Bridal Makeup Tips: जहां आजकल हर चीज में फ्यूजन है वहां सोलह शृंगार आखिर कैसे पीछे रह सकता है। आइए जानें आजकल कैसे कर रही हैं महिलाएं सोलह शृंगार।
शादी के बाद महिलाओं का केवल घर नहीं बल्कि उनके शरीर तक में भी कई बदलाव आ जाते हैं। महिलाओं के संजने-संवरने का तरीका पूरी तरह ही बदल जाता है। सनातन धर्म में सोलह शृंगार को काफी महत्व दिया गया है। जिस महिला ने अपने मांग में सिंदूर लगा रखा है, उसे देखते ही हम कह सकते हैं कि ये विवाहित है। शादीशुदा महिलाओं के ऐसे कई शृृंगार होते हैं, जो समय के साथ काफी बदल गये हैं-

- शादी के बाद महिलाएं अपने माथे पर पहले कुमुकुम की बिंदी लगाती थीं लेकिन अब महिलाएं बाजार में मिलने वाली साड़ी या सूट से मैंचिंग करती हुई बिंदी लगाती हैं।
- सुहागन की सबसे बड़ी निशानी सिंदूर है। नारंगी रंग की सिंदूर ने अब लाल रंग की जगह ले ली है। मॉर्डन दुलहन अब शादी के कुछ महीने बाद ही चुटकी भर सिंदूर से मांग भर कर रस्म अदायगी कर रही है। उनका मानना है कि सिंदूर कम लगाने से पति की आयु कम नहीं होती है।
- समय के साथ ही मंगलसूत्र के डिजाइन में काफी बदलाव आया है। आजकल की दुलहन तो बड़े शौक से अपनी मंगलसूत्र को फ्लॉन्ट करती हैं। मंगलसूत्र को प्यार की निशानी की तरह दिखाया जाता है। सोनम कपूर ने हाथ की कलाई में मंगलसूत्र पहनने का ट्रेंड शुरू किया था।
- विवाह के बाद महिलाओं को बिछिया पहनना अनिवार्य माना जाता है। दुलहन अपनी जिंदगी में आने वाली सभी समस्याओं का हिम्मत से सामना कर सके इसलिए उसे बिछिया पहनाया जाता है। महिलाएं पहले 3 से 4 उंगलियों में बिछिया पहनती हैं, लेकिन अब मॉर्डन बहुएं दो उंगलियों में पहनकर ही अपनी सुहागन होने का सबुत देती हैं।
- नई-नई दुलहन के हाथों में लाल चूड़ियां काफी मनमोहक लगती है। शादी के कुछ महीने तक लड़कियों को सजने-संवरने का बेहद शौक रहता है। वह साड़ियों से मैचिंग चूड़ियां पहनकर, अपना शृृंगार पूरा करती हैं।
- दुल्हा और दुल्हन अब अपने कस्टमाइजड रिंग बनाने लगे हैं। इसमें दोनों की तस्वीर भी लगी होती है। नवविवाहित जोड़े रिंग को बड़े शौक से पहनते हैं। ठ्ठ