्रीटमेंट्स मौजूद हैं। लेकिन अगर आप इनके अंतर को नहीं समझेंगी तो बाल अच्छे होने की जगह खराब भी हो सकते हैं।
बाल आपके व्यक्तित्व को निखारने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनके बिना सुंदरता की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। इसलिए बालों को लेकर हर कोई बहुत सजग रहता है, खासकर महिलाएं। उनको जरा भी लगता है कि उनके बालों की चमक कम हो रही है, कमजोर पड़ रहे हैं या सफेद हो रहे हैं, तो तुरंत उसके उपाय ढूढ़ने लग जाती हैं।
सबसे पहले तो वह घरेलू उपाय अपनाती हैं। जब उससे उन्हें राहत नहीं मिलती है तो वह डॉक्टर के पास जाती हैं। अब तो तीसरा विकल्प भी आ गया है, जो सौंदर्य की दुनिया में ट्रेंड कर रहा है और वह है कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट।
आजकल महिलाएं पार्लर में अपने बालों की सुंदरता के लिए कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट ले रही हैं, जिस पर वह पैसे खर्च करने से जरा भी कतराती नहीं हैं। अब आप सोच रही होंगी आखिर वह ट्रीटमेंट है क्या तो आइए हम बताते हैं इनके बारे में। इन दिनो पार्लर में बालों को चार अलग-अलग तरह के ट्रीटमेंट दिए जाते हैं- हेयर केरेटिन, रिबॉन्डिंग, स्मूदनिंग और स्पा। ये चारों आपके बाल के टेक्सचर और जरूरत को ध्यान में रखकर दिए जाते हैं, तो आइए जान लेते हैं इनके अंतर, फायदे और नुकसान।
हेयर केरेटिन
आपको बता दें कि ‘केरेटिन, बाल में पाए जाने वाला नैचुरल प्रोटीन है, जो बालों की मजबूती और चमक बनाए रखने में सहायक होता है, लेकिन ज्यादा धूप और प्रदूषण के संपर्क में आने से धीरे-धीरे बाल से गायब होने लगता है।
इस ट्रीटमेंट में आर्टीफिशियल तरीके से केरेटिन को बालों में रिस्टोर किया जाता है, जिससे बालों की खोई चमक वापस आ जाती है। हेयर केरेटिन के बाद हमारे बाल सॉफ्ट, स्मूद, शाइनी और स्ट्रेट हो जाते हैं।
इसके बाद बालों का टूटना और उलझना भी कम हो जाता है और कोई भी हेयर स्टाइल लेने में आसानी हो जाती है। साथ ही केरेटिन बालों को धूप की हानिकारक किरणो और प्रदूषण से भी बचाता है। वहीं, इस ट्रीटमेंट के बाद एक बात का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
हमें वही शैंपू और कंडीशनर इस्तेमाल करना होता है, जो ब्यूटीशियन एक्सपर्ट ने रिकमेंड किया होता है। अगर आप किसी अन्य शैंपू का इस्तेमाल करती हैं, तो यह आपकी मेहनत और पैसे दोनों पर पानी फेर सकता है।
हेयर स्मूदनिंग
अब आते हैं हेयर स्मूदनिंग पर। यह हल्के घुघराले बालों को स्ट्रेट कराने के लिए कराया जाता है। साथ ही बिखरे, बेजान बालों को मुलायम व चमकदार बनाने के लिए भी करा सकती हैं। इस ट्रीटमेंट में बालों को सेक्शन में बांटकर उस पर फॉर्मलडिहाइड केमिकल लगाया जाता है। जब यह सॉल्यूशन सूख जाता है, तो इसे फ्लैट आयरन की मदद से स्ट्रेट पोजीशन में करके लॉक कर दिया जाता है। इस ट्रीटमेंट में ज्यादा केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, जिससे इसका असर 2 से 3 महीने तक ही बालों में रहता है।
हेयर रिबॉन्डिंग
यह ट्रीटमेंट उन लड़कियो के लिए है जिनके बाल ज्यादा घने व घुंघराले हैं और उन्हें कैरी करने में परेशानी होती है। इसमें स्ट्रेटनर की मदद से आपके बालों के नैचुरल बॉन्ड को तोड़ा जाता
है, फिर हेयर न्यूट्रोलाइजर की सहायता से हेयर बॉन्ड को बालों में फिक्स किया जाता है।
हेयर रिबॉन्डिंग में 4 से 5 घंटे का समय लगता है। अगर आप हेयर रिबॉन्डिंग कराना चाहती हैं, तो
किसी हेयर एक्सपर्ट से ही कराएं नहीं तो बाल खराब हो सकते हैं। आपको बता दें कि रिबॉन्डिंग का असर लगभग एक साल तक रहता है। साथ ही यह सबसे महंगा हेयर ट्रीटमेंट है। इस ट्रीटमेंट में भी आपको एक्सपर्ट द्वारा सुझाए गए शैंपू व कंडीशनर का ही इस्तेमाल करना होता है।
हेयर स्पा
इसमें बालों को ऑयलिंग, मसाज, शैंपू, कंडीशनिंग, स्टीम और मास्क दिया जाता है। इस ट्रीटमेंट को महीने में एक बार करा सकती हैं। हां, अगर आपको बालों से संबंधित कोई समस्या है तो एक्सपर्ट की सलाह पर एक से ज्यादा बार भी करा सकती हैं।
आपको बता दें कि हेयर स्पा से डैंड्रफ से छुटकारा मिलता है और बालों की ग्रोथ भी अच्छी होती है। इससे सिर में ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा होता है। इसके अलावा स्पा के दौरान दिया जाने वाला मसाज आपको तनाव से भी राहत दिलाता है।
हेयर स्पा बालों के लिए एक ऐसा ट्रीटमेंट है, जो सबसे कम समय लेता है और इसका असर लंबे समय तक रहता है। इस ट्रीटमेंट की सबसे अच्छी बात है कि आप इसे घर पर भी कर सकती हैं। यह सबसे कम खर्च वाली हेयर ट्रीटमेंट है। ये तो बात हो गई इन ट्रीटमेंट के अंतर और फायदे की। अब आते हैं इनसे जुड़े कुछ नुकसान पर, जिन्हें जान लेना भी जरूरी है
हेयर केरेटिन के नुकसान
- हेयर स्मूदनिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल से आंख में जलन और त्वचा संबंधित समस्या हो सकती है।
- हेयर स्मूदनिंग के बाद आप बालों को कर्ल नहीं कर सकती हैं, इससे आपकी स्मूदनिंग खराब हो सकती है।
- इसके बाद बालों के टूटने और दो मुंहे होने की समस्या भी शुरू हो सकती है।
हेयर रिबॉन्डिंग के नुकसान
- हेयर रिबॉन्डिंग में हार्ड केमिकल्स इस्तेमाल किए जाते हैं, जिससे आपको एलर्जी की समस्या हो सकती है।
- इसके बाद बाल के झड़ने, टूटने की भी समस्या हो सकती है।
- हेयर रिबॉन्डिंग कराने से पहले हेयर स्टाइलिस्ट से अपने बाल के टाइप जरूर जान लें क्योंकि कुछ बालों के टेक्सचर ऐसे होते हैं जिन पर हेयर रिबॉन्डिंग नहीं की जाती है।
- रिबॉन्डिंग कराने के बाद आप बालों को बांध नहीं सकती हैं, धूप में बालों को ढककर निकलें।
हेयर स्पा के नुकसान
- अगर हेयर स्पा ले रही हैं तो हमेशा अपने बालों को ध्यान में रखकर ही हेयर प्रोडक्ट्स का चुनाव करें।
- खराब प्रोडक्ट्स के चुनाव से आपके बाल खराब हो सकते हैं।
- खराब हेयर प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने से बालों में एलर्जी भी हो सकती है।
- अगर आपने बालों को कलर कराया है तो ज्यादा हेयर स्पा लेने से रंग खराब हो सकता है।
- ज्यादा हेयर स्पा लेने से आपके नैचुरल हेयर कलर की चमक भी कम हो सकती है।
