Morning Wakeup
Morning Wakeup

Summary: ठंडी सुबहों में जल्दी उठने के आसान ट्रिक्स: रजाई की गर्माहट छोड़कर दिन की सही शुरुआत कैसे करें

सर्दियों में जल्दी उठना मुश्किल लगता है, लेकिन कुछ स्मार्ट हैबिट्स और छोटी तैयारियाँ इस चुनौती को आसान बना सकती हैं। जानिए कैसे आप ‘रजाई सिंड्रोम’ को मात देकर अपनी सुबहों को एनर्जेटिक बना सकते हैं।

Winter Morning Wake Up: ठंडी सुबहें, रजाई की गर्माहट और नींद का मीठा खिंचाव सर्दियों में जल्दी उठना किसी मिशन से कम नहीं लगता। अलार्म बंद करते ही दिल कहता है “बस पाँच मिनट और!” लेकिन दिनभर की रेस में बने रहने के लिए सुबह उठना ज़रूरी भी है। तो क्यों न कुछ आसान ट्रिक्स अपनाकर इस ‘रजाई सिंड्रोम’ को हराया जाए?

सुबह जितनी आसान होगी, उठना उतना ही कम मुश्किल लगेगा। रात में ही कपड़े निकालकर रख लें, पानी की बोतल भरकर रखें, और नाश्ते की छोटी तैयारी कर लें। इससे दिमाग को सुबह उठने का मानसिक बोझ नहीं लगेगा और बिस्तर छोड़ना थोड़ा आसान लगेगा।

फोन या अलार्म को बिस्तर के पास न रखें। उसे इतनी दूरी पर रखें कि बंद करने के लिए उठना पड़े। उठते ही एक छोटा-सा स्ट्रेच कर लें या पर्दा खोल दें। थोड़ी रोशनी मिलते ही शरीर को ‘जागने’ का सिग्नल मिल जाता है।

सर्दियों में दिन छोटे होते हैं और सूरज देर से निकलता है, इसलिए नेचुरल लाइट ज़रूरी है। पर्दे थोड़ा खोलकर रखें ताकि हल्की धूप कमरे में आए। अगर सूरज देर से निकलता है तो ‘वॉर्म व्हाइट’ लाइट का इस्तेमाल करें यह भी शरीर को “जागो” का संकेत देती है।

winter morning
winter morning

उठते ही मोबाइल देखने की बजाय कुछ गहरी साँसें लें। शरीर को स्ट्रेच करें या थोड़ी देर ध्यान करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और नींद का बोझ हल्का हो जाता है। साथ ही दिन की शुरुआत पॉज़िटिव फीलिंग से होती है।

बहुत ठंडा कमरा नींद को खींचता है। अगर संभव हो तो सोने से पहले कमरे में हल्का हीटर या गर्म पानी की बोतल रखें ताकि उठने के बाद तापमान झटका न लगे। हल्का गरम कंबल या ऊनी मोज़े भी मदद करते हैं।

उठने के बाद कुछ ऐसा करें जो आपको सच में अच्छा लगे जैसे गरम अदरक वाली चाय पीना, पसंदीदा गाना सुनना या बालकनी में सूरज की धूप लेना। जब दिमाग किसी प्यारी चीज़ से जुड़ता है, तो उठना बोझ नहीं लगता।

morning tea
morning tea

सर्दियों में देर रात तक फोन स्क्रॉल करना सबसे बड़ी गलती है। ब्लू लाइट नींद का पैटर्न बिगाड़ती है, जिससे सुबह उठना और मुश्किल लगता है। कोशिश करें कि सोने से कम से कम आधा घंटा पहले मोबाइल बंद कर दें और कुछ सुकूनभरी चीज़ पढ़ें।

अगर आप देर से उठने की आदी हैं, तो अचानक बदलाव न करें। रोज़ बस 10–15 मिनट पहले उठने की कोशिश करें। शरीर धीरे-धीरे इस नई टाइमिंग का आदी हो जाएगा।

सर्दियों की सुबहें भले ठंडी हों, लेकिन एक अच्छी शुरुआत पूरे दिन को एनर्जेटिक बना सकती है। बस थोड़ी प्लानिंग, थोड़ी आत्म-प्रेरणा और थोड़ी गर्माहट यही है जल्दी उठने का सीक्रेट।

राधिका शर्मा को प्रिंट मीडिया, प्रूफ रीडिंग और अनुवाद कार्यों में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा पर अच्छी पकड़ रखती हैं। लेखन और पेंटिंग में गहरी रुचि है। लाइफस्टाइल, हेल्थ, कुकिंग, धर्म और महिला विषयों पर काम...