Jyotirao Phule: भारतीय समाज में फैली कुरीतियों, नारी शिक्षा और पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए अपना संपूर्ण जीवन त्याग करने वाले ज्योतिबा फुले का संपूर्ण जीवन एक आदर्श है। उनकी जीवन यात्रा को आइए विस्तारपूर्वक इस लेख से जानें। आज के दौर में शिक्षा क्षेत्र में नए पाठ्ïयक्रम तथा आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन […]
Author Archives: सुधीर जोशी
सामाजिक आदर्श का प्रतीक बने कुम्भ मेला: Mahakumbh Mela
Mahakumbh Mela: स्नान, दान का महापर्व कुम्भ आस्था का ऐसा मेला है जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्घालु जन पहुंचते हैं। मेला किन अर्थों में महत्त्वपूर्ण व किस प्रकार सामाजिक आदर्श का प्रतीक बन सकता है आइए जानते हैं लेख से। अनेकता में एकता के वाहक देश भारत को पर्वों का देश कहा जाता है। भारतीय […]
रत्नाकर से वाल्मीकि तक की यात्रा: Ratnakar to Valmiki
Ratnakar to Valmiki: रामायण भारत ही नहीं विश्व का सबसे प्रसिद्ध ग्रंथ है। इस महान ग्रंथ की रचना महर्षि वाल्मीकि ने की थी, लेकिन वाल्मीकि जी, जिन्होंने इसकी रचना की पहले एक डाकू थे। आखिर कैसे हुआ इनका हृदय परिवर्तन, कैसे बने रत्नाकर से महर्षि वाल्मीकि आइए जानते हैं लेख से। महर्षि वाल्मीकि संस्कृत भाषा […]
भारत का राष्ट्रीयपर्व गणतंत्र दिवस: Republic Day 2023
Republic Day 2023: भारतीयों का राष्ट्रीयपर्व पर्व गणतंत्र दिवस प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। प्रत्येक भारतवासी के लिए यह दिन किसी उत्सव से कम नहीं होता। हो भी क्यों न, इसी दिन भारत का संविधान जो लागू हुआ था। हमारा देश विश्व का सबसे अनोखा देश है। विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक […]
बदलेगा घारापुरी गुफाओं का चेहरा: Elephanta Caves
Elephanta Caves: भारत में मुंबई के गेट वे आफ इंडिया से 15 किलोमीटर दूर स्थित एक स्थल है, जो अपनी कलात्मक गुफाओं के कारण प्रसिद्ध है। पर्यटकों को अपनी ओर आकृष्ट करने वाली ये गुफाएं रात में बिजली न होने के कारण देखी नहीं जा सकती थी, लेकिन राज्य सरकार ने फरवरी 2017 तक यहां […]
दीयों के निर्माण का मुख्यालय है-कुंभारवाडा: Kumbharwada for diya
Kumbharwada for diya: दीये निर्माण की यह अद्भुत कला सदियों पुरानी है। देश के विभिन्न राज्यों में आपको कुम्हारों की विभिन्न जातियां मिल जाएंगी, जो इस परंपरा को बचाए हुए हैं। ऐसे ही एक जगह है ‘कुंभारवाडा।Ó कुंभारवाडा को दियों का मुख्यालय भी कहा जाता है, क्यों कहा जाता है? आइए जानते हैं लेख से […]
भविष्य निर्माता एवं मार्गदर्शक हैं शिक्षक
प्रख्यात शिक्षाविद् एवं महान दार्शनिक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की स्मृति में प्रतिवर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। अक्षर ज्ञान से आरंभ कर शिष्यों का भविष्य संवारने तक हर कर्तव्य निभाते हैं शिक्षक। लेकिन भारत ही नहीं विश्व के कई देशों में शिक्षक दिवस का आयोजन विभन्न महीनों में होता है। कहां और कैसे, जानें इस लेख से।
अष्टविनायक की आराधना
महाराष्ट्र में अष्टविनायक को कौन नहीं जानता, लेकिन विदर्भ के अष्टविनायक मंदिर के बारे में बहुत कम लोग ही बता पाएंगे। जानें विदर्भ के अष्टविनायक को विस्तार से।
सैनिकों का गांव- अपशिंगे
महाराष्ट्र राज्य के सातारा जिले का एक गांव है अपशिंगे जिसे सैनिकों के गांव के नाम से जाना जाता है। इसी गांव में रहता है निकम परिवार जो पांच पीढ़ियों से देश सेवा कर रहा है।
एवरेस्ट का स्वच्छता अभियान
विश्व की सबसे ऊंची चोटियों में से एक हिमालय पर्वत पर बढ़ते कचरे ने इसकी शोभा को थोड़ा कम किया है। सफेद बर्फ की चादर पर काले धब्बे नजर आते हैं। एवरेस्ट पर बढ़ते इस कचरे को कम करने के लिए स्वच्छता अभियान चलाया गया।
