Hindi Poem:”माँ, क्या आपने कभी कुछ ऐसा करना चाहा था, जो आप सीख न पाईं?”बेटी दीया के इस मासूम-से सवाल ने मुझे भीतर तक हिला दिया।मैं उसके सिर पर हाथ फेरती रही, पर शब्द गले में अटक गए।उस एक सवाल के पीछे दबे हुए थे कई बरसों के अनकहे सपने,कई इच्छाएँ जिन्हें जिम्मेदारियों के नीचे […]
