बहुत खास हैं सड़क के किनारे लगे माइलस्टोन, जानिए क्यों होते हैं इनके अलग-अलग रंग
रोड के किनारे लगे माइलस्टोन्स जगह के नाम को दूरी को दर्शाते हैं। लेकिन, यह अलग-अलग रंग के हो सकते हैं और इनका मतलब भी अलग होता है। जानिए माइलस्टोन के अलग-अलग रंगों के बारे में।
आपने अपनी यात्रा के दौरान माइलस्टोन्स तो अवश्य देखें होंगे। यह माइलस्टोन नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और किसी भी अन्य रोड पर हो सकते हैं। इसमें जगह के नाम के साथ ही किसी दूसरी जगह तक की दूरी को भी मेंशन किया गया होता है। क्या आपने यह नोटिस किया है कि इन माइलस्टोन्स को अलग-अलग रंगों से पेंट किया गया होता है? जैसे कुछ माइलस्टोन काले रंग के होते हैं तो कुछ ऑरेंज जबकि कुछ माइलस्टोन पीले और हरे रंग के भी हो सकते हैं। दरअसल इन विभिन्न रंगों के अलग-अलग अर्थ होते हैं। आइए जानें, क्यों होते हैं माइलस्टोन्स के अलग-अलग रंग और क्या है इनके अर्थ?
पीला माइलस्टोन
आपने रोडसाइड पर पीले रंग के माइलस्टोन तो जरूर देखें होंगे। यह माइलस्टोन यह बताते हैं कि आप नेशनल हाईवे पर ट्रेवल कर रहे हैं। यानी, इनका इस्तेमाल नेशनल हाईवे के लिए किया जाता है। नेशनल हाईवे वो रोड होते हैं ,जिन्हें नेशनल अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी (NHAI) द्वारा बनाया और मैंटेन किया जाता है। इन हाईवेज को आमतौर पर NH28 ,NH 8, NH 6 आदि का नाम दिया जाता है।

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हरा माइलस्टोन
अगर आप रोड साइड पर हरे रंग का माइलस्टोन देखते हैं, तो इसका मतलब है कि आप स्टेट हाइवे का इस्तेमाल कर रहे हैं। अन्य शब्दों में समझा जाए तो यह रोड स्टेट गवर्नमेंट यानी राज्य सरकारों द्वारा बनाए और मैंटेन किए जाते हैं। यह हाइवे आपको विभिन्न शहरों तक ले जाते हैं। साल 2016 के डाटा के अनुसार यह रोड विभिन्न शहरों को एक राज्य से जोड़ते हैं।

काले, नीले और सफेद माइलस्टोन
अगर आपको काले, नीले या सफेद रंग के माइलस्टोन नजर आते हैं तो इसका अर्थ है कि आप मुख्य शहर या जिले में प्रवेश कर चुके हैं। इन सड़कों को बनाए और मैंटेन करने की जिम्मेदारी शहर के म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की होती है।
ऑरेंज माइलस्टोन
अगर आप ऑरेंज रंग के माइलस्टोन को देखते हैं, तो यह एक गांव के रोड का प्रतीक है। ऑरेंज रंग का माइलस्टोन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से जुड़ा है। लेकिन, ऐसा भी हो सकता है कि इस रोड को जवाहर रोजगार योजना के अंतर्गत बनाया गया हो।

यह कहा जा सकता है कि हाईवे या रोड के किनारे अलग-अलग रंगों के माइलस्टोन हमें जगह के नाम के साथ साथ आने वाले दूसरे शहर या जगह से दूरी के बारे में बताते हैं। शहर के नाम और डिस्टेंस को काले रंग से लिखा जाता है। यही नहीं, माइलस्टोन में सबसे ऊपर हाईवे नंबर भी अंकित होता है। भारत में 58.98 लाख का रोड नेटवर्क है और इसमें नेशनल हाइवे, स्टेट हाइवे और विलेज रोड भी शामिल हैं। हालाँकि, आजकल हर कोई अपने जीपीएस का इस्तेमाल कर के सही लोकेशन और दूरी आदि के बारे में जान सकता है। इससे अपनी मंजिल तक पहुंचने में आसानी होती है। लेकिन, इन माइलस्टोन्स का अपना अलग महत्व है। पुराने जमाने में जब फोन नहीं थे, तो इन माइलस्टोन्स को यात्री के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने का एक बेहतरीन और आसान तरीका माना जाता था।
