दान करना या देना बच्चो को सफल बना सकता है़ ।स्कूलों को पढ़ना, लिखना, गणित और सामाजिक अध्ययन पढ़ाना आवश्यक है, लेकिन वित्तीय साक्षरता – ऐसा कुछ जो किसी व्यक्ति के जीवन में बार-बार पॉप-अप होता है – पूरी तरह से माता-पिता के लिए छोड़ दिया जाता है। उस वित्तीय शिक्षा में से कुछ स्पष्ट है: पैसे बचाओ, कर्ज में मत डूबो, भविष्य के घर के बारे में सोचो जिसे आप खरीदना चाहते हैं। लेकिन एक प्रमुख बात जिसके  बारे में कम ही बताया जाता है: वह है देना/ आर्थिक सहायता।

दान देना या आर्थिक मदद करना आपको आंतरिक खुशी देता है। और एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। एक कहावत भी है कहावत है अच्छा करोगे तो अच्छा होगा। हकीकत में आपका मन साफ है और आप किसी की सहायता करते हैं आप को आर्थिक रूप से कभी कोई परेशानी नहीं होगी।

बच्चे अपने स्कूल में बस कुछ सब्जैक्टस को पढ कर खुद को एजुकेटिड मान लेते हैं। परंतु स्कूलों में सिर्फ थियोरीटिकल ज्ञान ही दिया जाता है। बच्चों में नैतिक गुण व संस्कार मां बाप ही सिखा सकते हैं। अपने बच्चों को दूसरों की मदद करना सिखाएं। ऐसा करने से आत्मा को एक तरह की संतुष्टि मिलती है। हमें अच्छा लगता है। कुछ रिसर्च का मानना है कि जो इंसान हमेशा किसी न किसी की मदद करते हैं वह जीवन में ज्यादा सफल होते हैं। हमारे देश में कुछ कहावते भी हैं कि यदि आप दूसरों की मदद करेंगे तो ईश्वर आप की सहायता करेंगे। तो अपने बच्चों को लेने से ज्यादा देना सिखाएं चाहे वह आर्थिक मदद हो या फिर कोई सामाजिक मदद। 

हम अपने बच्चों को क्या सिखा सकते हैं? 

  • आप अपने बच्चों को यदि कोई ज्यादा मुसीबत मैं है तो उन की बेझिझक मदद करना सिखाइए। उन्हे सिखाइए कि जरूरत मंद की मदद हमें अपनी जरूरतों को पीछे रख कर भी करनी चाहिए। जैसे अगर किसी को चिकित्सा के लिए कुछ पैसों की जरूरत है और आप के पास कुछ पैसे हैं जो आप ने शोपिंग के लिए बचा कर रखें हैं तो आप को उस जरूरत मंद की मदद अवश्य करनी चाहिए। 

  • अपने बच्चों को जीव जन्तुओं व पशु पक्षियों की भी मदद करना सिखाएं। उन्हे खाना व दाना पानी देना व सर्दियों में उन के लिए कपडे या किसी छोटे मोटे घर का इंतजाम करना आदि।

  • अपने बच्चों को गरीबों में खाना व आर्थिक मदद देना भी सिखाएं। ऐसा करने से उन्हें एक आंतरिक खुशी मिलेगी जो पैसों से कहीं बढ कर होगी। 

अपने बच्चों को सिखाएं कि पैसा जरूरी तो है लेकिन सब कुछ पैसा ही नही है़। उन्हे पैसा बचाना, फिजूल खर्ची न करना व अपने सपनों का घर खरीदना आदि के बारे में समझा कर पैसे के महत्त्व के बारे में बताइए। लेकिन हर खुशी पैसे से नहीं खरीदी जा सकती यह भी समझाइए। कई बखर पैसे के होते हुए भी इंसान खुश नहीं होता तो कई बार डिप्रेशन व स्ट्रैस जैसी समस्याओं से घिर जाता है। ऐसे में किसी गरीब के साथ वक्त बिताना व उनकी मदद करने को बोलिए। उन की सारी समस्याएं छू मंतर हो जाएंगी व जो मुस्कान उन गरीब बच्चों के चेहरे पर देखने को मिलेगी उस का तो कोई मोल नही है़। आप दूसरों की मदद कर के खुद को ही सफल बनाते हैं।

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