Summary: 17 साल बाद खुला ओम शांति ओम के असली आग वाले सीन का राज"
मुंबई के मुकेश मिल्स में फिल्माए गए ओम शांति ओम के आग वाले सीन में VFX नहीं, बल्कि असली आग का इस्तेमाल हुआ था। कई साल पहले लगी भीषण आग से खंडहर बने इस लोकेशन को शाहरुख खान ने कहानी से मेल खाने के कारण चुना।
Om Shanti Om Fire Scene: फिल्म ओम शांति ओम को रिलीज़ हुए लगभग 17 साल हो चुके हैं, लेकिन इसकी यादें आज भी दर्शकों के दिलों में ताज़ा हैं। शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की ये फिल्म न सिर्फ अपनी कहानी और गानों के लिए मशहूर हुई, बल्कि इसके कुछ सीन तो सिनेमा इतिहास में खास जगह बना चुके हैं। इनमें से एक है, आग की लपटों में घिरी शांतिप्रिया (दीपिका) को बचाने की कोशिश करता ओम (शाहरुख)। इस दमदार सीन के पीछे की असली कहानी हाल ही में सामने आई, जब उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने एक खास कार्यक्रम में इसका ज़िक्र किया।
मुकेश मिल्स और आग का कनेक्शन

आनंद महिंद्रा, अनुपम थरेजा और बोमन ईरानी हाल ही में मुंबई के मुकेश मिल्स पहुंचे। यहीं पर ओम शांति ओम का ये मशहूर आग वाला सीन फिल्माया गया था। आनंद महिंद्रा के मुताबिक, शाहरुख ने यह लोकेशन सोच-समझकर चुनी थी, क्योंकि कई साल पहले मुकेश मिल्स में लगी भीषण आग ने इसे पूरी तरह खंडहर में बदल दिया था। फिल्म की कहानी में भी आग और पुनर्जन्म का प्लॉट था, तो यह लोकेशन कहानी से एकदम मेल खाती थी।
शाहरुख और यज्दी बाइक का रिश्ता
कार्यक्रम के दौरान आनंद महिंद्रा ने एक और किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया कि 1994 की फिल्म कभी हां कभी ना में शाहरुख खान ने यज्दी बाइक चलाई थी, और यह ब्रांड उन्हें बेहद पसंद था। संभवतः इसी कारण इस बार बाइक के प्रमोशनल इवेंट के लिए भी मुकेश मिल्स को चुना गया, ताकि शाहरुख की पसंद और उनके करियर दोनों से जुड़ाव बना रहे।
VFX नहीं, सचमुच की आग

इस सीन के बारे में असली राज़ खोला फिल्म के एक्शन डायरेक्टर शाम कौशल ने। उन्होंने बताया कि उस समय VFX का इस्तेमाल नहीं हुआ था – सेट पर सच में आग लगाई गई थी। उस दौरान सेट पर शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, तीन कैमरामैन और लगभग 60 क्रू मेंबर मौजूद थे। यानी कुल 100 लोग जलते सेट के बीच काम कर रहे थे।
तनाव और खतरे से भरा शूट
शाम कौशल के अनुसार, शूटिंग का माहौल बेहद तनाव भरा था। आग लगने के कुछ ही सेकंड में उसे बुझाना अनिवार्य था, क्योंकि मामूली सी गलती भी बड़े हादसे का कारण बन सकती थी। उन्होंने कहा, “सच कहूं तो कई बार मैं सेट के एक कोने में जाकर रो पड़ता था। दिल इतनी तेज धड़कता था कि लगता था, कहीं हार्ट अटैक न आ जाए।”
दीपिका का डेब्यू और फिल्म की सफलता

फराह खान के निर्देशन में बनी ओम शांति ओम 2007 में रिलीज़ हुई थी और यह दीपिका पादुकोण की पहली फिल्म थी। शाहरुख और दीपिका के साथ फिल्म में श्रेयस तलपड़े, अर्जुन रामपाल और किरण खेर भी अहम भूमिकाओं में थे। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफलता हासिल की और आज भी इसका संगीत और डायलॉग्स फैंस के बीच लोकप्रिय हैं।
एक सीन, कई कहानियां
ओम शांति ओम का यह आग वाला सीन सिर्फ एक फिल्मी पल नहीं था, बल्कि इसमें वास्तविक घटनाओं की छाप भी थी। शायद यही वजह है कि इतने साल बाद भी जब इसका ज़िक्र होता है, लोग उतनी ही दिलचस्पी से सुनते हैं।
