पुरी में घूमने के लिए 20 खूबसूरत जगह
पुरी में कई प्रसिद्ध मंदिर, मठ और समुद्र तट हैं, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक यहाँ आते हैंI आइए इस शहर को और करीब से जानते हैंI
Puri Me Ghumne ki Best Jagah: पुरी एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैI भारत के चार धामों में से एक पुरी भी हैI यह उड़ीसा राज्य के बंगाल की खाड़ी में समुद्र तट के किनारे स्थित हैI इसे मंदिरों का शहर भी कहा जाता हैI पुरी में धार्मिक और प्राकृतिक समुद्र तटों की अनमोल विरासत देखने को मिलती हैI यहां कई प्रसिद्ध मंदिर, मठ और समुद्र तट हैं, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक यहाँ आते हैंI आइए इस शहर को और करीब से जानते हैंI
पुरी में घूमने के लिए 20 खूबसूरत जगह – Famous Places in Puri
जगह | शहर से दूरी/किलोमीटर |
श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर (shri jagannath puri temple) | 1.6 किलोमीटर |
रघुराजपुर आर्टिस्ट विलेज (Raghurajpur Artist Village) | 1.3 किलोमीटर |
लोकनाथ मंदिर (Loknath Temple) | 4.7 किलोमीटर |
विमला मंदिर (Vimala Temple) | 2.0 किलोमीटर |
पुरी बीच (Puri Beach) | 2.6 किलोमीटर |
साक्षी गोपाल मंदिर (Sakshi Gopal Temple) | 800 मीटर |
गुंडिचा मंदिर (Gundicha Temple) | 1.0 किलोमीटर |
मार्कंडेश्वर मंदिर (Markandeshwar Temple) | 2.9 किलोमीटर |
अलरनाथ मंदिर (Alarnath Temple) | 20.9 किलोमीटर |
कोणार्क सूर्य मंदिर (Konark Sun Temple) | 34.3 किलोमीटर |
अर्धासिनी मंदिर (Ardhasini Temple) | 500.0 मीटर |
स्वर्गद्वार बीच (SwargaDwar Sea Beach) | 3.6 किलोमीटर |
चिलिका झील (Chilika Lake) | 112 किलोमीटर |
सुदर्शन क्राफ्ट म्यूजियम (Sudarshan Craft Museum) | 1.4 किलोमीटर |
जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra) | 3 किलोमीटर |
नरेंद्र पोखरी (Narendra Pokhri) | 1.5 किलोमीटर |
चंद्रभागा बीच (Chandrabhaga Beach) | 2 किलोमीटर |
सिद्ध महावीर टेंपल पुरी (Siddha Mahavir) | 2.1 किलोमीटर |
पंच तीर्थ टेंपल (Panchatheertha Temple) | 6 किलोमीटर |
बालघाई बीच (Balighai Beach) | 16.7 किलोमीटर |
श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर (shri jagannath puri temple)
यह मंदिर पवित्र शहर पुरी में स्थित हैI यह मंदिर 11 वीं शताब्दी में राजा इंद्रद्युम्न के द्वारा बनाया गया थाI यह मंदिर पुरी में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक हैI हिंदुओं के लिए यह मंदिर सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल माना जाता हैI यहाँ मुख्य मंदिर के अलावा भी और कई छोटे-छोटे मंदिर हैंI
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आपको कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता हैI आप यहाँ बिलकुल निशुल्क दर्शन कर सकते हैंI यह मंदिर दर्शन के लिए सुबह 6 से शाम 8 बजे तक ही खुला रहता हैI
रघुराजपुर आर्टिस्ट विलेज (Raghurajpur Artist Village)
रघुराजपुर, ओडिशा का एक बहुत ही छोटा सा गाँव है, लेकिन यह गाँव कला का केंद्र हैI यह गाँव अपनी पारंपरिक पट्टचित्र कला के लिए बहुत ज्यादा प्रसिद्ध हैI यह एक हस्तनिर्मित कागज या कपड़े पर बनाई गई चित्रकारी होती हैI यहाँ के कलाकार धार्मिक और पौराणिक कथाओं को अपने चित्रों में उतारते हैंI यहाँ आने वाले पर्यटक नजदीक से इस कलात्मक विरासत को देख सकते हैंI
प्रवेश शुल्क
इस स्थान को देखने के लिए किसी तरह का कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता हैI यह सुबह 8 बजे से शाम के 6 बजे तक खुला रहता हैI
लोकनाथ मंदिर (Loknath Temple)
लोकनाथ मंदिर पुरी में स्थित एक प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल हैI यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित हैI यह मंदिर अपने खास शिवलिंग के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैI यहाँ का शिवलिंग साल के अधिकांश समय जल में ही डूबा रहता हैI केवल पवन पुत्र हनुमान जयंती के दिन ही इस शिवलिंग का दर्शन होता हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ भक्तों को दर्शन के लिए कोई प्रवेश शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता हैI यह मंदिर सुबह 6 बजे से रात के 8 बजे तक दर्शन करने के लिए खुला रहता हैI
विमला मंदिर (Vimala Temple)
विमला मंदिर, पुरी के जगन्नाथ मंदिर परिसर के अंदर ही स्थित हैI यह मंदिर देवी विमला को समर्पित हैI देवी विमला को आदिशक्ति का ही एक रूप माना जाता है और यह मंदिर तंत्र और शाक्त पूजा का एक महत्वपूर्ण केंद्र हैI इस मंदिर की वास्तुशिल्प और शिल्पकला अत्यंत सुंदर हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ दर्शन करने के लिए प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI यह मंदिर दर्शन के लिए सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता हैI
पुरी बीच (Puri Beach)
पुरी बीच अपनी सुनहरी रेत और स्वच्छ नीले पानी के लिए विश्व प्रसिद्ध हैI इसे भारत के सबसे सुंदर समुद्र तटों में गिना जाता हैI पर्यटक यहाँ समुद्र की लहरों, सूर्यास्त का दृश्य और तटीय सौंदर्य को देखने के लिए आते हैंI यहाँ कई सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव का भी आयोजन किया जाता है, जैसे पुरी बीच फेस्टिवलI
प्रवेश शुल्क
यह बीच पर्यटकों के लिए 24 घंटे खुला रहता है, पर्यटक यहाँ कभी भी आ सकते हैंI
साक्षी गोपाल मंदिर (Sakshi Gopal Temple)
साक्षी गोपाल मंदिर हिन्दूओं के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल हैI यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण और राधा को समर्पित हैI इस मंदिर की कहानी एक अद्भुत चमत्कार से जुड़ी हुई हैI यहाँ की वास्तुकला और इसकी प्रतिमाएं अत्यंत खूबसूरत हैंI यह स्थान न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि इसका अपना सांस्कृतिक महत्व भी हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ सभी पर्यटक निशुल्क दर्शन कर सकते हैंI यह सुबह के 6 बजे से शाम के 8 बजे तक खुला रहता हैI
गुंडिचा मंदिर (Gundicha Temple)
गुंडिचा मंदिर, इस मंदिर को ‘गार्डन हाउस ऑफ जगन्नाथ’ भी कहा जाता हैI यह मंदिर पुरी के मशहूर जगन्नाथ मंदिर के पास में ही स्थित हैI यह मंदिर यहाँ के विशेष रथ यात्रा के लिए प्रसिद्ध हैI जब भगवान जगन्नाथ इस मंदिर में कुछ दिनों के लिए विराजमान होते हैंI इस मंदिर की संरचना और उसके आसपास का प्राकृतिक सौंदर्य इसे पुरी का प्रमुख दर्शनीय स्थान बनाता हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ किसी भी तरह का कोई प्रवेश शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता हैI
मार्कंडेश्वर मंदिर (Markandeshwar Temple)
मार्कंडेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन हिन्दू मंदिर हैI इस मंदिर की वास्तुकला और शिल्पकला पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देने वाली हैI यह मंदिर अपनी शांति और आध्यात्मिक वातावरण के लिए खासतौर पर जाना जाता हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI यहाँ पर्यटक सुबह 6 बजे से शाम के 8 बजे तक आ सकते हैंI
अलरनाथ मंदिर (Alarnath Temple)
अलरनाथ मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित एक खास मंदिर हैI इस मंदिर का महत्व तब और भी ज्यादा हो जाता है जब जगन्नाथ मंदिर वार्षिक अनुष्ठान के लिए बंद होता है और भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते हैंI इस मंदिर की प्राचीनता और यहाँ की आध्यात्मिक के कारण यह मंदिर पुरी के विशेष स्थलों में शामिल हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ कभी भी किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता हैI यह मंदिर दर्शन करने के लिए सुबह 6 बजे से शाम के 8 बजे तक खुला रहता हैI
कोणार्क सूर्य मंदिर (Konark Sun Temple)
पुरी में घूमने के लिए कोणार्क सूर्य मंदिर सबसे प्रसिद्ध जगह हैI यह मंदिर पुरी शहर से लगभग 34 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैI यहाँ बस या टैक्सी का इस्तेमाल कर आराम से पहुंचा जा सकता हैI कोणार्क का सूर्य देव मंदिर लगभग 7 सौ साल पुराना हैI इस मंदिर का निर्माण गंग वंश के राजा नरसिंह देव प्रथम ने करवाया थाI
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश बिलकुल निशुल्क है, आप यहाँ कभी भी दर्शन करने के लिए जा सकते हैंI
अर्धासिनी मंदिर (Ardhasini Temple)
अर्धासिनी मंदिर पुरी से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैI यह एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर हैI स्कंधपुराण के अनुसार ऐसा कहा जाता है पुरी में जब एक बार बाढ़ आ गई थी, तब यहाँ के लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए माता सुमित्रा ने बाढ़ का आधा का पानी पी लिया थाI बाढ़ का पानी पीने से यहाँ के लोगों की जान बच गई थीI
प्रवेश शुल्क
यहाँ भक्तों को कोई प्रवेश शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता हैI
स्वर्गद्वार बीच (SwargaDwar Sea Beach)
पुरी के सभी बीचों में यहाँ का सबसे अनोखा पर्यटन स्थल स्वर्गद्वार बीच है, जहाँ आप समुद्र के तट पर घूमने का मजा लेते हैंI यहाँ आप ऊंट की सवारी, पैराग्लाइडिंग और नौका विहार का मजा भी ले सकते हैंI इस बीच पर आप घूमने के साथ-साथ खाने-पीने और खरीददारी का भी लुफ्त उठा सकते हैंI
प्रवेश शुल्क
इस बीच पर घूमने के लिए आपको कोई प्रवेश शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता हैI
चिलिका झील (Chilika Lake)
चिलिका झील पुरी शहर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैI यह झील उड़ीसा की सबसे प्रमुख और खूबसूरत खारे पानी की झील हैI यह झील स्थानीय और प्रवासी पक्षियों का निवास स्थल भी हैI हर साल यहाँ लाखों की संख्या में सैलानी पक्षी चिलिका झील की खूबसूरती को बढ़ाते हैंI चिलिका झील में आप नाव की सवारी करते हुए समुद्री मछलियों को भी देख सकते हैंI
प्रवेश शुल्क
चिलिका झील देखने के लिए वैसे तो पर्यटकों को कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता है, लेकिन अगर आप यहाँ नाव की सवारी करते हैं तो इसके लिए आपको प्रति व्यक्ति 300 से 400 रूपए का भुगतान करना पड़ता हैI
सुदर्शन क्राफ्ट म्यूजियम (Sudarshan Craft Museum)
सुदर्शन क्राफ्ट म्यूजियम अपने कला के लिए भारत में काफी ज्यादा प्रसिद्ध हैI इस म्यूजियम की स्थापना सुदर्शन शाहू के द्वारा 1977 में किया गया थाI इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य उड़ीसा की स्थानीय संस्कृति और विरासत को संजो कर रखना थाI इस म्यूजियम में हस्त निर्मित वस्तुएं, पत्थर और लकड़ी पर अदभूत कारीगरी, जैसे अनेकों कलाकृति देखने को मिलते हैंI
प्रवेश शुल्क
इस म्यूजियम में अंदर प्रवेश करने के लिए भारतीय पर्यटकों को 5 रूपए का भुगतान करना पड़ता है और विदेशी पर्यटकों को 50 रूपए प्रवेश शुल्क का प्रावधान हैI
जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra)
पुरी का भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा देश भर में काफी ज्यादा प्रसिद्ध हैI यह रथयात्रा जून और जुलाई के महीने में निकाली जाती हैI इस रथ यात्रा में श्रद्धालुओं की काफी ज्यादा भीड़ उमड़ती हैI यह रथ यात्रा यहाँ से शुरू होते हुए कुछ ही दूरी पर स्थित गुंडिचा मंदिर तक जाकर समाप्त हो जाती हैI यह रथयात्रा लगभग 9 दिनों तक चलती है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहाँ आते हैंI
प्रवेश शुल्क
इस रथ यात्रा को देखने के लिए कोई प्रवेश शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता हैI श्रद्धालु निशुल्क इस रथ यात्रा में शामिल हो सकते हैंI
नरेंद्र पोखरी (Narendra Pokhri)
नरेंद्र पोखरी जिसे नरेंद्र टैंक के नाम से भी जाना जाता हैI यह एक विशाल और पवित्र तालाब है, जो पुरी के जगन्नाथ मंदिर से तक़रीबन 1 किलोमीटर की दूरी पर दंडी माला साही क्षेत्र में स्थित हैI इस पोखरी को उड़ीसा का सबसे बड़ा टैंक भी कहा जाता हैI इस पोखरी का निर्माण 15 वी शताब्दी में राजा नरेंद्र देव राय के द्वारा करवाया गया थाI
प्रवेश शुल्क
नरेंद्र पोखरी देखने के लिए किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI यह पोखरी सुबह 6 बजे से रात के 8 बजे तक खुला रहता हैI
चंद्रभागा बीच(Chandrabhaga Beach)
चंद्रभागा बीच की सबसे खास बात यह है कि यहां का पानी बहुत साफ हैI इस बीच से सूर्योदय और सूर्यास्त का नज़ारा बेहद मनमोहक नज़र आता हैI यह बीच पुरी से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैI इस बीच पर लंबे पेड़ों के साथ सुंदर सुनहरी रेत भी देखने को मिलता हैI
प्रवेश शुल्क
इस बीच पर कभी भी कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता हैI
सिद्ध महावीर टेंपल पुरी (Siddha Mahavir)
सिद्ध महावीर मंदिर, गुड़िचा मंदिर के उत्तर पूर्व में तक़रीबन 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैI यह एक छोटा सा मंदिर है और यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित हैI ऐसा माना जाता है कि रामचरित मानस के लेखक तुलसी दास पुरी का रास्ता पूरा करने के बाद कुछ समय के लिए यहाँ पर रुके थेI
प्रवेश शुल्क
यहां दर्शन करने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
पंच तीर्थ टेंपल (Panchatheertha Temple)
पवित्र तालाब गुंडिचा मंदिर, मणिकर्णिका के पास मणिकर्णिका गली, पंचतीर्थ मार्कंडा के उत्तर में पंचतीर्थ जगन्नाथ मंदिर और दक्षिण की ओर स्वेतगंगा के पास जगन्नाथ मंदिर के पास स्थित हैI ये चार तीर्थ पवित्र जल समुद्र के साथ मिलकर पंचतीर्थ या पांच पवित्र जल बनाते हैं, जिसमें तीर्थ यात्रियों को स्नान करने के लिए पूरी तरह से संलग्न किया जाता हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
बालघाई बीच (Balighai Beach)
बालीघाई बीच आपको पुरी के बाकी हिस्सों से एक अलग व खूबसूरत अनुभव प्रदान करता हैI यह बीच भीड़-भाड़ से दूर काफी शांत है और यह पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है,जहाँ पर्यटक सुकून से कुछ पल बिता पाते हैंI
प्रवेश शुल्क
इस बीच पर घूमने के लिए आपको कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता हैI
पुरी घूमने का सही समय – Best time to visit Puri
वैसे तो आप पुरी घूमने के लिए कभी भी जा सकते हैं, लेकिन यहां घूमने आने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से लेकर फरवरी के बीच का महीना माना जाता है, क्योंकि इस समय यहां का मौसम काफी ज्यादा सुखद होता हैI अगर आप यहाँ के रथ यात्रा में शामिल होना चाहते हैं तो इसके लिए आपको जून से जुलाई के महीने में आना होगाI लेकिन हम आपको बता दें कि इस दौरान यहां बहुत ज्यादा गर्मी पड़ती है, जिसकी वजह से आपको यहाँ कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैI
पुरी कैसे पहुंचे?
सड़क मार्ग से – अगर आप सड़क मार्ग से पुरी पहुंचना चाहते हैं तो आपको बता दें कि पुरी पूरे भारत से राष्ट्रीय राजमार्ग के द्वारा सड़कों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैI आप अपने निजी वाहन या फिर राज्य द्वारा संचालित बसों का उपयोग करके बड़े आराम से पुरी पहुँच सकते हैंI
हवाई मार्ग से– अगर आप हवाई मार्ग से पुरी पहुंचना चाहते हैं तो आप यहाँ आराम से पहुँच सकते हैंI पुरी का सबसे निकटतम हवाई अड्डा भुवनेश्वर का बीजू पटनायक हवाई अड्डा हैI यहाँ के लिए भारत के सभी बड़े शहरों से फ्लाइट्स उड़ान भारती हैंI
रेल मार्ग से– अगर आप रेल मार्ग से पुरी पहुंचना चाहते हैं तो यहाँ पहुंचना काफी सुलभ और सस्ता हैI प्रसिद्ध धार्मिक स्थान होने के कारण भारत के लगभग सभी राज्यों से यहाँ के लिए नियमित ट्रेनें चलती हैंI
पुरी में ठहरने के लिए 5 स्टार होटल
मेफेयर वेव्स
चक्रतीर्थ रोड प्लॉट नंबर 122, 124, 125, पुरी
होटल सागर तरंग
चक्र तीर्थ रोड नीलाद्री बीच, पुरी
बे सूट
सिपासरुबली, न्यू मरीन ड्राइव रोड, बलियापांडा रोड, पुरी
FAQ | पुरी में पर्यटन स्थलों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
आप पुरी शहर बड़े आराम से 2 से 3 दिन में घूम सकते हैंI
अगर आप बजट बना कर घूमने की प्लानिंग करते हैं तो आप 10,000 रूपए में पुरी बहुत अच्छे से और आराम से घूम सकते हैंI
पुरी घूमने जाने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से लेकर फरवरी के बीच का महीना होता हैI इस समय यहाँ का मौसम काफी ज्यादा अच्छा होता है, जिससे घूमने-फिरने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती हैI
पुरी में रहने के लिए आप कई सस्ते और अच्छे होटल आराम से मिल जाएँगेI आप अपने बजट व पसंद के अनुसार अच्छे होटल का चुनाव कर सकते हैंI
पुरी में कई बीच हैं, जहाँ आप रात के समय घूमने के लिए जा सकते हैंI रात में यहाँ के बीच की खूबसूरती देखते ही बनती हैI
रात में पुरी में आप यहाँ के बीच पर घूमने के लिए जा सकते हैं, साथ ही यहाँ के पारंपरिक खानों का भी लुफ्त उठा सकते हैंI