कैजुअल सेक्स कल्चर, दो पल की दोस्ती और तीसरे पल ही नजदीकी, कितनी सही है, जान लें: Casual Sex Culture  
Casual Sex Culture  

Overview:

जेन जेड कैजुअल सेक्स को इन दिनों काफी प्राथमिकता देती है। हालांकि इस कैजुअल कल्चर के सिर्फ फायदे ही नहीं हैं, कई नुकसान भी हैं।

Casual Sex Culture: लिंकअप और हुकअप के जमाने में सेक्स करने की आजादी सभी के पास है।  इसमें इमोशन से ज्यादा एंजॉयमेंट मायने रखता है। इसे नाम दिया गया है ‘कैजुअल सेक्स‘। जेन जेड कैजुअल सेक्स को इन दिनों काफी प्राथमिकता देती है। इसमें आप किसी रिश्ते में नहीं होते, लेकिन साथ में सेक्स करना एंजॉय करते हैं।हालांकि इस कैजुअल कल्चर के सिर्फ फायदे ही नहीं हैं, कई नुकसान भी हैं। कई बार यह नया कल्चर लोगों को नेगेटिविटी से भर देता है। चलिए जानते हैं क्या है कैजुअल सेक्स और हुकअप कल्चर के साइड इफेक्ट्स।

Casual Sex Culture  
Safe Sex Tips

हमारे बड़े कहते हैं जिंदगी में सही और सच्चे दोस्त बनाना बहुत जरूरी है। लेकिन जब आप कैजुअल रिलेशनशिप में होते हैं या हुकअप कल्चर में ज्यादा विश्वास करते हैं तो आपको सच्चे दोस्त नहीं मिल पाते हैं। ऐसे दोस्त अक्सर आपके साथ नहीं बल्कि सुविधाओं के साथ होते हैं। ऐसे में आप अपने दिल की बात किसी से खुलकर नहीं कर पाते हैं। एक समय बाद आपको कहीं न कहीं अच्छे दोस्तों की कमी महसूस होने लगती है। अकेलापन आपको परेशान करने लगता है।

हुकअप कल्चर की पहली शर्त होती है कि आप आपस में इमोशनली एक-दूसरे से नहीं जुड़ेंगे। ऐसे मेंं यह रिश्ता सिर्फ नाम का होता है। जब आप किसी के साथ बिना इमोशन के संबंध बनाते हैं तो ऐसे में कहीं ना कहीं आपकी असली भावनाएं इग्नोर होती हैं। आगे चलकर ये बातें आपको गिल्ट में डाल सकती हैं। कई बार आप कमिटेड रिश्ता बनाने से भी डरने लगते हैं। आप दूसरों पर विश्वास करने से कतराते हैं, जिससे आपकी आगे तक की लाइफ इफेक्ट होती है।

आज की जनरेशन वेब सीरीज से काफी प्रभावित रहती है।
Today’s generation is very influenced by web series.

आज की जनरेशन वेब सीरीज से काफी प्रभावित रहती है। हुकअप, लिंकअप, कैजुअल सेक्स इन सभी को कहीं न कहीं वेब सीरीज से बढ़ावा मिला है। लेकिन ध्यान रखें आप कोई फिल्मी जिंदगी नहीं जी रहे हैं। रीयल लाइफ रील लाइफ से काफी अलग होती है। आप जो भी करते हैं उसका असर आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों लाइफ पर पड़ सकता है। ऐसे में आपको कोई भी कदम सोच समझकर ही उठाना चाहिए।

हुकअप और कैजुअल सेक्स कल्चर एक समय तक आपको भले ही अच्छे लगे, लेकिन सच्चाई यह है कि इंसान को अपनी जिंदगी में सच्चे और अच्छे रिश्तों की हर मोड़ पर जरूरत पड़ती है। जब आप हर रिश्ते को सिर्फ आनंद की नजर से देखने लगते हैं तो जरूरत पड़ने पर आपको सच्चे रिश्ते नहीं मिल पाते हैं। ऐसे रिश्ते जिनके साथ आप खुशियां और गम बांट सकें। मतलब के ये रिश्ते आपको कभी भी मानसिक शांति नहीं दे पाते हैं। ऐसे में आपका रिश्तों से विश्वास ​उठने लगता है। जबकि इसमें शुरुआती गलती आपकी ही होती है।

कैजुअल रिलेशनशिप में आपके पास कई विकल्प होते हैं। इसमें कोई ​कमिटमेंट नहीं होता, ऐसे में इसे बनाने में किसी को कोई प्रॉब्लम भी नहीं होती। लेकिन ऐसे में आप हमेशा एक कंफ्यूजन में रहते हैं कि आपके लिए कौन सा विकल्प चुना अच्छा है। यह कंफ्यूजन आगे जाकर लाइफ में असंतुष्टि का कारण बन जाता है। अगर आप किसी एक रिश्ते को चुनते हैं तो भी आपके मन में सही और गलत को लेकर कंफ्यूजन रहता है। ऐसे में आप रिश्ते को अपना 100 % नहीं दे पाते।