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“चलती हूं घर….”-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Hindi Kahaniya: “दीदी, नीचे आ जाओ एक बढ़िया खबर है। तुम्हारी किस्मत खुल गई है और सत्यम की तो लॉटरी लग गई है।” भाभी की आवाज़ सुनकर रिचा कमरे से बाहर आ गई। पास  से निकलने पर भी मुंह दूसरी ओर घुमा लेने वाली अंजू भाभी की आवाज़ आज़ बदल कैसे गई ? यही सोचकर हैरान थी रिचा। “अंजू क्यूं […]

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पटकथा – हिंदी कहानियां

Hindi Kahaniyan: उर्मिला जी ने पति को प्यार से देखा, ‘आप निर्देशक थे तो हीरो कैसे पीछे हट जाता, हीरोइन के बिना?दोनों की आंखों में बीता हुआ समय आकर ठहर गया था। उर्मिला जी चहकती हुई अपने पति आनंद के पास आई। आनंद उस समय ऑफिस में अकेले ही बैठे थे, किसी केस के कागज […]

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खतावार-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Hindi Kahani: प्रोफेसर साहब अड़ गए थे कि उनकी बेटी बदचलन नहीं है और उसका चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने वाले ये कौन होते हैं? इतने मन से बनवाया हुआ अपना मकान बेचकर तबादला करवा लिया था पर किसी को भी बेटी के खिलाफ एक शब्द भी बोलने नहीं दिया था। ड्राइंग रूम से पापा […]

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कुछ कहो ना मां- गृहलक्ष्मी की कहानियां

Grehlakshmi Ki Kahani: चीनू घर आई तो अलका ने राहत की सांस ली। वह किचन से बाहर लॉबी में आकर खड़ी हो गई। चीनू उसकी ओर देखे बिना अपने कमरे में चली गई। सुरेंद्र भी अब अंदर आ गए थे। अलका चुपचाप दूसरी कुर्सी पर बैठ गई। ‘तुम्हारी चीनू से बात हुई?अलका ने गर्दन हिलाकर […]

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