बर्फ़बारी के साथ साथ स्कीइंग का मज़ा
औली एक हिल स्टेशन के साथ स्की डेस्टिनेशन भी है। यहाँ आप बर्फ़बारी के साथ साथ स्कीइंग का भी भरपूर मज़ा ले सकते हैं।
Auli Places to Visit: सर्दियों में यदि आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ किसी ख़ास जगह पर जाने के बारे में सोच रहे हैं तो हिमालय के पहाड़ी राज्य औली से बेहतर जगह शायद ही कोई और होगी। इस जगह पर वह सबकुछ है जो आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ एंजोय करना चाहेंगे। औली एक हिल स्टेशन के साथ स्की डेस्टिनेशन भी है। यहाँ आप बर्फ़बारी के साथ साथ स्कीइंग का भी भरपूर मज़ा ले सकते हैं। साथ ही साथ कई ऐसी जगहों पर जा पर भी जा सकते हैं जो आपकी यात्रा को पूरी तरह से यादगार बना देंगी। हरे-भरे ओक, सेब के बाग़ानों और देवदार के पेड़ों से घिरा औली ट्रेकिंग, कैंपिंग और कई अन्य साहसिक गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है।
औली का इतिहास
औली का इतिहास जितना प्राचीन है उतना ही पौराणिक। ऐसा कहा जाता है कि 8वीं शताब्दी में आदि गुरु शंकराचार्य इस जगह पर आए थे और उन्होंने ही जोशीमठ मंदिर का निर्माण करवाया जोकि आज भी बहुत ज़्यादा प्रसिद्ध है। इस जगह पर हर रोज़ हज़ारों सैलानी आते हैं। इस जगह का औली नाम खलौली नामक स्थानीय जनजातियों से आया जोकि मूल रूप से एक अर्ध-खानाबदोश जनजाति है।
औली क्यों है ख़ास

इस जगह पर आने वाली यात्रियों की इच्छा औली घूमने के साथ बद्रीनाथ दर्शन की भी रहती है जो कि औली के उत्तर में स्थित हिंदुओं के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। इस जगह से फूलों की घाटी भी जाया जा सकता है जोकि एक राष्ट्रीय उद्यान है जोकि तरह-तरह के प्रजाति के फूलों और अल्पाइन वनस्पतियों के लिए जानी जाती है। यह फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान हिम तेंदुओं और लाल लोमड़ियों के लिए भी जाना जाता है।
औली में घूमने की जगहें
औली घूमने और साहसिक गतिविधियों के लिए जानी जाती है। आप भी अगर औली यात्रा का विचार बना रहे हैं तो इन पर्यटन स्थलों को अवश्य देखें। इन जगहों पर जाकर आपको अच्छा लगेगा।
1. गोरसन बुग्याल
गोरसन बुग्याल समुद्र तल से काफ़ी ऊंचाई पर स्थित है जिसकी वजह से इस जगह पर घास के मैदान के साथ साथ तरह तरह की वनस्पतियाँ पायी जाती हैं। इस जगह पर आकर आप यहाँ के बुग्याल की मखमली घास का मज़ा ले सकते हैं। साथ ही साथ इस जगह से हिमालय की नंदा देवी और त्रिशूल के पर्वत श्रेणियों की ख़ूबसूरती को देख सकते हैं। इस बुग्याल तक पहुंचने के लिए आपको तीन किमी की ट्रेकिंग करनी होगी।
2. क्वानी बुग्याल

गोरसन बुग्याल से तक़रीबन 12 किलोमीटर दूर यह जगह दुनिया भर के ट्रेकर्स के लिए बेहद ख़ास और मुफीद मानी जाती है। यह जगह भी काफ़ी ऊँचाई पर है और जोशीमठ-औली-गुर्सो बुग्याल-क्वानी बुग्याल के ट्रेकिंग रूट के बीच में आती है। यह जगह घुमक्कडों के बीच कैम्पिंग और ट्रेकिंग के लिए जानी जाती है। यह कैम्पिंग करने और प्रकृति की गोद में आनंद लेने के लिहाज़ से एक शानदार जगह है।
3. चिनाब झील
चिनाब झील को औली के खास आकर्षणों में गिना जा सकता है। यह हरे भरे जंगल और ओक और देवदार के पेड़ों से घिरीएक छोटी और सुन्दर झील है जो लोगों के बीच अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है। इस झील और इसके आस-पास के सुरम्य दृश्यों को देखना मन को सकून देता है। यह झील जोशीमठ के आखिरी गांव को पार करने के बाद आती है पर इसको अभी ज्यादा एक्स्प्लोर नहीं किया गया है। अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस जगह पर समय बिताना आपको अच्छा लगेगा।
4. त्रिशूल शिखर
त्रिशूल शिखर औली के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह एक ऐसा शिखर है जो पश्चिमी गढ़वाल में तीन हिमालयी पर्वत चोटियों से मिलकर बना है। इन तीन शिखरों के कारण ही इन चोटियों का नाम हिन्दू भगवान शिव के अस्त्र त्रिशूल का नाम दिया गया है। त्रिशूल का सबसे अच्छा दृश्य बेदिनी बुग्याल और कौसानी से दिखाई देता है। इससे कुछ ही किमी उत्तर-पश्चिम में नंदा घंटी और दक्षिण-पूर्व में मृगथनी शिखर है।
5. जोशीमठ
चमोली में स्थित जोशीमठ को बद्रीनाथ भगवान की शीतकालीन गद्दी कहा जाता है क्योंकि सर्दियों में ब्रदीनाथ के कपाट बंद होने के बाद बद्री विशाल की मूर्ति को यहाँ के वासुदेव मंदिर में ही रखा जाता है। इस वजह से इस मंदिर और जगह की बहुत ही बड़ी महत्ता है और दूर दूर से लोग इस जगह पर दर्शन के लिए आते हैं। यह जगह घूमने टहलने के लिहाज़ से भी काफ़ी ख़ूबसूरत है।
6. सेलधर तपोवन
औली में स्थित शैलधर उत्तराखंड का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जोकि गर्म पानी के झरने की वजह से जाना जाता है। इसलिए इस जगह पर देशी विदेशी पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। यह गांव अपनी सांस्कृतिक विरासत और पराम्परिक हस्तशिल्प की वजह से जाना जाता है। विदेशी सैलानी इस गांव को खूब पसंद करते हैं और यहाँ की बनी हुई वस्तुओं को खरीदना पसंद करते हैं।
औली में और क्या करें?

स्कीइंग
औली स्कीइंग गतिविधियों के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। इसलिए सर्दियों के महीने में इस जगह पर लोग दूर-दूर से पहुंचते हैं बर्फ से ढके क्षेत्र में स्कीइंग का भरपूर आनंद लेते हैं। यह जगह कुछ मज़ेदार करने और साहसिक गतिविधियों को करने के लिए काफ़ी अच्छी मानी जाती है। इस जगह पर आप माउंटेन बाइक ट्रेल्स का भी आनंद ले सकते हैं।
केबल कार की सवारी
इस जगह पर केबल कार की सवारी करना आपके लिए एक रोमांच भरा अनुभव हो सकता है। इस दौरान आपको प्रकृति का जो नज़ारा दिखाई देगा वह बहुत ही लाजवाब होता है। दूर दूर तक सफ़ेद बर्फ़ ही बर्फ़ दिखाई देती है। गुलमर्ग के बाद औली में एशिया की सबसे ऊंची और सबसे लंबी केबल कार की सवारी होती है।
कैम्पिंग
औली झील के किनारे कैम्पिंग करना बहुत ही अनोखा अनुभव देता है। इस जगह पर मौसम का जो लुत्फ़ आता है वह लाजवाब होता है। अलाव के आस-पास बैठकर आग सेंकना और अपने दोस्तों और प्रियजनों के साथ खास पलों का आनंद लेते हुए स्वादिष्ट भोजन करने का अहसास कभी नहीं भुलाया जा सकता है। इस जगह पर आते हैं तो आपको कैम्पिंग का मज़ा ज़रूर लेना चाहिये।
औली कैसे पहुँचे?
औली भारत के सबसे सुरम्य हिल स्टेशनों में से एक है, इसलिए आपको अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार इस जगह की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। औली का निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट 237 किमी और निकटतम रेलवे हरिद्वार 193 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सड़क मार्ग से औली पहुंचने के लिए आपको जोशीमठ के लिए बस या टैक्सी पकड़नी होगी। जोशीमठ से औली दस किमी की दूरी पर स्थित है।
