Kids handwriting Practice
Kids handwriting Practice

लिखावट भी हमारे व्यक्तित्व का हिस्सा होती है और अगर हमारी लिखावट अच्छी होती है तो हम दूसरे व्यक्ति पर अपनी एक गहरी छाप छोड़ सकते हैं। लेकिन, यह भी एक कड़वा सच है कि आज के दौर में बच्चे पेपर पर कम और गैजेट्स पर ज्यादा उंगलियों से काम लेते हैं, शायद एक यह भी वजह है कि उनकी लिखावट के स्तर में कमी आई है। जहां एक तरफ गन्दी लिखावट से उनके नंबर काटेंगे वहीं उनके फर्स्ट इम्प्रैशन पर भी इससे बहुत फर्क पड़ेगा।

लेकिन, आप कितने ही आधुनिक दौर में चले जाएं आपको कभी ना कभी पेन और कॉपी की जरूरत तो पड़ेगी ही। आज के बच्चों को यह बात समझनी बहुत जरूरी है। जैसे कि एग्जामिनेशन हॉल में जहां रफ्तार के साथ उनको पूरा पेपर सॉल्व करना होता है। ऐसे में यदि उनकी हैंडराइटिंग गंदी होगी तो पेपर चेक करने वाले टीचर को भी समस्या आएगी। भले ही बच्चे ने जवाब सही दिया हो, लेकिन उसकी लिखावट की वजह से उसके नंबर कट सकते हैं।

सुंदर लिखावट की वजह से आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। यदि आपके बच्चे की लिखावट गंदी है या वह बहुत जल्दबाजी में लिखता है तो आप निम्नलिखित Kids handwriting Practice टिप्स से उसकी लिखावट में सुधार कर सकती हैं।

सबसे पहले बुरी लिखावट का कारण पता करें

good handwriting tips
सबसे पहले बुरी लिखाई का कारण पता करें

अच्छी लिखाई लिखवाने से पहले आपको यह पता होना चाहिए कि बच्चे की बुरी लिखाई का कारण क्या है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे पेन पर पकड़ मजबूत न होना, ध्यान का न लगना आदि। सबसे पहले उन्हें शांति में एक लेख लिखने को बोलें। उस समय उनकी बुरी लिखाई का कारण ढूंढें कि क्या वह लाइंस से बाहर लिख रहा है या टेढ़े अक्षर लिख रहा है। यह कारण पता करके उनकी लिखाई सुधरवाएं।

पेन की पकड़ मजबूत बनाएं

pen grip
पेन की पकड़ मजबूत बनाएं

कई बार पेन पकड़ने का ढंग भी बच्चे की लिखाई बुरी होने का कारण होता है। अगर आपका बच्चा पेन को मजबूती से नहीं पकड़ता है तो इससे भी उसकी लिखाई में काफी खराबी देखने को मिल सकती है। उसे पेन पकड़वाते समय यह सुनिश्चित करवाएं कि वह अंगूठे और पहली दो उंगलियों का प्रयोग जरूर कर रहा हो। साथ ही, ध्यान दें कि वह पेन को ज्यादा ऊपर से भी न पकड़े।

बच्चे के बैठने के ढंग पर भी ध्यान दें

sitting posture while writing
बच्चे के बैठने के ढंग पर भी ध्यान दें

अगर बच्चा अच्छे से बैठ कर लिखता है तो भी उसकी लिखाई अच्छी आने में मदद मिलती है। इसलिए जब भी आपका बच्चा लिखाई करता है तो ध्यान रखें कि उसके पैरों को सही सहारा मिला हुआ हो, उसकी कमर सीधी हो और वह डेस्क पर बिल्कुल सीधा बैठा हो ताकि अच्छे से कॉपी पर लिख सके।

सही पेन का चुनाव करें

right pen choice
सही पेन का चुनाव करें

आपका बच्चा किस चीज से लिख रहा है यह भी उसकी लिखाई को प्रभावित करता है। अगर बच्चे के पास अच्छा पेन है जिसकी टिप भी काफी शार्प है तो अपनेआप ही उसकी अच्छी लिखाई आएगी, लेकिन अगर वह अपने अनुसार आरामदायक पेन का चुनाव नहीं करता है तो इससे लिखाई खराब आ सकती है।

राइटिंग वर्क शीट का प्रयोग करें

writing worksheets for kids
राइटिंग वर्क शीट का प्रयोग करें

अगर आपके बच्चे की लिखावट बाकी टिप्स के बाद भी अच्छी नहीं आ रही है तो आप बाजार में से उसके लिए काफी सारी वर्क शीट लेकर आ सकते हैं, जिसमें बच्चे की कर्सिव राइटिंग अच्छी बनने में मदद मिलती है। एक तरह से बार-बार अभ्यास के माध्यम से उसकी लिखाई अच्छी करने का प्रयास किया जाता है।

तो यह थे कुछ मामूली ऐसे नियम जिनको जान लेने से अच्छी लिखाई लिख पाने में बच्चे को काफी मदद मिलती है। इसके अलावा आप और भी कुछ टिप्स का पालन कर सकते हैं जैसे उसके हाथ की मसल पर फोकस करें कि वह लिखते समय कैसी रहती है। उसकी कर्सिव लिखाई लिखने का ढंग देखें क्योंकि हो सकता है वह अलग तरह से अक्षर बनाने की कोशिश करता हो, जिस कारण उसकी खराब लिखाई आ रही हो। साथ ही, बार-बार अभ्यास करने से बच्चे की लिखाई अपने आप ही पहले से अधिक सुधर जाएगी।

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