भूलकर भी पितरों की इन चीजों का उनकी मृत्यु के बाद ना करें इस्तेमाल, हो जाएंगे कंगाल: Pitra Dosh
Pitra Dosh

Pitra Dosh: जिस तरह हिंदू धर्म में देवी देवताओं को पूजा जाता है ठीक उसी तरह पितरों को भी पूजा जाता है। हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है की आत्मा ना कभी मरती है और ना कभी जन्म लेती है। आत्मा सिर्फ एक शरीर से दूसरे शरीर में जाती है। हिंदू धर्म में पितृदोष को बहुत भारी दोष माना जाता है इस दोष के लगने से परिवार की सुख शांति छिन जाती है।

हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथ गरुड़ पुराण में भी पितरों को लेकर कई बातें बताई गई है। इस ग्रंथ में मृत्यु और मृत्यु के बाद आत्मा कहा जाती है उसके बारे में वर्णन किया गया है। इसी वजह से घर में किसी परिजन की मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण का पाठ जरूर कराया जाता है। ऐसा माना जाता है कि गरुड़ पुराण के पाठ से मृतक व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है।

जब कोई व्यक्ति इस दुनिया को छोड़कर चला जाता है तो वह अपनी यादों का पिटारा छोड़ जाता है। व्यक्ति के जाने के बाद उसके परिजन उसकी वस्तुओं को आखिरी निशानी समझकर अपने पास रखते हैं और उसका इस्तेमाल करने लग जाते हैं। लेकिन शास्त्रों की माने तो मृतक व्यक्ति की वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए इससे पितृ दोष लगा सकता है। मृतक व्यक्ति के साथ आपका लगाव कितना ही क्यों ना हो लेकिन उसकी कुछ चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। गरुड़ पुराण ग्रंथ में मृतक की ऐसी तीन चीजों के बारे में वर्णन किया गया है। जिन्हे व्यक्ति की मृत्यु के बाद इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। वरना ऐसे में पितृ दोष लगा सकता है।

क्या होता है पितृ दोष

पितृदोष अक्षर तब होता है जब आपके पूर्वजों की आत्मा को शांति नहीं मिलती है और इसलिए आपकों परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कुंडली में पितृदोष तब होता है जब सूर्य, चंद्र, राहु या शनि में दो कोई एक ही घर में मौजूद हो जिन लोगों की कुंडली में पितृदोष बनता है उन्हें तमाम तरह की परेशानियों की का सामना करना पड़ता है।

पितृ दोष का प्रभाव

सनातन धर्म में ऐसा कहा जाता है कि जब आपके पितृ आपसे नाराज होते हैं तो आपकों कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पितृ दोष के कारण अक्सर लोगों को धन की कमी का सामना करना पड़ता है। कई लोगों को विवाह में देरी का सामना करना पड़ सकता है। जिन लोगों की शादी हो चुकी है उनके वैवाहिक जीवन में बार-बार गलतफहमी या फिर लड़ाई झगड़े हो सकते हैं। इसके अलावा संतान प्राप्ति में देरी भी पितृ दोष के ही दुष्प्रभावों के कारण हो सकती है।

जानिए मृतक व्यक्ति की किन चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए

कपड़े

भूलकर भी मृतक व्यक्ति के कपड़ों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उनके कपड़ों को किसी गरीब को दान में दे देना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि किसी भी व्यक्ति को अपने कपड़ों से खास लगाव रहता है। ऐसे में अगर आप उनके कपड़ों को किसी गरीब व्यक्ति को दान करेंगे तो उनकी आत्मा को शांति मिलेगी।

गहने या जेवर

गरुड़ पुराण के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति के जेवर, गहने, अंगूठी, आभूषण आदि चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इन चीजों में मृतकों की ऊर्जा बसी होती है। जिससे पितृ दोष लगने की संभावनाएं ज्यादा रहती है। अगर मृतक व्यक्ति के जेवर, आभूषण सोने या चांदी के हैं और आप इसे किसी को दान नहीं करना चाहते हैं तो आप इन्हें बेचकर दूसरा खरीद सकते हैं, ऐसा भी कहा जाता है कि अगर आप इसे बेचना नहीं चाहते हैं तो गहने पहनने से पहले पूरी तरह से उसका शुद्धिकरण जरूर करें।

घड़ी

मृतक व्यक्ति के हाथ की घड़ी का इस्तेमाल कभी भी नहीं करना चाहिए। उनकी घड़ी का इस्तेमाल करने से नकारात्मक ख्याल मन में आते रहते हैं। साथ ही साथ मन में डर की भावना भी उत्पन्न हो जाती है। ऐसा कहा जाता है की घड़ी में भी मृतक की ऊर्जा रहती है और इसे पहनने से पितृ दोष लगता है इसलिए मृतक के घड़ी को दान कर देना ही उचित माना जाता है।

मैं आयुषी जैन हूं, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, जिसने बीते 6 वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री के हर पहलू को करीब से जाना और लिखा है। मैंने एम.ए. इन एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स में मास्टर्स किया है, और तभी से मेरी कलम ने वेब स्टोरीज़, ब्रांड...