20+ भूटान के ये हैं घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल
Bhutan Me Ghumne ki Best Jagah: भूटान भले ही छोटा सा देश हो लेकिन यहां कि प्राकृतिक सुंदरता, मठों और बौद्ध वास्तुकला काफी फेमस है। चलिए भूटान के बारे में और यहां की 20 खूबसूरत जगह के बारे में विस्तार से जानें।
Bhutan Me Ghumne ki Best Jagah: अगर आप घूमने की योजना बना रहे हैं तो भूटान देश आपके लिए एक बढ़िया विकल्प है। यह छोटा देश अपनी प्राकृतिक सुंदरता, मठों और बौद्ध वास्तुकला के लिए फेमस है। यह देश हिमालय के दक्षिण पर्वत के दक्षिण तलहटी में स्थित है। यहां पर बहुत सारी ऐसी जगह हैं जो काफी लुभावनी है। आज हम आपको भूटान की 20 जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आप अपनी छुट्टियां अच्छे से मना सकते हैं। साथ ही उन जगह का प्रवेश शुल्क समेत कई सारी जानकारी देंगे।
भूटान में घूमने की 20 खूबसूरत जगह- Famous places in Bhutan
| जगह शहर से दूरी | किलोमीटर |
| दोचूला दर्रा, थिम्पू (Dochula Pass, Thimphu) | 30 किलोमीटर |
| चेले ला, पारो (Chele La Paro) | 50 किलोमीटर |
| मो चू, पुनाखा (Mo Chu, Punakha) | 72 किलोमीटर |
| चोमोल्हारी, पुनाखा (Chomolhari, Punakha) | 53 किलोमीटर |
| टाइगर का घोंसला, तख्तसांग ट्रेल (Tiger’s Nest, Takhtsang Trail) | 61 किलोमीटर |
| फोबजिखा घाटी, वांग्डू फोडरंग (Phobjikha Valley, Wangdu Phodrang) | 129 किलोमीटर |
| बुमथांग की छिपी हुई घाटी, बुमथांग (Hidden Valley of Bumthang, Bumthang) | 264 किलोमीटर |
| टैंगो बौद्ध संस्थान, थिम्पू (Tango Buddhist Institute, Thimphu) | 14 किलोमीटर |
| .गैंगटी मठ, वांगड्यू (Gangti Monastery, Wangdu) | 125 किलोमीटर |
| जिग्मे दोरजी राष्ट्रीय उद्यान, गैसा (Jigme Dorji National Park, Gasa) | 120 किलोमीटर |
| थ्रुमशिंगला राष्ट्रीय उद्यान, मोंगर (Thrumshingla National Park, Mongar) | 400 किलोमीटर |
| टोर्सा स्ट्रिक्ट नेचर रिजर्व, वेस्टर्न हा (Torsa Strict Nature Reserve, Western Ha) | 23.4 किलोमीटर |
| ड्रुक्येल दज़ोंग मठ, पारो के खंडहर (Drukyel Dzong Monastery, paro) | 41 किलोमीटर |
| बुमडेलिंग वन्यजीव अभयारण्य, उत्तर पूर्व भूटान (Bumdeling Wildlife Sanctuary, North East Bhutan) | 183 किलोमीटर |
| रॉयल मानस नेशनल पार्क, थिम्पू (Royal Manas National Park, Thimphu) | 127 किलोमीटर |
| सकतेंग वन्यजीव अभयारण्य, मेराक (Sakteng Wildlife Sanctuary, Merak) | 340 किलोमीटर |
| तमशिंग मठ, जकार (Tamshing Monastery, Jakar) | 7.9 किलोमीटर |
| राष्ट्रीय संग्रहालय, पारो (National Museum, Paro) | 53 किलोमीटर |
| लोक विरासत संग्रहालय, थिम्पू (Folk Heritage Museum, Thimphu) | 1 किलोमीटर |
| रिनपुंग द्ज़ोंग, पारो (Rinpung Dzong, Paro) | 52 किलोमीटर |
दोचूला दर्रा, थिम्पू (Dochula Pass, Thimphu)

दोचूला दर्रा राजधानी थिम्पू से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। विभिन्न सैन्य अभियानों में शहीद हुए भूटानी सैनिकों के सम्मान में दोचूला दर्रा का निर्माण किया गया है। इस दर्रे के किनारे 108 स्तूप हैं, जिन्हें ड्रुक वांग्याल चोरटेन्स के नाम से जाना जाता है। यह समुद्र तल से 3100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
प्रवेश शुल्क
यहां पर प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता है। यहां किसी भी समय आया जा सकता है।
चेले ला, पारो (Chele La Paro)
पारो का चेले ला भूटान देश का सबसे ऊंचा मोटर योग्य मार्ग माना जाता है। यह पारो से 35 किलोमीटर की दूरी पर है। यह समुद्र तल से 3,988 मीटर ऊपर है। यहां पर आप फोटोग्राफी का आनंद ले सकते हैं। यहां पर आप दोस्तों, परिवार या अन्य जनों के साथ आ सकते हैं।

प्रवेश शुल्क
चेले ला आने के लिए आपको शुल्क देने की जरूरत नहीं पड़ती है। यहां पर किसी भी टाइम जाया जा सकता है। थिम्पू से पारो की दूरी 50 किलोमीटर की दूरी पर है।
मो चू, पुनाखा (Mo Chu, Punakha)
अगर आप भूटान की यात्रा करना चाहते हैं तो आपके लिए पुनाखा में मो चू नदी भी बढ़िया पर्यटक स्थल है। यहां पर आप राफ्टिंग का आनंद ले सकते हैं। यह बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी सुरक्षित माना जाता है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर पीक सीजन में प्रवेश शुल्क 3500 बीटीएन होता है। वहीं ऑल सीजन में 1500 बीटीएन होते हैं। थिम्पू से मो चू पुनाखा की दूरी 72 किलोमीटर है।
चोमोल्हारी, पुनाखा (Chomolhari, Punakha)
पुनाखा के चोमोल्हारी में पर्यटक ट्रैकिंग का आनंद ले सकते हैंं। यह पुनाखा का एक दर्शनीय स्थल है। यहां पर मठों को भी देखा जा सकता है। ट्रैकिंग के दौरान स्थानीय गांव और मठों को देखा जा सकता है। यह पुनाखा के पास ही स्थित है।
प्रवेश शुल्क
चोमोल्हारी में जाने के लिए आपको प्रवेश शुल्क देने की आवश्यकता नहीं होती है। यहां पर किसी भी समय जाया जा सकता है। थिम्पू से चोमोल्हारी की दूरी 53 किलोमीटर है।
टाइगर का घोंसला, तख्तसांग ट्रेल (Tiger’s Nest, Takhtsang Trail)
टाइगर का घोंसला यानी टाइगर्स नेस्ट भूटान का एक दर्शनीय स्थल है। यह पर्यटकों के बीच काफी फेमस जगह है। यहां पर मठ, मंदिर के अलावा प्राकृतिक के मनोरम दृश्य भी देखने को मिलते हैं। यहां पर तीर्थयात्री भी काफी संख्या में आते हैं। पर्यटक यहां पर ट्रैकिंग भी कर सकते हैं। यह ताकतसांग ट्रेल बीटी में स्थित है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर प्रवेश निशुल्क है। आप यहां पर किसी भी समय जा सकते हैं। थिम्पू से टाइगर का घोंसला की दूरी 61 किलोमीटर है।
फोबजिखा घाटी, वांग्डू फोडरंग (Phobjikha Valley, Wangdu Phodrang)
फोबजिखा घाटी में आआप कई तरह के वन्यजीव देख सकते हैं। यहां पर तेंदुए, हिमालयी भालू और जंगली सूअर सहित कई तरह के वन्यजीव है। यहां पर प्राकृतिक दृश्य का आनंद लिया जा सकता है। ऊंचे पहाड़ों वाली और हरी भरी फोबजीखा घाटी पर्यटकों के बीच एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यहां पर आप पैदल यात्रा भी कर सकते हैं। यह स्थान वांगदुए फोडरंग में स्थित है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर भी प्रवेश शुल्क निशुल्क है। आप फोबजिखा घाटी में किसी भी समय आ सकते हैं। थिम्पू से फोबजिखा घाटी की दूरी 129 किलोमीटर है।
बुमथांग की छिपी हुई घाटी, बुमथांग (Hidden Valley of Bumthang, Bumthang)
शांतिप्रिय लोगों के लिए बुमतांग की छिपी हुई घाटी एक अच्छा पर्यटक स्थल माना जाता है। शहरी शोर शराबे से छुटकारा पाने के लिए आप कोहरे और धुंध की इस रहस्यमय घाटी में घूमने आ सकते हैं। बुमथांग की घाटियाँ हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता का हॉटस्पॉट हैं। यहां पर आप एडवेंचर स्पोर्ट्स का भी आनंद ले सकते हैं।

प्रवेश शुल्क
यहां पर भी प्रवेश शुल्क नहीं लगता है। यहां पर दिन में किसी भी समय आया जा सकता है। थिम्पू से बुमथांग की दूरी 264 किलोमीटर है।
टैंगो बौद्ध संस्थान, थिम्पू (Tango Buddhist Institute, Thimphu)
टैंगो बौद्ध संस्थान एक प्रसिद्ध धार्मिक और दर्शनीय स्थल है। इस प्राचीन बौद्ध मठ की स्थापना 13वीं शताब्दी में फाजो ड्रगोम झिग्पो नाम के तिब्बती बौद्ध ने की थी। यह भिक्षुओं के लिए बौद्ध धार्मिक ग्रंथों और धर्मग्रंथों को सीखने का एक शैक्षिक केंद्र है। संस्थान के भीतर 6 चैपल स्थित हैं। यह थिम्पू से लगभग 14 किमी दूर स्थित है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर प्रवेश शुल्क नहीं लगता है। यह सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खुलता है। यह थिम्पू से लगभग 14 किमी दूर स्थित है।
गैंगटी मठ, वांगड्यू (Gangti Monastery, Wangdu)
वांगड्यू में स्थित गैंगटी मठ भी पर्यटकों के बीच काफी फेमस है। यह बौद्ध वास्तुकला का काफी अच्छा उदाहरण है। यह 16 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। भूटान में यात्रा के दौरान इस जगह आना ना भूलें।

प्रवेश शुल्क
यहां पर प्रवेश निशुल्क है। यह हर दिन सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक खुलता है। यह थिम्पू से 125 किलोमीटर की दूरी पर है।
जिग्मे दोरजी राष्ट्रीय उद्यान, गैसा (Jigme Dorji National Park, Gasa)
गैसा में स्थित जिग्मे दोरजी राष्ट्रीय उद्यान भूटान का दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। यहां पर आपको कई लुप्तप्राय प्रजातियोंं का घर देखने को मिलेगा। यहां पर हिमालयी नीली भेड, बंगाल टाइगर आदि वन्यजीव है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर वयस्कों के लिए 150 बीटीएन शुल्क है। यह सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुलता है। यह प्रतिदिन पर्यटकोंं के लिए खुलता है। जिग्मे दोरजी राष्ट्रीय उद्यान की थिम्पू से दूरी 120 किलोमीटर है।
थ्रुमशिंगला राष्ट्रीय उद्यान, मोंगर (Thrumshingla National Park, Mongar)
थ्रुमशिंगला राष्ट्रीय उद्यान में झीलें, जंगल और पर्वतीय क्षेत्र देखने को मिलेंगे। यह भूटान के मध्य भाग में स्थित है। यहां पर प्राकृतिक सौंदर्य का अच्छा नजारा देखने को मिलता है। थ्रुमशिंगला राष्ट्रीय उद्यान मोंगर में स्थित है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर प्रवेश शुल्क नहीं लगता है। यह हर दिन सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुलता है। थिम्पू से मोंगर की दूरी 400 किलोमीटर है।
टोर्सा स्ट्रिक्ट नेचर रिजर्व, वेस्टर्न हा (Torsa Strict Nature Reserve, Western Ha)
वेस्टर्न हा में स्थित टोर्सा स्ट्रिक्ट नेचर रिजर्व पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। वनस्पति वाला यह स्थान काफी शांत और पुराना स्थान है। यहां पर पक्षियों को भी देखा जा सकता है। अगर आप प्राकृतिक दृश्य प्रेमी है तो आपके लिए टोर्सा स्ट्रिक्ट नेचर रिजर्व एक अच्छा पर्यटक स्थल हो सकता है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर प्रवेश शुल्क नहीं लगता है। यहां पर आप किसी भी टाइम घूमने आ सकते हैं।
ड्रुक्येल दज़ोंग मठ, पारो के खंडहर (Drukyel Dzong Monastery, paro)
भूटान के पारो में स्थित ड्रुक्येल दज़ोंग मठ प्राकृतिक दृश्य का आनंद लेने के लिए एक अच्छी जगह है। यहां की पहाड़ियों पर फोटोग्राफी का भी आनंद लिया जा सकता है। इसके ऐतिहासिक मूल्य को संरक्षित करने के लिए मठ का नवीनीकरण किया जा रहा है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर प्रवेश निशुल्क है। यहां सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक जाया जा सकता है। थिम्पू से पारो के खंडहर की दूरी 41 किलोमीटर है।
बुमडेलिंग वन्यजीव अभयारण्य, उत्तर पूर्व भूटान (Bumdeling Wildlife Sanctuary, North East Bhutan)
उत्तर पूर्व भूटान में बुमडेलिंग वन्यजीव अभयारण्य एक प्राकृतिक स्थान है। यह यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी जाना जाता है। यहां पर कई वनस्पतियां और जीव है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर निशुल्क प्रवेश है। आप यह किसी भी दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक आ सकते हैं। थिम्पू से उत्तर पूर्व भूटान की दूरी 183 किलोमीटर है।
रॉयल मानस नेशनल पार्क, थिम्पू (Royal Manas National Park, Thimphu)
भूटान की राजधानी थिम्पू में स्थित रॉयल मानस राष्ट्रीय उद्यान भूटान के सबसे पुराने राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यहां पर आप ट्रैकिंग और हाथी सफारी भी कर सकते हैं। यहां पर कुछ लुप्तप्राय प्रजातियों एक सींग वाले गैंडे, गंगा डॉल्फ़िन, रॉयल बंगाल टाइगर्स भी है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर निशुल्क प्रवेश है। यहां पर आप किसी भी दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे आ सकते हैं। थिम्पू से रॉयल मानस नेशनल पार्क की दूरी 127 किलोमीटर है।
सकतेंग वन्यजीव अभयारण्य, मेराक (Sakteng Wildlife Sanctuary, Merak)
मेराक में स्थित सकतेंग वन्यजीव अभयारण्य में रोडोडेंड्रोन की 35 विभिन्न प्रजातियां है। इसी कारण इसे रोडोडेंड्रोन का स्वर्ग कहा जाता है। यहां पर आप कैप्ड लंगूर, हिमालयन सीरो, तेंदुए, लाल पांडा और हिमालयी काले भालू देख सकते हैं।

प्रवेश शुल्क
यहां पर प्रवेश निशुल्क है। यहां पर आप सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक जा सकते हैंं। थिम्पू से सकतेंग वन्यजीव अभयारण्य की दूरी 340 किलोमीटर है।
तमशिंग मठ, जकार (Tamshing Monastery, Jakar)
जकार में स्थित तमशिंग मठ एक ऐतिहासिक जगह है। यहां पर सदियों पुराने त्शेचू उत्सव के दौरान किया जाने वाला अनोखा पवित्र नृत्य काफी फेमस है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर प्रवेश निशुल्क है। आप यहां पर सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक किसी भी समय आ सकते हैं।
राष्ट्रीय संग्रहालय, पारो (National Museum, Paro)
पारो का राष्ट्रीय संग्रहालय भूटान की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक चीजों से अवगत कराता है। यहां का प्रमुख आकर्षण खच्चर का अंडा है। यह 6 मंजिला इमारत है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर 500 बीटीएन प्रवेश शुल्क लगता है। यहां पर आप मार्च से अक्टूबर तक सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक जा सकते हैं। वहीं नवंबर से फरवरी तक सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक जा सकते हैं। थिम्पू से राष्ट्रीय संग्रहालय की दूरी 53 किलोमीटर है।
लोक विरासत संग्रहालय, थिम्पू (Folk Heritage Museum, Thimphu)
थिम्पू में स्थित लोक विरासत संग्रहालय काफी लोकप्रिय पर्यटक स्थल माना जाता है। यहां पर रंग-बिरंगी सजावट का आकर्षक दृश्य देखने को मिलता है। यह भूटान की सबसे पुरानी लकड़ी और मिट्टी की संरचना है, जो लगभग 150 वर्ष पुरानी है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर वयस्क सार्क निवासी के लिए 30 बीटीएन और अनिवासी के लिए 150 बीटीएन है। यहां पर आप सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक जा सकते हैं। थिम्पू से लोक विरासत संग्रहालय की दूरी 1 किलोमीटर है।
रिनपुंग द्ज़ोंग, पारो (Rinpung Dzong, Paro)
पारो के पाचू पहाड़ी पर स्थित रिनपुंग द्जोंग भी काफी फेमस पर्यटक स्थल माना जाता है। इसका नाम कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक कार्यालयों और मंदिरों और चैपल जैसी धार्मिक इमारतों के आवास के कारण मिला। 1644 में निर्मित, रिनपुंग द्ज़ोंग आज पारो प्रशासन की एक महत्वपूर्ण सीट है।

प्रवेश शुल्क
यहां पर प्रवेश निशुल्क है। आप यहां पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक जा सकते हैं। थिम्पू से रिनपुंग द्जोंग की दूरी 52 किलोमीटर है।
भूटान घूमने का सही समय – Best time to visit Bhutan
वैसे तो आप साल भर में कभी भी भूटान देश घूम सकते हैं। लेकिन अगर सबसे अच्छे समय की बात की जाए तो मार्च से मई तक इस देश में घूमना काफी अच्छा माना जाता है। इसका कारण है बसंत का महीना। इस महीने में प्राकृतिक दृश्य काफी मनोहर लगते हैं। इसके अलावा सितंबर से नवंबर का महीना भी भूटान की यात्रा करने के लिए अच्छा माना जाता है। इस दौरान शरद ऋतु होता है। इस मौसम में घूमना भी काफी अच्छा माना जाता है।
भूटान कैसे पहुँचे?
भारतीयों के लिए भूटान जाना काफी सुविधाजनक है। आप ट्रेन, बस और फ्लाइट से भूटान जा सकते हैं।
सड़क मार्ग: सड़क मार्ग द्वारा भारत से भूटान जाने के लिए बसों की सुविधाएं उपलब्ध हैं, फुंटशोलिंग (भूटान) के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है। सिलीगुड़ी से जयगांव शहर तक पहुंचने के लिए बस ले सकते हैं।
रेल मार्ग: अगर आप रेल द्वारा भूटान जाने की योजना बना रहे हैं तो आप भारत के किसी भी रेलवे स्टेशन से सिलीगुड़ी, न्यू जलपाईगुड़ी, न्यू अलीपुरद्वार, या हासीमारा रेलवे स्टेशनों के लिए ट्रेन ले सकते हैं। फिर उसके बाद सड़क मार्ग के माध्यम से से जयगांव होते हुए भूटान के शहरों की यात्रा कर सकते हैं। दरअसल भारत से भूटान जाने के लिए सीधा रेल मार्ग की सुविधा नहीं है।
हवाई मार्ग: हवाई मार्ग भूटान की यात्रा के लिए सबसे अच्छा और सुविधाजनक मार्ग है। भारत में दिल्ली, कोलकाता, बोधगया, गुवाहाटी और बागडोगरा जैसे कई प्रमुख शहरों से भूटान के लिए नियमित हवाई सुविधा उपलब्ध हैं। भारत के किसी भी प्रमुख शहर से भूटान के पारो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के लिए उड़ान भर सकते हैं।
भूटान में ठहरने के लिए 5 स्टार होटल
अमनकोरा, पारो
बलाखा त्सेन्टो, ड्रग्येल 12001, भूटान
अमनकोरा, थिम्पू
प्रशासनिक कार्यालय, ऊपरी, कुएंगा छोलिंग पैलेस के पास, मोतीथांग 11001, भूटान
ले मेरिडियन पारो, रिवरफ्रंट
पारो थिम्पू हाईवे, शाबा, 12001, भूटान
FAQ | क्या आप जानते हैं
भूटान में आप 7 दिन में अच्छे से घूम सकते हैंI
अगर आप बजट बना कर घूमते हैं तो 15000-2000 रूपए में भूटान आराम से घूम सकते हैंI
भूटान में आप मार्च से मई और सितंबर से नवंबर के बीच आसानी से घूम सकते हैं।
भूटान में आपको कई सस्ते और महंगे होटल मिल जाएँगेI आप अपने बजट व पसंद के अनुसार होटल का चुनाव कर सकते हैंI
भूटान में आप रात के समय थिम्पू और पारो में घूम सकते हैं।
भूटान में ऐसे कई प्रसिद्ध जगह हैं, जहाँ आप रात में घूम सकते हैंI साथ ही रात में आप यहाँ के प्रसिद्ध व्यंजनों का भी लुफ्त उठा सकते हैंI
