Shimla Trip: एक ऐसा शहर जो पहले पंजाब राज्य की राजधानी था. लेकिन अब यात्रियों की पसंदीदा जगह है. नाम है शिमला. जी हां, शिमला पहले पंजाब की राजधानी था लेकिन अब हिमाचल प्रदेश की राजधानी है. पहाड़ों से घिरे इस राज्य में प्रकृति की सिर्फ झलक नहीं मिलती है बल्कि ये पूरी तरह से प्रकृति की गोद में बसा शहर है जो हिमाचल का सबसे बड़ा शहर भी है. शहर का नाम शिमला पड़ने के पीछे भी पौराणिक मान्यता है जो बेहद खास है. इस शहर को देखने के लिए तुरंत नहीं बल्कि कोरोना काल बीतने के बाद ही देखने आइए लेकिन तब तक इसकी खासियतों से तो रूबरू हो लीजिए-
शुरुआत तारा देवी मंदिर से-
शिमला जाएं तो शुरुआत करें तारा देवी मंदिर से. ये मंदिर सुबह 7 बजे से शाम 6.30 बजे तक खुलता है.यहां से आपको सिर्फ देवी के दर्शन ही नहीं करने को मिलेंगे बल्कि सूरज का उगना और पहाड़ों की सुन्दरता भी खूब दिखेगी. शिमला से 11 किलोमीटर दूर बना ये मंदिर 250 साल पुराना है. इस मंदिर में अष्टमी और नवरात्र के समय भक्तों का तांता लगता है.

जाखू मंदिर की मान्यता-
जाखू मंदिर शिमला की पहचान माने जाने वाले मंदिरों में से एक है. इस मंदिर में जाने के लिए आपको रोप वे से जाना होगा. जो एक रोमांचकारी अनुभव होगा. इस पर बैठ कर मंदिर जाते हुए आपको पहाड़ों और प्रकृति का नजारा भी अच्छा लगेगा. एव मंदिर सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक खुलता है लेकिन दोपहर में 11 से 4 बजे तक बंद भी रहता है. शिमला की सबसे ज्यादा ऊंचाई पर बना ये मंदिर देवदार के पेड़ों के बीच बना है. माना जाता जाता है कि भगवान हनुमान ने इसी जगह पर आराम किया था.
शिमला बहुत से लोगों के बीच इस मॉल रोड की वजह से ही जाना जाता है. ये मॉल रोड एक ऐसी जगह है, जहां आकर और टहलकर आपका शिमला आना सफल हो जाएगा. ये शिमला की सबसे हेप्निंग जगह है. बेहतरीन कैफे, बुकस्टोर, बेकरी और शॉपिंग…इस जगह को और खास बनता है. बाकि इसके आसपास का मौसम तो खास होता ही है. इस मॉल रोड में 1887 में बना प्रसिद्ध कालीबाड़ी मंदिर भी है, जिसको देखने और दर्शन करने के लिए भी लोग दूर-दूर से आते हैं. आजादी के पहले से बनी बिल्डिंग भी देखी जानी चाहिए. इन्हीं इमारतों में से एक हैं, द टाउन हॉल.
संकटमोचन हनुमान मंदिर के दर्शन-
शिमला-कालका हाईवे पर बना ये मंदिर हिमालय की पहाड़ियों पर बना है. इस जगह पर आकर आपको भगवान के दर्शन तो होंगे ही लेकिन साथ में शांति का फुल डोज भी यहां मिल जाएगा.
लक्कर बाजार का मजा-
खास कढ़ाइयों से सजे ऊनी कपड़े आपको यहां जरूर मिल जाएंगे. अगर अच्छी क्वालिटी के ऊनी कपड़े आपको लेने हैं तो आपको यहां जरूर आना चाहिए. इतना ही नहीं यहां लकड़ी से बने सामां भी खूब मिलते हैं. किन्नूर में बने तिब्बतियन कार्पेट भी आपको यहां मिल जाएंगे.
रिज मैदान की सैर, शिमला
शिमला का रिज मैदान अक्सर फिल्मों में दिख जाता है. शिमला आए और यहां न आएं ये तो हो ही नहीं सकता है. इस मैदान में आपको हिमाचल के कल्चर के रंग दिखेंगे तो शॉपिंग और अच्छा समय बिताने के लिए भी ये जगह बेहद खास है. कुल मिलाकर यहां आने के बाद लौटने का मन बिलकुल नहीं करेगा.
उत्तर भारत का दूसरा सबसे पुराना चर्च-
शिमला आकर क्राइस्ट चर्च की सैर जरूरी हो जाती है. यहां सिर्फ आध्यत्मिक कारणों से ही न आएं बल्कि यहां का आर्किटेक्चर और इतिहास देखने भी जरूर आएं. ये चर्च रिज मैदान से काफी पास है. इस चर्च को बनने में 11 साल का समय लगा था और ये उत्तर भारत का दूसरा सबसे पुराना चर्च है. इसके बगल में चर्च लाइब्रेरी भी है जिसका निर्माण 1910 में हुआ था. यहां बहुत पुरानी किताबें भी आपको मिल जाएंगी.
स्कैंडल पॉइंट भी जाएं जरूर-
स्कैंडल पॉइंट भी शिमला आने के बाद देखी जाने वाली एक जरूरी और मजेदार जगह है. रिज मैदान और मॉल रोड के बीच में बना ये पॉइंट भी आपका दिल जरूर खुश कर देगा. इस जगह को ये नाम दी जाने के पीछे एक कहानी है. इसमें माना जाता है कि पटियाला के महराज ब्रिटिश वायसराय की बेटी से इसी जजगह पर मिले थे. मग इसके ठीक बाद दोनो मानो गायबी हो गए. इस जगह से आपको शिमला और आसपास के बेहद सुंदर नजारों को कैद करने का मौका मिलेगा.
कैसे मिला नाम-
शिमला शहर का नाम काली के अवतार श्यामला देवी के नाम पर पड़ा है.
कैसे आएं-
शिमला आने के लिए देश के कई बड़े एअरपोर्ट से फ्लाइट मिल जाती है. इसके अलावा दिल्ली से बसें बहुत आसानी से मिल जाती हैं. ट्रेन से यहां आने के लिए आपको कालका रेलवे स्टेशन तक आना ही होगा. लेकिन इन सारे साधनों के बावजूद यहां अपनी कर से आने वालों की संख्या भी बड़ी है. आप भी ये विकल्प चुन सकते हैं.
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