Cosmetic For Neck Wrinkles: जब त्वचा का ध्यान रखने की बात आती है तो केवल चेहरे पर ही ध्यान नहीं देना चाहिए, ठुड्डी के नीचे यानी गर्दन की त्वचा पर भी ध्यान देना जरूरी है। दरअसल, गर्दन पर सबसे अधिक धूप पड़ती है और यहां की त्वचा चेहरे से भी पतली होती है और सबसे ज्यादा झुरियां इसी जगह पर होती हैं। इसलिए अपनी गर्दन का ध्यान भी उसी तरह रखना चाहिए, जिस तरह आप अपने चेहरे का रखती हैं। आखिर क्या है गर्दन पर रिंकल्स की वजह और इससे कैसे बचें, आइए जानें-
झुर्रियों की खास वजह

झुरियों का कारण त्वचा की अंदरूनी परतों में कोलेजन और इलास्टिन का अभाव होता है, जो त्वचा को आकर्षक बनाता है, लेकिन इसके अभाव में त्वचा में ढीलापन और झुरियां पड़ने लगती हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, त्वचा को सूर्य की किरणों से होने वाली क्षति, धूम्रपान, असंतुलित खानपान, डिहाइड्रेशन, तनाव, प्रदूषण, चेहरे के हावभाव, स्वाभाविक उम्र, गलत तरह से करवट लेकर सोना इत्यादि कई ऐसी वजह हैं जिनसे गर्दन पर झुरियां जल्दी पड़ती हैं।
7 स्टेप उठाएं और झुरियों को दूर भगाएं
हम आपको यहां कुछ ऐसे स्टेप बता रहे हैं, जिनसे गर्दन पर जल्दी झुरियां नहीं आएंगी और इसकी रफ्तार धीमी हो जाएगी।
पहला स्टेप: अपनी त्वचा को स्मूथ और झुरियों से मुक्त रखने के लिए जरूरी है कि आप बहुत सारा विटामिन ए, सी और ई लें। सब्जियों और फलों के साथ संतुलित भोजन लेना अनिवार्य है। इनमें मिनरल, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो स्वस्थ त्वचा के लिए जरूरी हैं। मछली और सोयाबीन का विशेष रूप से सेवन करें। खूब सारा तरल पदार्थ लें और दिन में कम-से-कम 8-10 गिलास पानी पिएं। इसके अलावा ग्रीन टी, पालक, अखरोट, बादाम, कीवी, बीन्स, टमाटर जैसे एंटीऑक्सीडेंट पूर्ण खाद्य लेने से समय पूर्व झुरियां नहीं आती हैं। कोलेजन की मौजूदगी वाले जिलेटिन सप्लीमेंट्स भी अच्छा विकल्प हैं।
दूसरा स्टेप: ध्यान रखें कि चेहरे की खूबसूरती के लिए आप जो उपाय करती हैं, उन्हें गर्दन पर भी आजमाएं। जो भी एंटी एजिंग क्रीम और सीरम अपने चेहरे पर लगाते हैं, उन्हीं को गर्दन पर भी लगाएं। वे उत्पाद जिनमें एंटी एजिंग रेटिनॉइड्स होते हैं, जिस तरह वे चेहरे पर काम करते हैं, उसी तरह गर्दन पर भी काम करते हैं और आपकी गर्दन से एजिंग के निशानों का अच्छे से उपचार करते हैं।
तीसरा स्टेप: रोजाना अपनी गर्दन पर मॉइश्चराइजर जरूर लगाएं। ऑयल फ्री मॉइश्चराइजर लगाना सबसे सही होगा क्योंकि यह आपकी त्वचा के पोर्स को लॉक नहीं करेगा। रोज सुबह और रात में अपने चेहरे और गर्दन को साफ करने के बाद अच्छे से मॉइश्चराइजर लगाएं। मॉइश्चराइजर को कॉलर बोन से शुरू करते हुए चिन तक लगाएं। मॉइश्चराइजिंग का तत्काल असर होता है। इससे आपकी त्वचा में नमी आती है और त्वचा मुलायम बनती है। इसके लिए आप नारियल, ऑर्गन, जैतून, जजोबा या ग्रेपसीड तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं, जो आपकी त्वचा के लिए उपयुक्त हो। मेडिकेटेड बॉडी बटर या मॉश्चराइजर भी अच्छे होते हैं।
चौथा स्टेप: अगर आप बाहर काम करती हैं तो कम से कम 30 एसपीएफ वाला सनक्रीन जरूर लगाएं। धूप की वजह से झुरियां होना आम बात है, इसलिए हमेशा अपनी गर्दन को सुरक्षित रखें। गर्दन की नाजुक त्वचा को सूर्य की नुकसानदेह किरणों से बचाने के लिए पैराबीन-फ्री सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। 30 से 50 एसपी को दिन में कम-से-कम तीन बार आजमाएं और जब पहाड़ों या समुद्र तटों की यात्रा पर रहें तो ज्यादा बार इसे लगाएं।
पांचवा स्टेप: अपनी गर्दन और चेहरे का रोज व्यायाम करें। यह आपकी मसल्स को टाइट करता है और लटकी हुई त्वचा को भी ठीक कर सकता है। आप एक जगह बैठकर गर्दन को ऊपर नीचे कर सकते हैं और अपनी गर्दन को ऊपर रखकर अपने होठों को ऐसे बनाएं जैसे आप आसमान को चूमना चाहते हो। ऐसी स्थिति में अपनी जीभ से अपनी नाक को छूने की कोशिश करें। कुछ समय तक ऐसा करने से आपको अपनी गर्दन में थोड़ा दर्द महसूस होगा। लेकिन रोज करने पर इसकी आदत हो जाएगी।
छठा स्टेप: अगर आपके ऊपर कोई भी रिंकल उपचार काम नहीं करता तो अपने त्वचा चिकित्सक से लेजर ट्रीटमेंट के बारे में बात करें। इस उपचार में लेजर आपकी त्वचा की सबसे ऊपर वाली लेयर पर असर करती है। एक बार ठीक होने के बाद आपकी त्वचा टाइट और स्मूथ हो जाएगी।
सातवां स्टेप: धूम्रपान से उम्रदराज होने के सभी लक्षण तेजी से उभरने लगते हैं, इसलिए त्वचा समय से पहले ही लटकने लगती है। अपने शरीर और त्वचा को आराम देते हुए कम-से-कम आठ घंटे की नींद लें। इसके अलावा मसाज और कुछ आसान एक्यूपंचर से भी आप लंबे समय तक झुर्रियों से बच सकती हैं।
सर्जरी रहित कॉस्मेटिक पद्धतियां

केमिकल पीलिंग: यह एक सुरक्षित और आसान उपाय है, जिससे फाइन लाइंस एवं रिंकल्स खत्म हो जाते हैं। इससे डेड स्किन सौम्य तरीके से हट जाती है और त्वचा में कोलेजन का उत्पादन बढ़ जाता है।
माइक्रोडर्माब्रेशन: फाइन लाइंस और झुर्रियों के लिए यह मशीन द्वारा संचालित एक सुरक्षित उपचार पद्धति है। इससे भी कोलेजन का उत्पादन बढ़ने लगता है।
फोटोफेशियल: यह अल्ट्रावायलेट किरणों से क्षतिग्रस्त होने वाली त्वचा की संरचना को दुरुस्त कर त्वचा को संतुलित रखता है।
लेजर: त्वचा की खोई हुई चमक और कोलेजन वापस लाने में मदद करता है।
बोटुलिनम टॉक्सिन बोटॉक्स: तेजी से रिंकल्स मिटाने के लिए यही एकमात्र इलाज है, इससे मूवमेंट के दौरान बनने वाली झुर्रियां गायब हो जाती हैं।
फिलर्स: गहरी बन चुकी झुर्रियों को मिटाने का यह भी एक अच्छा उपचार है, जिसके तहत शरीर में प्राकृतिक नजर आने वाला तत्व हायलुरोनिक एसिड इन गहरी झुरियों में भरा जाता है।
प्लाज्मा उपचार पीआरपी: इसमें मरीज के ही खून का इस्तेमाल किया जाता है और झुरियों से बचाव तथा इसके इलाज के लिए उसी के खून से स्टेम सेल्स निकाली जाती हैं।
मीजोथेरेपी: यह उपचार माइक्रो इंजेक्शन के जरिये किया जाता है, जिसमें झुरियां मिटाने के लिए एंटी-रिंकल दवाई भरी जाती है।
स्किन केयर मेडिसिन: झुरियों पर काबू पाने का दावा करने वाले कॉस्मेक्यूटिकल्स की भरमार है। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट टैबलेट, एंटी-रिंकल क्रीम और सीरम, टॉपिकल विटामिन सी सीरम और रेटिनोइड क्रीम भी एंटी-एजिंग उत्पादों के तौर पर जाने जाते हैं।
गर्दन पर नजर आने वाली झुर्रियां जिन्हें नेक रिंकल्स भी कहा जाता है, आपको आपकी उम्र से बड़ा दिखा सकती हैं। साथ ही इस तरह की झुर्रियां आपकी खूबसूरती को भी प्रभावित करती हैं। ऐसे में आपको अपने चेहरे के साथ गर्दन का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। अपनी सुराहीदार गर्दन को आकर्षक बनाए रखने के लिए धूल-मिट्टी और तेज धूप से उसे बचाकर रखें।
