Summary: कौन हैं निख़त ज़रीन, जिन्होंने विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स में गोल्ड जीता
निख़त ज़रीन भारत की चमकती हुई मुक्केबाजी स्टार हैं, जिन्होंने विश्व मुक्केबाजी कप 2025 में इतिहास रचते हुए गोल्ड मेडल जीता। 27 साल की उम्र में निखत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी वापसी शानदार अंदाज में की और महिला 51 किलोग्राम वर्ग में फाइनल मुकाबला जीतकर भारत का नाम रोशन किया।
Nikhat Zareen: आज की भारतीय महिला किसी भी क्षेत्र में किसी से कम नहीं है, और यह बात मुक्केबाजी की स्टार निख़त ज़रीन ने एक बार फिर साबित कर दी है। उन्होंने हाल ही में विश्व मुक्केबाजी कप 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर सबका दिल जीत लिया। महिला 51 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में निखत ने चीनी ताइपे की झुआन यी गुओ को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इस जीत के साथ निखत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 21 महीने का पदक सूखा भी खत्म किया। इससे पहले उन्होंने 2023 में विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। तो आइए जानते हैं कि निख़त ज़रीन कौन हैं।
निख़त ज़रीन ने फिर दिखाया जलवा
ग्रेटर नोएडा के विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित विश्व मुक्केबाजी कप 2025 के फाइनल में निख़त ज़रीन ने महिला 51 किग्रा वर्ग में चीनी ताइपे की जुआन यी गुओ को 5-0 से मात देते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया और देश का नाम रौशन किया। निखत के शानदार प्रदर्शन के साथ ही भारत की अन्य मुक्केबाजों ने भी कमाल किया। मीनाक्षी हुड्डा (48 किग्रा), प्रीति पवार (54 किग्रा), अरुंधति (70 किग्रा) और नुपुर शेओरेन (80+ किग्रा) ने अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का अभियान और मजबूत किया।
निख़त ज़रीन कौन है?
निकहत का जन्म 14 जून 1996 को तेलंगाना के निजामाबाद में हुआ। उनके पिता मुहम्मद जमील अहमद और माता परवीन सुल्ताना हैं। मात्र 13 साल की उम्र में ही उन्होंने बॉक्सिंग ग्लव्स पहनकर मुक्केबाजी की दुनिया में कदम रखा। उनकी करियर की कई भिड़ंतें खुद एमसी मैरीकॉम से भी हुई हैं।
निख़त ज़रीन के करियर की शुरुआत
निखत जरीन ने अपने मुक्केबाजी करियर की शुरुआत बहुत कम उम्र में ही शानदार तरीके से की। साल 2010 में उन्होंने नेशनल सब-जूनियर मीट में अपना पहला गोल्ड मेडल जीता। इसके अगले ही साल, 2011 में, उन्होंने तुर्की में आयोजित महिला जूनियर और यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के फ्लाइवेट वर्ग में भारत के लिए पहला अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडल जीता। सिर्फ 15 साल की उम्र में इस मुक्केबाज ने एआईबीए महिला युवा और जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में भारत का नाम रोशन किया।
साल 2013 मे जीता था सिल्वर मेडल
साल 2013 में बुल्गारिया में आयोजित महिला जूनियर और युवा विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में उन्होंने एक बार फिर अपनी काबिलियत दिखाई और सिल्वर मेडल अपने नाम किया। इसके बाद साल 2014 में 51 किलो वर्ग में सर्बिया में आयोजित तीसरे नेशन्स कप इंटरनेशनल टूर्नामेंट में निखत ने गोल्ड जीतकर सफलता का सफर जारी रखा। साल 2015 में थाइलैंड ओपन इंटरनेशनल में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता। इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए, साल 2019 में बैंकाक में आयोजित थाइलैंड ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में उन्होंने फिर से सिल्वर मेडल हासिल किया।
