Couple Trip: अपने साथी के साथ अकेले घूमने जाने का मौका मिल जाए तो क्या बात है, लेकिन छोटी सी नासमझी के चलते ये यात्रा, उनके जीवनभर के लिए सजा भी बन सकती है। जानिए कैसे-
नोएडा में रहने वाले मीनल और सौरभ बच्चों को दादा-दादी के पास छोड़कर शादी की दसवीं वर्षगांठ मनाने के इरादे से, आंखों में हसीन ख्वाब लिए शिमला पहुंचे। हसीन ख्वाब होते भी क्यों नहीं, आखिर कितने सालों बाद दोनों को एक-दूसरे के साथ अकेले वक्त बिताने का मौका मिलने वाला था। मीनल ने बड़ी ही उमंग से अपने मनपसंद कपड़े रखकर बैग पैक किया था।
वहीं सौरभ भी शिमला जाने के लिए काफी उत्साहित था। लेकिन ये क्या! जहां दोनों की यह ट्रिप बेहद खुशनुमा होने वाली थी, वापस घर पहुंचने तक कड़वाहट से भर चुकी थी और यह कड़वाहट घर के माहौल में भी घुल चकी थी। बात-बात पर एक-दूसरे पर चिल्लाने और ताने मारने से दोनों में से कोई भी नहीं चूक रहा था। आखिरकार एक दिन मां ने बेटे और बहू से एक-दूसरे के प्रति इस नाराजगी का कारण पूछ लिया। सास का पूछना था कि मीनल ने रोते हुए सौरभ के साथ कभी भी अकेले घूमने नहीं जाने का ऐलान कर डाला। वहीं सौरभ ने भी जवाब देते हुए कह डाला कि मीनल इतनी गंवार है कि उसके साथ ट्रिप पर जाना किसी मूर्खता से कम नहीं हैं। आखिर इस ट्रिप के दौरान दोनों के बीच ऐसा क्या हुआ कि घर आकर दोनों एक-दूसरे का मुंह तक नहीं देखना चाहते थे।
जी हां, आपने बिलकुल सही समझा। मीनल और सौरभ के बीच वही सब हुआ था, जो अक्सर एक कपल के बीच हो जाता है, वह है झगड़ा। छोटा-मोटा झगड़ा नहीं, बल्कि छोटी-छोटी बातों से मिलकर बना बहुत बड़ा झगड़ा। अगर हम गौर करें तो यह कहानी केवल मीनल और सौरभ की नहीं है। यह कहानी बहुत से ऐसे जोड़ों की है, जिनका अपने साथी के साथ यात्रा का अंत सुखदायक होने की बजाय दुखदायक हो जाता है और कभी-कभी ऐसा यात्रा-अनुभव रिश्तों के जर्जर ताबूत में आखिरी कील ठोकने का काम भी कर देता है।
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झगड़े छोटे, नतीजे बड़े
अकेले यात्रा करने पर लड़ाई होने के चांसेज आखिर क्यों बढ़ जाते हैं, क्योंकि युगल जब अकेले घूमने के लिए जाते हैं तो जो पल उनके लिए आनंददायी हो सकते हैं, कुछ बेवजह की बातों के चलते काफी दुखद हो जाते हैं, जैसे दोनों के बीच किसी तीसरे का ना होना, उनकी इस यात्रा के लिए अच्छा साबित हो सकता है, लेकिन वहीं दूसरी तरफ किसी तीसरे का हस्तक्षेप नहीं होने की वजह से दोनों के बीच बात बिगड़ने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसा ना हो, इसके लिए रिलेशनशिप रिफॉर्मर मानव के अनुसार कुछ बातों को ध्यान में रखना आवश्यक हो जाता है- परिवार के साथ बाहर यात्रा पर जाने पर अलग तैयारी की आवश्यकता होती है, क्योंकि परिवार के साथ होने पर आपका ध्यान अपने पार्टनर पर कम रहता है। आप अन्य सदस्यों के साथ मस्त रहते हैं। वहीं अपने साथी के साथ अकेले यात्रा पर जाने पर आपका सारा ध्यान एक-दूसरे पर रहता है। उनकी हर हरकत, हर बात पर गौर करते हैं, जोकि आपको पसंद भी आ सकती है और नहीं भी। फिर ऐसा भी हो सकता है कि आपका पार्टनर आप पर ध्यान ही ना दे रहा हो। इसी बात पर दोनों में बहस हो जाए। इसी तरह ऐसी बहुत सी बातें होती हैं, जो युगल के बीच यात्रा में ही झगड़े का कारण बन सकती हैं। अत: जो भी युगल अकेले घूमने का कार्यक्रम बनाएं, उन्हें कुछ विशेष बातों को ध्यान में रखना जरूरी होता है, ताकि साथ की गई यात्रा रिश्ते को तोड़ने का नहीं, बल्कि दोगुनी मजबूती से जोड़ने का काम करे।
घूमने की जगह दोनों मिलकर तय करें

सबसे पहले कहां जाना है, इसका फैसला दोनों मिलकर तय करें। कोई भी साथी अपनी मर्जी दूसरे पर थोपे नहीं। दोनों साथी एक दूसरे की पसंद-नापसंद को देखते हुए घूमने की जगह का चयन करें। ऐसा करना इसलिए जरूरी होता है, क्योंकि यदि घूमने की जगह दोनों की पसंद की होगी तो दोनों को आनंद आएगा और यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित होने पर, किसी को भी, किसी प्रकार की शिकायत का मौका नहीं मिलेगा। साथ ही यात्रा उनके रिश्ते में नई ऊर्जा भरने का काम करेगी।
सामान अलग-अलग पैक करें
दोनों अपना-अपना सामान अलग-अलग बैग में पैक करें। अक्सर होटल पहुंचकर सामान नहीं मिलने पर या सामान मिक्स हो जाने जैसी छोटी सी बात को लेकर भी झगड़ा हो जाता है। कोई सामान घर पर ही छूट जाने पर कुछ मूड खराब हो जाता है फिर गुस्से में कोई एक अकेला ही होटल से बाहर निकल जाता है और साथ घूमने की पूरी प्लानिंग का सत्यानाश हो जाता है।
न लड़ने का वायदा करें
ट्रिप पर जाने से पहले घर पर ही आपस में खुलकर बात कर लें कि चाहे कोई भी मुद्दा क्यों ना हो, हम लड़ेंगे नहीं। अगर लड़ने की नौबत आ रही हो तो दोनों ही कम से कम बीस मिनट के लिए शांत हो जाएंगे। फिर बाद में किसी अन्य विषय पर बात करना शुरू करेंगे। ऐसा करने से दोनों का गुस्सा थोड़ा शांत हो जाएगा और बात बिगड़ने से बच जाएगी।
परिस्थितियों को करें अनदेखा
कुछ विशेष परिस्थितियों को अनदेखा करें, जैसे- अपने पार्टनर के सामने किसी दूसरे स्त्री या पुरुष की तारीफ ना करें। साथ ही अपने पार्टनर की तुलना किसी अन्य से ना करें। घर और अपने काम से जुड़ी बातों की इस समय बिलकुल भी चर्चा ना करें, क्योंकि यह कीमती समय आपने एक-दूसरे के लिए निकाला है तो संपूर्ण रूप से एक-दूसरे के लिए समर्पित भी रहें। अपने बीच किसी तीसरे व्यक्ति या मुद्दे को लाकर यात्रा का मजा किरकिरा होने से बचाना चाहिए।
छोटे-छोटे सरप्राइज प्लान करें

इन पलों को खास बनाने के लिए एक-दूसरे के लिए छोटे-छोटे सरप्राइज प्लान करें। जैसे- अचानक फूल गिफ्ट कर देना, अपने साथी की पसंद की ड्रेस पहनना, माहौल को रोमांटिक बनाने के लिए अपने साथी की पसंद का गाना गुनगुनाना। याद रखिए अगर आप भी अपने साथी के साथ घूमने जाने का कार्यक्रम बना रहे हैं तो सावधान हो जाएं और ऊपर बताई गई बातों को ध्यान में रखें, ताकि रिश्तों में प्रेम की गर्माहट बनी रहे और ब्रेकअप की गुंजाइश ही ना बचे।
