Neem Karoli Baba
Neem Karoli Baba

Overview: नीम करौली बाबा के आश्रम में अर्जी कैसे लगाएं?

नीम करोली बाबा में अटूट आस्था रखने वाले भक्त घर हो या आश्रम, सच्चे मन से प्रार्थना कर अपनी मनोकामनाएं अर्जी के रूप में उन्हें सुना सकते हैं।

Neem Karoli Baba Arzi: नीम करोली बाबा, जिनका असली नाम लक्ष्मण दास था, एक ऐसे महान संत माने जाते हैं जिनकी ख्याति भारत के कोने-कोने से लेकर विदेशों तक फैली हुई है। वे न केवल साधु-संतों में पूजनीय हैं, बल्कि आम जनमानस के बीच भी उनकी एक अलौकिक छवि है। बाबा के प्रति श्रद्धा रखने वाले लोग मानते हैं कि आज भी वे अपने भक्तों की मन की बात सुनते हैं और उनकी सहायता करते हैं।

बाबा नीम करोली किसी बड़ी पूजा-पाठ या दिखावे की परंपरा में विश्वास नहीं करते थे। उनका मानना था कि प्रेम, सच्चाई और सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है। यदि कोई भक्त दिल से, बिना किसी स्वार्थ के बाबा को याद करता है, तो बाबा उसकी बात जरूर सुनते हैं। वे सच्चे मन की भावना को सर्वोपरि मानते हैं। इसलिए बाबा को प्रसन्न करने के लिए किसी विशेष अनुष्ठान की जरूरत नहीं होती, बस दिल में श्रद्धा और भक्ति होनी चाहिए।

नीम करौली बाबा के आश्रम में अर्जी कैसे लगाएं?

अगर आप बाबा के दर्शन करने उनके किसी आश्रम में जा सकते हैं, तो यह एक विशेष अनुभव हो सकता है। खासकर उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम सबसे प्रसिद्ध आश्रम है। यहां हर साल 15 जून को विशेष मेले का आयोजन होता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु अपनी अर्जी लेकर बाबा के चरणों में आते हैं।

अर्जी लगाने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले आश्रम में शांत मन से बाबा की मूर्ति के सामने बैठें।
  • अपनी आंखें बंद करें और मन ही मन अपनी बात बाबा को कहें।
  • चाहें तो एक कागज़ पर अपनी परेशानी या मनोकामना लिखकर बाबा की मूर्ति या तस्वीर के पास रख सकते हैं।
  • आप कुछ देर ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ का जाप करें, जो बाबा का प्रिय मंत्र था।

बाबा के अन्य आश्रम जैसे वृंदावन, लखनऊ, हनुमानगढ़ी आदि में भी इसी प्रकार श्रद्धा से अर्जी लगाई जाती है। बाबा को हनुमानजी का अवतार माना जाता है, इसलिए हनुमान चालीसा का पाठ भी अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है।

घर बैठे बाबा से कैसे करें संवाद?

हर किसी के लिए आश्रम जाना संभव नहीं होता, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप बाबा से जुड़ नहीं सकते। बाबा की तस्वीर या मूर्ति को अपने घर में एक साफ और शांत स्थान पर रखें। रोज सुबह या शाम कुछ समय निकालकर उनके सामने बैठें, आंखें बंद करें और मन की बात करें। जैसे आप अपने किसी करीबी से दिल खोलकर बात करते हैं, वैसे ही बाबा से बात करें।

आप चाहें तो बाबा को उनके प्रिय भोग जैसे बूंदी के लड्डू या मालपुए अर्पित कर सकते हैं। उनके पसंदीदा मंत्र “श्री राम जय राम जय जय राम” का जाप करने से मन को शांति और ऊर्जा दोनों मिलती हैं।

बाबा से जब आप कोई निवेदन करते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है:

अर्जी लगाते समय किन बातों का रखें ध्यान?

  • सच्चा प्रेम और सेवा भाव: बाबा ने हमेशा प्रेम और सेवा को सर्वोच्च बताया। यदि आप किसी जरूरतमंद की मदद करते हैं, भूखे को खाना खिलाते हैं या किसी दुखी व्यक्ति की सहायता करते हैं, तो यह भी बाबा को अर्जी देने के बराबर माना जाता है।
  • कर्म पर विश्वास रखें: अर्जी लगाने के बाद केवल इंतजार न करें, बल्कि अपने प्रयास जारी रखें। बाबा कहा करते थे, “काम करो, फल अपने आप मिलेगा।”
  • मन की शुद्धता जरूरी है: किसी भी तरह का घमंड, लालच या द्वेष बाबा को स्वीकार नहीं है। केवल निर्मल और निष्कलंक भावना ही बाबा तक पहुंचती है।
  • धैर्य और भरोसा रखें: बाबा की कृपा निश्चित रूप से मिलती है, लेकिन समय और तरीका वे स्वयं तय करते हैं। इसलिए अर्जी लगाने के बाद भी पूर्ण विश्वास और धैर्य बनाए रखें।

मैं आयुषी जैन हूं, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, जिसने बीते 6 वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री के हर पहलू को करीब से जाना और लिखा है। मैंने एम.ए. इन एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स में मास्टर्स किया है, और तभी से मेरी कलम ने वेब स्टोरीज़, ब्रांड...