Parenting Tips: बच्चा सुबह जिस भावना के साथ उठता है, वह बहुत जरूरी है, क्योंकि वही भावना तय करता है कि बच्चा अपना पूरा दिन कैसे गुजारेगा। अगर बच्चा सुबह चिड़चिड़ा और गुस्से की भावना के साथ अपना बिस्तर छोड़ता है तो वह सारा दिन चिड़चिड़ा महसूस करता है, अपने माता-पिता की बातों को नहीं सुनता, उन पर अपना गुस्सा निकालता है। माता-पिता इस स्थिति को बदल सकते हैं, अपने बच्चों को एक प्यार भरी सुबह का तोहफा देकर। जब माता-पिता अपने बच्चों के दिन की शुरुआत प्यार से करते हैं तो बच्चा पूरा दिन प्यार की भावना से भरा रहता है तथा सीखने तथा ज्यादा जीवन के प्रति ज्यादा सकारात्मक रहता है। आईए जानते हैं, किस तरह माता-पिता अपने बच्चों की सुबह को एक शुभ सुबह में बदल सकते हैं।
इस तरह उठाएं बच्चे को
सुबह आप अपने बच्चों को किस तरह जागते हैं यह बहुत जरूरी है। आप जिस मानसिकता के साथ अपने बच्चों को जगाते हैं, उसी मानसिकता के साथ उसके दिन के शुरुआत होती है। आप अपने बच्चों को दिन की अच्छी शुरुआत देने के लिए प्यार के साथ जगाए।
उसे सुबह उठाने के लिए किचन से तेज आवाज देने की बजाय उसके पास जाकर प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरते हुए प्यारे-प्यारे संबोधन के साथ जगाए। सुबह का माता-पिता का स्पर्श और प्यार बच्चों को सारे दिन सुरक्षा और प्यार की भावना से भरा रखता है।
उठने के बाद गले लगाएं

जब आपका बच्चा उठता है तो उसे प्यार से गले जरूर लगाएं। गले लगाने से दिमाग ऑक्सीटोसिन हार्मोन रिलीज करता है, जिसे लव हार्मोन भी कहते हैं। यह हार्मोन प्रेम, विश्वास तथा अच्छी भावनाओं को हमारे अंदर बढ़ता है। जब आप अपने बच्चों को गले लगाते हैं तो उसे प्रेम, विश्वास और अच्छी भावनाओं के साथ भर देते हैं तथा इसी सकारात्मकता के साथ आपका बच्चा अपने दिन की शुरुआत करता है।
सुबह की रूटीन मजेदार बनाएं
बच्चों को सुबह उठाएं, उन्हें ताजी हवा में ले जाएं। हो सकता है, शुरुआत में कुछ परेशानियां हो, पर धीरे-धीरे कोशिश करें आप बच्चे को सुबह उठाकर उसके पसंदीदा गेम खेलने के लिए प्रेरित कर सकते हैं या फिर साइकलिंग या स्ट्रेचिंग के लिए। इस तरह आप अपने बच्चों के साथ समय बिता सकते हैं तथा बच्चों के शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य को भी फिट रख सकते हैं।
बच्चों के ब्रश करने को गेम में बदले, उनसे कहे चलो देखते हैं कौन पहले ब्रश करता है इस तरह उसके नहाने को भी मजेदार बना सकते हैं।
बच्चों को अपने बैग पैक, जूते पोलिश जैसे छोटे-छोटे काम सौंप सकते हैं। इससे बच्चों में आत्मनिर्भरता आएगी।
यह बातें सुबह जरूर कहें
बच्चों को सुबह-सुबह सकारात्मक बातें कहने तथा प्रकृति के प्रति धन्यवाद व्यक्त करने के लिए कहें। जैसे;
आज का दिन बहुत अच्छा है।
मेरे माता-पिता मुझे बहुत प्यार करते हैं।
मेरे अध्यापक बहुत अच्छे हैं, वह मेरे प्रगति के लिए ज्ञान देते हैं।
मैं प्रकृति का धन्यवाद करता हूं, जिसकी वजह से हमें जीवन मिलता है।
मुझे जानवरों को परेशान नहीं करना है चाहिए, क्योंकि उन्हें भी हमारी तरह दुख पहुंचता है।
इस तरह के वाक्य के साथ आपका बच्चा भावनात्मक रूप से सभी से जुड़ता है और उसके अंदर दया तथा रक्षा करने के भाव का विकास होता है।
बच्चे करेंगे बेहद प्यार
वह कहते हैं ना जिस भावना से व्यक्ति भरा हो वही भाव वह दूसरों को देता है। जब आप अपने बच्चों को प्यार की भावना से भर देते हैं तो आपका बच्चा आपको प्यार ही वापस करता है। वह आपके प्रति प्यार और समर्पण की भावना रखता है तथा आपसे बेहद प्यार करता है।
