Overview:वैजाइना में आ रही सूजन का कारण कहीं मास्टरबेशन तो नहीं, जानें
वैजाइनल सूजन और मास्टरबेशन बीच गहरा संबंध है। नियमित रूप से मास्टरबेशन करने से कई तरह की वैजाइनल प्रॉब्लम हो सकती हैं।
Vagina Swelling Reason: मास्टरबेशन या वैजाइना की उत्तेजना महिलाओं के लिए निश्चित रूप से सुखद अनुभव हो सकता है। यह यौन प्रतिक्रिया को बेहतर करने में भी मदद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं नियमित रूप से मास्टरबेशन करना वैजाइना के लिए नुकसानदायक हो सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार मास्टरबेशन क्लिटोरिस की उत्तेजना और ऑर्गेज्म प्राप्त करने में सहायक है। लेकिन अगर आप इसे बार-बार या अत्यधिक तेज गति से करते हैं, तो यह दर्द और कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। तो चलिए जानते हैं मास्टरबेशन कैसे वैजाइनल सूजन का कारण हो सकता है और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
मास्टरबेशन से हो सकती है वैजाइनल सूजन

मास्टरबेशन स्वाभाविक और सुरक्षित होता है, लेकिन अत्यधिक या अनहाइजेनिक तरीके से करने पर वैजाइना में सूजन आ सकती है। क्लिटोरिस, जो योनि का संवेदनशील हिस्सा है, उसमें हजारों नर्व एंडिंग्स होती हैं। इसे बार-बार या जोर से रगड़ने, खासकर गंदे हाथों या उपकरणों से चोट या खरोंच लग सकती है जिससे सूजन का खतरा बढ़ जाता है। यह बैक्टीरिया के प्रवेश को भी बढ़ावा देता है, जिससे योनि या मूत्रमार्ग में संक्रमण हो सकता है। अत्यधिक रगड़ से त्वचा की प्राकृतिक नमी कम होकर सूखापन और जलन बढ़ा सकती है।
मास्टरबेशन करने से हो सकती है ये समस्याएं
योनि में संक्रमण: मास्टरबेशन के दौरान उपकरणों का प्रयोग चोट या खरोंच का कारण बन सकता है। इन चोटों से वैजाइना में सूजन हो सकती है।
यूटीआई: गंदे हाथों या उपकरणों से उत्तेजना करने पर बैक्टीरिया मूत्रमार्ग तक पहुंच सकते हैं, जिससे यूटीआई हो सकता है। ऐसे मामलों में पेशाब करते समय जलन महसूस हो सकती है।
सेक्सुअल डिसफंक्शन: क्लिटोरिस में हजारों नर्व एंडिंग्स होती हैं, जो इसे संवेदनशील बनाती हैं। इन नसों को बार-बार उत्तेजित करने से उनकी संवेदनशीलता कम हो सकती है। इससे यौन इच्छा में कमी और उत्तेजना प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
पेनफुल सेक्स : अत्यधिक उत्तेजना से वैजाइना में खरोंच या घर्षण हो सकता है, जिसे डिस्पेर्यूनिया कहते हैं। इस स्थिति में संभोग से पहले, दौरान या बाद में तीव्र दर्द हो सकता है।
मास्टरबेशन के फायदे
– पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है।
– माना जाता है कि इससे सर्वाइकल कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
– महिलाओं की नींद में सुधार हो सकता है।
– मास्टरबेशन करने से प्रेग्नेंसी का डर नहीं होता।
– शारीरिक और मानसिक तनाव कम होता है।
– जो महिलाएं नियमित रूप से मास्टरबेशन करती हैं वह सकारात्मक सोच रखती हैं।
– मास्टरबेशन करने से डिप्रेशन की समस्या नहीं आती।
सूजन से बचाव के उपाय

– मास्टरबेशन स्वाभाविक और सुरक्षित है, लेकिन संयम और स्वच्छता जरूरी है।
– हमेशा साफ हाथों या उपकरणों का उपयोग करें। उत्तेजना को सीमित रखें और अपने शरीर की प्रतिक्रिया को समझें।
– अगर आपको सूजन, जलन या दर्द महसूस हो, तो तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
– नियमित रूप से योनि की स्वच्छता बनाए रखें और हाइड्रेटेड रहें।
मास्टरबेशन कब नहीं करना चाहिए
– 16 साल ये कम उम्र की लड़कियों को मास्टरबेशन नहीं करना चाहिए।
– पीरियड्स के दौरान इसे नहीं करना चाहिए, योनि में चोट लग सकती है।
– पार्टनर के साथ सेक्स के दौरान मास्टरबेशन नहीं करना चाहिए। इससे सेक्स के प्रति लगाव कम हो जाता है।
– पेट संबंधित विकार के दौरान मास्टरबेशन नहीं करना चाहिए।
मास्टरबेशन के दौरान रखें इन बातों का ध्यान
– मास्टरबेशन के दौरान उन अंगों पर फोकस करें जो सबसे ज्यादा उत्तेजित होते हैं।
– मास्टरबेशन के दौरान अपने पार्टनर के बारे में सोचें।
– इस दौरान ऑर्गेज्म की जल्दबाजी न करें।
– मास्टरबेशन के दौरान पैरों की पोजिशन का ध्यान रखें।
– किसी भी उपकरण को यूज करने के बाद साफ करके रखें।
– दिमाग को शांत करने के लिए शॉवर मास्टरबेशन करें।
