fifty shades of grey novel in Hindi
fifty shades of grey novel in Hindi

fifty shades of grey novel in Hindi: क्रिस्टियन अपने हाथ में चमड़े का चाबुक लिए लहरा रहा है। उसने लेविस की पुरानी और बदरंग जींस पहन रखी है। वह मुझे घूरते हुए चाबुक को हथेली पर मारता है। वह किसी विजेता की तरह मुस्कुरा रहा है। मैं निर्वस्त्र, उसके पलंग पर बेड़ियों में जकड़ी पड़ी हूं। वह चाबुक को मेरे माथे से नाक तक छुआता चला जाता है ताकि मैं उस चमड़े की गंध ले सकूं। फिर वह उसे मेरे मुंह में डाल देता है ताकि मैं चमड़े का बेहूदा स्वाद ले सकूं।

“इसे चूसो!” उसने हुक्म दिया। मेरा मुंह हुक्म मानने के लिए मजबूर था।

“बहुत हुआ।” वह झपटा।

उसने उस चाबुक को मुंह से निकालकर चिबुक और गर्दन पर फिराया तो मैं हांफने लगी। वह उसे धीरे-धीरे मेरे पूरे शरीर से छुआता चला गया। मैं कलाईयों और टखनों को काटने वाली बेड़ियों को झटक रही हूं। वह अचानक ही उस चाबुक से मेरे गुप्तांगों पर चोट करता है……… मैं जोर से अपने बचाव के लिए चिल्लाती हूं।…………और इसी एहसास के बीच मैं उसी चरम सुख की सीमाओं तक पहुंच जाती हूं, जहां मैं क्रिस्टियन के साथ जाती रही हूं।

एक झटके से मेरी आंख खुल गई। हाय! मैं यह कैसा सपना देख रही थी। ये सब मेरे साथ हो क्या रहा है? सुबह हो गई है और कुछ देर पहले मैं कहां थी? क्या कर रही थी और मेरे साथ कौन था? घड़ी पर नज़र दौड़ाई तो आठ बजे थे। मैंने अपना सिर हाथों में थाम लिया। मैं तो सोच भी नहीं सकती थी कि मुझे ऐसे सपने आ सकते हैं। क्या ये कल रात के डिनर का असर था? या मेरी इंटरनेट रिसर्च के कारण मैंने ऐसा सपना देखा? मैं कुछ समझ नहीं पा रही।

जब मैं रसोई में पहुंची तो केट वहीं फुदकती मिली।

“एना! तुम ठीक हो। कितनी अजीब-सी दिख रही हो? क्या तुमने क्रिस्टियन का जैकेट पहन रखा है? “

“मैं ठीक हूं।” हद है! मुझे पहले खुद को शीशे में एक बार देख लेना चाहिए था। मैंने उसकी भेदती हुई हरी आंखों से बचना चाहा। मैं अब भी सुबह वाले सपने से हिली हुई हूं।

“हां, क्रिस्टियन का जैकेट है।”

उसने भवें नचाईं।” नींद पूरी ली? “

“नहीं, पूरी नहीं हुई।”

मैं केतली की तरफ बढ़ी ताकि थोड़ी चाय ले सकूं।

“डिनर कैसा था? “

“पहले हमने ऑयस्टर खाए और फिर मछली आ गई। मतलब सी-फूड ठीक था।”

“ओह…मुझे तो ऑयस्टर सख्त नापसंद हैं। वैसे मैं तेरे खाने के बारे में नहीं जानना चाहती। क्रिस्टियन कैसा था? तुमने क्या बात की? “

उसने पूरा ध्यान दिया। मैं वहीं थम गई। इसे क्या बताऊं? उसका एचआईवी टेस्ट क्लियर है। वह रोल-प्ले में शामिल है। वह चाहता है कि मैं उसकी हर बात मानूं। उसने किसी को चोट पहुंचाने के लिए उसे अपने कमरे की छत से टांग दिया था और वह अपने निजी डाइनिंग रूम में मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहता था। क्या यह सब बताना ठीक रहेगा? मैंने अपनी बातचीत का कोई ऐसा हिस्सा याद करने की कोशिश की जिसे आराम से केट को बताया जा सके।

“उसे वांडा पसंद नहीं आई।”

“एना! वह तो किसी को नहीं आती। ख़बर पुरानी है। तू इतनी शरमा क्यों रही है? ज़रा खुल कर बता।”

“ओह केट! हमने बहुत सी बातें कीं। तुम्हें पता है कि वह खाने के मामले में कितनी किचकिच करता है? वैसे उसे तुम्हारी ड्रेस पसंद आई।” केतली के पानी में उबाल आ गया तो मैंने खुद ही चाय बना ली।” चाय लोगी? “

“क्या तुम आज के समारोह वाली मेरी स्पीच सुनना चाहोगी? “

“हां, प्लीज़!”

“मैं अभी लाई और थोड़ी चाय मैं भी लूंगी।”

उफ्फ! चलो केट को तो बहला लिया। मैंने एक बैगल स्लाइस काटा और टोस्टर में डाल दिया। अचानक अपना सपना याद आते ही फिर से घबराहट होने लगी। हे भगवान! मैं क्या देख रही थी?

कल रात मुझे नींद भी नहीं आ रही थी। मेरा सिर तरह-तरह के विकल्पों में उलझ कर चकरा रहा था। मैं बुरी तरह से उलझन में हूं। क्रिस्टियन का यह प्रस्ताव किसी नौकरी के लिए आए प्रस्ताव से कम नहीं है। इसमें तयशुदा घंटे, काम और काफी हद तक उलझी हुई प्रकियाएं शामिल हैं। मैंने अपने पहले रोमांस के बारे में तो ऐसा कभी नहीं सोचा था-पर यह भी सच है कि क्रिस्टियन कभी रोमांस करता ही नहीं। अगर मैं उससे ज्यादा की मांग करती तो बेशक वह मुझे इंकार कर देता……। मैं उसे खोना नहीं चाहती पर सवाल यह भी है कि क्या मैं उसकी सेक्स गुलाम बन सकूंगी? उसकी छड़ियां और चाबुक कहां जाएंगे? मैं इस तरह की शारीरिक पीड़ा को सहने के बारे में सोच तक नहीं सकती। तभी अपना सपना याद आ गया…क्या वह सब बिल्कुल ऐसा ही होगा? मेरे भीतर बैठी लड़की हाथ में पम-पम लिए उछल-उछल कर नाच रही थी और हामी देने का इशारा कर रही थी।

केट किचन में अपना लैपटॉप ले आई। मैंने अपने बैगल पर ध्यान लगाया और बड़े ही धीरज से उसकी तैयार की गई स्पीच सुनने लगी।

मैंने कपड़े बदल कर खुद को संवारा और तब तक रे भी आ गए। मैंने आगे वाला दरवाजा खोला तो उन्हें अपने पोर्च में बेढ़ब से सूट में खड़ा पाया। मेरे भीतर से स्नेह और उष्णता की हिलोर सी उठी और मैंने उनके गले में बांहें डाल दीं। वे हैरान रह गए।

“हे एनी! मुझे तुम्हें देखकर बहुत खुशी हुई। वे मुझे गले से लगाकर बोले। उन्होंने मेरे कंधों पर हाथ टिकाए और देखते हुए बोले- “कैसा है मेरा बच्चा? तबीयत तो ठीक है? “

“बेशक डैड! क्या एक लड़की अपने डैड को देखकर खुश नहीं हो सकती? “

वे मुस्कराए और आंखों के कोने नम हो गए। वे मेरे साथ लिविंग रूम में आ गए।

“तुम अच्छी लग रही हो।” वे बोले

“ये केट के कपड़े हैं।” मैंने ग्रे शिफॉन की हॉल्टर नेक वाली ड्रेस पर नज़र मारी।

उन्होंने भौं नचाई।

“केट कहां है? “

“वह कैंपस गई है। वह स्पीच दे रही है इसलिए उसका जल्दी जाना जरूरी था।”

“क्या हम भी चलें? “

“डैड! हमारे पास आधा घंटा है। क्या आप चाय लेना चाहेंगे? और आप मुझे बता सकते हैं कि मोंटीसेना में सब कैसे हैं? आपका सफर कैसा रहा? “

रे ने कैंपस के पार्किंग लॉट में गाड़ी खड़ी की और हम काले और लाल गाउन वाली भीड़ के रेले के संग हो लिए, जो जिम की ओर जा रही थी।

“गुडलक एनी। तुम घबराई हुई क्यों हो? आज क्या बात है? “

“ओह! आज रे इतने ध्यान से क्यों देख रहे हैं? “

“नहीं डैड! आज का दिन ऐसा ही है।” मैं उससे मिलने जो जा रही हूं।

“हां! मेरी नन्ही सी बिटिया को डिग्री मिलने वाली है। एनी! मुझे तुम पर गर्व है।”

“ओह थैंक्स डैड!” मैं उनसे बहुत प्यार करती हूं।

जिम में काफी भीड़ है। रे दूसरे माता-पिता के साथ जाकर बैठ गए और मैं आगे की ओर आ गई। जहां मुझे अपने नाम के अक्षर वाले छात्रों के साथ बैठना है। मैंने अपना काला गाउन और कैप पहन रखा है और खुद को बेहद सुरक्षित पा रही हूं। वैसे तो अभी स्टेज खाली है पर वहां कुछ देर बाद मुझे जो दिखेगा, उसने मुझे पहले से ही घबराहट दे रखी है। कलेजा बाहर आने को है, सांस तेज हो रही है। वह भी यहीं कहीं होगा। शायद केट उससे बात कर रही हो या कोई पूछताछ कर रही हो। मैंने पीछे मुड़कर रे को देखा और हाथ हिला दिया। मैं बैठकर इंतज़ार करने लगी।

ऑडीटोरियम जल्दी ही भर गया। आगे वाली कतारें भरने में भी देर नहीं लगी। आसपास का शोर तेज़ होता जा रहा था। मेरे आसपास दो लड़कियां थीं, किसी और विभाग की होने के कारण मैं उन्हें नहीं जानती थी। वे शायद पक्की सहेलियां थीं और लगातार बातें करने से बाज़ नहीं आ रही थीं।

ग्यारह के करीब मंच के पीछे से चांसलर बाहर आए और उनके साथ ही तीन वाइस चांसलर और लाल-काली पोशाकों में सजे सीनियर प्रोफेसर भी आ गए। हमने खड़े होकर अपने अध्यापकों के लिए तालियां बजाईं। कुछ प्रोफसरों ने हामी भरी और कुछ ने हाथ हिलाए। कुछ तो ऐसे लगे मानो जबरदस्ती खड़े किए गए हों। मेरे प्रिय प्रोफेसर कॉलिन हमेशा की तरह ऐसे लग रहे थे, मानो बिस्तर से सीधा ही उठकर आ गए हों। वहीं मंच के कोने में केट और क्रिस्टियन खड़े दिखाई दिए। क्रिस्टियन ने ग्रे सूट पहन रखा है और ऑडीटोरियम की बत्तियों में उसके बालों के कॉपर हाईलाइट चमक रहे हैं। वह पूरी तरह से गंभीर और आत्मसंतुष्ट दिख रहा है। उसने बैठते ही अपनी सिंगल ब्रेस्ट जैकेट का बटन खोल लिया और उसकी टाई पर मेरी नज़र पड़ी। हाए……यह तो वही टाई है। अचानक ही मैं अपनी कलाईयां मसलने लगी, जैसे अब भी उन पर टाई बंधने के निशान दिख रहे हों। मैं उसके ऊपर से अपनी आंखें नहीं हटा सकती। बेशक उसने जानबूझ कर वही टाई पहनी है। मेरे चेहरे पर कड़ी रेखाएं खिंच गईं। दर्शक बैठ गए और तालियों की गड़गड़ाहट शांत हो गई।

“ज़रा उसे देख तो।” साथ बैठी लड़की ने पूरी उमंग के साथ दूसरी को टहोका दिया।

“हाय कितना हॉट है!”

मैं अंदर ही अंदर कुढ़ गई। ये तो तय था कि वे प्रोफेसर कॉलिन की बात नहीं कर रही थीं।

क्रिस्टियन ग्रे की ही बात हो रही थी।

“क्या वह सिंगल है? “

मैंने टांग अड़ाई- “मुझे तो नहीं लगता।”

“ओह!” दोनों लड़कियों ने मुझे हैरानी से ताका।

“मुझे लगता है कि वह एक गे है।”

“कितने शर्म की बात है।” उनमें से एक बोली।

जैसे ही चांसलर ने अपनी स्पीच शुरू की, मैंने देखा कि क्रिस्टियन की आंखें पूरे हॉल में मंडरा रही थीं। मैं अपनी सीट में दुबक गई। कंधों को नीचे की ओर करते हुए खुद को ओझल करने की पूरी कोशिश की। मैं बुरी तरह से असफल रही क्योंकि एक ही पल बाद उसकी आंखों ने मुझे खोज लिया। उसने बेलाग नज़रों से मुझे ताका और मैं उसकी नज़रों के सम्मोहन में घिरकर उलझ गई। चेहरे पर धीरे-धीरे घबराहट तैरने लगी। अचानक ही सुबह का सपना आंखों में नाच उठा और पेट में वैसी ही मीठी सी ऐंठन होने लगी। मैंने गहरी सांस ली। उसके होठों पर भी हल्की-सी मुस्कान दिखी पर शायद इतनी छोटी थी कि किसी दूसरे को नहीं दिखी होगी। उसने पल-भर के लिए पलकें मूंदीं और फिर से अपने विरक्त भाव में आ गया। चांसलर पर एक नज़र डालने के बाद वह लगातार प्रवेशद्वार पर लटके चिन्ह को घूरता रहा। उसने मेरी ओर नज़रें नहीं उठाइर्न्नं। चांसलर की बातें खत्म होने पर भी उसकी नज़रें वहीं टिकी रहीं।

वह मेरी ओर क्यों नहीं देख रहा? क्या उसने अपना मन बदल लिया है? मेरे पूरे शरीर में बेचैनी की लहर दौड़ गई। शायद कल रात की मेरी नादानी हमारी आखिरी मुलाकात थी। वह मेरे जवाब के इंतज़ार अब गया है। अरे नहीं, ये मैं क्या कर बैठी? मुझे उसका कल रात का ई-मेल याद आया। शायद उसका जवाब न मिलने से ही खपा है।

अचानक मिस कैथरीन कैवेना के मंच पर आते ही तालियां बज उठीं। चांसलर बैठ गए और अपने लंबे बाल लहराते हुए कैथरीन ने अपने कागज़ पोडियम पर रखे। उसने बड़े इत्मीनान से तैयारी की थी। वह वहां बैठे हजारों लोगों से कतई नहीं घबरा रही थी। तैयारी पूरी होने पर उसने मीठी-सी मुस्कान दी। फिर उसने अपने भाषण से पूरे हॉल को वश में करने में बिल्कुल देर नहीं लगाई। साथ बैठी लड़कियां उसके पहले ही चुटकुले पर खिलखिला उठीं। ओह, कैथरीन कैवेना! तेरा भी जवाब नहीं। मैं क्रिस्टियन को कुछ पल के लिए भूल गई और मुझे कैथरीन पर गर्व अनुभव हुआ। हालांकि सब पहले सुन चुकी थी पर फिर भी ध्यान से सुनने लगी। श्रोता मनोयोग से सबकुछ सुन रहे थे।

उसकी थीम थी- कॉलेज के बाद क्या? ओह सचमुच उसके बाद क्या होगा? क्रिस्टियन भवों में बल डाले केट को देख रहा है। अरे हां, ये भी तो हो सकता था कि मेरी बजाय केट उसका इंटरव्यू लेने गई होती और वह केट के सामने ऐसे भद्दे और बेहूदे प्रस्ताव रख रहा होता। सुंदर केट और दिलकश क्रिस्टियन! मैं भी साथ बैठी लड़कियों की तरह दूर से ही क्रिस्टियन की सुंदरता पी रही होती। वैसे यह ख़्याल ही मुझे हिलाने के लिए काफी था। क्रिस्टियन तो मेरा है, वह केट का कैसे हो सकता है?

केट के भाषण के बाद तालियां गूंज उठीं और लोगों ने खड़े होकर उसका अभिनंदन किया। मैं भी दमकी और उसने मंच से ही मुझे देखकर दांत निपोर दिए। बढ़िया केट! वह जाकर बैठ गई। श्रोता भी बैठ गए और चांसलर ने खड़े होकर क्रिस्टियन का परिचय दिया

हाय! अब वह भाषण देगा। चांसलर ने संक्षेप में उसकी उपलब्धियों का वर्णन किया। अपनी असाधारण रूप से सफल कंपनी का सीईओ, अपने बल पर सफल होने वाला व्यक्ति।

……और हमारे विश्वविद्यालय को महती अनुदान देने वाले दानकर्ता। कृपया क्रिस्टियन ग्रे का स्वागत करें।

चांसलर ने क्रिस्टियन का हाथ उठाया और लोगों ने विनम्रता के साथ तालियां बजायीं। मेरा कलेजा उछलकर गले तक आ गया। वह पोडियम के पास आकर हॉल का सर्वेक्षण करने लगा। वह भी हमारे सामने खड़ा आत्मविश्वास से दमक रहा था। मेरे साथ वाली लड़कियां तो पूरी तरह से उसके सम्मोहन में खोई हुई थीं। शायद हॉल की सभी महिला श्रोता और कुछ पुरुष भी उसके आकर्षण से अछूते नहीं रहे होंगे। उसने अपनी धीमी और सम्मोहक आवाज़ के साथ बोलना शुरू किया।

मैं आज डब्ल्यूएसयू के उच्च अधिकारियों द्वारा की गई प्रशंसा व आदर-मान के लिए हार्दिक आभार प्रकट करता हूं। यह मेरा सौभाग्य है कि उन्होंने मुझे इस मंच से विश्वविद्यालय के पर्यावरणीय विज्ञान विभाग में हो रहे कार्यों के बारे में कुछ कहने का अवसर प्रदान किया। हमारा लक्ष्य यही है कि हम तीसरी दुनिया के देशों के लिए, कृषि के पर्यावरण मित्र व उन्नत उपाय तलाश सकें। हम चाहते हैं कि दुनिया के ग्लोब से भूख और गरीबी का नामोनिशान मिटा दिया जाए। दुनिया के इन हिस्सों में खेती-बाड़ी इतनी पर्याप्त नहीं कि उनकी जरूरतें पूरी हो सकें। हम इस समय पर्यावरणीय व सामाजिक विनाश का सामना कर रहे हैं। मैं जानता हूं कि सही मायनों में ‘भूख’ किसे कहते हैं। यह मेरे लिए एक निजी यात्रा व अनुभव रहा है………’’

मेरे जबड़े खुले के खुले रह गए। क्या! क्रिस्टियन जानता है कि भूख किसे कहते हैं? मैंने उस इंटरव्यू को याद किया: वह सचमुच इस दुनिया को खाना खिलाना चाहता है। मैंने केट के लेख को याद करने के लिए दिमाग के जंग लगे किवाड़ खटखटाए। उसे चार साल की उम्र में गोद लिया गया था और बेशक ग्रेस ने तो उसे भूखा नहीं रखा होगा तो यह उससे पहले की बात रही होगी। मेरा दिल एक छोटे से भूखे बच्चे की कल्पना से ही पिघल गया। अरे नहीं! ग्रे खानदान का मान और धन पाने से पहले उसकी जिंदगी कैसी रही होगी?

मैं मन ही मन गुस्से से भर उठी। बेचारा, यौन उत्पीड़न से ग्रस्त सनकी व दानी क्रिस्टियन-हालांकि मैं यह भी जानती हूं कि वह अपने बारे में ऐसी कोई राय नहीं रखता और मेरी सहानुभूति को एक पल में सिरे से उखाड़ देगा। अचानक सभी तालियां बजाते-बजाते खड़े हो गए। मैंने भी ऐसा ही किया हालांकि मैंने उसका आधा भाषण भी नहीं सुना था। वह यह सभी नेक काम कर रहा था, एक बड़ी कंपनी चला रहा था और सब कामों के साथ-साथ मेरा पीछा कर रहा था। मैं भावुक हो उठी। मैंने मन ही मन डारफर के बारे में होने वाली बातचीत के टुकड़े जोड़े तो समझ आ गया कि यह तो इसी भोजन से संबंध रखती है।

वह तालियों की गूंज को सुन कर प्यार से मुस्कुराया। यहां तक कि केट भी तालियां बजा रही है। वह मुझे नहीं देख रहा और मैं हाल ही में मिली जानकारी को हजम करने की कोशिश कर रही हूं।

एक वाइस चांसलर उठ खड़े हुए और हमने डिग्रियां लेने की लंबी और नीरस प्रक्रिया आरंभ की। करीब चार सौ छात्रों को डिग्रियां मिलनी थीं और मुझे अपना नाम सुनने में घंटा लग गया। मैं दो खी-खी करती लड़कियों के बीच से उठकर मंच तक पहुंची। क्रिस्टियन ने मुझे चोर नज़रों से देखा।

“बधाई, मिस स्टील!” उसने हाथ मिलाते हुए कहा और उसे ज़ोर से दबा दिया। मैं अपने हाथ पर उसके हाथ का स्पर्श काफी गहराई से महसूस कर सकती थी।

“क्या लैप में कोई दिक्कत आ रही है? “

उसने डिग्री मेरे हाथ में देते हुए कहा।

“नहीं।”

“तो मेरे ई-मेल को अनदेखा क्यों कर रही हो? “

“मैं तो मिल्कियत और जायदाद वाली मेल ही देख पाई।”

उसने सवालिया निगाहोें से देखा।

“बाद में।” वह बोला क्योंकि मेरी वजह से लाइन अटक रही थी।

मैं सीट पर लौट आई। ई-मेल? हो सकता है कि उसने कोई और मेल भेजा हो। उसमें क्या लिखा होगा?

समारोह समाप्त होने में एक घंटा और लग गया। आखिरकार मंच से सबके नीचे आने की बारी आई। तालियों की तेज गड़गड़ाहट के बीच क्रिस्टियन ने सबको देखा बस मेरी ओर ही नज़र नहीं उठाई। हालांकि मैं चाहती थी कि वह मुझे देखे। भीतर बैठी लड़की ने मुंह फुला लिया।

मैं खड़ी होकर अपनी पंक्ति से निकलने की प्रतीक्षा में थी कि केट ने पुकारा। वह मंच के पीछे से मेरी ओर आ रही थी।

“क्रिस्टियन तुमसे बात करना चाहता है।” वह चिल्लाई। मेरे साथ खड़ी लड़कियां मुझे हैरानी से ताकने लगीं।

“उसने मुझे तुम्हें बुलाने भेजा है।” केट बोली।

“ओह…।”

“केट! तेरी स्पीच ज़बरदस्त थी।”

“अच्छी थी, हैं सच्ची? “वह दमकी। ‘‘तू आ रही है। वह बहुत इसरार कर रहा था।”

उसने आंखें नचाईं और मैं खिसिया गई।

“तुझे कुछ पता नहीं है पर रे वहां अकेले खड़े हैं। मैं रे को ज्यादा देर तक अकेले नहीं छोड़ सकती।” मैंने रे को देखा और दूर से ही पांच मिनट में लौटने का संकेत दिया। उन्होंने हामी भरी कि वे समझ गए। मैं केट के साथ मंच के पीछे वाले बरामदे में हो ली। क्रिस्टियन चांसलर और दो अध्यापकों से बात कर रहा है। उसने मेरी ओर देखा।

“एक्सक्यूज़ मी जेंटलमैन!” उसने कहा। वह मेरे पास आया और केट को छोटी-सी मुस्कान दी।

“धन्यवाद!” इससे पहले कि केट कुछ कहती। उसने मुझे कोहनी से थामा और एक अलग कमरे में ले गया, जो दिखने में पुरुषों का लॉकर रूम लग रहा था। उसने देखा कि वहां कोई था तो नहीं, फिर उसे अंदर से बंद कर लिया।

“तुमने मुझे ई-मेल क्यों नहीं किया? मैसेज का भी जवाब नहीं दिया? “उसने घूरा।

“मैंने आज कंप्यूटर या फोन को देखा ही नहीं।” ओह! क्या वह फोन भी मिला रहा था? मैंने ध्यान बंटाने वाली तकनीक लगाई, जो मैं अकसर केट पर आज़माती हूं।” स्पीच तो अच्छी रही।”

“धन्यवाद!”

“मुझे पता लग गया कि खाने को लेकर तुम्हारा इतना आग्रह क्यों रहता है? “

उसने बेचैनी से बालों में हाथ फिराए।

“एनेस्टेसिया! मैं अभी ऐसी कोई बात नहीं करना चाहता।” उसने आंखें बंद कर लीं। मानो उसे ठेस लगी हो।” मुझे तुम्हारी चिंता हो रही थी।”

“चिंता, क्यों? “

“क्योंकि कल तुम मौत के जाल में घर गई थीं जिसे तुम कार कह रही थीं।”

“क्या? वह कोई मौत का जाल नहीं है। वह बढ़िया है। जोस नियमित रूप से मेरे लिए उसकी सर्विस करता है।”

“जोस, फोटोग्राफर? “क्रिस्टियन की आंखें सिकुड़ीं और चेहरा धूमिल हो गया।

ओह! हो गया कबाड़ा!

“हां! यह बीटल पहले उसकी मॉम के पास होती थी।”

“हां। शायद उनकी भी मां और उनकी मां की भी मां की रही होगी। ये बिल्कुल सुरक्षित नहीं है।”

“मैं इसे पिछले तीन साल से चला रही हूं। मुझे अफसोस है कि तुम्हें चिंता हो रही थी।”

“तुमने फोन क्यों नहीं किया? “

हाय! ये बात को इतना बढ़ा क्यों रहा है?

उसने गहरी सांस ली।

“एनेस्टेसिया! मुझे तुम्हारा जवाब चाहिए। यह इंतज़ार मुझे पागल कर रहा है।”

“क्रिस्टियन…देखो, मैं…… मेरे डैड वहां अकेले खड़े हैं।”

“कल! मुझ कल तक जवाब चाहिए।”

“ओ.के.। कल। तब तक बता दूंगी।”

वह पीछे हटा और बड़े चैन की सांस लेते हुए कंधे ढीले छोड़ दिए।

“क्या तुम यहां ड्रिंक्स के लिए रुक रही हो? “

“पता नहीं रे क्या चाहेंगे? “

“तुम्हारे सौतेले पिता? मैं उनसे मिलना चाहूंगा।”

‘‘अरे नहीं……क्यों?’’

“मुझे नहीं लगता कि ये कोई अच्छा विचार है।”

क्रिस्टियन ने दरवाजा खोला और चेहरे पर अप्रिय भाव आ गए।

“क्या मुझसे मिलवाने में शर्मिंदगी हो रही है? “

“नहीं!” अब मेरी खीझने की बारी थी। क्या कहूं डैड से? मैंने इस आदमी के साथ पहली बार शारीरिक संबंध बनाए और अब यह चाहता है कि हम बीडीएमएस संबंध बनाएं-जिसके अनुसार मैं इसकी सेक्स गुलाम और यह मेरा मालिक होगा? “क्यों तुमने भागने वाले जूते नहीं पहने हुए? “

क्रिस्टियन के होठों पर तिरछी मुस्कान तिर आई। बेशक मुझे उस पर गुस्सा आया हुआ था पर चेहरे पर हंसी खिल गई। “वैसे बता दूं कि मैं काफी तेज़ भाग सकता हूं। उन्हें ये कहो एनेस्टेसिया कि मैं तुम्हारा दोस्त हूं।”

उसने दरवाज़ा खोला और हम बाहर आ गए। मेरा दिमाग चकरा रहा है। जब मैं वहां से गुज़री तो चांसलर, तीन वाइस चांसलर, चार प्रोफ़ेसर और केट मुझे घूरने लगे। ये क्या हो रहा है…… मैं क्रिस्टियन को वहीं विभाग में छोड़कर रे की तलाश में निकली।

उनसे कहो कि मैं तुम्हारा दोस्त हूं।

ऐसा दोस्त, जो मेरा फ़ायदा उठाना चाहता है। सयानी लड़की ने गुस्से से कहा और मैंइस बेमज़ा सी बात को हवा में उड़ा कर बाहर निकल आई। मैं रे से उसे कैसे मिलवाऊँगी? हॉल अभी भी आधा भरा हुआ है। रे अपनी जगह से नहीं हिले। उन्होंने मुझे देखकर हाथ हिलाया और नीचे आ गए।

“हे एनी! बधाई हो।” उन्होंने मेरे गले में बांह डाल दी।

“क्या आप शमियाने में चल कर ड्रिंक लेना चाहेंगे? “

“क्यों नहीं! आज तो तुम्हारा दिन है।”

“अगर आप नहीं चाहते तो रहने देते है।” प्लीज़ न कर दो…।

“एनी! मैं लगातार बकवास सुन-सुन कर पक गया हूं। ड्रिंक तो लेनी बनती है।”

मैंने उनकी बांह में बांह डाली और हम शमियाने की ओर बढ़े। हम औपचारिक फोटो

वाली पंक्ति से निकले तो रे ने कहा।

“हां, याद आया। मैं भी तो डिजिटल कैमरा लाया हूं।”

“एनी! एक फोटो मेरे एलबम के लिए भी हो जाए।”

उन्होंने फोटो ली और मैंने गाउन और कैप उतार दिए।”

सयानी लड़की फिर से तीर-कमान लेकर आ गई-तो ऐसे इंसान को रे से मिलवाने जा रही है जो तेरे शरीर के सिवा कुछ नहीं चाहता? वह मुझे अपने चश्मों के नीचे से दिख रही आंखों से घूरती रही। ओह! कभी-कभी तो इसके सयानेपन से नफ़रत होने लगती है।

शमियाने में ज़बरदस्त भीड़ है। छात्र, माता-पिता, अध्यापक और दोस्त सभी हंसी-खुशी बतिया रहे हैं। रे ने मेरे हाथ में एक शैंपेन पकड़ा दी। बड़ी अजीब-सी मीठी वाइन है और चिल्ड भी नहीं है। मैंने सोचा कि क्रिस्टियन को तो यह कभी पसंद नहीं आएगी।

“एना!” मैं मुड़ी और ईथन कैवेना ने मुझे बांहों में भर लिया। उसने मेरी वाइन को गिराए

बिना एक गोल चक्कर खिला दिया।

“बधाई हो!” वह अपनी हरी चमकीली आंखों में खुशी भर कर बोला।

“क्या सरप्राइज़ है!” उसके गंदे लाल बाल बिखरे हुए और सेक्सी दिख रहे हैं। वह केट की तरह ही सुंदर है। पूरा परिवार दिखने में एक सा लगता है।

“वाउ-ईथन! तुम्हें देखकर दिल खुश हो गया। डैड! ये केट का भाई ईथन है और ये हैं मेरे डैड रे स्टील!” उन्होंने हाथ मिलाए और डैड उसे आराम से परखने लगे।

“तुम यूरोप से कब आए? “मैंने पूछा

“मैं एक सप्ताह पहले आ गया था पर मैं अपनी बहन को चकित करना चाहता था।”

उसने धीरे से कहा।

“ये तो बहुत अच्छी बात है।” मैंने खीसें निपोरीं।

“वह आज भाषण देने वाली थी। मैं कैसे न आता? “

“उसने बहुत अच्छी स्पीच दी।”

“हां बिल्कुल सही कहा।” रे बोले।

ईथन ने मेरी कमर में हाथ डाला हुआ था तभी मुझे क्रिस्टियन की भूरी आंखें दिखीं। केट उसके साथ थी।

“हैलो रे!” केट ने रे के दोनों गाल चूमे और वे लजा गए। क्या आप एना के ब्यायफ्रेंड से मिले? क्रिस्टियन ग्रे।”

हो गया कबाड़ा! केट! भाड़ में जा तू। मेरे चेहरे का सारा खून किसी ने सोख लिया।

“मि. स्टील! आपसे मिलकर बहुत खुशी हुई।” क्रिस्टियन ने सहज भाव से कहा। उसे

केट के इस रवैए से कोई दिक्कत नहीं हुई थी। उसने हाथ आगे किया तो रे ने बड़ी ही गर्मजोशी से उसे मिलाया और बड़ी ही खूबसूरती से अपनी हैरानी को छिपा लिया।

थैंक्स कैथरीन कैवेना। मैं अंदर ही अंदर भड़क गई। शायद बेचारी अंदर वाली लड़की तो बेहोश ही हो गई थी।

“मि. ग्रे!” रे के चेेहरे के भाव अजीब से थे। फिर उन्होंने मुझे उन नज़रों से देखा-जो कह रही थीं-‘तुम मुझे इस बारे में कब बताने जा रही हो?’

“और ये मेरा भाई है, ईथन कैवेना।” केट ने क्रिस्टियन से कहा।

क्रिस्टियन ने अपनी ठंडी नज़र ईथन पर डाली जिसने अब भी अपना एक हाथ मेरी कमर में डाला हुआ था।

“मि. कैवेना “

उन्होंने हाथ मिलाए और क्रिस्टियन ने अपना हाथ मेरी ओर बढ़ा दिया।

“एना बेबी!” वह हौले से बोला और मैं तो उसके इस अंदाज़ पर मरते-मरते बची। मैं ईथन की पकड़ से बाहर आकर क्रिस्टियन के साथ खड़ी हो गई। केट ने मुझे देखकर खीसें निपोरीं। वह अच्छी तरह जानती है कि वह क्या कर रही है। कमीनी कहीं की!

“ईथन, मॉम और डैड बात करना चाह रहे हैं।” केट ईथन को खींच ले गई।

“तो तुम दोनों एक-दूसरे को कब से जानते हो?” रे क्रिस्टियन से काफी प्रभावित लगे।

मैं कुछ बोल ही नहीं पा रही। दिल में तो आ रहा है कि ये धरती मुझे निगल जाए। क्रिस्टियन ने मुझे अपनी बांह से घेर लिया और अंगूठे से पीठ सहलाने लगा। फिर उसने अपने हाथ से मेरा कंधा जकड़ लिया।

“करीब दो सप्ताह से…… एनेस्टेसिया स्टूडेंट न्यूज़पेपर के लिए मेरा इंटरव्यू लेने आई थी।”

“एना! मुझे तो पता नहीं था कि तुम अख़बार के लिए काम करती हो?” रे के सुर में हल्की खीझ सुनाई दी।

“केट बीमार थी इसलिए……।” मैं इतना ही कह पाई।

“मि. ग्रे! आपने अच्छी स्पीच दी।

“धन्यवाद सर! मैं समझ सकता हूं कि आप एक ज़बरदस्त मछुआरे हैं।”

रे अपनी भवें नचाते हुए मुस्कुराए-एक विशुद्ध और प्यारी सी रे स्टील टाइप मुस्कान! और ये क्या…वे तो मछलियों की बातें करने लगे। अचानक ही मुझे अजीब सा लगने लगा और मैं मन ही मन सोचने लगी कि इसने कितनी आसानी से मेरे डैड को पटा लिया। अंदर से सयानी लड़की ने आंखें तरेरीं- क्यों तुझे नहीं पटाया? क्रिस्टियन की ताकत का अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता। मैं माफ़ी मांगकर केट की खोज में आ गई।

वह अपने मॉम-डैड से बात कर रही है। वे हमेशा की तरह मुझसे बड़े स्नेह व गर्मजोशी से मिले। हमने एक-दूसरे के हाल-चाल लिए और बातों के तकरीबन सिरे उनके बारबाडोस अवकाश के बारे में ही जुड़ते रहे।

“केट, रे के सामने मुझे नीचा दिखाने की हिम्मत कैसे की? “मैं मौका पाते ही केट से बोली

“क्योंकि मैं जानती हूं कि अपने दोस्त को रे से मिलवाना तेरे बस में नहीं था इसलिए मैंने यह किया और मैं क्रिस्टियन के वादा निभाने वाले मामले में भी मदद करना चाहती थी।” केट ने मीठी सी मुस्कान दी।

मैं मन ही मन जल-भुन गई। अभी तो मैंने ही उससे कोई वादा नहीं किया है। पागल!

“लगता है, एना! वह तेरा दीवाना हो गया है। जरा देख तो, उसकी नज़रें तेरे ऊपर से हट ही नहीं रहीं।” मैंने कनखियों से देखा तो रे और क्रिस्टियन इधर ही देख रहे थे। वह तुझे किसी गिद्ध की तरह घूर रहा है।

मुझे जाकर बचाना चाहिए पर ये समझ नहीं आ रहा कि किसे बचाए-रे को या क्रिस्टियन को? “कैथरीन कैवेना तूने अच्छा नहीं किया।”

“एना! मैंने तो तुझ पर एहसान किया है।” उसने कहा।

मैंने उन दोनों को देखकर गर्दन हिलाई।

वे दोनों दूर से तो सही लग रहे थे। क्रिस्टियन मन ही मन किसी निजी चुटकुले पर मुदित हो रहा था और डैड अविश्वसनीय रूप से इस सामाजिक स्थिति में सहज भाव से पेश आ रहे हैं।

वे लोग मछली के अलावा क्या बात कर रहे होंगे?

“एना? शौचालय कहां हैं? “

“शमियाने के पीछे बाईं ओर बने हैं।”

“अभी आता हूं। तुम लोग मस्ती करो।”

रे वहां से चले गए। मैंने क्रिस्टियन को घबराहट के साथ ताका। हम पल भर के लिए रुके क्योंकि फोटोग्राफर तस्वीर लेने आ गया था।?

“थैंक यू मि. ग्रे!” उसने धन्यवाद कहा और उसके कैमरे की लाइट से मेरी पलकें झपक गई।

“तो तुमने मेरे पिता को भी मोह लिया? “

“हां। कह सकते हैं।” उसने एक सवालिया निगाह उठाई। मैं घबरा गई। उसने हाथ उठाया और अंगुलियों को मेरे गालों पर लहराने लगा।

“ओह! एनेस्टेसिया काश मैं जान पाता कि तुम क्या सोच रही हो? “वह हौले से फुसफुसाया और मेरा चिबुक पकड़कर ऊंचा कर दिया जिससे हमारी नज़रें आपस में मिल गईं। मेरी सांस अटक गई। वह इतनी भीड़ से भरे टेंट में भी मुझ पर ऐसा असर कैसे डाल सकता है?

“वैसे अभी तो मैं सोच रही थी टाई अच्छी है।” मैंने सांस ली।

वह बोला- “हां, हाल ही में यह मेरी भी प्रिय हो गई है।”

मैं लजाकर लाल पड़ गई।

“एनेस्टेसिया! तुम बहुत प्यारी दिख रही हो। ये हाल्टर नेक तुम पर फ़बता है। मैं तुम्हारी पीठ को हाथ लगाकर इस मुलायम त्वचा को महसूस करना चाहता हूं।”

अचानक ऐसा लगा मानो हम दोनों अपने ही कमरे में अकेले हों। बस हम दोनों! मेरा पूरा शरीर जीवंत हो उठा और बड़ी तेज़ी से कोई मुझे उसकी ओर खींचता ले जा रहा है।

“तुम्हें नहीं लगता कि यह सब बहुत अच्छा होगा, बेबी? “वह हौले से बोला।

“पर मैं तो और ज्यादा चाहती हूं।”

“ज्यादा? “उसने मुझे हैरानी से देखा और आंखें गहरा गईं। मैंने हामी भरते हुए थूक निगला और वह समझ गया।

“ज्यादा? “उसने आराम से कहा। एक छोटा सा शब्द पर इसमें कितना बड़ा वादा छिपा है। उसके होंठ ने मेरे निचले होंठ को छुआ- “तुम मुझसे प्यार-मुहब्बत के वादे चाहती हो? “

मैंने फिर से हामी भरी। उसने पलकें झपकाईं और आंखों से आंतरिक संघर्ष झलकने लगा।

“एनेस्टेसिया! मैं यह सब नहीं जानता।”

“मैं भी नहीं जानती।”

वह हौले से मुस्कुराया।

“तुम ज्यादा नहीं जानतीं।”

“तुम सारी गलत बातें जानते हो।”

“गलत? मेरे लिए गलत नहीं हैं।” उसने सिर हिलाया। आज़माकर तो देखो। उसने चुनौती देते हुए अपने सिर को एक ओर झुकाते हुए दुष्टता से भरी मुस्कान दी। मैंने आह भरी। मैं ईडन के बाग की हव्वा हूं और वह सांप है, मैं उससे मोहित हुए बिना नहीं रह सकती।

“ओ.के.।” मैंने कहा

“क्या? “उसने पूरे ध्यान से पूछा।

“मैं कोशिश करूंगी।”

“तुम हामी दे रही हो? “उसकी हैरानी नज़र आ रही थी।

“कोमल सीमाओं पर बात करनी होगी। हां, मैं कोशिश करूंगी।” मैंने हौले से कहा और क्रिस्टियन ने मुझे खींचकर गले से लगा लिया।

“ओह एना! तुम तो कमाल हो। तुमने तो मेरी जान ही निकाल दी थी।” उसने पैर पीछे हटाया तभी रे लौट आए। शमियाने का शोर तेज़ होकर कानों को चुभनेलगा। हम अकेले नहीं हैं। हाय! मैंने अभी-अभी उसकी सेक्स गुलाम बनने की सहमति दी है । क्रिस्टियन रे को देखकर मुस्कुराया और उसकी आंखों में खुशी हिलोरें ले रही है।

“एनी! लंच करने चलना चाहिए? “

“ओ.के.।” मैंने पलकें झपकाईं। क्या किया तूने? मेरे भीतर बैठी सयानी लड़की ने झिड़की दी। भीतर वाली लड़की किसी रशियन ओलंपिक जिमनास्ट की तरह कलाबाजियां खा रही है।

“क्रिस्टियन! तुम भी साथ आना चाहोगे? “रे ने पूछा।

क्रिस्टियन! मैंने उसे घूरा ताकि वह इंकार कर दे। मुझे सोचने के लिए वक्त चाहिए…..मैंने अभी-अभी कैसा कदम उठा लिया है?

“थैंक यू मि. स्टील पर मुझे कुछ और काम हैं। सर, आपसे मिलकर अच्छा लगा।”

“मुझे भी।” रे ने कहा। “मेरी बिटिया का ध्यान रखना।”

“ओह! मैं पूरा ध्यान रखूंगा।”

दोनों ने हाथ मिलाए और मेरा जी कसैला हो आया। रे क्या जानें कि क्रिस्टियन उनकी बेटी का कैसा ख्याल रखने वाला है। क्रिस्टियन ने मेरा हाथ अपने हाथों में लिया और उसे पलट कर हौले से चूम लिया।

“फिर मिलते हैं, मिस स्टील!” उसने गहरी सांस ली।

मेरे पेट में उथलपुथल होने लगी-बाद में……..

रे मुझे कोहनी से थामकर बाहर ले गए।

“बंदा तो कमाल लगता है। एनी! वैसे मुझे कैथरीन के मुंह से यह बात सुनने को क्यों मिली…। उन्होंने फटकारा।

मैंने माफी मांगते हुए कंधे झटक दिए।

“मेरे हिसाब से तो जो इंसान मछली पकड़ना पसंद करता है और जानता है। बढ़िया ही होता है।”

ओह! रे को भी क्रिस्टियन भा गया। काश! उन्हें उसके बारे में सब पता होता।

रे ने शाम को मुझे घर छोड़ दिया।

“मॉम से बात कर लेना।” उन्होंने कहा।

“मैं बात करूंगी। डैड! आने के लिए धन्यवाद।”

“एनी! मैं तो कभी ये प्रोग्राम मिस करने के बारे में सोच भी नहीं सकता था। तुमने मेरा भी सीना चौड़ा कर दिया।”

अरे नहीं! मैं भावुक नहीं होने वाली। अचानक ही गले में कुछ अटक सा गया। मैंने उन्हें कसकर गले से लगा लिया। उन्होंने जैसे ही मुझे बांहों से घेरा तो मैं अपने आंसू रोक नहीं सकी।

“हे एनी स्वीटहार्ट!” रे ने पुचकारा। आज का दिन तो बहुत खास था। क्या तुम चाहोगी कि मैं अंदर आकर तुम्हें कुछ चाय बना कर पिलाये? “

मैं अपने आंसुओं के बावजूद हंसने लगी। रे के हिसाब से चाय हर चीज़ का इलाज होती है। मुझे याद है, मॉम उनके बारे में हमेशा शिकायत करती हैं कि जब भी सहानुभूति दिखाने या चाय बनाने की बात आती है तो वे चाय ज्यादा बेहतर बनाते हैं।

“नहीं डैड! मैं ठीक हूं। आपको मिल कर अच्छा लगा। सिएटल में सेट होते ही आपसे मिलने आऊंगी।”

“इंटरव्यू के लिए गुडलक। मुझे बताना कि नतीजा क्या रहा? “

“डैड पक्का बताऊंगी।”

“एनी लव यू।”

“लव यू टू डैड!”

वे मुस्कुराए और उनकी आंखों की गरमाहट मुझ तक पहुंच गई। वे कार में बैठे तो मैंने हाथ हिलाया और उनके जाते ही मैं कमरें में आकर यहां-वहां घूमने लगी।

सबसे पहले तो मैंने अपना फोन देखा। उसे रीचार्ज करना था इसलिए चार्जर खोजा और लगा दिया। चार मिस्ड कॉल, एक वॉयस मैसेज और दो टैक्स्ट मैसज! क्रिस्टियन की तीन मिस्ड कॉल्स……कोई मैसज नहीं। एक कॉल जोस की…एक वॉयस मैसेज, ग्रेजुएशन के लिए ऑल द बेस्ट कह रहा था। मैंने टेक्स्ट खोले।

क्या तुम घर सुरक्षित पहुंच गईं?

मुझे फोन करो।

वे दोनों ही क्रिस्टियन के थे। उसने घर में फोन क्यों नहीं किया? मैं बेडरूम की ओर गई और लैपी ऑन कर दिया।

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: आज रात

डेट: मई 25, 2011 23:58

टू: एनेस्टेसिया स्टील

उम्मीद करता हूं कि तुम उस वाहन में घर पहुंच गई होगी, जिसे तुम कार कह रही थीं।

मैं जानना चाहता हूं कि तुम ठीक हो न?

क्रिस्टियन ग्रे सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

हाय! वह मेरी बीटल को लेकर इतना परेशान क्यों है? वह तीन साल से मुझे अपनी सेवाएं दे रही है और कोई भी दिक्कत आती है तो जोस संभाल लेता है।

क्रिस्टियन का अगला मेल आज का था।

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: कोमल सीमाएं

डेट: मई 26 2011 17:22

टू: एनेस्टेसिया स्टील

मैं क्या कह सकता हूं, जो मैंने अभी तक नहीं कहा। मैं कभी भी इस बारे में बात करने के लिए राजी हूं। तुम आज सुंदर लग रही थीं।

क्रिस्टियन ग्रे सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

मैं उससे मिलना चाहती थी इसलिए ‘रिप्लाई’ का बटन दबा दिया।

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: कोमल सीमाएं

डेट: मई 26, 2011 19:23

टू: क्रिस्टियन ग्रे

यदि तुम चाहो तो मैं आज शाम बातचीत करने के लिए आ सकती हूं। एना

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: कोमल सीमाएं

डेट: मई 26, 2011 19:27

टू: एनेस्टेसिया स्टील

मैं तुम्हारे पास आऊंगा। जब मैंने कहा कि तुम्हारा वह कार चलाना मुझे पसंद नहीं है तो इस बात का कोई मतलब था।

मैं जल्द ही तुम्हारे साथ होऊंगा।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

हाय!…………वह यहीं आ रहा है। मुझे उसके लिए एक चीज़ तैयार रखनी होगी-थामस हार्डी की किताबों का पहला संस्करण अब भी लिविंग रूम में ही रखा है। मैं उन्हें नहीं रख सकती। मैंन उन्हें भूरे कागज़ में लपेटा और किताब से टैस की ही पंक्तियां लिख दीं:

एंजिल! मैं सभी शर्तों पर हामी देती हूं क्योंकि मैं जानती हूं कि मेरी सज़ा के बारे में तुमसे बेहतर कोई नहीं जान सकता। बस यह ध्यान रहे कि वे मेरी सहनशक्ति के बाहर न हों।