बच्चों को दस्त से बचाने के उपाय: Loose Motions Home Remedies
कई बार शिशु के पेट में इंफेक्शन होने पर भी दस्त लग सकता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि किन घरेलू उपाय से उन्हें दस्त से राहत दिला सकते हैं।
Loose Motions Remedies: शिशु का शरीर बड़े लोगों के मुकाबले बेहद संवेदनशील होता है जिस वजह से उन्हें कोई भी बीमारी सबसे पहले अटैक करती है। छह माह तक शिशु मां का दूध पीते हैं इसलिए इस दौरान उन्हें दस्त लगने की आशंका काफी कम रहती है। जैसे-जैसे शिशु ठोस खाद्य पदार्थों या फिर बेबी फूड्स का सेवन करने लगते हैं। तो उनमें दस्त लगने की आशंका थोड़ी बढ़ जाती है। हालांकि कई बार शिशु के पेट में इंफेक्शन होने पर भी दस्त लग सकता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि किन घरेलू उपाय से उन्हें दस्त से राहत दिला सकते हैं।
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नमक और चीनी वाला पानी
नमक-चीनी का पानी एक ओरल रिहाइड्रेशन थेरेपी होती है। यह एक प्रकार का इलेक्ट्रोलाइट होता है, जो शरीर में जाकर ज़रूरी काम करता है। शिशु में दस्त लगने पर उसे नमक और चीनी का पानी पिलाया जा सकता है। दस्त के दौरान शिशु के शरीर से काफी मात्रा में तरल पदार्थ निकल जाते हैं, जिससे बॉडी डीहाइड्रेट और कमजोर हो जाती है। नमक-चीनी का पानी शिशु के शरीर को हाइड्रेटेड करकर रखता है और दस्त से बहुत जल्द छुटकारा भी दिलाता है। अगर आपके शिशु को दस्त की समस्या है तो आप बिना किसी संकोच के उसे नमक और चीनी के पानी का घोल दे सकते हैं।
दही और चावल

हमारे यहां दही चावल बहुत चाव से खाए जाते हैं। यह न सिर्फ भूख बढ़ाने में मददगार है बल्कि पाचन क्रिया को भी बेहतर करता है। यह अपने आप में एक पूरा मील है, इसे खाकर आप अपना पेट भी भर सकते हैं। जब भी बच्चे को दस्त लगे, दही-चावल उसे जरूर दें। लेकिन बच्चों को दही चावल दोपहर के समय ही खिलाएं।
नींबू का पानी

नींबू के रस में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह शरीर को तुरंत पोषक तत्व देकर खोए हुए पोषक तत्वों की पूर्ति करता है। अदरक में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। यह जर्म्स को खत्म कर पाचन तंत्र में सुधार करता है। यह आंतों की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है।
चावल का पानी
चावल का पानी त्वचा को हाइड्रेट रखने के साथ-साथ आपके शिशु के दस्त को रोकने में भी काफी कारगर साबित होता है। शिशु को स्वस्थ रखने के लिए उनकी शरीर में स्टार्च की मात्रा जाना भी जरूरी होती है। चावल का पानी शिशु की शरीर में इस कमी को पूरा करता है। इसे पिलाने से शिशु को बार-बार मल नहीं आता। इसके लिए आप चावल को उबालें और और पानी को अच्छे से छान लें। अब चावल को दबाकर उसमें से निकला पानी शिशु को पिलाने से भी दस्त की समस्या दूर होती है।
