Kaamsutra-शारीरिक सुख प्राप्त करना हमारे शरीर की बेसिक जरूरत होती है। इसे पूरा करने के लिए आपको अगर मौका भी मिल भी जाए तो आप कुछ समय बाद खुद को काफी बोर हुआ महसूस करते होंगे या फिर आपको एक समय के बाद आनंद आना बंद हो जाता होगा लेकिन इसमें आपकी या फिर आपके शरीर की कोई गलती नहीं है बल्कि आपके द्वारा प्रयोग किए जाने वाले तरीकों और टेक्निक्स की कमी है। अगर हम आचार्य वात्सायन की बात करें तो उन्होंने भारत को कामसूत्र जैसी बहुत अच्छी देन दी है जिसका प्रयोग करके आप खुद को फिर से से इंजॉय वाले उसी फेस में लेकर जा सकते हैं। आइए जान लेते हैं इन सूत्रों के बारे में।
किसिंग को बनाएं और इंटेंस

आज के समय में डॉक्टरों का भी है कहना है कि जब भी हम किस करते हैं तो हमारे शरीर में ऑक्सीटॉसिन सैराटोनिन और डोपामाइन जैसे हार्मोन रिलीज होते हैं जो शरीर के लिए लाभदायक होते हैं और जिन्हें आनंद का हार्मोन भी कहा जाता है। कामसूत्र में चुंबन को उत्तेजना का एक वाहक बताया गया है और इसके अनुसार चार प्रकार के चुंबन होते हैं।
इसमें पति पत्नी एक दूसरे की ओर मुंह करके होंठों को चूमते हैं, उदभ्रांत, जिसमें महिला पुरुष की ओर पीठ के बल बैठती है और पुरुष उसके होंठों को अपनी ओर करके किस करता है, तिर्यक, जिसमें मुंह को थोड़ा सा मोड़ कर गोल आकार में होंठ बना कर किस करना होता है और अवपीदितक आदि शामिल होते हैं।
शीशे के सामने आएं
कामसूत्र में कहा गया है कि आपको शीशे के सामने भी अपने पार्टनर के साथ सेक्स जरूर करना चाहिए। अपने पार्टनर को सेक्सरत देख कर पुरुष को काफी आनंद मिलता है। हालांकि आज के समय में भी कुछ किताबों में यह लिखा गया है कि अपने पार्टनर को सेक्स के दौरान शीशे में देखने से पुरुष को जो खुशी मिलती है वह पोर्न देखने से भी नहीं मिलती है।
आलिंगन भी जरूर आजमाएं :

कामसूत्र के मुताबिक सेक्स से पहले आलिंगन यानी फोरप्ले का भी अपना महत्त्व है। इसमें महिला को एक पेड़ पर चढ़ने के समान पुरुष से लिपटने की कोशिश करनी होती है। इसी तरह पुरुष को भी सिसकियां लेती हुई अपनी स्त्री के मुख को निहारना होता है। एक तरह के आलिंगन में महिला को पुरुष की गोद में बैठ कर अपनी टांगें उसकी टांगों में फंसाना होती हैं।
प्यार एक खेल है :
कामसूत्र में प्रहार और सीत्कार भी बहुत महत्त्वपूर्ण होते हैं। कामसूत्र में चार तरह के प्रहारों का जिक्र है जिसमें समतल ( हथेली मारना ) , प्रासर्तक ( हाथ फैला कर मारना ), मुष्टि ( मुक्का मारना ) और अपहस्तक ( उल्टे हाथ से थापी मारना ) आदि शामिल है।
आसान हो आसन :
जो कपल आसानी से सेक्स नहीं कर पाते हैं या फिर इस दौरान उन्हें आनंद महसूस नहीं होता है तो आसन का प्रयोग करना चाहिए जबकि नॉर्मल कपल को ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इस दौरान स्त्री को पुरुष के दौरान सेक्स करते समय अपनी जांघों को सिकोड़ लेना चाहिए। इस दौरान अवस्था भेद दिखता है।
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स्वाद के साथ सेक्स:
एक्सपर्ट्स के मुताबिक सेक्स के लिए बेहतर खाना भी एक जरूरी गुण है। उनके अनुसार पहले नंबर पर नमकीन खाना और दूसरे नंबर पर मीठा दोनों ही सेक्स क्रिया के लिए जरूरी हैं। अच्छे सेक्स के लिए सभी प्रकार के प्रोटीन विटामिन या कैल्शियम युक्त खाने को दर्जी दी गई है जैसे कि सेक्सुअल ग्लैंड स्कोर मजबूत करने के लिए सरसों को फायदेमंद माना गया है तो बादाम या शहद सेक्स बढ़ाने वाले पदार्थ हैं।
कमरे का रंग भी है महत्वपूर्ण

सेक्स के आनंद के लिए कमरे और दीवारों का रंग भी महत्वपूर्ण है। नागरकवृंत प्रकरण (श्लोक 2-4.6-13) के मुताबिक दोनों लोगों में परावर ऊष्मा पैदा करने के लिए कमरे के कलर गहरे और बिस्तर सुगंधित होना जरूरी है। साथ ही सिरहाने और पैताने दोनों तरफ तकियों का होना भी जरूरी है। हालांकि आजकल कमरे छोटे हो गए हैं तो इस तरह का माहौल उत्पन्न करना कभी कभी मुश्किल होता है। इसलिए इस सूत्र में अगर संशोधन किया जाए तो बस इतना ही कहा जाएगा कि कमरा साफ सुथरा और सुगंधित हो। जो आप दोनों के बीच में बराबर ऊष्मा पैदा कर सके।
