राधा को लंगड़ा आम बहुत पसंद है। गर्मी का मौसम आते ही वह लंगड़ा आम का इन्तजार करने लगती है। वहीं उसके हसबैंड को गुलाबखस यानी सिन्धुरा बहुत पसंद है। हमारे यहां आम की करीब 1500 वेरायटी है, जो देश के विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में होते हैं। हर वेरायटी का अपना अलग स्वाद, आकार और रंग होता है। तोते के चोंच के आकार वाला तोतापुरी हो या लाल- पीले रंग का गुलाबखस, या फिर महाराष्ट्र का रत्नागिरी हापुस या बिहारका मालदा ही क्यों ना हो, गर्मी का मौसम आते ही बाजार विभिन्न तरह के आमों से भर जाता है। यहां फेमस 14 आमों की लिस्ट दी जा रही है और उनके बारे में बताया जा रहा है।

  1. तोतापुरी

तोतापुरी आम हरे रंग में आता है और इसका स्वाद हल्का मीठा होता है। इसका आकार तोते की चोंच की तरह होता है। यह कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का आम है, जो अन्य आमों की तरह मीठा नहीं होता है लेकिन इसका अचार खूब बनता है और सलाद में भी इसका प्रयोग किया जाता है।

इसे कैसे पहचानें : जब तोतापुरी आम पक जाता है तो भी यह हरे रंग का होता है और तोते की चोंच के आकार का होता है।

  1. हापुस

हापुस आम महाराष्ट्र से है और अब यह गुजरात एवं कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भी उगाया जाता है। यह सबसे महंगा आम है, जिसे देश से बाहर भी एक्सपोर्ट किया जाता है।

इसे कैसे पहचानें : इसका बिल्कुल अलग एरोमा होता है और यह दिखने में केसर रंग का होता है। इसमें फाइबर बहुत कम पाया जाता है।

  1. सिन्धुरा

यह आम स्वाद में काफी मीठा होने के बावजूद हल्का सा खट्टापन लिए होता है। इसका स्वाद इतना जबरदस्त होता है कि इसे खाने के बाद भी मुंह में थोड़ी देर तक रह जाता है। इसका गूदा पीले रंग का होता है, जिसका इस्तेमाल शेक बनाने के लिए भी किया जा सकता है।

इसे कैसे पहचानें : यह लाल और पीले रंग का होता है, जिसका गूदा पीले रंग का होता है।

  1. सफेदा/ बंगिनापल्ली

यह आम हापुस यानी अलफान्जो से थोड़ा बड़े साइज का होता है। यह आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिला में उगाया जाता है। इसका एरोमा बहुत प्यारा होता है और इसका आकार अंडाकार है। इसकी स्किन स्मूद होती है और यह बड़े साइज में होता है।

इसे कैसे पहचानें : यह ओवल शेप का पीले रंग का आम है, जिस पर कुछ धब्बे भी होते हैं।

  1. रत्नागिरी

महाराष्ट्र के रत्नागिरी, देवगढ़, रायगढ़ और कोंकण का फेमस रत्नागिरी आम वजन में भारी होता है। एक आम का वजन 150 ग्राम से 300 ग्राम के बीच होता है। इसकी गिनती महंगे आमों में की जाती है।

इसे कैसे पहचानें : इस फल के ऊपरी हिस्से पर हल्का लाल रंग होता है।

  1. चौसा

चौसा आम भारत के उत्तरी राज्यों और बिहार में बहुत पसंद किया जाता है। इस आम को शेर शाह सूरी ने इंट्रोड्यूस किया था। इस आम का नाम बिहार के एक शहर पर रखा गया। इसका गूदा बहुत मीठा होता है और इसकी स्किन सुनहरे पीले रंग की।

इसे कैसे पहचानें : इसकी सुनहरे पीले रंग की स्किन इसकी खासियत है।

  1. रसपुरी

कर्नाटक के पुराने मैसूर में इस आम की खेती बहुत ज्यादा की जाती है। इसे अपने यहां आमों की रानी भी कहा जाता है। यह मई महीने में बाजार में मिलने लगता है और जून के अंतिम तक मिलता रहता है। इसका बढ़िया स्वाद दही, स्मूदी और जैम के जरिए मिलता है।

इसे कैसे पहचानें : ये अंडाकार होते हैं और इनकी लंबाई करीब 4 से 6 इंच की होती है।

  1. पैरी

सफेद की तरह पैरी भी मार्केट में जल्दी आ जाता है। इस आम की स्किन लालिमा लिए हुए होती है ऑ रिस्क स्वाद हल्का खट्टा होता है। गुजरात में इसका उपयोग आमरस बनाने के लिए किया जाता है।

इसे कैसे पहचानें : यह आम लाल रंग का होता है और इसमें फाइबर की मात्र ज्यादा होती है। इसको काटने पर जूस भी बहुत निकलता है।

  1. हिमसागर

स्वाद में मीठा यह आम पश्चिम बंगाल और उड़ीसा का स्पेशल है। यह मीडियम साइज का आम है, जो 250 ग्राम से 350 ग्राम के बीच होता है। इसका गूदा क्रीमी होता है, जिससे डिजर्ट और शेक बढ़िया बनता है।

इसे कैसे पहचानें : ये मीडियम साइज के आम होते हैं, जिनका रंग हरा लेकिन गूदा पीले रंग का होता है।

  1. नीलम

यह आम देश के लगभग हर हिस्से में उगाया जाता है और जून महीने में मार्केट में मिलता है। हरे और नारंगी रंग का यह आम साइज में अन्य आम से थोड़ा छोटा होता है।

इसे कैसे पहचानें : नीलम आम का आकार छोटा होता है और यह थोड़े लंबे आकार में होता है।

  1. मालदा

मालदा को आमों का राजा भी कहा जाता है, जो बिहार में पाया जाता है। इसकी चटनी भी बहुत स्वादिष्ट बनती है। यह मीठा- खट्टा होता है और इसमें गूदा बहुत पाया जाता है। यह एक स्वादिष्ट आम है, जिसे लोगों द्वारा बहुत पसंद किया जाता है।

इसे कैसे पहचानें : इसकी स्किन बाकी आम की वेरायटी की तुलना में पतली होती है और इसका एरोमा मीठा होता है।

  1. लंगड़ा

लंगड़ा बहुत फेमस आम है, जो उत्तर प्रदेश के बनारस में उगाया जाता है। इसके नाम के पीछे का कारण यह बताया जाता है कि यह पहली बार ऐसे व्यक्ति के खेत में हुआ था, जिसके पैर नहीं थे। यह जुलाई महीने से अगस्त महीने तक बाजार में मिलता है।

  1. केसर

केसर महंगे आमों में से एक है, जिसका गूदा केसर रंग का ही होता है। इसलिए इसका नाम केसर रखा गाया। यह अहमदाबाद और वहां के आस- पास के क्षेत्रों में उगाया जाता है। पहली बार इस वेरायटी को 1931 में जूनागढ़ के नवाबों द्वारा उगाया गया था। बाद में 1934 में इस आम का नाम केसर रखा गया।

इसे कैसे पहचानें : इसका गूदा केसर रंग का होता है और इसकी खुशबू भी, जो इसे सबसे अलग बनाती है।

  1. दशहरी

दशहरी एक पॉपुलर आम है, जो अपने गूदे और खुशबू की वजह से अन्य आमों से अलग है। यह आमों की तरह साइज में बहुत बड़ा नहीं होता लेकिन लंबा और पतला जरूर होता है। हमारे देश के उत्तरी हिस्सों में यह बहुत पाया जाता है। यह आम करीब 200 साल पुराना है, जिसे पहली बार लखनऊ के नवाबों के बगीचे में उगाया गया था।

इसे कैसे पहचानें : यह आम साइज में लंबा और पतला होता है। इसमें गूदा और फाइबर भी बहुत होता है।

 

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