शालीमार बाग और निसात बाग की ख़ास बात
ये बहुत ही शानदार मुगल उद्यान हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना अलग आकर्षण और इतिहास है, ये सदियों से आगंतुकों को मंत्रमुग्ध करते रहे हैं।
Shalimar Bagh: कश्मीर का नाम आते ही हमारे मन में एक हरे भरे पहाड़ और ख़ूबसूरत वादियों का दृश्य उभर आता है। इन्हीं लुभावने परिदृश्यों के बीच बसा हुआ है शालीमार बाग और निशात बाग जिसे इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। ये बहुत ही शानदार मुगल उद्यान हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना अलग आकर्षण और इतिहास है, ये सदियों से आगंतुकों को मंत्रमुग्ध करते रहे हैं। इस बार यदि आप भी कश्मीर घूमने का विचार बना रहे हैं तो आपको इन जगहों पर जरूर जाना चाहिए। यह जगहें इतनी ख़ूबसूरत हैं कि आपका मन ख़ुशी से झूम उठेगा। इस जगह के मौसम और आबोहवा को वापस लौटने के बाद भी आप महसूस कर पाएँगे।
शालीमार बाग

शालीमार बाग का निर्माण मुगल सम्राट जहाँगीर ने 1619 में अपनी प्यारी पत्नी नूरजहाँ के लिए कराया था। शालीमार बाग उद्यान ख़ूबसूरती के साथ डिजाइन और इंजीनियरिंग का एक उत्कृष्ट नमूना है। डल झील के किनारे स्थित यह विशाल उद्यान लगभग 31 एकड़ में फैला हुआ है। इस उद्यान को तीन छतों में विभाजित किया गया है, जिसमें से प्रत्येक को सावधानीपूर्वक तैयार किए गए लॉन, जीवंत फूलों की क्यारियाँ और सुंदर जल सुविधाएँ दी गई हैं। इस उद्यान का लेआउट पारंपरिक फ़ारसी चारबाग शैली को दर्शाता है, जिसकी विशेषता चार चतुर्भुज हैं जो स्वर्ग की चार नदियों का प्रतिनिधित्व करने वाले जल चैनलों द्वारा विभाजित हैं। इस जगह पर आकर आप सुगंधित फूलों के बिस्तरों के बीच आराम से टहल सकते हैं, डल झील पर शांत नाव की सवारी कर सकते हैं।
निशात बाग

निशात बाग को महारानी नूरजहाँ के भाई आसिफ खान द्वारा 1633 में निर्मित कराया गया था। निशात बाग अपनी सीढ़ीदार लेआउट और डल झील के आश्चर्यजनक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। कुल 46 एकड़ में फैला यह उद्यान शालीमार बाग से भी बड़ा है। यह तरह तरह के फूलों के पौधों, झरनों और प्राचीन चिनार के पेड़ों की एक मनमोहक श्रृंखला से सुशोभित है। इस बगीचे का डिज़ाइन धरती पर स्वर्ग की फ़ारसी अवधारणा की याद दिलाता है, जिसमें पहाड़ों की ओर धीरे-धीरे चढ़ती हुई छतें हैं, जो आत्मा के आत्मज्ञान की ओर यात्रा का प्रतीक हैं। प्रत्येक छत पर मंडप, फुटपाथ और जल चैनल हैं, जो वास्तुकला और प्रकृति का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण बनाते हैं। इस जगह की ख़ूबसूरती हर किसी की सम्मोहित कर लेती है।
संरक्षण और पर्यटन

शालीमार बाग और निशात बाग दोनो जी देश के ऐतिहासिक उद्यान हैं। इन दोनों को बहुत ही अच्छे से संरक्षित किया गया है ताकि इस प्राचीन विरासत और इसकी सुंदरता को भविष्य की पीढ़ियों के लिए बचाया जा सके। यह उद्यान ना केवल लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों, त्योहारों और शादियों के लिए स्थल के रूप में भी काम करते हैं, जो उनके आकर्षण और महत्व को बढ़ाते हैं। शालीमार और निशात बाग में आने वाले पर्यटकों को न केवल जीवंत रंगों और वास्तुकला का एक शानदार नज़ारा देखने को मिलता है, बल्कि उन्हें कश्मीर के समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक विरासत में डूबने का अवसर भी मिलता है।
