पुरस्कार विजेता एरिजोना, अमेरिका मे इंटेल इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर में भाग लेंगे। आईआरआईएस राष्ट्रीय विज्ञान मेला आईआईटी दिल्ली में भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ, 2015) के तहत आयोजित किया गया। 

आईआईटी दिल्ली में भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) के पहले संस्करण के तहत आयोजित आईआरआईएस (एनीशियेटिव फॉर रिसर्च एंड इनोवेशन इन साइंस) राष्ट्रीय विज्ञान मेले में लक्षद्वीप विद्यालय की दो छात्राओं द्वारा नारियल के पत्तों से कपास जैसे पदार्थ बनाने की विज्ञान परियोजना सहित कुल 12 परियोजनाओं को प्रतिष्ठित इनोवेशन अवार्ड प्रदान किया गया।

लक्षद्वीप विद्यालय की इन छात्राओं द्वारा विकसित यह पदार्थ घाव को ठीक कर सकता है और संक्रमण को रोक सकता है। इसे अगले वर्ष अमरीका में इंटेल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर के लिए टिकट भी प्रदान किया गया।
कवरत्ती द्वीप (लक्षद्वीप) के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के छात्रों नौरीन ताज और कुबेर टी. एन. ने 4-8 दिसम्बर तक आईआईएसएफ के तहत आयोजित आईआरआईएस (एनीशियेटिव फॉर रिसर्च एंड इनोवेशन इन साइंस) राष्ट्रीय विज्ञान मेले में यह पुरस्कार प्राप्त किया।

लक्षद्वीप की दोनों लड़कियां उन 16 छात्रों (टीम और व्यक्तिगत) में शामिल हैं जिनकी 12 परियोजनाओं को देश के विभिन्न भागों के स्कूलों द्वारा प्रस्तुत करीब 100 परियोजनाओं में चयन किया गया था। इन 12 परियोजनाओं में दिल्ली और कर्नाटक से तीन- तीन स्कूल, महाराष्ट्र से दो स्कूल, और चंडीगढ़, लक्षद्वीप, झारखंड और पश्चिम बंगाल से एक-एक स्कूल शमिल हैं।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आईआईटी, दिल्ली में आयोजित समारोह में पुरस्कार स्वरूप एक प्रमाण पत्र और एक पदक प्रदान किये। पुरस्कार विजेताओं को मई 2016 में एरिजोना, फीनिक्स (अमरीका) में आयोजित होने वाले इंटेल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर में अपनी परियोजनाओं को दिखाने का मौका मिलेगा।

केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) से अनुदान के तहत भारत-अमेरिका विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी फोरम (आईयूएसएसटीएफ), और इंटेल छह परियोजनाओं में प्रत्येक परियोजना के लिए चयनित छात्रों के दौरों को वित्तीय मदद प्रदान करेगा।

आईआईएसएफ 2015 देश का सबसे बड़ा विज्ञान आंदोलन विज्ञान भारती (विभा), और टीआईएफएसी (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के तहत प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद) के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया।

इंटेल की शिक्षा सलाहकार सुश्री सलोनी सिंघल ने बताया कि भारतीय पुरस्कार विजेता अमरीका में दो सप्ताह के इंटेल आयोजन में भाग लेंगे जहां वे 78 देशों के स्कूली छात्रों की 1700 परियोजनाओं के साथ प्रतिस्पर्धा में शमिल होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘पहले सप्ताह में प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। दूसरे सप्ताह के दौरान प्रतिभागी वैज्ञानिकों और अमरीकी अधिकारियों के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर बातचीत करेंगे और अनुसंधान प्रयोगशालाओं और शैक्षणिक संस्थानों का दौरा करेंगे।”

पुरस्कार विजेताओं में सर्वश्रेश्ठ विजेता को जेनेवा में नोबेल पुरस्कार विजेता समारोह में भाग लेने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, एमआईटी लैब के द्वारा उसके नाम पर किसी मामूली ग्रह का नाम रखा जाएगा।