What is red flag and green flag in relationship: आजकल रिलेशनशिप को दो रंगों में बांट दिया गया है। ग्रीन फ्लैग किसी रिश्ते में अच्छी आदतों का संकेत होता है तो वहीं रेड फ्लैग बुरी आदतों का। कपल्स ने अपने हिसाब से एक दूसरे की आदतों को रेड फ्लैग और ग्रीन फ्लैग में बांट लिया है। वैसे तो हर रिश्ते में कुछ कमियां होती हैं लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हैं, जो आपके लिए बहुत पॉजिटिव होते हैं, जबकि कुछ आपकी मानसिक शांति को बर्बाद करके रख देते हैं। रिलेशनशिप में लोगों के बीच लड़ाई-झगड़ा होना आम बात है हालांकि कुछ ज्यादा ही हो तो आपको संभल जाना चाहिए।
किसी भी रिलेशन को अच्छे से चलाने के लिए हम अपने पार्टनर की छोटी-छोटी कमियों को नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन अगर आप रिश्ते को लॉन्ग टर्म के हिसाब से देखें तो आपको अपने पार्टनर के व्यक्तित्व व्यवहार के बारे में जानना जरूरी है। कपल्स के लिए आजकल ग्रीन फ्लैग और रेड फ्लैग टर्म काफी पॉपुलर हो रहे हैं। अक्सर आपने देखा होगा कि कभी-कभी लड़के अपनी गर्लफ्रेंड को रेड फ्लैग और लड़कियां अपने बॉयफ्रेंड को रेड फ्लैग बताती हैं। जानते हैं क्या है रेड फ्लैग और ग्रीन फ्लैग।
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रिलेशनशिप में ग्रीनफ्लैग्स का मतलब क्या होता है?

अगर किसी रिश्ते में एक दूसरे की फिलिंग्स, बाउंड्रीज का रिस्पेक्ट किया जाता है। दोनों पार्टनर एक दूसरे की भावनाओं को समझते हैं और उनका आदर करते हैं। वे सेल्फिश और पजेसिव होकर सिर्फ अपनी ही बातों के लिए जिद्दी नहीं होते हैं तो यह एक ग्रीन फ्लैग है। अगर पार्टनर्स एक दूसरे के साथ ईमानदारी और खुलकर बातचीत करते हैं तो यह ग्रीन फ्लैग के संकेत हैं। ऐसे रिश्ते में पार्टनर एक दूसरे को इमोशनली और प्रैक्टिकल काफी सपोर्ट करते हैं। एक दूसरे पर पूरा भरोसा करते हैं। ऐसे रिश्ते में अक्सर कपल्स के वैल्यूज और गोल एक जैसे ही होते हैं। पार्टनर की आदतें रेड फ्लैग है या ग्रीन फ्लैग, यह पता करने के लिए दोनों ही पार्टनर्स एक दूसरे के बिहेवियर को क्लोजली ऑब्जर्व कर सकते हैं। अगर आप दोनों के बीच मतभेद होते हैं और आप उन्हें आसानी से सुलझा लेते हैं तो यह एक ग्रीन फ्लैग का हिस्सा है जबकि बार-बार एक जैसे ही मतभेद होते रहते हैं और बात का बतंगड़ बन जाता है तो यह एक रेड फ्लैग सिग्नल है। ग्रीन फ्लैग में पार्टनर का बिहेवियर कंसिस्टेंट होना चाहिए।
रिश्ते में रेडफ्लैग्स के संकेत

अगर रिलेशनशिप में हमेशा आपको डिस्टरबिश्ड किया जाता है या आपकी बातों को इग्नोर किया जाता है तो यह एक रेड फ्लैग है रेड फ्लैग में पार्टनर्स के बीच का कम्युनिकेशन बहुत खराब होता है या फिर कम्युनिकेशन लेवल एब्सेंट होती है। ऐसे रिश्ते में अक्सर पार्टनर दूसरे पार्टनर को कंट्रोल करने की कोशिश करता है। अगर पार्टनर के बिहेवियर में कोई कमिटमेंट नहीं है या फिर कंसिस्टेंसी की कमी है तो यह एक रेड फ्लैग है। इसके साथ ही अगर किसी रिलेशनशिप में मतभेद को रिजॉल्व नहीं किया जा रहा है और यह मतभेद लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं तो इन्हें शख्त ही बदलाव की जरूरत है। ग्रीन फ्लैग और रेड फ्लैग के बारे में जानकर आप वार्निं सिग्नल्स को समझ सकते हैंयह बताता है की आपके रिश्ते के लिए क्या सही है क्या गलत है।
