घर का खाना अच्छा या बाहर का खाना? सारिका वोहरा, हिमाचल प्रदेश बाहर मिले घर जैसा खाना और घर पर बाहर जैसा मिले, तो तबियत प्रसन्न हो और हृदय कमल खिले! वैसे खाना कहीं का भी हो हितकारी वही है जो मौसम, मन और मिजाज़ के अनुकूल बनाया जाता है, और प्यार से पकाया जाता […]
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नारी के सवाल अनाड़ी के जवाब
अनाड़ी जी, कहा जाता है कि सूरत नहीं, सीरत देखनी चाहिए, आपका क्या विचार है? आरती सिन्हा, दिल्ली सूरत भी देखो सीरत भी देखो, कर्म भी देखो कीरत भी देखो! सीरत भली होगी तो सूरत दमकाएगी, कर्म भले होंगे तो कीॢत बढ़ जाएगी। कभी-कभी आता है ऐसा भी मौका, जब सूरत से लोग खा […]
नारी के सवाल अनाड़ी के जवाब
अनाड़ी जी, क्या आपके पास कोई फिल्म प्रोड्यूसर नहीं आया, आपकी कहानियों पर फिल्म बनाने? सारिका वोहरा, मंडी (हि.प्र.) प्रोड्यूसर आते थे, खूब आते थे! पर उस तरफ ध्यान नहीं दे पाते थे! आपके प्रश्नों के उत्तर देते रहने कवि सम्मेलनों में उड़ते रहने फेसबुक, वाट्सएप पर आत्ममुग्ध रहने और चाय में कम दुग्ध रहने […]
नारी के सवाल अनाड़ी के जवाब
अनाड़ी जी, शादी के बाद पुरुष तीन महिलाओं के बीच फंस जाता है- मां, पत्नी और बहन। कुछ समय बाद एक महिला और उसकी जिंदगी में आती है- बेटी। ऐसे चक्रव्यूह से वह कैसे बाहर निकल सकता है। क्या अपनी अपनी राय देंगे?भावना सारस्वत, उदयपुर कैसी भावनाहीन बात कर दी भावना!ऐसा प्रश्न पूछ करलगाओ […]
नारी के सवाल अनाड़ी के जवाब
अनाड़ी जी, महिलाएं दिमाग के बजाय मुंह को ही क्यों सजाती-संवारती रहती हैं? बबीता केशरी, वाराणसी मुझे यह कहते हुए संकोच है, कि प्रश्न में पुरुषवादी सोच है। बिल्ली हो चाहे बिलौटा, हर प्राणी संवारता है अपना मुखौटा। जहां तक दिमाग का सवाल है, मेरा ये खयाल है कि स्त्री का दिमाग हमेशा से तेज़ रहा है, […]
नारी के सवाल अनाड़ी के जवाब
अनाड़ी जी, पति हमेशा पत्नी की हां में हां क्यों मिलाता है, इसकी वजह उसका डर है या पत्नी की खुशामद?– मीरा यादव, कानपुर पति हां में हां मिलाता है,ना में ना भी मिलाता है।पत्नी किसी बात को ना कर देतो उसकी क्या मजाल!इस स्त्री-उत्थान युग मेंअपनी चलाई तो जी का जंजाल।अगर वह विग्रह नहीं […]
नारी के सवाल अनाड़ी के जवाब
अनाड़ी जी, नारी, किताब और छतरी में क्या समानता और क्या अंतर है?भारती अमन पटोल,(गुजरात)समानता ये है किअवसर आने पर तीनों खुलती हैं,और अंतर ये कि खुलने परतीनों चिंतन के तराजू परअलग-अलग तुलती हैं।नारी खुलने परभविष्य का नक्शा देती है,किताब खुलने परशिक्षा देती है,और छतरी खुलने पररक्षा देती है। अनाड़ी जी, नारी की कौन सी […]
