घूमने के शौक़ीन लोगों के लिए देश-विदेश में सैर-सपाटा करना ही संभवतः उनके जीवन का सबसे बड़ा जुनून होता है। इन सैलानियों से प्राप्त आय से देश और प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। अभी देश में लगभग चार करोड़ लोग टूर एंड टूरिज्म इंडस्ट्री के माध्यम से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर पर आजीविका हासिल कर रहे हैं। आगामी दस वर्षों में पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था में भारत का स्थान विश्व में तीसरा हो जाएगा। देश में इस दौरान लगभग एक करोड़ नई जॉब्स का इस क्षेत्र में सृजन होने की उम्मीद है।

एक ओर बर्फ से ढकी पर्वत श्रृंखलाएं हैं तो दूसरी तरफ खूबसूरत लम्बे समुद्री तट, राजस्थान में दूर दूर तक फैले विशाल रेगिस्तान हैं, जिन्हें देखने के लिए देश-विदेश के पर्यटक हमेशा तत्पर रहते हैं। यही नहीं ऐतिहासिक इमारतें और देश के प्रत्येक राज्य में मौजूद प्राचीन मंदिर भी बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित करते हैं।

ऐसे युवा जो घूमने-फिरने के शौक़ीन है, और जो अजनबियों से मिलने में ख़ुशी का अनुभव करते हैं उनके लिए यह व्यवसाय सफलता के काफी अवसर प्रदान कर सकता है।सौम्य और मुस्कान भरा चेहरा, साथ में धैर्यवान तथा संचार कला में माहिर होना भी इस क्षेत्र में आगे बढ़ने में काफी सहायक सिद्ध हो सकता है। कस्टमर की शिकायत का तुरंत समाधान और बिना बहस के उसके गुस्से को शांत करने जैसे गुण का होना भी ज़रूरी है। हिंदी-अंग्रेजी के अलावा किसी विदेशी भाषा का जानकार होना इस प्रोफेशन के लिए अतिरिक्त योग्यता है।

पर्यटन उद्योग से कई अन्य तरह के उद्योग भी जुड़े हुए हैं। इनमें टूर ऑपरेटर, होटल इंडस्ट्री, हस्तशिल्प उद्योग, कला एवं संस्कृति से सम्बंधित कलाकार, हवाई सेवाओं, इवेंट मैनेजमेंट का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। स्वरोजगार के तौर पर  कई तरह के काम इस क्षेत्र से जुड़कर अत्यंत कम निवेश में शुरू किये जा सकते हैं। हाल के वर्षों में मार्केटिंग के नए फंडों, जैसे ग्रामीण पर्यटन, धार्मिक पर्यटन, मेडिकल टूरिज्म, स्पोर्ट्स टूरिज्म, हनीमून पैकेज टूर, फैमिली पैकेज टूर आदि के नाम से भी पर्यटकों को आकर्षित किया जाने लगा है।

टूरिज्म में बैचलर्स या मास्टर्स डिग्री कोर्स करने वालों को इस प्रोफेशन के जॉब्स में प्राथमिकता दी जाती है हालांकि ग्रेजुएट भी इस क्षेत्र की जॉब्स के लिए प्रयास कर सकते हैं। अब तो एम बी ए(पर्यटन) सरीखी विशेषज्ञ डिग्री भी कई विश्वविद्यालयों में उपलब्ध है। चंद महीनों की अवधि के भी कई कोर्सेस सरकारी और निजी संस्थानों द्वारा संचालित किये जाते हैं। होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने वालों को भी जॉब्स में तरजीह दी जाती है।

मार्केटिंग और सेल्स की विधा में पारंगत युवाओं को इस प्रोफेशन से सम्बंधित हर कंपनी अपनी ओर आकर्षित करने का भरपूर प्रयास करती है। ध्यान रखें कि ज्यादा बिजनेस देने वालों के लिए पैसे और समय पूर्व तरक्की के अलावा मुफ्त में घूमने के मौके भी होते हैं। इसके अलावा ऐसे कोर्स करवाने वाले संस्थानों में पार्ट टाइम अथवा फुल टाइम टीचिंग करने जैसे विकल्पों पर भी विचार किया जा सकता है।

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