समर सीजन शुरू हो चुका है और इस दौरान घर में लगे पौधों की देखभाल करने की जरूर ज्यादा होती है। तपती धूप अक्सर पेड़ों को सुखा देती है। इनकी kaliyon मुरझा जाती हैं और कई बार पौधे मर जाते हैं। ऐसे में कुछ आसान उपाय करके हम अपने पौधों को बचा सकते हैं।

खाद के साथ डालें खली

सरसों, नीम और मूंगफली का तेल निकालने के बाद बचे हुए हिस्से को खली कहा जाता है। खली पौधों के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। अगर आप चाहते हैं कि आप के पौधे कीड़ों से बचे रहें तो नीम की खली बेस्ट है। यह प्राकृतिक कीटनाशक का काम करती है। साथ ही पौधों को पूरा पोषण भी देती है। नीम की खली डालने से पौधों में चीटियां और फंगस नहीं लगती है। साथ ही मिट्टी की गुणवत्ता भी बढ़ती है। पौधे के आकार के अनुसार नीम की खली का उपयोग किया जा सकता है। गमले में नीम की खली डालने के बाद आप पानी छिड़क दें।  यह खली आपके पौधों को नया जीवनदान देगी।

फूलों के पौधों के लिए सरसों की खली बेस्ट

फूलों वाले पौधों में खाद के साथ खली का भी इस्तेमाल करना अच्छा ऑप्शन है। खली में मौजूद नाइट्रोजन, पोटेशियम तथा जैविक कार्बन पौधों को भरपूर पोषण देते हैं। इसी के साथ खली में करीब 8 से 10 प्रतिशत तक तेल होता है। इसलिए यह नेचुरल कीटनाशक की तरह भी काम करती है। खली डालने से पौधों का विकास अच्छे से होता है और वे हरेभरे बने रहते हैं। फूल वाले पौधों के लिए सरसों की खली बेस्ट रहती है। हर 15 से 20 दिन में फूलों वाले पौधों में इसे डालना चाहिए। इसके लिए एक बर्तन में सरसों की खली लेकर उसमें पानी डालें। 2 से 3 दिन के लिए इसे छोड़ दें। खली के गलने पर जो घोल बना है उसे आवश्यकतानुसार पानी में मिलाएं। अब इस मिश्रण को खाद से मिलाकर पौधों में डालें। आपके पौधे खिलखिला उठेंगे।

पानी देने का समय है इंपॉर्टेंट

गर्मी के मौसम में पौधों में पानी देने का समय बहुत ही महत्वपूर्ण है। साथ ही पानी देने का तरीका भी सही अपनाना जरूरी है। पौधों में पानी हमेशा छिड़काव करके दें, इससे उनमें आद्रता की क्षमता बढ़ती है। जब हम पौधों में सीधे पानी डालते हैं तो उनकी जड़ें खुल जाती हैं जिससे पौधों की मिट्टी पर पकड़ कमजोर हो जाती है। पौधों में पानी देने के समय पर भी ध्यान दें। पानी हमेशा सुबह और शाम के समय ही दें। ऐसे में पौधों में लंबे समय तक नमी बनी रहती है। कभी भी धूप में पौधों की पत्तियों पर पानी ना डालें, इससे पानी की बूंदे पत्तियां झुलसने का डर रहता है। धूप में पानी देने से पौधे जल्दी सूख जाते हैं।  

पानी क्वांटिटी का रखें ध्यान

ऐसा नहीं है कि गर्मियों में पौधों में बेहिसाब पानी डाल दें। इससे पेड़ों का बचाव नहीं होगा, उल्टा उनका नुकसान हो जाएगा। पौधों में पानी तब ही दें, जब उनकी मिट्टी सूखने लगे। जरूरत से ज्यादा दिया गया पानी पौधों की जड़े गला देता है। सूखी घास पात डालकर पौधे के गमलों की मिट्टी को ढकने की कोशिश करें। इससे पौधों का तापमान नियंत्रित रहेगा। साथ ही पानी धूप के कारण उड़ेगा नहीं। अगर आपके पास घास पात नहीं है तो आप अखबार की कतरनें, सूखे पत्ते या फिर लकड़ी का बुरादा भी काम में ले सकते हैं। गमले में रंग बिरंगी पत्थर डालना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इससे आपके गमले सुंदर भी लगेंगे और पौधों में नमी भी बनी रहेगी। समर सीजन में पौधों को सीधी धूप से बचाना न भूलें। 

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...