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बारिश की बूंदे..!-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Hindi Story: “उफ्फ..! ये बारिश भी ना..! पता नहीं क्यों अक्सर या तो दफ्तर जाने के समय आती है या दफ्तर से घर आते हुए” झुंझलाती हुई मानसी घर में घुसी।झटपट भीगे कपड़े बदलकर आशा को चाय बनाने को कहा। “आशा! बाबूजी किधर है? उनके लिए भी चाय बना देना।” “दीदी! बाबूजी तो जबसे बरसात […]

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