Hotwifing Sex Trend: कपल्स अब अपने रिश्ते को लेकर मुखर होने लग हैं। अपनी इच्छाएं और अनिच्छा के बारे में बोलने लगे हैं। कपल्स के रिश्ते को लेकर इन दिनों कई नए ट्रेंड देखने को मिल रहे हैं, जिसमें से एक नया ट्रेंड “हॉटवाइफिंग” है। इसमें पति अपनी पत्नी को अन्य मर्दों के साथ सोते हुए देखता है। इस ट्रेंड के बारे में अक्सर फुसफुसाया जाता है लेकिन शायद ही कभी खुलकर चर्चा की जाती है। लेकिन आज इस लेख में हम इस नए ट्रेंड “हॉटवाइफिंग” के बारे में जानेंगे, जिसका ट्रेंड विदेशों में बढ़ रहा है।
क्या है हॉटवाइफिंग?

आसान शब्दों में बोलें तो हॉटवाइफिंग में कोइ भी विवाहित महिला अपने पति या पार्टनर की पूरी जानकारी और प्रोत्साहन के साथ अन्य पुरुषों के साथ सेक्स करती है। यह पॉलीमोरी (बहुविवाह) या ओपन रिलेशनशिप के ठीक विपरीत है। इनमें जहां दोनों पार्टनर बाहरी कनेक्शन की तलाश कर सकते हैं, तो वहीं हॉटवाइफिंग आमतौर पर महिला के सेक्शुअल अनुभवों पर केंद्रित होती है। यह ट्रेंड सिर्फ सेक्स तक सीमित नहीं, बल्कि कुछ कपल्स के लिए यह रिश्तों में भरोसा, जुड़ाव और इंटिमेसी को बढ़ाने का तरीका बनता जा रहा है।
बेडरूम प्ले से कहीं ज्यादा
यदि आप हॉटवाइफिंग को वाइफ स्वैपिंग की तरह मान रहे हैं, तो यह वैसा नहीं है। वाइफ स्वैपिंग में जहां पति लोग एक दूसरे की पत्नी के साथ सेक्शुअल रिश्ते बनाते हैं, तो वहीं हॉटवाइफिंग में सिर्फ पत्नी किसी अन्य पुरुष के साथ सेक्शुअल रिश्ता बनाती है। इस ट्रेंड को दिलचस्प बनाने वाली बात सिर्फ सेक्शुअल आजादी नहीं है, बल्कि इसके पीछे की इमोशनल और मनोवैज्ञानिक लेयर्स हैं। कई कपल्स के लिए हॉटवाइफिंग बेवफाई के बारे में कम और उनके रिश्ते में इंटिमेसी बढ़ाने के बारे में अधिक है। इस संबंध में हुए अध्ययन बताते हैं कि कुछ पुरुष जब यह देखते हैं कि ने पुरुष उनकी पार्टनर को चाहते हैं, तो वे अपनी पार्टनर के साथ प्यार, उत्तेजना और जुड़ाव को गहरे रूप में महसूस करते हैं। वहीं महिलाओं के लिए यह बिना किसी शर्म या सीमा के अपनी सेन्शूअलिटी का पता लगाने का एक जरिया हो सकता है।
कहां से आया हॉटवाइफिंग का ट्रेंड?

“हॉटवाइफ” शब्द आधुनिक लगता है, लेकिन यह नया नहीं है। प्राचीन समाज में अक्सर ऐसे रीति-रिवाज होते थे, जिनमें आध्यात्मिक या सामाजिक संदर्भों में पत्नी को शेयर करना शामिल होता था। अब बस यह नई भाषा के रूप में सामने आ रहा है और इंटरनेट ने लोगों को अपने अनुभवों को शेयर करने और नॉर्मल बनाने के लिए एक स्टेज दिया है। ऑनलाइन फ़ोरम, पॉडकास्ट और प्राइवेट कम्यूनिटी ने कपल्स को यह समझाया है कि वे इन इच्छाओं में अकेले नहीं हैं। जो कभी टैबू था, अब आपसी सम्मान और ऑटोनॉमी की बात है।
क्या है यह हॉटवाइफिंग?
कई बाहरी लोग हॉटवाइफिंग को अपमान या पुरुष अधीनता से जोड़कर देखते हैं। कुछ इसे महिला के कॉन्फिडेंस, खूबसूरती और आजादी के सेलिब्रेशन के रूप में देखते हैं। कुछ मामलों में यह ट्रेडिशनल जेंडर रोल्स को भी मजबूत करता है। पुरुष अपनी पत्नी को उस देवी के रूप में देखता है, जिसे कई लोग चाहते हैं लेकिन वह उसके पास ही रहती है। इन कपल्स के लिए ईर्ष्या एक खतरा नहीं बल्कि यह ईंधन है। यह उनके बीच के पैशन को फिर से जगाता है, बातचीत, फैन्टेसी और इमोशनल नजदीकी को जगाता है।
कौन चुनता है हॉटवाइफिंग?
दिलचस्प बात यह है कि हॉटवाइफिंग की खोज करने वाले कपल्स किसी सांचे में फिट नहीं होते हैं। वे अलग-अलग प्रोफेशन और उम्र से आते हैं। कुछ 30 की उम्र वाले हैं, जो अपने आपस के रिश्ते को एक्सप्लोर कर रहे होते हैं तो कुछ बुजुर्ग कपल्स होते हैं, जो कई दशक साथ में बिता चुके होते हैं। लेकिन इन सबमें जो एक समानता है, वो है भावनात्मक परिपक्वता।
