Hindi Kahani: वह गाड़ी की दायीं ओर से उतर कर घर के दरवाजे पर पहुँचा अपने जेब से एक कार्ड निकाल कर दरवाजे को दिखा दिया। दरवाजा खुलते ही साइड से एक कुर्सी ना जाने कहाँ से आई वो उस पर बैठा ही था कि एक उसके पैर के सामने से डब्बा जैसा कुछ आया जिसमें उसने अपने जुते रख दिए।
उठ कर किचन की तरफ गया और फोन से सारी मशीनों को कमांड दे कर नहाने चला गया।
कुछ देर में उसका फोन बजने लगा, स्क्रीन पर नाम चमक रहा था डीमा (Dmaa)। उसने कॉल उठाया और तैयार होते हुए किचन रसोई का रूख किया।
डिनर टेबल पर बैठ कर कॉल पर बाते करते करते एक छोटे से रोबो को खाना सर्व करने का ऑर्डर दिया।
बातों के बीच जैसे ही नलिनी ने रोबो को देखा बिना बोले रह नहीं पाई, “विलय ये क्या है फिर से तूने खाना ऑटोमेशन से बनाया बच्चा तुझे पता है ना हमें अपना जीवन चलाने के लिए शरीर को चलाने की आवश्यकता होती है। नहीं तो बाकियों की तरह हो जाएगा तू भी।”
विलय ने बात समझते हुए जवाब दी “जी दादी आपकी बात से सहमत हूँ और अभी अभी देख के भी आ रहा हूँ, आज हॉस्पिटल में एक लगभग मेरा ही हमउम्र पेशेंट आया जिसका शरीर लगभग काम करना बंद कर चुका है बड़े पैसे वाले लोग थे बोल रहे थे बचपन से अपने बच्चे को राजकुमार की तरह रखा एक पेपर तक ना उठवाया, जब इतनी मशीन रोबोज हमारी सहूलियत के लिए है तो हम क्यूँ कुछ करेगें।”
नलिनी ने भरे गले से कहा “एक ऐसा भी समय था जब हम इस समय के बारे में बैठ के हँसी मज़ाक करते थे क्या पता था जिन्दा रहते ही ये सब भी देखना पड़ेगा।”
नलिनी की पीढ़ी आखिरी पीढ़ी है जिसने अपने बड़ो को अपना काम हाथों से करते देखा है आज अपने बच्चों के बच्चों को यह सब समझा पा रहीं हैं।
विलय ने दादी के मन को समझते हुए कहा “आप रुकिए मुझे आपको कुछ दिखाना है।”
और फोन अपनी बाल्कनी में ले गया जहाँ कुछ गमलों में वो फूल खिले हुए थे जो पिछली बार दादी से बीज ले कर आया था। “ देखो तो ये आखिर मुझसे मिलने आ गए और कल मैं यहां एक प्लेस पर पेड़ लगाने भी जा रहा हूँ मेरे कुछ फ्रेंड भी साथ आएँगे। एंड यू नो मिस शर्मा यहाँ पास की मिसेज विल्सन आज सुबह इन फूलों की खुशबु से घर आ कर इनके बीज मांग रहीं थीं।”
नलिनी के चेहरे पर कुछ पल की खुशी आई और आँखो ने उस सुकून के साथ खुद को बंद कर दिया।
“दादी क्या हुआ प्लीज रिप्लाई, माॅम वेयर आर यू प्लीज सी दादी माॅम माॅम माॅमाॅमाॅम।”
विलय की आँखे बह चली उधर कॉल पर पास के कमरे से रागिनी विलय की आवाज़ सुन कर भागती हुई आई और बिस्तर पर पड़ी नलिनी को देख कर उसके पैर ठंडे पड़ गए। उसने उनके हाथ से फोन लिया और हल्के से बोली बुक योर टिकट बच्चा। शी विल बी हैप्पी इफ यु वुड बी हिअर।
विलय ने कॉल रखा और कैलेंडर खोल कर एक मार्क किया वर्ष था 2104।
साल 2104-गृहलक्ष्मी की कहानियां
