बार-बार बीमार होने के पीछे कारण हो सकता है ग्रह दोष, इन ज्‍योतिष उपायों से करें निवारण: Grah Dosh Upay
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Grah Dosh Upay: व्यक्ति के जीवन में ग्रहों की स्थिति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ग्रह अगर शुभ और सही स्थिति में हो तो व्यक्ति को सकारात्मक परिणाम मिलते हैं, जबकि ग्रहों कि अशुभ स्थिति व्यक्ति के जीवन में नकारात्मकता लाती है। हम सभी ने अक्सर यह देखा है कि कुछ लोगों के पास अपार धन संपदा होती है लेकिन उनकी सेहत बिल्‍कुल खराब रहती है। इसका एक कारण है कुंडली में ग्रहों की अशुभ स्थिति। ग्रह दोष के कारण व्यक्ति को आर्थिक नुकसान के साथ साथ मानसिक तनाव, पारिवारिक मतभेद और खराब स्वास्थ्य जैसी कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में हर व्यक्ति यह चाहता है कि उसकी कुंडली में स्थित सभी ग्रहों की स्थिति और दिशा सही हो ताकि उसके जीवन में कोई संकट न आए। आज इस लेख से हम जानेंगे कि ग्रहों की खराब स्थिति के कारण व्यक्ति का स्वास्थ्य कैसे प्रभावित होता है और इससे बचने के उपाय कौनसे हैं।

ग्रह दोष से बचने के उपाय

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Illness Grah Dosh Upay

पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि यदि कोई व्यक्ति बार बार हृदय और आंख से जुड़े रोगों से प्रभावित हो रहा हो तो इसका अर्थ है कि उसकी कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए रोज तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें रोली और फूल डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। जिन लोगों की कुंडली में चन्द्रमा की स्थिति अशुभ होती है उन्हें सांस संबंधी रोग होते हैं। ऐसे में इन रोगों से बचने के लिए और चंद्रमा को मजबूत करने के लिए छोटी कन्याओं को भोजन करवाकर भेंट देनी चाहिए। परिवार के बड़ों का सम्मान करना चाहिए।

साथ ही चंद्र दोष से बचने के लिए प्रत्येक महीने की पूर्णिमा का व्रत करना चाहिए। बुध को बुद्धि का कारक माना जाता है इसलिए कुंडली में बुध की अशुभ स्थिति के कारण व्यक्ति की सोचने समझने की शक्ति कमजोर होती है। बुध ग्रह के कारण व्यक्ति को गले और त्वचा से जुड़े रोग हो सकते हैं। इसलिए बुध ग्रह को मजबूत बनाने के लिए किसी मंदिर में दूध और चावल का दान करना शुभ फलदायी होता है। चांदी के गिलास में दूध या पानी पीने से बुध ग्रह के कारण हुए गले से सबंधित रोगों में आराम मिलता है। गणेश जी की पूजा करने से मानसिक सेहत अच्छी बनी रहती है।

गुरु ग्रह के कमजोर होने से व्यक्ति को लीवर से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए गुरु ग्रह के दोष से बचने के लिए माथे पर पीले चंदन का तिलक करना श्रेष्ठ होता है। भगवान विष्णु की आराधना कर उन्हें केले का भोग लगाना चाहिए और केले के पेड़ में जल अर्पित करना चाहिए। कमजोर शुक्र ग्रह घर की महिलाओं के स्वास्थ्य को अधिक प्रभावित करता है। जिसके कारण महिलाओं को गर्भाशय से जुड़े रोग हो सकते हैं। शुक्र ग्रह के दोष को दूर करने के लिए रोज मंदिर में घी का दीपक जलाना चाहिए। शनि ग्रह के दुष्प्रभावों के कारण व्यक्ति को कई तरह की बीमारियां एक साथ होती हैं जो लंबे समय तक व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं। शनि ग्रह दोष से बचने के लिए बहते जल में शहद अर्पित करना चाहिए। राहु केतु जैसे अशुभ ग्रहों के प्रभावों से बचने के लिए अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए।

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