दादा-दादी के साथ रहने से बच्चों को होते हैं कई फायदे
बच्चों के लिए ग्रैंड पेरेंट्स का साथ बहुत जरूरी होता है, उनके साथ से बच्चे न सिर्फ प्यार भरा समय बिताते हैं, बल्कि उनसे अच्छी-अच्छी बातें भी सीखते हैंI
National Grandparents Day: आजकल अधिकांश कपल एकल परिवार में रहना पसंद करते हैंI यहाँ तक कि बच्चे भी अपने दादा-दादी से सिर्फ खास अवसरों और त्योहारों पर ही मिल पाते हैं, जिसकी वजह से ग्रैंड पेरेंट्स और बच्चों के बीच वैसी बॉन्डिंग नहीं बन पाती है, जो पहले के जमाने के बच्चों में हुआ करती थीI लेकिन आपको यह बात जानकर हैरानी होगी, पर बच्चों के लिए ग्रैंड पेरेंट्स का साथ बहुत जरूरी होता है, उनके साथ से बच्चे न सिर्फ प्यार भरा समय बिताते हैं, बल्कि उनसे अच्छी-अच्छी बातें भी सीखते हैंI
अगर साइंस की मानें तो जो बच्चे अपने ग्रैंड पेरेंट्स के साथ समय बिताते हैं उनमें मानसिक, बौद्धिक और इमोशनल विकास बेहतर ढंग से होता हैI आपको बता दें कि 8 सितंबर को नेशनल ग्रैंड पेरेंट्स डे मनाया जाता हैI इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य ग्रैंड पेरेंट्स के साथ बच्चों की बॉन्डिंग को खुशहाल बनाना हैI आइए जानते हैं ग्रैंड पेरेंट्स के साथ से बच्चों को क्या फायदे होते हैंI
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बच्चे एडजस्टमेंट करना सीखते हैं

आजकल के बच्चों के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि वे एडजस्ट बिलकुल भी नहीं करना चाहते हैंI ऐसे में जब वे दूसरे बच्चों से मिलते हैं तो उन्हें घुलने-मिलने व दोस्त बनाने में दिक्कत आती है और वे बच्चों के साथ भी अकेला महसूस करते हैंI लेकिन, ग्रैंड पेरेंट्स के साथ रहने से ग्रैंड पेरेंट्स उन्हें हर छोटी-छोटी चीजों की सीख देते हैं और शेयर करना सिखाते हैं, जिससे बच्चे हर सिचुएशन में आसानी से एडजस्ट कर जाते हैं और उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती ह
बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है

ग्रैंड पेरेंट्स के साथ रहने से बच्चे परिवार और टीम का अर्थ बहुत अच्छे से समझते हैं और वे किसी भी काम को करने से कभी डरते नहीं हैंI ग्रैंड पेरेंट्स के साथ रहने से उन्हें अच्छे से पता होता है कि अलग-अलग परिस्थितियों में कैसे खुद को मोटिवेटेड रखना चाहिएI
बच्चों का स्क्रीन टाइम कम होता है

आज अधिकांश पेरेंट्स की यही शिकायत होती है कि उनका बच्चा दिनभर मोबाइल फोन में व्यस्त रहता है, मना करने पर रोना शुरू कर देता हैI लेकिन ग्रैंड पेरेंट्स के साथ रहने से बच्चा उनके साथ समय बिताता है और खेलता है, जिससे उसका स्क्रीन टाइम काफी हद तक कम हो जाता हैI
बच्चे रीति-रिवाज से परिचित होते हैं

ग्रैंड पेरेंट्स के साथ रहने से बच्चे भारतीय रीति-रिवाजों के बारे में अच्छे से जान पाते हैं और उन्हें सीखने में भी आसानी होती है, जिससे उन्हें अपने जड़ों से जुड़े रहने में आसानी होती हैI
बच्चे शेयरिंग करना सीखते हैं
आजकल सिंगल चाइल्ड के साथ सबसे बड़ी यही समस्या होती है कि वे अपनी कोई भी चीज़ किसी से शेयर नहीं करना चाहते हैंI लेकिन जब बच्चे अपने ग्रैंड पेरेंट्स के साथ रहते हैं, तो वे बचपन से ही अपनी चीजों को दूसरों के साथ शेयर करना सीखते हैं, जिससे उनमें शेयरिंग हैबिट का विकास होता हैI
