समर वेकेशन में बच्चे कहीं जाएं, तो उन्हें सिखाएं ये बातें
गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों को कहीं न कहीं तो जाना ही होता है। अगर आप भी अपने बच्चों को कही रुकने भेज रही हैं तो उन्हें ये टिप्स देना नहीं भूलें-
Summer Vacation: गर्मी की छुट्टियों में बच्चों को कहीं न कहीं तो जाना ही होता है। इन दिनों में बच्चे को बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है, लेकिन इसके साथ ही एक पैरेंट के रूप में आपकी भी जिम्मेदारी है कि बच्चों को कहीं रुकने भेजें, तो कुछ ख़ास बातें ज़रूर बताएं जिससे वो दूसरों के लिए परेशानी नहीं बनें और उनकी और आपकी सभी तारीफ़ करें। अगर आप भी अपने बच्चों को कही रुकने भेज रही हैं तो उन्हें ये टिप्स देना नहीं भूलें-
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किसी भी सामान को छूने से पहले पूछें

जिस तरह घर में बच्चे किसी भी सामान को छूने से पहले पूछते नहीं हैं, अगर वो इसी तरह का व्यवहार दूसरी जगह करेंगे, तो हो सकता है दूसरों को यह बात पसंद नहीं आए। इसलिए जब भी आप अपने बच्चे को किसी दूसरे के घर में भेज रहे हैं, तो सबसे पहले उसे यह समझाएं कि किसी भी चीज को छूने से पहले बड़ों से पूछना जरूरी है और बिना पूछे किसी भी चीज को छूना नुकसानदायक हो सकता है।
धीरे बात करें

बच्चों का घर यानी शोरगुल आम बात है। वो घर में तेज-तेज बात करते हैं । लेकिन, अगर वो इसी तरह से दूसरे के घर जाकर तेज़ बात या हल्ला करेंगे तो यह बात ठीक नहीं है। इसलिए पहले ही बच्चों को समझाएं कि किसी के भी घर में जाकर तेज-तेज बात ना करें। जितना हो सके उतना सुनने की कोशिश करें। साथ ही जब दो लोग बात कर रहे हों तो बीच-बीच में नहीं बोलें।
खाने में नखरे नहीं दिखाएं

आजकल बच्चे पहले की तरह दाल-चावल, रोटी-सब्जी खाकर संतुष्ट नहीं होते। उनकी हर दिन कुछ अच्छा और ख़ास खाने की फरमाइश रहती है और माँ अक्सर उनकी ज़िद पूरी करके उन्हें उनकी पसंद का खाना बनाकर देती रहती है। लेकिन, उनकी यह आदत दूसरी जगह नहीं चल सकती है। ऐसे में पेरेंट्स की जिम्मेदारी है कि वह अपने बच्चे को समझाएं कि वहां जो मिले उसे चुपचाप खा लें।
जिद न करना

बचपन में ज़िद करना बहुत ही सामान्य बात है। बच्चे अपने घर पर पेरेंट्स से किसी ना किसी चीज के लिए जिद करते रहते हैं। पेरेंट्स भी जितना हो सकता है बच्चे की ज़िद को पूरा करने की कोशिश करते हैं। लेकिन, ये आदत बाद में उनके और आपके दोनों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। आपकी जिम्मेदारी है कि अपने बच्चों को सिखाएं कि किसी के घर में जाकर ऐसा ना करें और बड़ों की बात चुपचाप मानें।
कहीं भी जाएं तो बताकर जाएं

बच्चों को समझाकर भेजें कि जब भी वो दूसरों के घर रुकने जाएं और आसपास जाना हो तो घर में किसी बड़े को बताकर और उनसे पूछकर ही जाएं। क्योंकि दूसरीं जगहों पर हो सकता है कि उन्हें रास्ते ठीक से याद नहीं हो ऐसे में उनके खोने का डर हो सकता है।
आप भी अपने बच्चों को किसी के घर रुकने जाने से पहले ये टिप्स जरूर दें।
