grehlakshmi

दी पूर्वाभाद्रपद-1

दू, थ, झ, ञ उत्तराभाद्रपद-4

दे, दो, चा, ची रेवती-4


16 अगस्त से 23 अगस्त तक

दिनांक 16 से 18 अगस्त के मध्य महत्त्वाकाक्षाओं की पूर्ति में आई रुकावटें व अवरोध धीमे- धीमे समाप्त होंगे। व्यापारिक आदान-प्रदान बढ़ेगे। सभी काम मन व इच्छा के अनुसार सम्पन्न होते देख मन हर्षित व प्रफुल्लित रहेगा। लम्बित पड़े हुए काम त्वरितता से निपटाएंगे। 19 व 20 को कुशलता व दक्षता के कारण बहुत कुछ हासिल कर लेंगे। प्रेम-प्रसंगों में सुधार आएगा, लेकिन कहीं न कहीं पारिवारिक चिंता व परेशानी का कारण बन सकते हैं। 21 से 23 के मध्य वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं, किसी अप्रिय घटना के घटित होने के योग बने हुए हैं। लाख कोशिशों व प्रयासों के बावजूद भी आपका काम नहीं बनेगा। परिस्थितियां व ग्रह दोनों ही विपरीत हैं।


ग्रह स्थिति

 मासारंभ में बृहस्पति+ सूर्य+राहु+बुध मीन राशि का लग्न में, शुक्र मेष राशि का द्वितीय भाव में, मंगल मिथुन राशि का चतुर्थ भाव में, चन्द्रमा सिंह राशि का षष्ठम भाव में, केतु तुला राशि का अष्टम भाव में, शनि कुंभ राशि का बारहवें भाव में चलायमान है।

मीन राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी2, 3, 4, 21, 22, 26, 27, 30, 315, 6, 7, 15, 16, 17, 24
फरवरी18, 19, 22, 23, 26, 272, 3, 11, 12, 13, 20, 21
मार्च17, 18, 22, 23, 25, 26, 271, 2, 3, 10, 11, 12, 20, 28, 29, 30
अप्रैल13, 14, 18, 19, 22, 237, 8, 16, 17, 25, 26
मई11, 12, 15, 16, 19, 20, 214, 5, 6, 13, 14, 22, 23, 31
जून7, 8, 12, 13, 15, 16, 171, 2, 9, 10, 18, 19, 20, 28, 29, 30
जुलाई4, 5, 9, 13, 147, 16, 17, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 5, 6, 9, 10, 28, 293, 4, 12, 13, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 5, 6, 7, 24, 25, 29, 308, 9, 10, 18, 19, 20, 27
अक्टूबर3, 4, 22, 23, 26, 27, 30, 315, 6, 7, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर18, 19, 23, 24, 26, 27, 282, 3, 11, 12, 13, 21, 29, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 24, 251, 9, 10, 18, 27, 28

मीन राशि का वार्षिक भविष्यफल

Meen Rashifal 2023
मीन राशि

मीन राशि को इस वर्ष शनि की साढ़ेसाती 17 जनवरी के बाद आरम्भ हो जाएगी। अतः यह साल आपके लिए मुश्किलों व कठिनाइयों से भरा हुआ हो सकता है। बारहवें स्थान में शनि के परिभ्रमण के कारण तनाव कुछ अधिक रहेंगे, व्यर्थ की यात्राएं होंगी। चन्द्रमा+राहु की युति वर्षारम्भ में द्वितीय भाव में है, अतः आजीविका व काम-काज में दिक्कतें रहेंगी। आर्थिक पक्ष डावांडोल रहेगा। धन प्राप्ति के कामों में रुकावटें व अड़चने आएंगी। हालांकि 22 अप्रैल तक आपकी राशि के अधिपति बृहस्पति आपकी राशि में ही गतिशील हैं, अतः 22 अप्रैल तक आप उत्तम स्वास्थ्य का आनन्द लेंगे, स्वास्थ्य में परेशानियां नहीं रहेंगी। नए रोगों से भी आराम मिलेगा। दीर्घकालिक बीमारियों में सावधानी रखनी चाहिए। खान-पान व पथ्य-अपथ्य का ध्यान रखें। 22 अप्रैल के बाद स्वास्थ्य में परेशानियां आरम्भ हो जाएंगी। बृहस्पति दूसरे भाव में राहु के साथ युति करेंगे। अतः पैरों की तकलीफ, पेट से सम्बन्धित तकलीफ, स्त्रीजनित रोगों से स्त्री जातकों को परेशानी, माइग्रेन, सिरदर्द व कमर से सम्बन्धित रोगों से दिक्कतें रहेंगी। स्वास्थ्य का निरंतर व नियमित परीक्षण करवाते रहें।जहां तक व्यापार व काम-काज की स्थितियों का प्रश्न है, चुनौतियां व मुश्किलें रहेंगी, परन्तु आप हर मुश्किल व परेशानी का हल मजबूती के साथ, दृढ़ता से निकालेंगे। व्यापार में विस्तार की योजना एक बार टल जाएगी। मुनाफे में कमी आएगी, जिससे आर्थिक पक्ष डावांडोल होगा। व्यापार में नए-नए अनुबन्ध व करार करने के लिए प्रयासरत रहेंगे, लेकिन नहीं हो पाएंगे। साधनों के अभाव में धनभाव के कारण योजना कागजों में ही अटक कर रह जाएगी। दूसरे स्थान में राहु के कारण व्यावसायिक प्रतिद्वन्द्वी व प्रतिस्पर्धी आपसे आगे निकल जाएंगे। रुपयों-पैसों के मामले में किसी पर भी भरोसा नहीं करें, भुगतान के प्रति आश्वस्त होने पर ही माल व ऑर्डर रवाना करें। फिजूलखर्ची पर नियंत्रण करें, आय व आमदनी को बढ़ाना आपके वश में नहीं है, परन्तु अपने खर्चों को कम करके आप आर्थिक पक्ष में संतुलन बना लेंगे। जीवनसाथी से भरपूर सहयोग मिलेगा। पति-पत्नी, सास, ननद, देवरानी, जेठानी के बीच चले आ रहे मतभेदों व गलतफहमियों का निराकरण होगा। बटवारे व सम्पति से सम्बन्धित विवाद का निपटारा किसी
की मध्यस्थता से हो जाएगा।
इस साल दिल से नहीं दिमाग से सोचने की जरूरत है। भावुकता में आकर कई बार आप गलत निर्णय ले सकते हैं। शत्रु हावी होंगे। आपको नुकसान पहुंचाने की चेष्टा करेंगे, परन्तु कुछ भी अहित नहीं कर पाएंगे। बॉस व अधिकारियों से सम्बन्धों में मधुरता तो रहेगी, परन्तु वे भी आपका भला नहीं कर पाएंगे। सहकर्मियों से सम्बन्ध अच्छे रहेंगे। 22 अप्रैल के बाद नौकरी में काम बेतहाशा बढ़ जाएगा। पोस्टिंग या तबादला ईच्छा के विपरीत हो सकता है। योग्यता व काबिलियत के मामले में आप ऊंचे पायदान पर रहेंगे, परन्तु लाभ के मामले में आप अंतिम पंक्ति में रहेंगे। अगर आप चल-अचल सम्पति भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद के योग बना रहे हैं तो कागजाद का भली प्रकार परीक्षण कर लें, उसमें धोखाधड़ी की संभावना है। विद्यार्थियों के लिए नौकरी से सम्बन्धित परीक्षा, विभागीय परीक्षा, करियर ओरियेटेंड परीक्षा में इस वर्ष सफलता मिल जाएगी, हालांकि उसके लिए मेहनत खासी करनी पड़ेगी। व्यावसायिक प्रतिद्वन्द्वी व प्रतिस्पर्धी येन-केन-प्रकारेण आपको नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे।

मीन राशिकैसी रहेगी 2022 में आपकी सेहत?

इस वर्ष शारीरिक स्वास्थ्य आपका डावांडोल रहेगा। वर्षारम्भ में गुरु आपकी राशि में स्वगृही हैं। अतः गम्भीर व घातक बीमारी की संभावना व आशंका नहीं है। परन्तु सितम्बर से दिसम्बर के मध्य गुरु के वक्रत्व काल में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। लापरवाही से समस्या गंभीर व घातक हो सकती है। मौसमी बीमारियां सर्दी, खांसी, जुकाम, पेटदर्द, बुखार आदि से परेशानी वर्ष पर्यन्त चलती रहेगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जून से नवम्बर के मध्य शनि द्वादश स्थान मे वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। अतः अस्पताल पर खर्चा होगा। बार-बार अस्पताल के चक्कर काट कर आप परेशान हो जाएंगे। इस वर्ष योग, शारीरिक व्यायाम, खान-पान, नियमित दिनचर्या, व्यवस्थित जीवन तथा नियमित हैल्थ चैकअप से आप गम्भीर कष्ट से मुक्ति पा सकते हैं।

मीन राशिव्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2023 ?

स वर्ष भाग्य आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं है। व्यापार व्यवसाय में आप परिश्रम खूब करेंगे, परन्तु परिणाम इतना सार्थक नहीं निकलेगा। इस वर्ष किसी परिचित के माध्यम से व्यापार में कोई बड़ा ऑर्डर प्राप्त होगा, लेकिन पेमेन्ट फंस जाएगा। व्यापार में नए-नए अनुबन्धन व करार करने के लिए प्रयासरत रहेंगे। व्यापार में विस्तार की योजना आप इस वर्ष बनाएंगे, लेकिन साधनों के अभाव व धनाभाव के कारण योजना कागजों में ही अटक जाएगी। कार्यरूप में परिणित नहीं हो पाएगी। व्यावसायिक प्रतिद्वन्द्वी व प्रतिस्पर्धी आपसे काफी आगे निकल जाएंगे। व्यापार व कारोबार में किसी पर भी भरोसा नहीं करें। भुगतान के प्रति आश्वस्त होने पर माल व ऑर्डर रवाना करें। उधार किसी को नहीं दें। अप्रैल के बाद दूसरे भाव में गुरु के कारण पैसा कहीं फंस सकता है। शत्रु षड्यंत्र वश आपके साथ कोई चोट कर सकते हैं। आयकर, सैल्स टैक्स, सर्विस टैक्स आदि कोई राजकीय परेशानी उत्पन्न हो सकती है। किसी भी कागज, दस्तावेज या अनुबंधन को अच्छी तरह से पढ़ लें, तब ही हस्ताक्षर करें। जल्दबाजी में लिए गए निर्णय से आप परेशान हो जाएंगे। सरकार की नीतियों के कारण आप व्यापार आसानी से नहीं कर पाएंगे। सम्पति या बंटवारे सम्बन्धी विवाद होगा। जिसके चलते आपको कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ सकते हैं।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

पारिवारिक दृष्टि से यह वर्ष अच्छा जाएगा। पुत्र संतान को लेकर चिंता की स्थिति रहेगी। हालांकि परिवार के सदस्य इस मुश्किल घड़ी में आपके साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर खड़े रहेंगे। संतान का व्यवहार आदतें, सोहबत आदि का ध्यान रखें। दाम्पत्य सम्बन्धों में यदा-कदा तनाव हो सकता है। लेकिन समय रहते मतभेदों व गलतफहमियों का निराकरण हो जाएगा। भाइयों से इस वर्ष सूझ-बूझ व सामंजस्य से आप स्थितियों को संभाल ही लेंगे। बच्चों के करियर, भविष्य, शादी आदि की योजना बनाएंगे। घर के किसी वरिष्ठ सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है, जिसके कारण आपको अस्पताल जाना पड़ सकता है। जून से नवम्बर के मध्य परिवार के किसी सदस्य के साथ कोई अनहोनी हो सकती है।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

मेहनत और परिश्रम से आप इस वर्ष सफलता हासिल करेंगे। पूरी तरह से एकाग्रचित्त होकर लक्ष्य प्राप्ति में जुट जाएं। करियर व नौकरी में कदम-कदम पर सावधानी रखनी चाहिए। विद्यार्थी अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित कर आगे बढ़ेंगे। इस वर्ष प्रतियोगी परीक्षा, विभागीय परीक्षा का परिणाम अनुकूल आएगा। इंटरव्यू, साक्षात्कार व वीडियो कॉन्फ्रेंसिग, ग्रुप डिस्कशन में जरूर बात फंस सकती है। आप अपनी बात को सही ढंग से प्रस्तुत नहीं कर पाएंगे। तकनीक, मैकेनिकल, लीगल, फाइनेंशियल, पॉलिटेकनीक में प्रयासरत विद्याथियों को इस साल सफलता मिल जाएगी। प्रेम-प्रसंगों व सोशल नेटवर्किंग साईटस से दूरी बना कर रखें। निश्चित रूप से सुनहरा भविष्य आपकी प्रतीक्षा कर रहा है। बुरे लोग व बुरी सोहबत, बुरी आदतों से दूरी बना कर रखें। नई नौकरी के प्रस्ताव मिलेंगे। नौकरी में महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट या महत्त्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

प्रेम-प्रसंगों के लिहाज से समय ढीला रहेगा। करियर इस वर्ष आपका प्राथमिकता पर रहेगा जिसके चलते आपको इन सब चीजों के बारे में सोचने का समय नहीं मिल पाएगा। आप मर्यादा और संयम से प्रेम उत्कृष्टता का उदाहरण पेश करेंगे। विवाहेत्तर प्रेम सम्बन्धों से पारिवारिक जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है। मित्रों से सम्बन्धों का दायरा विस्तृत होगा। आप किसी जरूरतमंद मित्र की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे।।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

इस वर्ष कमाई का बड़ा हिस्सा वाहन, भूमि, भूखण्ड आदि पर खर्च हो सकता है। इस वर्ष खर्च की प्रबलता रहेगी। घर में इलेक्ट्रिोनिक उत्पाद, सोना-चांदी, बहुमूल्य धातुएं व फर्नीचर आदि की खरीद पर खर्च के योग बने हुए हैं। संतान की शिक्षा व शुभकार्य पर खर्चा हो सकता है।

मीन राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

इस वर्ष आपको आर्थिक मामलों में विशेष सावधानी की आवश्यकता है। अपने लोगों से ही सावधानी की आवश्यकता है। रुपयों-पैसों के मामलों में किसी पर भी भरोसा नहीं करें। कोई व्यावसायिक जानकारी व सूचना लीक हो सकती है। विश्वासघात, शत्रु षड्यत्रों के कारण नुकसान हो सकता है। किसी रिश्तेदार या मित्र के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। कार्य व व्यापार में विस्तार को लेकर ऋण लेना पड़ सकता है।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष छोटी-मोटी यात्राएं खूब होंगी। काम-काज को लेकर आप इस वर्ष काफी यात्राएं करेंगे, हालांकि उन यात्राओं से धन प्राप्ति के योग तो कम ही हैं।

कैसे बनाये मीन राशि वाले 2023 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढ़ाने के लिए हल्दी युक्त दूध का सेवन करें। एक हल्दी की गांठ पीले कपड़े में डालकर दाहिनी भुजा में बांध दें। सुनैलायुक्त गुरुयंत्र गले में धारण करें। विष्णु सहस्त्रनाम का नित्य पाठ करें। रविवार व मंगलवार के अलावा नित्य पीपल को सींचें।

मीन राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मीन राशि का अधिपति गुरु ज्ञान व बुद्धि का कारक ग्रह है। ऐसे जातकों में शासन करने की क्षमता व बुद्धिमत्ता विशेष श्रेणी की होती है। गुरु धर्म व अध्यात्म का सूचक है, गुरुता (बड़प्पन) का परिचायक है, अतः ऐसे व्यक्ति विशाल हृदय के धनी होते हैं, भावुक प्रवृत्ति के होते हैं।
आपका राशि स्वामी बृहस्पति है। बृहस्पति के प्रभाव से मीन राशि के जातक धार्मिक व आध्यात्मिक प्रवृत्ति के होते हैं।
मीन राशि में उत्पन्न जातक स्वस्थ, बुद्धिमान तथा सौम्य स्वभाव के होते हैं। ये नवीन विचारों का सृजन करने में समर्थ होते हैं। इनके विचारों से लोग प्रभावित रहते हैं। भौतिक सुख-साधनों का उपभोग करने की इनमें प्रबल इच्छा रहती है। ये
धनैश्वर्य से युक्त रहते हैं एवं विभिन्न स्रोतों से धनार्जन करके आर्थिक रूप से सुदृढ़ रहते हैं। साथ ही चिंतन एवं मननशीलता का भाव भी इनमें रहता है।
प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन करना इन्हें अच्छा लगता है। प्रेम के क्षेत्र में सरल एवं भावुक रहते हैं, परंतु व्यवहार कुशल होते हैं। अतः सांसारिक कार्यों में उचित सफलता अर्जित करके अपने उन्नति मार्ग को प्रशस्त करने में सफल रहते हैं। इसके अतिरिक्त नवीन वस्तुओं का उत्पादन करने आदि में इनकी रुचि का योगदान रहता है।
देवगुरु बृहस्पति के प्रभाव से आप स्वस्थ एवं बलवान रहेंगे। आपकी बुद्धि अत्यंत ही तीक्ष्ण रहेगी। अतः विभिन्न शास्त्रीय विषयों का ज्ञानार्जन करके आप एक विद्वान के रूप में समाज में अपनी प्रतिष्ठा एवं आदर बढ़ाने में समर्थ होंगे। एक विचारक के रूप में भी आप सम्माननीय होंगे। यद्यपि ब्रह्मादि के विषय में चिंतनशील रहेंगे, परंतु भौतिकता के प्रति भी आकर्षण रहेगा।
आपका स्वरूप दर्शनीय एवं व्यक्तित्व आकर्षक होगा। साहित्य, कला एवं लेखन के प्रति आपकी रुचि होगी। अभिमान के भाव की आपमें अल्पता होगी तथा सबके साथ विनम्रता का व्यवहार होगा। आप सरकार या समाज से सम्मान प्राप्त करने में सफल होंगे। आप में दयालुता का भाव भी विद्यमान होगा तथा अवसरानुकूल अन्य जनों की सेवा तथा सहायता करने में भी तत्पर होंगे। इसके अतिरिक्त साहित्य एवं कला के प्रति भी आपकी अभिरुचि रहेगी।
पिता की सेवा करने में तत्पर रहेंगे। बाल्यावस्था में आपको संघर्ष करना पड़ेगा, परंतु युवावस्था के बाद भौतिक सुख-संसाधनों को अर्जित करके सुख एवं शांतिपूर्वक अपना समय व्यतीत करेंगे। पुत्र संतति से आप युक्त रहेंगे तथा इनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग प्राप्त होगा।
ऐसे व्यक्ति गौर वर्ण, कंचन देह, मछली के समान आकर्षक व सुन्दर नेत्र वाले, ललाट चौड़ी व भरा-पूरा चेहरा, लम्बे कद के मालिक होते हैं। यह राशि दिवाबली, जलतत्व प्रधान व सत्वगुणी है। ‘पूर्वाभाद्रपद’ के अंतिम चरण में जन्मे व्यक्ति धार्मिक बुद्धि से ओत-प्रोत, मेहमानप्रिय, सामाजिक अच्छाईयों व नियमों का पालन करने वाले, बातचीत में प्रवीण होते हैं। मीन राशि वाले व्यक्ति कूटनीति, रणनीति व षड्यंत्रकारी मामलों में एक प्रतिशत भी रुचि नहीं लेते। इनका प्राकृतिक स्वभाव उत्तम, दयालु व इनमें दानशीलता होती है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा होगी तथा आप समय-समय पर धार्मिक कार्य-कलापों एवं अनुष्ठानों को सम्पन्न करेंगे। इससे आपको आत्मिक शांति की प्राप्ति होगी। साथ ही बंधु एवं मित्र वर्ग में भी आप प्रिय एवं आदरणीय होंगे। इनसे आपको इच्छित लाभ एवं सहयोग मिलता रहेगा। आपके असली मित्र बहुत थोड़े हैं। एक मित्र जो किसी कारणवश आपका शत्रु हो जाए, उसके द्वारा भारी आघात पहुंचाने का खतरा है, सतर्क रहें।
यदि आपका जन्म मीन राशि के ‘पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र’ (दो) के चतुर्थ चरण में हुआ है, तो आपका जन्म 16 वर्ष की बृहस्पति की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-सिंह, गण-मनुष्य, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-आद्य, पाया-लोहा तथा वर्ग-सर्प है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक क्षुब्ध मन वाला, धनी, निरोगी, स्त्री के वश में रहने वाला तथा कंजूस होता है।
यदि आपका जन्म मीन राशि ‘उत्तराभाद्रपद नक्षत्र’
(दू, थ, झ, य) में है, तो आपका जन्म 19 वर्ष की शनि की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-गौ, गण-मनुष्य, वर्ण-विप्र, हसंक-जल, पाया-लोहा, प्रथम दो चरण का वर्ग-सर्प तथा अंतिम दो चरण का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक कुशल वक्ता, परम धार्मिक, धनी व सुखी होते हैं। प्रायः जीवन में शत्रु न बनाकर मित्रों की संख्या बढ़ाने में विश्वास रखते हैं।
यदि आपका जन्म मीन राशि के ‘रेवती नक्षत्र’ (दे, दो, चा, ची) में हुआ है, तो आपका जन्म 17 वर्ष की बुध की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-गज, गण-देव, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-अत्य, पाया-सुवर्ण, प्रथम दो चरण का वर्ग-सर्प तथा अंतिम दो चरण का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक प्रायः आमदनी से अधिक खर्च करता है तथा समझौते वाले दृष्टिकोण में विश्वास रखता है।
मीन राशि का चिन्ह ‘मुख-पूंछ मिलित दो मछली’ हैं। आपको जल से निकली हुई वस्तु-नमक, हीरे-जवाहरात, समुद्र पार देशों से माल मंगाने तथा भेजने से तथा नवीन वस्तुओं का उत्पादन करने से विशेष धन लाभ हो सकता है। स्त्रियों के सम्पर्क से भी आपका भाग्योदय संभव है। 32 वर्ष पश्चात् आपको पुत्र एवं नौकरी का योग बनता है। शत्रु आपसे हार जाएंगे। भाग्योदय हेतु गुरु रत्न ‘पुखराज’ को स्वर्ण मुद्रिका में धारण करें।

मीन राशि वालों के लिए उपाय

मीन राशि का स्वामी बृहस्पति है, अतः पुखराज या सुनैला रत्न धारण करें। गुरुवार को थोड़ा-सा गुड़ व चना दाल एक आटे की लोई में डालकर गाय को खिलाएं। रविवार व मंगलवार के अलावा पीपल को सींचना भी मीन राशि वालों के लिए फायदेमंद है। पीले रंग का सुगन्धित रुमाल पास में रखें। गुरुवार को हल्दी युक्त दूध का सेवन करें।

मीन राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ मीन
    1. राशि चिह्र ‒ पूंछ और मुख मिली हुई दो मछलियां
    2. राशि स्वामी ‒ गुरु
    3. राशि तत्त्व ‒ जल तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ द्विस्वभाव
    5. राशि दिशा ‒ उत्तर
    6. राशि लिंग व गुण ‒ स्त्री, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ ब्राह्मण
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ सौम्य स्वभाव, कफ प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ चरण युगल
    10. अनुकूल रत्न ‒ पुखराज
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सुनैला, पुखराज मार्का
    12. अनुकूल धातु ‒ सोना
    13. अनुकूल रंग ‒ पीला
    14. शुभ दिवस ‒ गुरुवार/वीरवार
    15. अनुकूल देवता ‒ विष्णु
    16. व्रत, उपवास ‒ गुरुवार, रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 3
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 3/12/21/30
    19. मित्र राशियां ‒ कर्क, वृश्चिक
    20. शत्रु राशियां ‒ मेष, सिंह, धनु
    21. व्यक्तित्व ‒ अध्यात्म प्रेमी, भावुक, अध्ययनशील मनोवृत्ति
    22. सकारात्मक तथ्य ‒ विनम्रता, सज्जनशीलता, कल्पनाप्रिय
    23. नकारात्मक तथ्य ‒ अधैर्यशीलता, लापरवाही, अनिश्चिन्तता

भो, जा, जी उत्तराषाढ़ा‒3

जू, जे, जो, खा अभिजित-4

खा खी, खू, खे, खो श्रवण‒4

गा, गी धनिष्ठा‒2


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष की शुरुआत सही नहीं कही जा सकती है। 1, 2 को चंद्रमा चतुर्थ भावगत परिभ्रमण कर रहे हैं, अतः कष्ट की अनुभूति होगी। वाहन से परेशानी हो सकती है। माता से किसी बात पर खटपट हो सकती है। आसपास का वातावरण भी तनावपूर्ण रहेगा। पैसों की आवक भी ढीली रहेगी। 3, 4 को बच्चों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए समय मिलेगा। आप ज्ञानवर्धन साहित्य को पढ़ेंगे। इस समय आप कहीं बाहर घूमने-फिरने का प्रोग्राम बना सकते हैं। आप अपने आपमें ही व्यस्त रह पने काम पर पूरा फोकस करेंगे। परिवार मेल-जोल रहेगा 5, 6, 7 को प्रेम-प्रसंगों में सफलता की स्थिति रहेगी। कारोबार में व्यस्तता बढ़ जाएगी। कामकाजी महिलाओं के लिए समय पक्ष में रहेगा। आप चतुराई से कार्य करेंगे


ग्रह स्थिति

वर्षारम्भ में शुक्र+शनि मकर राशि का लग्न में, बृहस्पति मीन राशि का तृतीय भाव में, चंद्रमा+राहु मेष राशि का चतुर्थ भाव में, मंगल वृषभ राशि का पंचम भाव में, केतु तुला राशि का दशम भाव में, सूर्य+बुध धनु राशि का बारहवें भाव में चलायमान रहेंगे।

मकर राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी17, 18, 22, 23, 25, 261, 2, 10, 11, 12, 20, 28, 29
फरवरी14, 15, 18, 19, 22, 236, 7, 8, 16, 17, 24, 25, 26
मार्च13, 14, 18, 19, 21, 226, 7, 8, 15, 16, 24, 25
अप्रैल9, 10, 11, 14, 15, 18, 192, 3, 4, 12, 20, 21, 29, 30
मई6, 7, 11, 12, 15, 161, 9, 10, 11, 18, 19, 27, 28, 29
जून3, 4, 7, 8, 11, 12, 305, 6, 14, 15, 23, 24, 25
जुलाई1, 5, 6, 8, 9, 27, 28, 293, 11, 12, 20, 21, 22, 30, 31
अगस्त1, 2, 5, 6, 24, 25,
29, 30
7, 8, 16, 17, 18, 26, 27
सितम्बर1, 2, 20, 21, 25, 26,
28, 29, 30
4, 5, 13, 14, 15, 23
अक्टूबर17, 18, 22, 23, 26, 271, 2, 10, 11, 12, 20, 21
नवम्बर14, 15, 18, 19, 20,
22, 23
6, 7, 8, 16, 17, 25, 26
दिसम्बर11, 12, 16, 17, 19,
20, 21
4, 5, 6, 14, 22, 23, 31

मकर राशि का वार्षिक भविष्यफल

Makar Rashifal 2023
मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए | यह साल कुछ मिला-जुला रहेगा। शनि की साढ़ेसाती अंतिम चरण में है। अतः | यात्राओं का दौर चलेगा। यात्राओं से कुछ उपलब्धियां तो कुछ परेशानियां भी रहेंगी। वर्षारम्भ में शनि आपकी राशि में स्वग्रही हैं। जो कि खूब मेहनत कराएगा। 17 जनवरी से दूसरे स्थान में धन भाव में आ जाएंगे। अतः धन आगम के स्रोत भी प्रबल होंगे। आर्थिक रूप से आप सक्षम व सुदृढ़ स्थिति में रहेंगे। आपकी राशि स्वामी शनि बलवान होने के कारण आत्मबल व मनोबल मजबूत रहेगा। आप इस साल जमकर पैसा कमाएंगे। वहीं खुले दिल से पैसा खर्च भी करेंगे। मित्र व सहयोगी आपको हर प्रकार से सहयोग करेंगे। 22 अप्रैल के पश्चात् चौथे स्थान में गुरु राहु की युति के कारण कोई एक्सीडेंट या दुर्घटना घटित हो सकती है। व्यापार में जल्दबाजी में किये गए निर्णय के परिणाम घातक रह सकते हैं। अतः हर निर्णय बहुत ही सोच-समझकर बहुत विचार करने के बाद लें। जिस काम को एक बार करने की ठान लेते हैं। उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। रिश्तेदारों को काम में सहयोग करेंगे। आपकी जान-पहचान व संपर्कों का दायरा बढ़ेगा।
इस वर्ष स्वास्थ्य का पाया भी ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका नहीं है। खान-पान का विशेष रूप से ध्यान रखें। इस साल पैसा जितनी तेजी से आएगा, उतनी तेजी से खर्चा भी होगा। इस साल चौथे स्थान पर शनि की दृष्टि रहेगी। अतः भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद का योग बनेगा। पिछले काफी समय से जो काम लंबित चल रहा था, वह पूरे होने के योग बन गए हैं। नौकरी में अफसरों व अधिकारियों से सम्बन्ध अच्छे बनेंगे। आप उनके लिए कई काम ऐसे ही कर देंगे।
प्रशंसा करेंगे। आप सहकर्मियों को उनके काम में उनका हाथ बटाएंगे। घन भाव में शनि के प्रभाव से पैसा तीव्रता से आएगा, परन्तु जितनी तीव्रता से आएगा उतनी तीव्रता से खर्चा भी होगा। धन संचय में बाधा है। आमदनी व आय के हालात कोई खास अच्छे नहीं रहेंगे। आप खर्चों में नियंत्रण करके अपने बजट को व्यवस्थित व संतुलित कर सकते हैं। शत्रु व विरोधी सक्रिय तो रहेंगे, परन्तु अनिष्ट कुछ नहीं कर पाएंगे। आपके विरुद्ध कोई गुप्त योजना या षड्यंत्र बना सकते हैं। अनजान व अपरिचित लोगों से आपको सावधान व सतर्क रहना चाहिए। __धन के लेन-देन में बहुत सतर्कता व सावधानी आवश्यक है। अपरिचित व अजनबी व्यक्तियों के साथ रुपयों-पैसों का व्यवहार बिलकुल सावधानी से करें। 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि की वक्रगति आपके स्वास्थ्य में हानि का कारण बन सकती है। खान-पान का, पथ्य-अपथ्य का विशेष ध्यान रखें। नौकरी में अपने काम को पूरी संजीदगी व गंभीरता से अंजाम दें। छोटी-से-छोटी लापरवाही आपके लिए नुकसान का, हानि का कारण बन सकती है। वाणी व क्रोध पर नियंत्रण रखें। कोई बड़ा ऑर्डर या बिग डील आपके हाथों से निकल सकती है। कोई आरोप-प्रत्यारोप आप पर लग सकता है। ऐसा कोई काम आपके हाथों से हो सकता है, जो कि कहीं न कहीं बदनामी व अपयश का कारण बनेगा।

मकर राशिकैसी रहेगी 2023 में आपकी सेहत?

इस वर्ष शारीरिक स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा। शारीरिक रूप से एवं मानसिक रूप से आप एकदम फिट एण्ड फाइन रहेंगे। इस वर्ष शनि का प्रभाव साढ़ेसाती का अंतिम चरण में है। अतः यात्राओं में खान-पान का विशेष ध्यान रखें, दिनचर्या को व्यवस्थित रखें। दुर्व्यसन के कारण स्वास्थ्य में नकारात्मकता रह सकती है। दीर्घकालिक बीमारियों में नियमित जांच व परीक्षण करवाते रहें। शनि के वक्र काल में जून से नवम्बर के मध्य आपको अस्पताल के चक्कर काटने पड़ सकते हैं। मौसमी बीमारियां तो रहेंगी ही, परन्तु उनका समाधान व हल भी पास ही रहेगा। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं, किसी एक्सीडेंट आदि के योग हैं। सिरदर्द, सर्दी, जुखाम जैसी बीमारियां फरवरी से जून के मध्य रह सकती हैं। पाचन तंत्र के योग रहेंगे। रोग निवृति हेतु “ॐ हौं जूं सः” इस मंत्र का जप करें।

मकर राशिव्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2023 ?

रुपयों-पैसों के मामले में यह समय मिश्रित फलकारी है। कहीं से रुका हुआ या अटका हुआ रुपया प्राप्त होगा। परिश्रम व मेहनत इस साल खूब रहेगी। परन्तु उसके अनुपात में परिणाम व प्रतिफल कमजोर ही रहेंगे। किसी परिचित या जान-पहचान वाले के माध्यम से आपको व्यापार में कोई बड़ा ऑर्डर प्राप्त होगा। लेकिन पेमेंट फंस जाएगा। इस वर्ष अंतिम चरण में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव व्यर्थ की यात्राएं अधिक कराएगा। इस वर्ष व्यापार में विस्तार की योजना बना सकते हैं लेकिन साधनों के अभाव व धनाभाव के कारण योजना कागजों में ही अटक कर रह जाएगी। कार्यरूप में परिणति पर संदेह रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वी व प्रतिस्पर्धी आपको इस वर्ष कड़ी चुनौती देंगे। हालांकि स्वराशि में शनि की स्थिति के कारण आप भी हर चुनौती व टक्कर के लिए तैयार रहेंगे। जुनून की तरह काम करेंगे। अतः नुकसान को कम कर जाएंगे। इस वर्ष 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि की वक्र स्थिति के कारण कुछ सरकारी परेशानियां हो सकती हैं, इन्कमटैक्स, सेल्स टैक्स, यू.डी. टैक्स, जी.एस.टी. आदि से जुड़ी परेशानी के आसार हैं। संपत्ति संबधी विवाद या बंटवारे सम्बन्धी विवाद का हल आपसी सहमति से तथा मध्यस्थता से निकलेगा। देवगुरु बृहस्पति 22 अप्रैल के बाद चौथे स्थान में आकर भूमि, भवन, वाहन आदि का योग बनाएगा। रियल एस्टेट, ठेकेदारी, भूमि, भवन, वाहन आदि से जुड़े जातकों के लिए समय अनुकूल है। भुगतान के प्रति पूर्ण रूप से आश्वस्त होकर ही किसी को उधार दें। अन्यथा वापस आने की सम्भावना न के बराबर है। आपको इस समय व्यापार पर गंभीरता से ध्यान रखना चाहिए और क्वालिटी से साथ कोई समझौता नहीं करें।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

पारिवारिक दृष्टि से यह साल अच्छा रहेगा। परिवार के सभी लोग हर परिस्थिति में आपके साथ कंधे से कन्धा मिलाकर खड़े रहेंगे। पुत्र संतान की हरकतें, गतिविधियां व सन्तान के करियर को लेकर मन में चिंता जरूर रहेगी। चंद्रमा वर्षारम्भ में राहु के साथ पीड़ित हुआ है, अतः कभी-कभार जीवन साथी व दाम्पत्य संबंधों में मतभेद रहेगा। आपसी सहमति, मध्यस्थता से सारे विवादों का निराकरण हो जाएगा। बच्चों के करियर भविष्य व विवाह से सम्बंधित कोई योजना बनेगी। संतान पर शिक्षा के लिए अधिक दबाव नहीं बनाएं, अन्यथा संतान डिप्रेशन या अवसाद में आ सकती है। परिवार के सदस्यों से आपसी सूझ-बूझ से सामंजस्य स्थापित कर देंगे। माता-पिता या घर के बड़े-बुजुर्गों का स्वास्थ्य कुछ कमजोर रह सकता है। रिश्तेदारों से मेल-जोल व संवाद कायम होगा। हालांकि रिश्तेदार आपसे ईर्ष्या व द्वेष करेंगे।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

इस वर्ष अध्ययन में सफलता मिल जाएगी। एकाग्रचित होकर लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में जुट जाएं। मकैनिकल, इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्नीक आदि के क्षेत्र में प्रयासरत हैं तो निश्चित ही सफलता मिल जाएगी । इंटरव्यू, साक्षात्कार आदि में सफलता मिल ही जाएगी। प्रतियोगी परीक्षा, विभागीय परीक्षा व नौकरी से संबंधित परीक्षा का परिणाम अच्छा रहेगा। करियर में इस साल बेहतर नौकरी का अवसर सुलभ होगा। इस वर्ष 22 अप्रैल के बाद आप संतान की शिक्षा पर व्यवस्तताओं के चलते इतना ध्यान नहीं दे पाएंगे, जिससे कहीं न कहीं अध्ययन प्रभावित होगा। प्रोफेशनल स्टडीज में प्रयासरत विद्यार्थियों को शुरुआत में ठोस परिणाम मिलेंगे, लेकिन बाद में कहीं न कहीं शिथिलता आ जाएगी।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

तुलसीदास जी ने कहा है। धीरज धर्म, मित्र और नारी आपतकाल परखिये चारी। अतः मित्र की परीक्षा करने का समय अब आ गया है। इस साल आपको सही व सच्चे मित्र की पहचान होगी। प्रेमी-प्रेमिका से संबंधों में मधुरता रहेगी। गलतफहमियों का निराकरण होगा। प्रेमी-प्रेमिका दोनों एक दूसरे की भावनाएं और स्थितियां समझकर आचरण करेंगे। जरूरतमंद मित्रों की तरफ आप मदद का हाथ बढ़ाएंगे। मित्रों की संख्या में इजाफा होगा। अवसरवादी मित्रों से थोड़ा संभलकर रहें।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

इस वर्ष वाहन पर बार-बार खर्चा होगा। उसकी रिपेयरिंग व रखरखाव पर हो रहे खर्चों से आप परेशान हो जाएंगे। जहां तक शुभकार्य की बात है इस साल शुभ कार्य, मांगलिक प्रसंग की रूपरेखा बन सकती है। साथ ही वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। खासकर 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य किसी अशुभ घटना या एक्सीडेंट आदि के योग बने हुए हैं। आप मकर राशि के जातक हैं तथा मकर राशि के जातकों का हाथ रुपयों-पैसों के मामले में खुला हुआ होता है। इस साल भी खर्च की प्रबलता रहेगी। खर्चों पर नियंत्रण रखें, पैसों का संचय करें, यही पैसा आपके बेवक्त काम आएगा। बुरी आदतों, बुरे लोगों का परित्याग कर दें।

मकर राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

इस साल शनि की साढ़ेसाती अंतिम चरण में आरम्भ हो जाएगी। अतः धन हानि की सम्भावना है। कोई बड़ी धनराशी कहीं पर अटक जाएगी। इस वर्ष 4 सितम्बर से 31 दिसम्बर के मध्य रुपया किसी को उधार नहीं दें। अन्यथा पैसा वापस नहीं आ पाएगा। व्यापार में भी अगर उधार देना आवश्यक हो तो धन वापसी सुनिश्चित करके ही दें। 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य किसी अनहोनी की आशंका व सम्भावना बनी हुई है। व्यापार में विस्तार के चलते ऋण लेने की नौबत आ सकती है। इस साल कुछ घनिष्ठ लोगों, मित्रों से विछोह साल के उतरार्द्ध में हो सकता है।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष यात्राओं पर जोर रहेगा। कुछ लम्बी दूरी की यात्राएं हो सकती हैं, विदेश यात्रा के योग भी प्रबल हैं। विद्यार्थी इस साल अपने करियर को लेकर कोई यात्रा का कार्यक्रम बना सकते हैं।

कैसे बनाये मेष राशि वाले 2023 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढाने के लिए शनिवार को कीड़ी नगरा सींचें। कटैला युक्त शानियंत्र गले में धारण करें। शनिवार को 3 मुट्ठी काले तिल अपने ऊपर से 7 बार उसार कर पक्षियों को चुगाएं। दिव्यांग व अपाहिज व्यक्तियों की सेवा करें।

मकर राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मकर राशि का स्वामी शनि है। शनि प्रधान व्यक्ति मेहनत से नहीं घबराते हैं। मकर राशि के जातक व्यावहारिक (प्रैक्टिकल) तथा बलवान होते हैं, परंतु पैरों में कभी-कभार तकलीफ रहती है।
शनि पाप ग्रह है तथा उनका रंग काला है। इस राशि वाले व्यक्ति प्रायः काले, नाक चपटी, पैनी आंखें, शरीर से ये पतले, फुर्तीले तथा कुछ लम्बे कद के होते हैं। यह चर संज्ञक व पृथ्वी तत्त्व प्रधान राशि है। इसका प्राकृतिक भाव उच्च पदाभिलाषी प्रकृति की होती है। क्रोध इनको धीरे-धीरे आता है व शांत भी ये देरी से होते हैं। जहां ये अपना पक्ष कमजोर देखते हैं, वहां पर ये नम्र हो जाते हैं।
मकर राशि में उत्पन्न जातक शान्त तथा उदार प्रवृत्ति के होते हैं तथा अन्य जनों के प्रति उनके मन में प्रेम तथा सहानुभूति का भाव विद्यमान रहता है। इनके मुखमंडल पर विचारशीलता, शांति एवं गंभीरता सदैव बनी रहती है। ये अत्यंत ही कर्मशील एवं परिश्रमी होते हैं। फलतः सांसारिक महत्त्व के कार्यों को सम्पन्न करके उनमें सफलता अर्जित करते हैं। इनमें कार्य करने की क्षमता प्रबल होती है तथा यही इनकी सफलता का रहस्य होता है। समाज एवं देशसेवा के प्रति ये उद्यत रहते हैं। ये साहसी एवं संघर्षशील होते हैं तथापि मन में यदा-कदा उदासीनता के भाव उत्पन्न होते हैं, जिससे सुख-दुःख में समान भाव की अनुभूति करते हैं। परिश्रमी एवं अध्ययनशील होने के कारण ये अनुसंधान विज्ञान या शास्त्रीय विषयों का ज्ञान अर्जित करके एक विद्वान के रूप में सामाजिक पहचान प्राप्त करते हैं। आप स्वस्थ एवं बलशाली पुरुष होंगे। आप में आदर्शवादिता का भाव होगा तथा अपने आदर्शों पर चलने के लिए आप स्वतंत्र होंगे। देश-सेवा का भाव भी आप में विद्यमान रहेगा तथा शत्रु एवं प्रतिद्वन्द्वियों से भी उदारता का व्यवहार करेंगे। फलतः वे भी आपसे प्रभावित होंगे।
आप बुद्धिमत्तापूर्वक अपने कार्यकलापों को सम्पन्न करके धनैश्वर्य, वैभव एवं सुख अर्जित करेंगे। संगीत के प्रति आपकी विशेष रुचि रहेगी तथा इस क्षेत्र में परिश्रमपूर्वक कोई विशिष्ट उपलब्धि भी अर्जित कर सकते हैं। आप श्रेष्ठ कार्यों को करने में रुचि लेंगे तथा एक चतुर व्यक्ति के रूप में जाने जाएंगे। आपकी पुत्र संतति प्रसिद्ध रहेगी तथा उनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग मिलता रहेगा।
पिता के प्रति आपके मन में पूर्ण सम्मान तथा आदर की भावना होगी तथा उनकी सेवा करने में हमेशा तत्पर रहेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी तथा प्रचुर मात्रा में धन एवं लाभ अर्जित करके एक धनवान के रूप में सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। आप युवावस्था में संघर्षशील रहेंगे और वृद्धावस्था में सुख एवं शांति प्राप्त करेंगे।
धर्म में आस्था होने के कारण समयानुसार धार्मिक कार्यकलापों को भी सम्पन्न करेंगे। इससे आपको मानसिक शांति प्राप्त होगी। मित्र एवं बंधु वर्ग के आप प्रिय होंगे तथा इनसे आपको पूर्ण लाभ एवं सहयोग प्राप्त होगा। आप किसी बात पर निर्णय सोच-विचार कर धीरे-धीरे लेंगे। आप ऊंची-ऊंची योजनाएं बनाने में सदा तत्पर रहते हैं। कमाते बहुत हैं पर धन पास में टिकता नहीं, हर समय द्रव्य का अभाव महसूस करते हैं। पत्नी व आपके विचारों में असमानताएं, आपके वैवाहिक सुख को कटुतर बनाने में सहायक हैं। आपकी राशि का चिह्न ‘मगरमच्छ’ है। ‘मगरमच्छ के आंसू’ वाली कहावत लोक-प्रसिद्ध है। ऐसे व्यक्ति दीन स्वरूप व दयनीय स्थिति का बोध कराते हैं, लेकिन कपटी होते हैं। ये बहुभोगी व विषयवासना में आसक्त रहने वाले व्यक्ति होते हैं। भोजन के बाद शीघ्र आराम करने की इच्छा रहती है। ये कहते कुछ हैं व करते कुछ हैं।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘उत्तराषाढ़ा नक्षत्र’ के (भो, जा, जी) चरणों में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-नकुल, गण-मनुष्य, वर्ण-क्षत्रिय, हंसक-अग्नि, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा है। इस नक्षत्र का द्वितीय चरण का वर्ग-मूषक, अन्य दोनों चरणों का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्मा जातक बहुत नम्र, बहुत मित्रों वाला, धार्मिक, कृतज्ञ, भाग्यशाली होता है। उत्तराषाढ़ा सूर्य का नक्षत्र है, जो कि चंद्रमा का मित्र है, इसलिए यह शुभ फल कहा जाता है।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘श्रवण नक्षत्र’ (जू, जे, जो, खा) में हुआ है, तो आपका जन्म 10 वर्ष की चंद्रमा की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-कपि, गण-देव, वर्ण-वैश्य, हंसक-भूमि, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा तथा प्रथम तीन चरण का वर्ग-सिंह एवं अन्तिम चरण का वर्ग-बिलाव है। श्रवण नक्षत्र में जन्मे लोग अपने कार्यक्षेत्र में ऊंचा नाम कमाते हैं। परोपकार व धार्मिक कार्यों में धन, समय व श्रम का समुचित उपयोग करेंगे।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘धनिष्ठा नक्षत्र’ के प्रथम व द्वितीय चरण (गा, गी) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की मंगल की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-सिंह, गण-राक्षस, हंसक-भूमि, नाड़ी-मध्य, पाया-तांबा एवं वर्ग-बिलाव है। धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मा व्यक्ति निडर व निर्भीक होता है। ये संगीत प्रेमी होते हैं और समाज में इनकी प्रतिष्ठा होती है।
मकर राशि वाले व्यक्ति प्रायः एकांतप्रिय व भीड़-भाड़ से दूर रहना पसन्द करते हैं। इनमें स्वार्थ की प्रवृत्ति कुछ विशेष रहने के कारण इनको धार्मिक व राजनैतिक क्षेत्र में सफलताएं कम मिलती हैं। ये अत्यधिक गोरे होंगे या काले। इसी प्रकार या तो ये कट्टर आस्तिक होंगे या फिर एकदम नास्तिक। आपके अनुकूल फलदायक रत्न ‘नीलम’ है।

मकर राशि वालों के लिए उपाय

आपकी राशि का अधिपति शनि है। अतः 7 प्रकार के अनाज व दालों को मिलाकर पक्षियों को चुगाएं। काले कुत्ते को रोटी खिलाना भी आपके लिए लाभप्रद रहेगा। गहरे रंग के कपड़ों का प्रयोग करें। बैंगनी रंग व नीला रंग उपयुक्त रहता है। नीलम, नीली या शनि यंत्र धारण करें। शनिवार का व्रत करें।

मकर राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ मकर
    1. राशि चिह्न ‒ मगरमच्छ
    2. राशि स्वामी ‒ शनि
    3. राशि तत्त्व ‒ पृथ्वी तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ चर
    5. राशि दिशा ‒ दक्षिण
    6. राशि लिंग व गुण ‒ स्त्री, तमोगुणी
    7. राशि जाति ‒ वैश्य
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ सौम्य स्वभाव, वात प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ घुटना (टखने)
    10. अनुकूल रत्न ‒ नीलम
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ कटेला
    12. अनुकूल धातु ‒ लोहा, त्रिलोह
    13. अनुकूल रंग ‒ नीला, आसमानी, काला
    14. शुभ दिवस ‒ शनिवार
    15. अनुकूल देवता ‒ शनिदेव
    16. व्रत, उपवास ‒ शनिवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 8
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 8/17/26
    19. मित्र राशियां ‒ कुंभ
    20. शत्रु राशियां ‒ सिंह
    21. व्यक्तित्व ‒ परोपकारी, दयालु, प्रशासक
    22. सकारात्मक तथ्य ‒ व्यावहारिक धरातल पर चलने वाला कठोर परिश्रमी, सही सलाह देने वाला
    23. नकारात्मक तथ्य ‒ सन्देहास्पद प्रवृत्ति, कठिनता से मानने वाला

भो, जा, जी उत्तराषाढ़ा‒3

जू, जे, जो, खा अभिजित-4

खा खी, खू, खे, खो श्रवण‒4

गा, गी धनिष्ठा‒2


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष की शुरुआत सही नहीं कही जा सकती है। 1, 2 को चंद्रमा चतुर्थ भावगत परिभ्रमण कर रहे हैं, अतः कष्ट की अनुभूति होगी। वाहन से परेशानी हो सकती है। माता से किसी बात पर खटपट हो सकती है। आसपास का वातावरण भी तनावपूर्ण रहेगा। पैसों की आवक भी ढीली रहेगी। 3, 4 को बच्चों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए समय मिलेगा। आप ज्ञानवर्धन साहित्य को पढ़ेंगे। इस समय आप कहीं बाहर घूमने-फिरने का प्रोग्राम बना सकते हैं। आप अपने आपमें ही व्यस्त रह पने काम पर पूरा फोकस करेंगे। परिवार मेल-जोल रहेगा 5, 6, 7 को प्रेम-प्रसंगों में सफलता की स्थिति रहेगी। कारोबार में व्यस्तता बढ़ जाएगी। कामकाजी महिलाओं के लिए समय पक्ष में रहेगा। आप चतुराई से कार्य करेंगे


ग्रह स्थिति

वर्षारम्भ में शुक्र+शनि मकर राशि का लग्न में, बृहस्पति मीन राशि का तृतीय भाव में, चंद्रमा+राहु मेष राशि का चतुर्थ भाव में, मंगल वृषभ राशि का पंचम भाव में, केतु तुला राशि का दशम भाव में, सूर्य+बुध धनु राशि का बारहवें भाव में चलायमान रहेंगे।

मकर राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी17, 18, 22, 23, 25, 261, 2, 10, 11, 12, 20, 28, 29
फरवरी14, 15, 18, 19, 22, 236, 7, 8, 16, 17, 24, 25, 26
मार्च13, 14, 18, 19, 21, 226, 7, 8, 15, 16, 24, 25
अप्रैल9, 10, 11, 14, 15, 18, 192, 3, 4, 12, 20, 21, 29, 30
मई6, 7, 11, 12, 15, 161, 9, 10, 11, 18, 19, 27, 28, 29
जून3, 4, 7, 8, 11, 12, 305, 6, 14, 15, 23, 24, 25
जुलाई1, 5, 6, 8, 9, 27, 28, 293, 11, 12, 20, 21, 22, 30, 31
अगस्त1, 2, 5, 6, 24, 25,
29, 30
7, 8, 16, 17, 18, 26, 27
सितम्बर1, 2, 20, 21, 25, 26,
28, 29, 30
4, 5, 13, 14, 15, 23
अक्टूबर17, 18, 22, 23, 26, 271, 2, 10, 11, 12, 20, 21
नवम्बर14, 15, 18, 19, 20,
22, 23
6, 7, 8, 16, 17, 25, 26
दिसम्बर11, 12, 16, 17, 19,
20, 21
4, 5, 6, 14, 22, 23, 31

मकर राशि का वार्षिक भविष्यफल

Makar Rashifal 2023
मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए | यह साल कुछ मिला-जुला रहेगा। शनि की साढ़ेसाती अंतिम चरण में है। अतः | यात्राओं का दौर चलेगा। यात्राओं से कुछ उपलब्धियां तो कुछ परेशानियां भी रहेंगी। वर्षारम्भ में शनि आपकी राशि में स्वग्रही हैं। जो कि खूब मेहनत कराएगा। 17 जनवरी से दूसरे स्थान में धन भाव में आ जाएंगे। अतः धन आगम के स्रोत भी प्रबल होंगे। आर्थिक रूप से आप सक्षम व सुदृढ़ स्थिति में रहेंगे। आपकी राशि स्वामी शनि बलवान होने के कारण आत्मबल व मनोबल मजबूत रहेगा। आप इस साल जमकर पैसा कमाएंगे। वहीं खुले दिल से पैसा खर्च भी करेंगे। मित्र व सहयोगी आपको हर प्रकार से सहयोग करेंगे। 22 अप्रैल के पश्चात् चौथे स्थान में गुरु राहु की युति के कारण कोई एक्सीडेंट या दुर्घटना घटित हो सकती है। व्यापार में जल्दबाजी में किये गए निर्णय के परिणाम घातक रह सकते हैं। अतः हर निर्णय बहुत ही सोच-समझकर बहुत विचार करने के बाद लें। जिस काम को एक बार करने की ठान लेते हैं। उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। रिश्तेदारों को काम में सहयोग करेंगे। आपकी जान-पहचान व संपर्कों का दायरा बढ़ेगा।
इस वर्ष स्वास्थ्य का पाया भी ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका नहीं है। खान-पान का विशेष रूप से ध्यान रखें। इस साल पैसा जितनी तेजी से आएगा, उतनी तेजी से खर्चा भी होगा। इस साल चौथे स्थान पर शनि की दृष्टि रहेगी। अतः भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद का योग बनेगा। पिछले काफी समय से जो काम लंबित चल रहा था, वह पूरे होने के योग बन गए हैं। नौकरी में अफसरों व अधिकारियों से सम्बन्ध अच्छे बनेंगे। आप उनके लिए कई काम ऐसे ही कर देंगे।
प्रशंसा करेंगे। आप सहकर्मियों को उनके काम में उनका हाथ बटाएंगे। घन भाव में शनि के प्रभाव से पैसा तीव्रता से आएगा, परन्तु जितनी तीव्रता से आएगा उतनी तीव्रता से खर्चा भी होगा। धन संचय में बाधा है। आमदनी व आय के हालात कोई खास अच्छे नहीं रहेंगे। आप खर्चों में नियंत्रण करके अपने बजट को व्यवस्थित व संतुलित कर सकते हैं। शत्रु व विरोधी सक्रिय तो रहेंगे, परन्तु अनिष्ट कुछ नहीं कर पाएंगे। आपके विरुद्ध कोई गुप्त योजना या षड्यंत्र बना सकते हैं। अनजान व अपरिचित लोगों से आपको सावधान व सतर्क रहना चाहिए। __धन के लेन-देन में बहुत सतर्कता व सावधानी आवश्यक है। अपरिचित व अजनबी व्यक्तियों के साथ रुपयों-पैसों का व्यवहार बिलकुल सावधानी से करें। 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि की वक्रगति आपके स्वास्थ्य में हानि का कारण बन सकती है। खान-पान का, पथ्य-अपथ्य का विशेष ध्यान रखें। नौकरी में अपने काम को पूरी संजीदगी व गंभीरता से अंजाम दें। छोटी-से-छोटी लापरवाही आपके लिए नुकसान का, हानि का कारण बन सकती है। वाणी व क्रोध पर नियंत्रण रखें। कोई बड़ा ऑर्डर या बिग डील आपके हाथों से निकल सकती है। कोई आरोप-प्रत्यारोप आप पर लग सकता है। ऐसा कोई काम आपके हाथों से हो सकता है, जो कि कहीं न कहीं बदनामी व अपयश का कारण बनेगा।

मकर राशिकैसी रहेगी 2023 में आपकी सेहत?

इस वर्ष शारीरिक स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा। शारीरिक रूप से एवं मानसिक रूप से आप एकदम फिट एण्ड फाइन रहेंगे। इस वर्ष शनि का प्रभाव साढ़ेसाती का अंतिम चरण में है। अतः यात्राओं में खान-पान का विशेष ध्यान रखें, दिनचर्या को व्यवस्थित रखें। दुर्व्यसन के कारण स्वास्थ्य में नकारात्मकता रह सकती है। दीर्घकालिक बीमारियों में नियमित जांच व परीक्षण करवाते रहें। शनि के वक्र काल में जून से नवम्बर के मध्य आपको अस्पताल के चक्कर काटने पड़ सकते हैं। मौसमी बीमारियां तो रहेंगी ही, परन्तु उनका समाधान व हल भी पास ही रहेगा। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं, किसी एक्सीडेंट आदि के योग हैं। सिरदर्द, सर्दी, जुखाम जैसी बीमारियां फरवरी से जून के मध्य रह सकती हैं। पाचन तंत्र के योग रहेंगे। रोग निवृति हेतु “ॐ हौं जूं सः” इस मंत्र का जप करें।

मकर राशिव्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2023 ?

रुपयों-पैसों के मामले में यह समय मिश्रित फलकारी है। कहीं से रुका हुआ या अटका हुआ रुपया प्राप्त होगा। परिश्रम व मेहनत इस साल खूब रहेगी। परन्तु उसके अनुपात में परिणाम व प्रतिफल कमजोर ही रहेंगे। किसी परिचित या जान-पहचान वाले के माध्यम से आपको व्यापार में कोई बड़ा ऑर्डर प्राप्त होगा। लेकिन पेमेंट फंस जाएगा। इस वर्ष अंतिम चरण में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव व्यर्थ की यात्राएं अधिक कराएगा। इस वर्ष व्यापार में विस्तार की योजना बना सकते हैं लेकिन साधनों के अभाव व धनाभाव के कारण योजना कागजों में ही अटक कर रह जाएगी। कार्यरूप में परिणति पर संदेह रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वी व प्रतिस्पर्धी आपको इस वर्ष कड़ी चुनौती देंगे। हालांकि स्वराशि में शनि की स्थिति के कारण आप भी हर चुनौती व टक्कर के लिए तैयार रहेंगे। जुनून की तरह काम करेंगे। अतः नुकसान को कम कर जाएंगे। इस वर्ष 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि की वक्र स्थिति के कारण कुछ सरकारी परेशानियां हो सकती हैं, इन्कमटैक्स, सेल्स टैक्स, यू.डी. टैक्स, जी.एस.टी. आदि से जुड़ी परेशानी के आसार हैं। संपत्ति संबधी विवाद या बंटवारे सम्बन्धी विवाद का हल आपसी सहमति से तथा मध्यस्थता से निकलेगा। देवगुरु बृहस्पति 22 अप्रैल के बाद चौथे स्थान में आकर भूमि, भवन, वाहन आदि का योग बनाएगा। रियल एस्टेट, ठेकेदारी, भूमि, भवन, वाहन आदि से जुड़े जातकों के लिए समय अनुकूल है। भुगतान के प्रति पूर्ण रूप से आश्वस्त होकर ही किसी को उधार दें। अन्यथा वापस आने की सम्भावना न के बराबर है। आपको इस समय व्यापार पर गंभीरता से ध्यान रखना चाहिए और क्वालिटी से साथ कोई समझौता नहीं करें।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

पारिवारिक दृष्टि से यह साल अच्छा रहेगा। परिवार के सभी लोग हर परिस्थिति में आपके साथ कंधे से कन्धा मिलाकर खड़े रहेंगे। पुत्र संतान की हरकतें, गतिविधियां व सन्तान के करियर को लेकर मन में चिंता जरूर रहेगी। चंद्रमा वर्षारम्भ में राहु के साथ पीड़ित हुआ है, अतः कभी-कभार जीवन साथी व दाम्पत्य संबंधों में मतभेद रहेगा। आपसी सहमति, मध्यस्थता से सारे विवादों का निराकरण हो जाएगा। बच्चों के करियर भविष्य व विवाह से सम्बंधित कोई योजना बनेगी। संतान पर शिक्षा के लिए अधिक दबाव नहीं बनाएं, अन्यथा संतान डिप्रेशन या अवसाद में आ सकती है। परिवार के सदस्यों से आपसी सूझ-बूझ से सामंजस्य स्थापित कर देंगे। माता-पिता या घर के बड़े-बुजुर्गों का स्वास्थ्य कुछ कमजोर रह सकता है। रिश्तेदारों से मेल-जोल व संवाद कायम होगा। हालांकि रिश्तेदार आपसे ईर्ष्या व द्वेष करेंगे।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

इस वर्ष अध्ययन में सफलता मिल जाएगी। एकाग्रचित होकर लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में जुट जाएं। मकैनिकल, इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्नीक आदि के क्षेत्र में प्रयासरत हैं तो निश्चित ही सफलता मिल जाएगी । इंटरव्यू, साक्षात्कार आदि में सफलता मिल ही जाएगी। प्रतियोगी परीक्षा, विभागीय परीक्षा व नौकरी से संबंधित परीक्षा का परिणाम अच्छा रहेगा। करियर में इस साल बेहतर नौकरी का अवसर सुलभ होगा। इस वर्ष 22 अप्रैल के बाद आप संतान की शिक्षा पर व्यवस्तताओं के चलते इतना ध्यान नहीं दे पाएंगे, जिससे कहीं न कहीं अध्ययन प्रभावित होगा। प्रोफेशनल स्टडीज में प्रयासरत विद्यार्थियों को शुरुआत में ठोस परिणाम मिलेंगे, लेकिन बाद में कहीं न कहीं शिथिलता आ जाएगी।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

तुलसीदास जी ने कहा है। धीरज धर्म, मित्र और नारी आपतकाल परखिये चारी। अतः मित्र की परीक्षा करने का समय अब आ गया है। इस साल आपको सही व सच्चे मित्र की पहचान होगी। प्रेमी-प्रेमिका से संबंधों में मधुरता रहेगी। गलतफहमियों का निराकरण होगा। प्रेमी-प्रेमिका दोनों एक दूसरे की भावनाएं और स्थितियां समझकर आचरण करेंगे। जरूरतमंद मित्रों की तरफ आप मदद का हाथ बढ़ाएंगे। मित्रों की संख्या में इजाफा होगा। अवसरवादी मित्रों से थोड़ा संभलकर रहें।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

इस वर्ष वाहन पर बार-बार खर्चा होगा। उसकी रिपेयरिंग व रखरखाव पर हो रहे खर्चों से आप परेशान हो जाएंगे। जहां तक शुभकार्य की बात है इस साल शुभ कार्य, मांगलिक प्रसंग की रूपरेखा बन सकती है। साथ ही वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। खासकर 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य किसी अशुभ घटना या एक्सीडेंट आदि के योग बने हुए हैं। आप मकर राशि के जातक हैं तथा मकर राशि के जातकों का हाथ रुपयों-पैसों के मामले में खुला हुआ होता है। इस साल भी खर्च की प्रबलता रहेगी। खर्चों पर नियंत्रण रखें, पैसों का संचय करें, यही पैसा आपके बेवक्त काम आएगा। बुरी आदतों, बुरे लोगों का परित्याग कर दें।

मकर राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

इस साल शनि की साढ़ेसाती अंतिम चरण में आरम्भ हो जाएगी। अतः धन हानि की सम्भावना है। कोई बड़ी धनराशी कहीं पर अटक जाएगी। इस वर्ष 4 सितम्बर से 31 दिसम्बर के मध्य रुपया किसी को उधार नहीं दें। अन्यथा पैसा वापस नहीं आ पाएगा। व्यापार में भी अगर उधार देना आवश्यक हो तो धन वापसी सुनिश्चित करके ही दें। 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य किसी अनहोनी की आशंका व सम्भावना बनी हुई है। व्यापार में विस्तार के चलते ऋण लेने की नौबत आ सकती है। इस साल कुछ घनिष्ठ लोगों, मित्रों से विछोह साल के उतरार्द्ध में हो सकता है।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष यात्राओं पर जोर रहेगा। कुछ लम्बी दूरी की यात्राएं हो सकती हैं, विदेश यात्रा के योग भी प्रबल हैं। विद्यार्थी इस साल अपने करियर को लेकर कोई यात्रा का कार्यक्रम बना सकते हैं।

कैसे बनाये मेष राशि वाले 2023 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढाने के लिए शनिवार को कीड़ी नगरा सींचें। कटैला युक्त शानियंत्र गले में धारण करें। शनिवार को 3 मुट्ठी काले तिल अपने ऊपर से 7 बार उसार कर पक्षियों को चुगाएं। दिव्यांग व अपाहिज व्यक्तियों की सेवा करें।

मकर राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मकर राशि का स्वामी शनि है। शनि प्रधान व्यक्ति मेहनत से नहीं घबराते हैं। मकर राशि के जातक व्यावहारिक (प्रैक्टिकल) तथा बलवान होते हैं, परंतु पैरों में कभी-कभार तकलीफ रहती है।
शनि पाप ग्रह है तथा उनका रंग काला है। इस राशि वाले व्यक्ति प्रायः काले, नाक चपटी, पैनी आंखें, शरीर से ये पतले, फुर्तीले तथा कुछ लम्बे कद के होते हैं। यह चर संज्ञक व पृथ्वी तत्त्व प्रधान राशि है। इसका प्राकृतिक भाव उच्च पदाभिलाषी प्रकृति की होती है। क्रोध इनको धीरे-धीरे आता है व शांत भी ये देरी से होते हैं। जहां ये अपना पक्ष कमजोर देखते हैं, वहां पर ये नम्र हो जाते हैं।
मकर राशि में उत्पन्न जातक शान्त तथा उदार प्रवृत्ति के होते हैं तथा अन्य जनों के प्रति उनके मन में प्रेम तथा सहानुभूति का भाव विद्यमान रहता है। इनके मुखमंडल पर विचारशीलता, शांति एवं गंभीरता सदैव बनी रहती है। ये अत्यंत ही कर्मशील एवं परिश्रमी होते हैं। फलतः सांसारिक महत्त्व के कार्यों को सम्पन्न करके उनमें सफलता अर्जित करते हैं। इनमें कार्य करने की क्षमता प्रबल होती है तथा यही इनकी सफलता का रहस्य होता है। समाज एवं देशसेवा के प्रति ये उद्यत रहते हैं। ये साहसी एवं संघर्षशील होते हैं तथापि मन में यदा-कदा उदासीनता के भाव उत्पन्न होते हैं, जिससे सुख-दुःख में समान भाव की अनुभूति करते हैं। परिश्रमी एवं अध्ययनशील होने के कारण ये अनुसंधान विज्ञान या शास्त्रीय विषयों का ज्ञान अर्जित करके एक विद्वान के रूप में सामाजिक पहचान प्राप्त करते हैं। आप स्वस्थ एवं बलशाली पुरुष होंगे। आप में आदर्शवादिता का भाव होगा तथा अपने आदर्शों पर चलने के लिए आप स्वतंत्र होंगे। देश-सेवा का भाव भी आप में विद्यमान रहेगा तथा शत्रु एवं प्रतिद्वन्द्वियों से भी उदारता का व्यवहार करेंगे। फलतः वे भी आपसे प्रभावित होंगे।
आप बुद्धिमत्तापूर्वक अपने कार्यकलापों को सम्पन्न करके धनैश्वर्य, वैभव एवं सुख अर्जित करेंगे। संगीत के प्रति आपकी विशेष रुचि रहेगी तथा इस क्षेत्र में परिश्रमपूर्वक कोई विशिष्ट उपलब्धि भी अर्जित कर सकते हैं। आप श्रेष्ठ कार्यों को करने में रुचि लेंगे तथा एक चतुर व्यक्ति के रूप में जाने जाएंगे। आपकी पुत्र संतति प्रसिद्ध रहेगी तथा उनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग मिलता रहेगा।
पिता के प्रति आपके मन में पूर्ण सम्मान तथा आदर की भावना होगी तथा उनकी सेवा करने में हमेशा तत्पर रहेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी तथा प्रचुर मात्रा में धन एवं लाभ अर्जित करके एक धनवान के रूप में सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। आप युवावस्था में संघर्षशील रहेंगे और वृद्धावस्था में सुख एवं शांति प्राप्त करेंगे।
धर्म में आस्था होने के कारण समयानुसार धार्मिक कार्यकलापों को भी सम्पन्न करेंगे। इससे आपको मानसिक शांति प्राप्त होगी। मित्र एवं बंधु वर्ग के आप प्रिय होंगे तथा इनसे आपको पूर्ण लाभ एवं सहयोग प्राप्त होगा। आप किसी बात पर निर्णय सोच-विचार कर धीरे-धीरे लेंगे। आप ऊंची-ऊंची योजनाएं बनाने में सदा तत्पर रहते हैं। कमाते बहुत हैं पर धन पास में टिकता नहीं, हर समय द्रव्य का अभाव महसूस करते हैं। पत्नी व आपके विचारों में असमानताएं, आपके वैवाहिक सुख को कटुतर बनाने में सहायक हैं। आपकी राशि का चिह्न ‘मगरमच्छ’ है। ‘मगरमच्छ के आंसू’ वाली कहावत लोक-प्रसिद्ध है। ऐसे व्यक्ति दीन स्वरूप व दयनीय स्थिति का बोध कराते हैं, लेकिन कपटी होते हैं। ये बहुभोगी व विषयवासना में आसक्त रहने वाले व्यक्ति होते हैं। भोजन के बाद शीघ्र आराम करने की इच्छा रहती है। ये कहते कुछ हैं व करते कुछ हैं।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘उत्तराषाढ़ा नक्षत्र’ के (भो, जा, जी) चरणों में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-नकुल, गण-मनुष्य, वर्ण-क्षत्रिय, हंसक-अग्नि, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा है। इस नक्षत्र का द्वितीय चरण का वर्ग-मूषक, अन्य दोनों चरणों का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्मा जातक बहुत नम्र, बहुत मित्रों वाला, धार्मिक, कृतज्ञ, भाग्यशाली होता है। उत्तराषाढ़ा सूर्य का नक्षत्र है, जो कि चंद्रमा का मित्र है, इसलिए यह शुभ फल कहा जाता है।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘श्रवण नक्षत्र’ (जू, जे, जो, खा) में हुआ है, तो आपका जन्म 10 वर्ष की चंद्रमा की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-कपि, गण-देव, वर्ण-वैश्य, हंसक-भूमि, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा तथा प्रथम तीन चरण का वर्ग-सिंह एवं अन्तिम चरण का वर्ग-बिलाव है। श्रवण नक्षत्र में जन्मे लोग अपने कार्यक्षेत्र में ऊंचा नाम कमाते हैं। परोपकार व धार्मिक कार्यों में धन, समय व श्रम का समुचित उपयोग करेंगे।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘धनिष्ठा नक्षत्र’ के प्रथम व द्वितीय चरण (गा, गी) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की मंगल की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-सिंह, गण-राक्षस, हंसक-भूमि, नाड़ी-मध्य, पाया-तांबा एवं वर्ग-बिलाव है। धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मा व्यक्ति निडर व निर्भीक होता है। ये संगीत प्रेमी होते हैं और समाज में इनकी प्रतिष्ठा होती है।
मकर राशि वाले व्यक्ति प्रायः एकांतप्रिय व भीड़-भाड़ से दूर रहना पसन्द करते हैं। इनमें स्वार्थ की प्रवृत्ति कुछ विशेष रहने के कारण इनको धार्मिक व राजनैतिक क्षेत्र में सफलताएं कम मिलती हैं। ये अत्यधिक गोरे होंगे या काले। इसी प्रकार या तो ये कट्टर आस्तिक होंगे या फिर एकदम नास्तिक। आपके अनुकूल फलदायक रत्न ‘नीलम’ है।

मकर राशि वालों के लिए उपाय

आपकी राशि का अधिपति शनि है। अतः 7 प्रकार के अनाज व दालों को मिलाकर पक्षियों को चुगाएं। काले कुत्ते को रोटी खिलाना भी आपके लिए लाभप्रद रहेगा। गहरे रंग के कपड़ों का प्रयोग करें। बैंगनी रंग व नीला रंग उपयुक्त रहता है। नीलम, नीली या शनि यंत्र धारण करें। शनिवार का व्रत करें।

मकर राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ मकर
    1. राशि चिह्न ‒ मगरमच्छ
    2. राशि स्वामी ‒ शनि
    3. राशि तत्त्व ‒ पृथ्वी तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ चर
    5. राशि दिशा ‒ दक्षिण
    6. राशि लिंग व गुण ‒ स्त्री, तमोगुणी
    7. राशि जाति ‒ वैश्य
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ सौम्य स्वभाव, वात प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ घुटना (टखने)
    10. अनुकूल रत्न ‒ नीलम
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ कटेला
    12. अनुकूल धातु ‒ लोहा, त्रिलोह
    13. अनुकूल रंग ‒ नीला, आसमानी, काला
    14. शुभ दिवस ‒ शनिवार
    15. अनुकूल देवता ‒ शनिदेव
    16. व्रत, उपवास ‒ शनिवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 8
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 8/17/26
    19. मित्र राशियां ‒ कुंभ
    20. शत्रु राशियां ‒ सिंह
    21. व्यक्तित्व ‒ परोपकारी, दयालु, प्रशासक
    22. सकारात्मक तथ्य ‒ व्यावहारिक धरातल पर चलने वाला कठोर परिश्रमी, सही सलाह देने वाला
    23. नकारात्मक तथ्य ‒ सन्देहास्पद प्रवृत्ति, कठिनता से मानने वाला

भो, जा, जी उत्तराषाढ़ा‒3

जू, जे, जो, खा अभिजित-4

खा खी, खू, खे, खो श्रवण‒4

गा, गी धनिष्ठा‒2


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष की शुरुआत सही नहीं कही जा सकती है। 1, 2 को चंद्रमा चतुर्थ भावगत परिभ्रमण कर रहे हैं, अतः कष्ट की अनुभूति होगी। वाहन से परेशानी हो सकती है। माता से किसी बात पर खटपट हो सकती है। आसपास का वातावरण भी तनावपूर्ण रहेगा। पैसों की आवक भी ढीली रहेगी। 3, 4 को बच्चों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए समय मिलेगा। आप ज्ञानवर्धन साहित्य को पढ़ेंगे। इस समय आप कहीं बाहर घूमने-फिरने का प्रोग्राम बना सकते हैं। आप अपने आपमें ही व्यस्त रह पने काम पर पूरा फोकस करेंगे। परिवार मेल-जोल रहेगा 5, 6, 7 को प्रेम-प्रसंगों में सफलता की स्थिति रहेगी। कारोबार में व्यस्तता बढ़ जाएगी। कामकाजी महिलाओं के लिए समय पक्ष में रहेगा। आप चतुराई से कार्य करेंगे


ग्रह स्थिति

वर्षारम्भ में शुक्र+शनि मकर राशि का लग्न में, बृहस्पति मीन राशि का तृतीय भाव में, चंद्रमा+राहु मेष राशि का चतुर्थ भाव में, मंगल वृषभ राशि का पंचम भाव में, केतु तुला राशि का दशम भाव में, सूर्य+बुध धनु राशि का बारहवें भाव में चलायमान रहेंगे।

मकर राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी17, 18, 22, 23, 25, 261, 2, 10, 11, 12, 20, 28, 29
फरवरी14, 15, 18, 19, 22, 236, 7, 8, 16, 17, 24, 25, 26
मार्च13, 14, 18, 19, 21, 226, 7, 8, 15, 16, 24, 25
अप्रैल9, 10, 11, 14, 15, 18, 192, 3, 4, 12, 20, 21, 29, 30
मई6, 7, 11, 12, 15, 161, 9, 10, 11, 18, 19, 27, 28, 29
जून3, 4, 7, 8, 11, 12, 305, 6, 14, 15, 23, 24, 25
जुलाई1, 5, 6, 8, 9, 27, 28, 293, 11, 12, 20, 21, 22, 30, 31
अगस्त1, 2, 5, 6, 24, 25,
29, 30
7, 8, 16, 17, 18, 26, 27
सितम्बर1, 2, 20, 21, 25, 26,
28, 29, 30
4, 5, 13, 14, 15, 23
अक्टूबर17, 18, 22, 23, 26, 271, 2, 10, 11, 12, 20, 21
नवम्बर14, 15, 18, 19, 20,
22, 23
6, 7, 8, 16, 17, 25, 26
दिसम्बर11, 12, 16, 17, 19,
20, 21
4, 5, 6, 14, 22, 23, 31

मकर राशि का वार्षिक भविष्यफल

Makar Rashifal 2023
मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए | यह साल कुछ मिला-जुला रहेगा। शनि की साढ़ेसाती अंतिम चरण में है। अतः | यात्राओं का दौर चलेगा। यात्राओं से कुछ उपलब्धियां तो कुछ परेशानियां भी रहेंगी। वर्षारम्भ में शनि आपकी राशि में स्वग्रही हैं। जो कि खूब मेहनत कराएगा। 17 जनवरी से दूसरे स्थान में धन भाव में आ जाएंगे। अतः धन आगम के स्रोत भी प्रबल होंगे। आर्थिक रूप से आप सक्षम व सुदृढ़ स्थिति में रहेंगे। आपकी राशि स्वामी शनि बलवान होने के कारण आत्मबल व मनोबल मजबूत रहेगा। आप इस साल जमकर पैसा कमाएंगे। वहीं खुले दिल से पैसा खर्च भी करेंगे। मित्र व सहयोगी आपको हर प्रकार से सहयोग करेंगे। 22 अप्रैल के पश्चात् चौथे स्थान में गुरु राहु की युति के कारण कोई एक्सीडेंट या दुर्घटना घटित हो सकती है। व्यापार में जल्दबाजी में किये गए निर्णय के परिणाम घातक रह सकते हैं। अतः हर निर्णय बहुत ही सोच-समझकर बहुत विचार करने के बाद लें। जिस काम को एक बार करने की ठान लेते हैं। उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। रिश्तेदारों को काम में सहयोग करेंगे। आपकी जान-पहचान व संपर्कों का दायरा बढ़ेगा।
इस वर्ष स्वास्थ्य का पाया भी ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका नहीं है। खान-पान का विशेष रूप से ध्यान रखें। इस साल पैसा जितनी तेजी से आएगा, उतनी तेजी से खर्चा भी होगा। इस साल चौथे स्थान पर शनि की दृष्टि रहेगी। अतः भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद का योग बनेगा। पिछले काफी समय से जो काम लंबित चल रहा था, वह पूरे होने के योग बन गए हैं। नौकरी में अफसरों व अधिकारियों से सम्बन्ध अच्छे बनेंगे। आप उनके लिए कई काम ऐसे ही कर देंगे।
प्रशंसा करेंगे। आप सहकर्मियों को उनके काम में उनका हाथ बटाएंगे। घन भाव में शनि के प्रभाव से पैसा तीव्रता से आएगा, परन्तु जितनी तीव्रता से आएगा उतनी तीव्रता से खर्चा भी होगा। धन संचय में बाधा है। आमदनी व आय के हालात कोई खास अच्छे नहीं रहेंगे। आप खर्चों में नियंत्रण करके अपने बजट को व्यवस्थित व संतुलित कर सकते हैं। शत्रु व विरोधी सक्रिय तो रहेंगे, परन्तु अनिष्ट कुछ नहीं कर पाएंगे। आपके विरुद्ध कोई गुप्त योजना या षड्यंत्र बना सकते हैं। अनजान व अपरिचित लोगों से आपको सावधान व सतर्क रहना चाहिए। __धन के लेन-देन में बहुत सतर्कता व सावधानी आवश्यक है। अपरिचित व अजनबी व्यक्तियों के साथ रुपयों-पैसों का व्यवहार बिलकुल सावधानी से करें। 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि की वक्रगति आपके स्वास्थ्य में हानि का कारण बन सकती है। खान-पान का, पथ्य-अपथ्य का विशेष ध्यान रखें। नौकरी में अपने काम को पूरी संजीदगी व गंभीरता से अंजाम दें। छोटी-से-छोटी लापरवाही आपके लिए नुकसान का, हानि का कारण बन सकती है। वाणी व क्रोध पर नियंत्रण रखें। कोई बड़ा ऑर्डर या बिग डील आपके हाथों से निकल सकती है। कोई आरोप-प्रत्यारोप आप पर लग सकता है। ऐसा कोई काम आपके हाथों से हो सकता है, जो कि कहीं न कहीं बदनामी व अपयश का कारण बनेगा।

मकर राशिकैसी रहेगी 2023 में आपकी सेहत?

इस वर्ष शारीरिक स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा। शारीरिक रूप से एवं मानसिक रूप से आप एकदम फिट एण्ड फाइन रहेंगे। इस वर्ष शनि का प्रभाव साढ़ेसाती का अंतिम चरण में है। अतः यात्राओं में खान-पान का विशेष ध्यान रखें, दिनचर्या को व्यवस्थित रखें। दुर्व्यसन के कारण स्वास्थ्य में नकारात्मकता रह सकती है। दीर्घकालिक बीमारियों में नियमित जांच व परीक्षण करवाते रहें। शनि के वक्र काल में जून से नवम्बर के मध्य आपको अस्पताल के चक्कर काटने पड़ सकते हैं। मौसमी बीमारियां तो रहेंगी ही, परन्तु उनका समाधान व हल भी पास ही रहेगा। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं, किसी एक्सीडेंट आदि के योग हैं। सिरदर्द, सर्दी, जुखाम जैसी बीमारियां फरवरी से जून के मध्य रह सकती हैं। पाचन तंत्र के योग रहेंगे। रोग निवृति हेतु “ॐ हौं जूं सः” इस मंत्र का जप करें।

मकर राशिव्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2023 ?

रुपयों-पैसों के मामले में यह समय मिश्रित फलकारी है। कहीं से रुका हुआ या अटका हुआ रुपया प्राप्त होगा। परिश्रम व मेहनत इस साल खूब रहेगी। परन्तु उसके अनुपात में परिणाम व प्रतिफल कमजोर ही रहेंगे। किसी परिचित या जान-पहचान वाले के माध्यम से आपको व्यापार में कोई बड़ा ऑर्डर प्राप्त होगा। लेकिन पेमेंट फंस जाएगा। इस वर्ष अंतिम चरण में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव व्यर्थ की यात्राएं अधिक कराएगा। इस वर्ष व्यापार में विस्तार की योजना बना सकते हैं लेकिन साधनों के अभाव व धनाभाव के कारण योजना कागजों में ही अटक कर रह जाएगी। कार्यरूप में परिणति पर संदेह रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वी व प्रतिस्पर्धी आपको इस वर्ष कड़ी चुनौती देंगे। हालांकि स्वराशि में शनि की स्थिति के कारण आप भी हर चुनौती व टक्कर के लिए तैयार रहेंगे। जुनून की तरह काम करेंगे। अतः नुकसान को कम कर जाएंगे। इस वर्ष 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि की वक्र स्थिति के कारण कुछ सरकारी परेशानियां हो सकती हैं, इन्कमटैक्स, सेल्स टैक्स, यू.डी. टैक्स, जी.एस.टी. आदि से जुड़ी परेशानी के आसार हैं। संपत्ति संबधी विवाद या बंटवारे सम्बन्धी विवाद का हल आपसी सहमति से तथा मध्यस्थता से निकलेगा। देवगुरु बृहस्पति 22 अप्रैल के बाद चौथे स्थान में आकर भूमि, भवन, वाहन आदि का योग बनाएगा। रियल एस्टेट, ठेकेदारी, भूमि, भवन, वाहन आदि से जुड़े जातकों के लिए समय अनुकूल है। भुगतान के प्रति पूर्ण रूप से आश्वस्त होकर ही किसी को उधार दें। अन्यथा वापस आने की सम्भावना न के बराबर है। आपको इस समय व्यापार पर गंभीरता से ध्यान रखना चाहिए और क्वालिटी से साथ कोई समझौता नहीं करें।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

पारिवारिक दृष्टि से यह साल अच्छा रहेगा। परिवार के सभी लोग हर परिस्थिति में आपके साथ कंधे से कन्धा मिलाकर खड़े रहेंगे। पुत्र संतान की हरकतें, गतिविधियां व सन्तान के करियर को लेकर मन में चिंता जरूर रहेगी। चंद्रमा वर्षारम्भ में राहु के साथ पीड़ित हुआ है, अतः कभी-कभार जीवन साथी व दाम्पत्य संबंधों में मतभेद रहेगा। आपसी सहमति, मध्यस्थता से सारे विवादों का निराकरण हो जाएगा। बच्चों के करियर भविष्य व विवाह से सम्बंधित कोई योजना बनेगी। संतान पर शिक्षा के लिए अधिक दबाव नहीं बनाएं, अन्यथा संतान डिप्रेशन या अवसाद में आ सकती है। परिवार के सदस्यों से आपसी सूझ-बूझ से सामंजस्य स्थापित कर देंगे। माता-पिता या घर के बड़े-बुजुर्गों का स्वास्थ्य कुछ कमजोर रह सकता है। रिश्तेदारों से मेल-जोल व संवाद कायम होगा। हालांकि रिश्तेदार आपसे ईर्ष्या व द्वेष करेंगे।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

इस वर्ष अध्ययन में सफलता मिल जाएगी। एकाग्रचित होकर लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में जुट जाएं। मकैनिकल, इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्नीक आदि के क्षेत्र में प्रयासरत हैं तो निश्चित ही सफलता मिल जाएगी । इंटरव्यू, साक्षात्कार आदि में सफलता मिल ही जाएगी। प्रतियोगी परीक्षा, विभागीय परीक्षा व नौकरी से संबंधित परीक्षा का परिणाम अच्छा रहेगा। करियर में इस साल बेहतर नौकरी का अवसर सुलभ होगा। इस वर्ष 22 अप्रैल के बाद आप संतान की शिक्षा पर व्यवस्तताओं के चलते इतना ध्यान नहीं दे पाएंगे, जिससे कहीं न कहीं अध्ययन प्रभावित होगा। प्रोफेशनल स्टडीज में प्रयासरत विद्यार्थियों को शुरुआत में ठोस परिणाम मिलेंगे, लेकिन बाद में कहीं न कहीं शिथिलता आ जाएगी।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

तुलसीदास जी ने कहा है। धीरज धर्म, मित्र और नारी आपतकाल परखिये चारी। अतः मित्र की परीक्षा करने का समय अब आ गया है। इस साल आपको सही व सच्चे मित्र की पहचान होगी। प्रेमी-प्रेमिका से संबंधों में मधुरता रहेगी। गलतफहमियों का निराकरण होगा। प्रेमी-प्रेमिका दोनों एक दूसरे की भावनाएं और स्थितियां समझकर आचरण करेंगे। जरूरतमंद मित्रों की तरफ आप मदद का हाथ बढ़ाएंगे। मित्रों की संख्या में इजाफा होगा। अवसरवादी मित्रों से थोड़ा संभलकर रहें।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

इस वर्ष वाहन पर बार-बार खर्चा होगा। उसकी रिपेयरिंग व रखरखाव पर हो रहे खर्चों से आप परेशान हो जाएंगे। जहां तक शुभकार्य की बात है इस साल शुभ कार्य, मांगलिक प्रसंग की रूपरेखा बन सकती है। साथ ही वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। खासकर 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य किसी अशुभ घटना या एक्सीडेंट आदि के योग बने हुए हैं। आप मकर राशि के जातक हैं तथा मकर राशि के जातकों का हाथ रुपयों-पैसों के मामले में खुला हुआ होता है। इस साल भी खर्च की प्रबलता रहेगी। खर्चों पर नियंत्रण रखें, पैसों का संचय करें, यही पैसा आपके बेवक्त काम आएगा। बुरी आदतों, बुरे लोगों का परित्याग कर दें।

मकर राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

इस साल शनि की साढ़ेसाती अंतिम चरण में आरम्भ हो जाएगी। अतः धन हानि की सम्भावना है। कोई बड़ी धनराशी कहीं पर अटक जाएगी। इस वर्ष 4 सितम्बर से 31 दिसम्बर के मध्य रुपया किसी को उधार नहीं दें। अन्यथा पैसा वापस नहीं आ पाएगा। व्यापार में भी अगर उधार देना आवश्यक हो तो धन वापसी सुनिश्चित करके ही दें। 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य किसी अनहोनी की आशंका व सम्भावना बनी हुई है। व्यापार में विस्तार के चलते ऋण लेने की नौबत आ सकती है। इस साल कुछ घनिष्ठ लोगों, मित्रों से विछोह साल के उतरार्द्ध में हो सकता है।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष यात्राओं पर जोर रहेगा। कुछ लम्बी दूरी की यात्राएं हो सकती हैं, विदेश यात्रा के योग भी प्रबल हैं। विद्यार्थी इस साल अपने करियर को लेकर कोई यात्रा का कार्यक्रम बना सकते हैं।

कैसे बनाये मेष राशि वाले 2023 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढाने के लिए शनिवार को कीड़ी नगरा सींचें। कटैला युक्त शानियंत्र गले में धारण करें। शनिवार को 3 मुट्ठी काले तिल अपने ऊपर से 7 बार उसार कर पक्षियों को चुगाएं। दिव्यांग व अपाहिज व्यक्तियों की सेवा करें।

मकर राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मकर राशि का स्वामी शनि है। शनि प्रधान व्यक्ति मेहनत से नहीं घबराते हैं। मकर राशि के जातक व्यावहारिक (प्रैक्टिकल) तथा बलवान होते हैं, परंतु पैरों में कभी-कभार तकलीफ रहती है।
शनि पाप ग्रह है तथा उनका रंग काला है। इस राशि वाले व्यक्ति प्रायः काले, नाक चपटी, पैनी आंखें, शरीर से ये पतले, फुर्तीले तथा कुछ लम्बे कद के होते हैं। यह चर संज्ञक व पृथ्वी तत्त्व प्रधान राशि है। इसका प्राकृतिक भाव उच्च पदाभिलाषी प्रकृति की होती है। क्रोध इनको धीरे-धीरे आता है व शांत भी ये देरी से होते हैं। जहां ये अपना पक्ष कमजोर देखते हैं, वहां पर ये नम्र हो जाते हैं।
मकर राशि में उत्पन्न जातक शान्त तथा उदार प्रवृत्ति के होते हैं तथा अन्य जनों के प्रति उनके मन में प्रेम तथा सहानुभूति का भाव विद्यमान रहता है। इनके मुखमंडल पर विचारशीलता, शांति एवं गंभीरता सदैव बनी रहती है। ये अत्यंत ही कर्मशील एवं परिश्रमी होते हैं। फलतः सांसारिक महत्त्व के कार्यों को सम्पन्न करके उनमें सफलता अर्जित करते हैं। इनमें कार्य करने की क्षमता प्रबल होती है तथा यही इनकी सफलता का रहस्य होता है। समाज एवं देशसेवा के प्रति ये उद्यत रहते हैं। ये साहसी एवं संघर्षशील होते हैं तथापि मन में यदा-कदा उदासीनता के भाव उत्पन्न होते हैं, जिससे सुख-दुःख में समान भाव की अनुभूति करते हैं। परिश्रमी एवं अध्ययनशील होने के कारण ये अनुसंधान विज्ञान या शास्त्रीय विषयों का ज्ञान अर्जित करके एक विद्वान के रूप में सामाजिक पहचान प्राप्त करते हैं। आप स्वस्थ एवं बलशाली पुरुष होंगे। आप में आदर्शवादिता का भाव होगा तथा अपने आदर्शों पर चलने के लिए आप स्वतंत्र होंगे। देश-सेवा का भाव भी आप में विद्यमान रहेगा तथा शत्रु एवं प्रतिद्वन्द्वियों से भी उदारता का व्यवहार करेंगे। फलतः वे भी आपसे प्रभावित होंगे।
आप बुद्धिमत्तापूर्वक अपने कार्यकलापों को सम्पन्न करके धनैश्वर्य, वैभव एवं सुख अर्जित करेंगे। संगीत के प्रति आपकी विशेष रुचि रहेगी तथा इस क्षेत्र में परिश्रमपूर्वक कोई विशिष्ट उपलब्धि भी अर्जित कर सकते हैं। आप श्रेष्ठ कार्यों को करने में रुचि लेंगे तथा एक चतुर व्यक्ति के रूप में जाने जाएंगे। आपकी पुत्र संतति प्रसिद्ध रहेगी तथा उनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग मिलता रहेगा।
पिता के प्रति आपके मन में पूर्ण सम्मान तथा आदर की भावना होगी तथा उनकी सेवा करने में हमेशा तत्पर रहेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी तथा प्रचुर मात्रा में धन एवं लाभ अर्जित करके एक धनवान के रूप में सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। आप युवावस्था में संघर्षशील रहेंगे और वृद्धावस्था में सुख एवं शांति प्राप्त करेंगे।
धर्म में आस्था होने के कारण समयानुसार धार्मिक कार्यकलापों को भी सम्पन्न करेंगे। इससे आपको मानसिक शांति प्राप्त होगी। मित्र एवं बंधु वर्ग के आप प्रिय होंगे तथा इनसे आपको पूर्ण लाभ एवं सहयोग प्राप्त होगा। आप किसी बात पर निर्णय सोच-विचार कर धीरे-धीरे लेंगे। आप ऊंची-ऊंची योजनाएं बनाने में सदा तत्पर रहते हैं। कमाते बहुत हैं पर धन पास में टिकता नहीं, हर समय द्रव्य का अभाव महसूस करते हैं। पत्नी व आपके विचारों में असमानताएं, आपके वैवाहिक सुख को कटुतर बनाने में सहायक हैं। आपकी राशि का चिह्न ‘मगरमच्छ’ है। ‘मगरमच्छ के आंसू’ वाली कहावत लोक-प्रसिद्ध है। ऐसे व्यक्ति दीन स्वरूप व दयनीय स्थिति का बोध कराते हैं, लेकिन कपटी होते हैं। ये बहुभोगी व विषयवासना में आसक्त रहने वाले व्यक्ति होते हैं। भोजन के बाद शीघ्र आराम करने की इच्छा रहती है। ये कहते कुछ हैं व करते कुछ हैं।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘उत्तराषाढ़ा नक्षत्र’ के (भो, जा, जी) चरणों में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-नकुल, गण-मनुष्य, वर्ण-क्षत्रिय, हंसक-अग्नि, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा है। इस नक्षत्र का द्वितीय चरण का वर्ग-मूषक, अन्य दोनों चरणों का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्मा जातक बहुत नम्र, बहुत मित्रों वाला, धार्मिक, कृतज्ञ, भाग्यशाली होता है। उत्तराषाढ़ा सूर्य का नक्षत्र है, जो कि चंद्रमा का मित्र है, इसलिए यह शुभ फल कहा जाता है।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘श्रवण नक्षत्र’ (जू, जे, जो, खा) में हुआ है, तो आपका जन्म 10 वर्ष की चंद्रमा की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-कपि, गण-देव, वर्ण-वैश्य, हंसक-भूमि, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा तथा प्रथम तीन चरण का वर्ग-सिंह एवं अन्तिम चरण का वर्ग-बिलाव है। श्रवण नक्षत्र में जन्मे लोग अपने कार्यक्षेत्र में ऊंचा नाम कमाते हैं। परोपकार व धार्मिक कार्यों में धन, समय व श्रम का समुचित उपयोग करेंगे।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘धनिष्ठा नक्षत्र’ के प्रथम व द्वितीय चरण (गा, गी) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की मंगल की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-सिंह, गण-राक्षस, हंसक-भूमि, नाड़ी-मध्य, पाया-तांबा एवं वर्ग-बिलाव है। धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मा व्यक्ति निडर व निर्भीक होता है। ये संगीत प्रेमी होते हैं और समाज में इनकी प्रतिष्ठा होती है।
मकर राशि वाले व्यक्ति प्रायः एकांतप्रिय व भीड़-भाड़ से दूर रहना पसन्द करते हैं। इनमें स्वार्थ की प्रवृत्ति कुछ विशेष रहने के कारण इनको धार्मिक व राजनैतिक क्षेत्र में सफलताएं कम मिलती हैं। ये अत्यधिक गोरे होंगे या काले। इसी प्रकार या तो ये कट्टर आस्तिक होंगे या फिर एकदम नास्तिक। आपके अनुकूल फलदायक रत्न ‘नीलम’ है।

मकर राशि वालों के लिए उपाय

आपकी राशि का अधिपति शनि है। अतः 7 प्रकार के अनाज व दालों को मिलाकर पक्षियों को चुगाएं। काले कुत्ते को रोटी खिलाना भी आपके लिए लाभप्रद रहेगा। गहरे रंग के कपड़ों का प्रयोग करें। बैंगनी रंग व नीला रंग उपयुक्त रहता है। नीलम, नीली या शनि यंत्र धारण करें। शनिवार का व्रत करें।

मकर राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ मकर
    1. राशि चिह्न ‒ मगरमच्छ
    2. राशि स्वामी ‒ शनि
    3. राशि तत्त्व ‒ पृथ्वी तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ चर
    5. राशि दिशा ‒ दक्षिण
    6. राशि लिंग व गुण ‒ स्त्री, तमोगुणी
    7. राशि जाति ‒ वैश्य
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ सौम्य स्वभाव, वात प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ घुटना (टखने)
    10. अनुकूल रत्न ‒ नीलम
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ कटेला
    12. अनुकूल धातु ‒ लोहा, त्रिलोह
    13. अनुकूल रंग ‒ नीला, आसमानी, काला
    14. शुभ दिवस ‒ शनिवार
    15. अनुकूल देवता ‒ शनिदेव
    16. व्रत, उपवास ‒ शनिवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 8
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 8/17/26
    19. मित्र राशियां ‒ कुंभ
    20. शत्रु राशियां ‒ सिंह
    21. व्यक्तित्व ‒ परोपकारी, दयालु, प्रशासक
    22. सकारात्मक तथ्य ‒ व्यावहारिक धरातल पर चलने वाला कठोर परिश्रमी, सही सलाह देने वाला
    23. नकारात्मक तथ्य ‒ सन्देहास्पद प्रवृत्ति, कठिनता से मानने वाला

भो, जा, जी उत्तराषाढ़ा‒3

जू, जे, जो, खा अभिजित-4

खा खी, खू, खे, खो श्रवण‒4

गा, गी धनिष्ठा‒2


1 जनवरी से 7 जनवरी तक

वर्ष की शुरुआत सही नहीं कही जा सकती है। 1, 2 को चंद्रमा चतुर्थ भावगत परिभ्रमण कर रहे हैं, अतः कष्ट की अनुभूति होगी। वाहन से परेशानी हो सकती है। माता से किसी बात पर खटपट हो सकती है। आसपास का वातावरण भी तनावपूर्ण रहेगा। पैसों की आवक भी ढीली रहेगी। 3, 4 को बच्चों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए समय मिलेगा। आप ज्ञानवर्धन साहित्य को पढ़ेंगे। इस समय आप कहीं बाहर घूमने-फिरने का प्रोग्राम बना सकते हैं। आप अपने आपमें ही व्यस्त रह पने काम पर पूरा फोकस करेंगे। परिवार मेल-जोल रहेगा 5, 6, 7 को प्रेम-प्रसंगों में सफलता की स्थिति रहेगी। कारोबार में व्यस्तता बढ़ जाएगी। कामकाजी महिलाओं के लिए समय पक्ष में रहेगा। आप चतुराई से कार्य करेंगे


ग्रह स्थिति

वर्षारम्भ में शुक्र+शनि मकर राशि का लग्न में, बृहस्पति मीन राशि का तृतीय भाव में, चंद्रमा+राहु मेष राशि का चतुर्थ भाव में, मंगल वृषभ राशि का पंचम भाव में, केतु तुला राशि का दशम भाव में, सूर्य+बुध धनु राशि का बारहवें भाव में चलायमान रहेंगे।

मकर राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी17, 18, 22, 23, 25, 261, 2, 10, 11, 12, 20, 28, 29
फरवरी14, 15, 18, 19, 22, 236, 7, 8, 16, 17, 24, 25, 26
मार्च13, 14, 18, 19, 21, 226, 7, 8, 15, 16, 24, 25
अप्रैल9, 10, 11, 14, 15, 18, 192, 3, 4, 12, 20, 21, 29, 30
मई6, 7, 11, 12, 15, 161, 9, 10, 11, 18, 19, 27, 28, 29
जून3, 4, 7, 8, 11, 12, 305, 6, 14, 15, 23, 24, 25
जुलाई1, 5, 6, 8, 9, 27, 28, 293, 11, 12, 20, 21, 22, 30, 31
अगस्त1, 2, 5, 6, 24, 25,
29, 30
7, 8, 16, 17, 18, 26, 27
सितम्बर1, 2, 20, 21, 25, 26,
28, 29, 30
4, 5, 13, 14, 15, 23
अक्टूबर17, 18, 22, 23, 26, 271, 2, 10, 11, 12, 20, 21
नवम्बर14, 15, 18, 19, 20,
22, 23
6, 7, 8, 16, 17, 25, 26
दिसम्बर11, 12, 16, 17, 19,
20, 21
4, 5, 6, 14, 22, 23, 31

मकर राशि का वार्षिक भविष्यफल

Makar Rashifal 2023
मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए | यह साल कुछ मिला-जुला रहेगा। शनि की साढ़ेसाती अंतिम चरण में है। अतः | यात्राओं का दौर चलेगा। यात्राओं से कुछ उपलब्धियां तो कुछ परेशानियां भी रहेंगी। वर्षारम्भ में शनि आपकी राशि में स्वग्रही हैं। जो कि खूब मेहनत कराएगा। 17 जनवरी से दूसरे स्थान में धन भाव में आ जाएंगे। अतः धन आगम के स्रोत भी प्रबल होंगे। आर्थिक रूप से आप सक्षम व सुदृढ़ स्थिति में रहेंगे। आपकी राशि स्वामी शनि बलवान होने के कारण आत्मबल व मनोबल मजबूत रहेगा। आप इस साल जमकर पैसा कमाएंगे। वहीं खुले दिल से पैसा खर्च भी करेंगे। मित्र व सहयोगी आपको हर प्रकार से सहयोग करेंगे। 22 अप्रैल के पश्चात् चौथे स्थान में गुरु राहु की युति के कारण कोई एक्सीडेंट या दुर्घटना घटित हो सकती है। व्यापार में जल्दबाजी में किये गए निर्णय के परिणाम घातक रह सकते हैं। अतः हर निर्णय बहुत ही सोच-समझकर बहुत विचार करने के बाद लें। जिस काम को एक बार करने की ठान लेते हैं। उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। रिश्तेदारों को काम में सहयोग करेंगे। आपकी जान-पहचान व संपर्कों का दायरा बढ़ेगा।
इस वर्ष स्वास्थ्य का पाया भी ठीक ही रहेगा। किसी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका नहीं है। खान-पान का विशेष रूप से ध्यान रखें। इस साल पैसा जितनी तेजी से आएगा, उतनी तेजी से खर्चा भी होगा। इस साल चौथे स्थान पर शनि की दृष्टि रहेगी। अतः भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद का योग बनेगा। पिछले काफी समय से जो काम लंबित चल रहा था, वह पूरे होने के योग बन गए हैं। नौकरी में अफसरों व अधिकारियों से सम्बन्ध अच्छे बनेंगे। आप उनके लिए कई काम ऐसे ही कर देंगे।
प्रशंसा करेंगे। आप सहकर्मियों को उनके काम में उनका हाथ बटाएंगे। घन भाव में शनि के प्रभाव से पैसा तीव्रता से आएगा, परन्तु जितनी तीव्रता से आएगा उतनी तीव्रता से खर्चा भी होगा। धन संचय में बाधा है। आमदनी व आय के हालात कोई खास अच्छे नहीं रहेंगे। आप खर्चों में नियंत्रण करके अपने बजट को व्यवस्थित व संतुलित कर सकते हैं। शत्रु व विरोधी सक्रिय तो रहेंगे, परन्तु अनिष्ट कुछ नहीं कर पाएंगे। आपके विरुद्ध कोई गुप्त योजना या षड्यंत्र बना सकते हैं। अनजान व अपरिचित लोगों से आपको सावधान व सतर्क रहना चाहिए। __धन के लेन-देन में बहुत सतर्कता व सावधानी आवश्यक है। अपरिचित व अजनबी व्यक्तियों के साथ रुपयों-पैसों का व्यवहार बिलकुल सावधानी से करें। 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि की वक्रगति आपके स्वास्थ्य में हानि का कारण बन सकती है। खान-पान का, पथ्य-अपथ्य का विशेष ध्यान रखें। नौकरी में अपने काम को पूरी संजीदगी व गंभीरता से अंजाम दें। छोटी-से-छोटी लापरवाही आपके लिए नुकसान का, हानि का कारण बन सकती है। वाणी व क्रोध पर नियंत्रण रखें। कोई बड़ा ऑर्डर या बिग डील आपके हाथों से निकल सकती है। कोई आरोप-प्रत्यारोप आप पर लग सकता है। ऐसा कोई काम आपके हाथों से हो सकता है, जो कि कहीं न कहीं बदनामी व अपयश का कारण बनेगा।

मकर राशिकैसी रहेगी 2023 में आपकी सेहत?

इस वर्ष शारीरिक स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा। शारीरिक रूप से एवं मानसिक रूप से आप एकदम फिट एण्ड फाइन रहेंगे। इस वर्ष शनि का प्रभाव साढ़ेसाती का अंतिम चरण में है। अतः यात्राओं में खान-पान का विशेष ध्यान रखें, दिनचर्या को व्यवस्थित रखें। दुर्व्यसन के कारण स्वास्थ्य में नकारात्मकता रह सकती है। दीर्घकालिक बीमारियों में नियमित जांच व परीक्षण करवाते रहें। शनि के वक्र काल में जून से नवम्बर के मध्य आपको अस्पताल के चक्कर काटने पड़ सकते हैं। मौसमी बीमारियां तो रहेंगी ही, परन्तु उनका समाधान व हल भी पास ही रहेगा। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं, किसी एक्सीडेंट आदि के योग हैं। सिरदर्द, सर्दी, जुखाम जैसी बीमारियां फरवरी से जून के मध्य रह सकती हैं। पाचन तंत्र के योग रहेंगे। रोग निवृति हेतु “ॐ हौं जूं सः” इस मंत्र का जप करें।

मकर राशिव्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2023 ?

रुपयों-पैसों के मामले में यह समय मिश्रित फलकारी है। कहीं से रुका हुआ या अटका हुआ रुपया प्राप्त होगा। परिश्रम व मेहनत इस साल खूब रहेगी। परन्तु उसके अनुपात में परिणाम व प्रतिफल कमजोर ही रहेंगे। किसी परिचित या जान-पहचान वाले के माध्यम से आपको व्यापार में कोई बड़ा ऑर्डर प्राप्त होगा। लेकिन पेमेंट फंस जाएगा। इस वर्ष अंतिम चरण में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव व्यर्थ की यात्राएं अधिक कराएगा। इस वर्ष व्यापार में विस्तार की योजना बना सकते हैं लेकिन साधनों के अभाव व धनाभाव के कारण योजना कागजों में ही अटक कर रह जाएगी। कार्यरूप में परिणति पर संदेह रहेगा। व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वी व प्रतिस्पर्धी आपको इस वर्ष कड़ी चुनौती देंगे। हालांकि स्वराशि में शनि की स्थिति के कारण आप भी हर चुनौती व टक्कर के लिए तैयार रहेंगे। जुनून की तरह काम करेंगे। अतः नुकसान को कम कर जाएंगे। इस वर्ष 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि की वक्र स्थिति के कारण कुछ सरकारी परेशानियां हो सकती हैं, इन्कमटैक्स, सेल्स टैक्स, यू.डी. टैक्स, जी.एस.टी. आदि से जुड़ी परेशानी के आसार हैं। संपत्ति संबधी विवाद या बंटवारे सम्बन्धी विवाद का हल आपसी सहमति से तथा मध्यस्थता से निकलेगा। देवगुरु बृहस्पति 22 अप्रैल के बाद चौथे स्थान में आकर भूमि, भवन, वाहन आदि का योग बनाएगा। रियल एस्टेट, ठेकेदारी, भूमि, भवन, वाहन आदि से जुड़े जातकों के लिए समय अनुकूल है। भुगतान के प्रति पूर्ण रूप से आश्वस्त होकर ही किसी को उधार दें। अन्यथा वापस आने की सम्भावना न के बराबर है। आपको इस समय व्यापार पर गंभीरता से ध्यान रखना चाहिए और क्वालिटी से साथ कोई समझौता नहीं करें।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

पारिवारिक दृष्टि से यह साल अच्छा रहेगा। परिवार के सभी लोग हर परिस्थिति में आपके साथ कंधे से कन्धा मिलाकर खड़े रहेंगे। पुत्र संतान की हरकतें, गतिविधियां व सन्तान के करियर को लेकर मन में चिंता जरूर रहेगी। चंद्रमा वर्षारम्भ में राहु के साथ पीड़ित हुआ है, अतः कभी-कभार जीवन साथी व दाम्पत्य संबंधों में मतभेद रहेगा। आपसी सहमति, मध्यस्थता से सारे विवादों का निराकरण हो जाएगा। बच्चों के करियर भविष्य व विवाह से सम्बंधित कोई योजना बनेगी। संतान पर शिक्षा के लिए अधिक दबाव नहीं बनाएं, अन्यथा संतान डिप्रेशन या अवसाद में आ सकती है। परिवार के सदस्यों से आपसी सूझ-बूझ से सामंजस्य स्थापित कर देंगे। माता-पिता या घर के बड़े-बुजुर्गों का स्वास्थ्य कुछ कमजोर रह सकता है। रिश्तेदारों से मेल-जोल व संवाद कायम होगा। हालांकि रिश्तेदार आपसे ईर्ष्या व द्वेष करेंगे।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

इस वर्ष अध्ययन में सफलता मिल जाएगी। एकाग्रचित होकर लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में जुट जाएं। मकैनिकल, इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्नीक आदि के क्षेत्र में प्रयासरत हैं तो निश्चित ही सफलता मिल जाएगी । इंटरव्यू, साक्षात्कार आदि में सफलता मिल ही जाएगी। प्रतियोगी परीक्षा, विभागीय परीक्षा व नौकरी से संबंधित परीक्षा का परिणाम अच्छा रहेगा। करियर में इस साल बेहतर नौकरी का अवसर सुलभ होगा। इस वर्ष 22 अप्रैल के बाद आप संतान की शिक्षा पर व्यवस्तताओं के चलते इतना ध्यान नहीं दे पाएंगे, जिससे कहीं न कहीं अध्ययन प्रभावित होगा। प्रोफेशनल स्टडीज में प्रयासरत विद्यार्थियों को शुरुआत में ठोस परिणाम मिलेंगे, लेकिन बाद में कहीं न कहीं शिथिलता आ जाएगी।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

तुलसीदास जी ने कहा है। धीरज धर्म, मित्र और नारी आपतकाल परखिये चारी। अतः मित्र की परीक्षा करने का समय अब आ गया है। इस साल आपको सही व सच्चे मित्र की पहचान होगी। प्रेमी-प्रेमिका से संबंधों में मधुरता रहेगी। गलतफहमियों का निराकरण होगा। प्रेमी-प्रेमिका दोनों एक दूसरे की भावनाएं और स्थितियां समझकर आचरण करेंगे। जरूरतमंद मित्रों की तरफ आप मदद का हाथ बढ़ाएंगे। मित्रों की संख्या में इजाफा होगा। अवसरवादी मित्रों से थोड़ा संभलकर रहें।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

इस वर्ष वाहन पर बार-बार खर्चा होगा। उसकी रिपेयरिंग व रखरखाव पर हो रहे खर्चों से आप परेशान हो जाएंगे। जहां तक शुभकार्य की बात है इस साल शुभ कार्य, मांगलिक प्रसंग की रूपरेखा बन सकती है। साथ ही वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। खासकर 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य किसी अशुभ घटना या एक्सीडेंट आदि के योग बने हुए हैं। आप मकर राशि के जातक हैं तथा मकर राशि के जातकों का हाथ रुपयों-पैसों के मामले में खुला हुआ होता है। इस साल भी खर्च की प्रबलता रहेगी। खर्चों पर नियंत्रण रखें, पैसों का संचय करें, यही पैसा आपके बेवक्त काम आएगा। बुरी आदतों, बुरे लोगों का परित्याग कर दें।

मकर राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

इस साल शनि की साढ़ेसाती अंतिम चरण में आरम्भ हो जाएगी। अतः धन हानि की सम्भावना है। कोई बड़ी धनराशी कहीं पर अटक जाएगी। इस वर्ष 4 सितम्बर से 31 दिसम्बर के मध्य रुपया किसी को उधार नहीं दें। अन्यथा पैसा वापस नहीं आ पाएगा। व्यापार में भी अगर उधार देना आवश्यक हो तो धन वापसी सुनिश्चित करके ही दें। 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य किसी अनहोनी की आशंका व सम्भावना बनी हुई है। व्यापार में विस्तार के चलते ऋण लेने की नौबत आ सकती है। इस साल कुछ घनिष्ठ लोगों, मित्रों से विछोह साल के उतरार्द्ध में हो सकता है।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष यात्राओं पर जोर रहेगा। कुछ लम्बी दूरी की यात्राएं हो सकती हैं, विदेश यात्रा के योग भी प्रबल हैं। विद्यार्थी इस साल अपने करियर को लेकर कोई यात्रा का कार्यक्रम बना सकते हैं।

कैसे बनाये मेष राशि वाले 2023 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढाने के लिए शनिवार को कीड़ी नगरा सींचें। कटैला युक्त शानियंत्र गले में धारण करें। शनिवार को 3 मुट्ठी काले तिल अपने ऊपर से 7 बार उसार कर पक्षियों को चुगाएं। दिव्यांग व अपाहिज व्यक्तियों की सेवा करें।

मकर राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मकर राशि का स्वामी शनि है। शनि प्रधान व्यक्ति मेहनत से नहीं घबराते हैं। मकर राशि के जातक व्यावहारिक (प्रैक्टिकल) तथा बलवान होते हैं, परंतु पैरों में कभी-कभार तकलीफ रहती है।
शनि पाप ग्रह है तथा उनका रंग काला है। इस राशि वाले व्यक्ति प्रायः काले, नाक चपटी, पैनी आंखें, शरीर से ये पतले, फुर्तीले तथा कुछ लम्बे कद के होते हैं। यह चर संज्ञक व पृथ्वी तत्त्व प्रधान राशि है। इसका प्राकृतिक भाव उच्च पदाभिलाषी प्रकृति की होती है। क्रोध इनको धीरे-धीरे आता है व शांत भी ये देरी से होते हैं। जहां ये अपना पक्ष कमजोर देखते हैं, वहां पर ये नम्र हो जाते हैं।
मकर राशि में उत्पन्न जातक शान्त तथा उदार प्रवृत्ति के होते हैं तथा अन्य जनों के प्रति उनके मन में प्रेम तथा सहानुभूति का भाव विद्यमान रहता है। इनके मुखमंडल पर विचारशीलता, शांति एवं गंभीरता सदैव बनी रहती है। ये अत्यंत ही कर्मशील एवं परिश्रमी होते हैं। फलतः सांसारिक महत्त्व के कार्यों को सम्पन्न करके उनमें सफलता अर्जित करते हैं। इनमें कार्य करने की क्षमता प्रबल होती है तथा यही इनकी सफलता का रहस्य होता है। समाज एवं देशसेवा के प्रति ये उद्यत रहते हैं। ये साहसी एवं संघर्षशील होते हैं तथापि मन में यदा-कदा उदासीनता के भाव उत्पन्न होते हैं, जिससे सुख-दुःख में समान भाव की अनुभूति करते हैं। परिश्रमी एवं अध्ययनशील होने के कारण ये अनुसंधान विज्ञान या शास्त्रीय विषयों का ज्ञान अर्जित करके एक विद्वान के रूप में सामाजिक पहचान प्राप्त करते हैं। आप स्वस्थ एवं बलशाली पुरुष होंगे। आप में आदर्शवादिता का भाव होगा तथा अपने आदर्शों पर चलने के लिए आप स्वतंत्र होंगे। देश-सेवा का भाव भी आप में विद्यमान रहेगा तथा शत्रु एवं प्रतिद्वन्द्वियों से भी उदारता का व्यवहार करेंगे। फलतः वे भी आपसे प्रभावित होंगे।
आप बुद्धिमत्तापूर्वक अपने कार्यकलापों को सम्पन्न करके धनैश्वर्य, वैभव एवं सुख अर्जित करेंगे। संगीत के प्रति आपकी विशेष रुचि रहेगी तथा इस क्षेत्र में परिश्रमपूर्वक कोई विशिष्ट उपलब्धि भी अर्जित कर सकते हैं। आप श्रेष्ठ कार्यों को करने में रुचि लेंगे तथा एक चतुर व्यक्ति के रूप में जाने जाएंगे। आपकी पुत्र संतति प्रसिद्ध रहेगी तथा उनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग मिलता रहेगा।
पिता के प्रति आपके मन में पूर्ण सम्मान तथा आदर की भावना होगी तथा उनकी सेवा करने में हमेशा तत्पर रहेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी तथा प्रचुर मात्रा में धन एवं लाभ अर्जित करके एक धनवान के रूप में सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। आप युवावस्था में संघर्षशील रहेंगे और वृद्धावस्था में सुख एवं शांति प्राप्त करेंगे।
धर्म में आस्था होने के कारण समयानुसार धार्मिक कार्यकलापों को भी सम्पन्न करेंगे। इससे आपको मानसिक शांति प्राप्त होगी। मित्र एवं बंधु वर्ग के आप प्रिय होंगे तथा इनसे आपको पूर्ण लाभ एवं सहयोग प्राप्त होगा। आप किसी बात पर निर्णय सोच-विचार कर धीरे-धीरे लेंगे। आप ऊंची-ऊंची योजनाएं बनाने में सदा तत्पर रहते हैं। कमाते बहुत हैं पर धन पास में टिकता नहीं, हर समय द्रव्य का अभाव महसूस करते हैं। पत्नी व आपके विचारों में असमानताएं, आपके वैवाहिक सुख को कटुतर बनाने में सहायक हैं। आपकी राशि का चिह्न ‘मगरमच्छ’ है। ‘मगरमच्छ के आंसू’ वाली कहावत लोक-प्रसिद्ध है। ऐसे व्यक्ति दीन स्वरूप व दयनीय स्थिति का बोध कराते हैं, लेकिन कपटी होते हैं। ये बहुभोगी व विषयवासना में आसक्त रहने वाले व्यक्ति होते हैं। भोजन के बाद शीघ्र आराम करने की इच्छा रहती है। ये कहते कुछ हैं व करते कुछ हैं।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘उत्तराषाढ़ा नक्षत्र’ के (भो, जा, जी) चरणों में हुआ है, तो आपका जन्म 6 वर्ष की सूर्य की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-नकुल, गण-मनुष्य, वर्ण-क्षत्रिय, हंसक-अग्नि, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा है। इस नक्षत्र का द्वितीय चरण का वर्ग-मूषक, अन्य दोनों चरणों का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्मा जातक बहुत नम्र, बहुत मित्रों वाला, धार्मिक, कृतज्ञ, भाग्यशाली होता है। उत्तराषाढ़ा सूर्य का नक्षत्र है, जो कि चंद्रमा का मित्र है, इसलिए यह शुभ फल कहा जाता है।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘श्रवण नक्षत्र’ (जू, जे, जो, खा) में हुआ है, तो आपका जन्म 10 वर्ष की चंद्रमा की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-कपि, गण-देव, वर्ण-वैश्य, हंसक-भूमि, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा तथा प्रथम तीन चरण का वर्ग-सिंह एवं अन्तिम चरण का वर्ग-बिलाव है। श्रवण नक्षत्र में जन्मे लोग अपने कार्यक्षेत्र में ऊंचा नाम कमाते हैं। परोपकार व धार्मिक कार्यों में धन, समय व श्रम का समुचित उपयोग करेंगे।
यदि आपका जन्म मकर राशि के ‘धनिष्ठा नक्षत्र’ के प्रथम व द्वितीय चरण (गा, गी) में हुआ है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की मंगल की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-सिंह, गण-राक्षस, हंसक-भूमि, नाड़ी-मध्य, पाया-तांबा एवं वर्ग-बिलाव है। धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मा व्यक्ति निडर व निर्भीक होता है। ये संगीत प्रेमी होते हैं और समाज में इनकी प्रतिष्ठा होती है।
मकर राशि वाले व्यक्ति प्रायः एकांतप्रिय व भीड़-भाड़ से दूर रहना पसन्द करते हैं। इनमें स्वार्थ की प्रवृत्ति कुछ विशेष रहने के कारण इनको धार्मिक व राजनैतिक क्षेत्र में सफलताएं कम मिलती हैं। ये अत्यधिक गोरे होंगे या काले। इसी प्रकार या तो ये कट्टर आस्तिक होंगे या फिर एकदम नास्तिक। आपके अनुकूल फलदायक रत्न ‘नीलम’ है।

मकर राशि वालों के लिए उपाय

आपकी राशि का अधिपति शनि है। अतः 7 प्रकार के अनाज व दालों को मिलाकर पक्षियों को चुगाएं। काले कुत्ते को रोटी खिलाना भी आपके लिए लाभप्रद रहेगा। गहरे रंग के कपड़ों का प्रयोग करें। बैंगनी रंग व नीला रंग उपयुक्त रहता है। नीलम, नीली या शनि यंत्र धारण करें। शनिवार का व्रत करें।

मकर राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ मकर
    1. राशि चिह्न ‒ मगरमच्छ
    2. राशि स्वामी ‒ शनि
    3. राशि तत्त्व ‒ पृथ्वी तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ चर
    5. राशि दिशा ‒ दक्षिण
    6. राशि लिंग व गुण ‒ स्त्री, तमोगुणी
    7. राशि जाति ‒ वैश्य
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ सौम्य स्वभाव, वात प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ घुटना (टखने)
    10. अनुकूल रत्न ‒ नीलम
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ कटेला
    12. अनुकूल धातु ‒ लोहा, त्रिलोह
    13. अनुकूल रंग ‒ नीला, आसमानी, काला
    14. शुभ दिवस ‒ शनिवार
    15. अनुकूल देवता ‒ शनिदेव
    16. व्रत, उपवास ‒ शनिवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 8
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 8/17/26
    19. मित्र राशियां ‒ कुंभ
    20. शत्रु राशियां ‒ सिंह
    21. व्यक्तित्व ‒ परोपकारी, दयालु, प्रशासक
    22. सकारात्मक तथ्य ‒ व्यावहारिक धरातल पर चलने वाला कठोर परिश्रमी, सही सलाह देने वाला
    23. नकारात्मक तथ्य ‒ सन्देहास्पद प्रवृत्ति, कठिनता से मानने वाला