AI Image OF Song KHAI KE PAAN BANARAS WALA
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Summary : अंजन ने लिखा, किशोर को मजा नहीं आया

किशोर ने “खइके” गाने से भी मना कर दिया और बोले वो “खा के पान बनारस वाला” गाएंगे। बहुत मनाने के बाद वो राज़ी हुए।

Khaika Paan Banaras Song Story: 1978 में बॉलीवुड के एंग्री यंग मैन अमिताभ बच्चन ने डॉन में अपनी यादगार परफॉर्मेंस दी थी। सलिम–जावेद की लिखी ये फिल्म बाद में कल्ट क्लासिक बन गई। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि कभी इस फिल्म को इसके ही राइटर्स ने फ्लॉप के करीब मान लिया था। जब डॉन का पहला रफ कट सलीम खान और जावेद अख्तर को दिखाया गया, तो माना जाता है कि जावेद खुश नहीं और उन्होंने कहा था, “ये पिक्चर कभी नहीं चलेगी, इसमें बड़ी गड़बड़ है।” गीतकार समीर अंजन के अनुसार, जिन्होंने अपने पिता अंजन की यादों से ये बात सुनाई, जावेद को लगा था कि फिल्म का दूसरा हिस्सा बहुत सूखा है- “उसमें बहुत एक्शन था, लेकिन एंटरटेनमेंट नहीं था।”

जावेद अख्तर ने सुझाव दिया कि लिरिसिस्ट अंजन एक हल्का-फुल्का, कैची गाना लिखें ताकि फिल्म में थोड़ा मजेदार एलीमेंट आए। लेकिन संगीतकार कल्याणजी जावेद की इस बात से सहमत नहीं थे और गाना बनाने के लिए तैयार नहीं थे। समीर बताते हैं, ”प्रोड्यूसर पहले ही फिल्म पूरी करने में संघर्ष कर रहा है, ऐसे में एक और गाना…जावेद अपनी जगह अडिग रहे। उन्होंने कहा कि डॉन बिना इस एक्स्ट्रा सॉन्ग के रिलीज़ नहीं होगी।”

अंजन ने लिखा, “खइके पान बनारस वाला” और आगे की कहानी इतिहास बन गई। शुरुआत में कल्याणजी ने इसे नकार दिया था, उन्होंने कहा, “मुंबई में पान और बनारस वाला…. गाना कौन सुनेगा?” लेकिन उनके भाई और पार्टनर आनंदजी को इस गाने में दम दिखा और उन्होंने चुपचाप इस पर काम शुरू कर दिया।

समीर के अनुसार जब किशोर कुमार को रिकॉर्डिंग के लिए बुलाया गया तो वो खुश नहीं थे। समीर बताते हैं, “भांग का रंग चढ़ा हो चकाचक…” लाइन सुनकर उन्होंने मुंह बनाया। उन्होंने कहा, “ये कैसी लाइनें हैं?” उन्होंने “खइके” गाने से भी मना कर दिया और बोले वो “खा के पान बनारस वाला” गाएंगे। बहुत मनाने के बाद वो राज़ी हुए। टीम ने उन्हें असली पान और थूकदान दिया ताकि वो किरदार में आ सकें। और जैसे ही रिकॉर्डिंग शुरू हुई… सब कुछ क्लिक हो गया। गाना एक ही टेक में पूरा हो गया। एक बंगाली सिंगर ने बनारस वाले पान पर हिंदी सिनेमा का सबसे आइकॉनिक गाना दे दिया।

Javed Akhter and Kishore Kumar
Javed Akhter and Kishore Kumar

इस गाने को शूट करने के लिए टीम के पास बस एक दिन था। सही लोकेशन नहीं मिली तो टीम ने मुंबई के जोगेश्वरी में एक अस्तबल में इसे शूट किया। अमिताभ बच्चन और ज़ीनत अमान आए … और पूरा गाना सिर्फ तीन घंटे में शूट हो गया। यह “अस्तबल वाला गाना” बाद में इतिहास बना। डॉन जिसे कभी लगभग डूबा हुआ प्रोजेक्ट समझा गया था … बॉक्स ऑफिस पर धमाल कर गई। अमिताभ बच्चन का स्टारडम और मजबूत हुआ। “खइके पान बनारस वाला” पीढ़ियों का एंथम बन गया। आज भी इस गाने को शौक से सुना जाता है।

ढाई दशक से पत्रकारिता में हैं। दैनिक भास्कर, नई दुनिया और जागरण में कई वर्षों तक काम किया। हर हफ्ते 'पहले दिन पहले शो' का अगर कोई रिकॉर्ड होता तो शायद इनके नाम होता। 2001 से अभी तक यह क्रम जारी है और विभिन्न प्लेटफॉर्म के लिए फिल्म समीक्षा...