बच्चे के साथ सफर करना वाकई मुश्किल भरा काम है औरा फिर जब आप प्लेन में सफर कर रहे हों तब तो स्थिति ओर भी विकट हो जाती हैं क्योंकि टेन या बस या फिर अपनी गाड़ी में बच्चे के रोने पर गाड़ी को रेक सकते हें या फिर जब बस, टेन बीच में रूके तो बच्चे को नीचे ले जाकर चुप करा सकते हैं. लेकिन प्लने में यह संभव नहीं है इसलिए आइए जाने ऐसा क्या करें कि प्लेन में बच्चे के साथ सफर के दौरान कोई मुश्किल ना हो.
बच्चों के लिए मेडिकल किट
इस किट में बच्चों सं संबंधित हर तरह की दवाई होनी चाहिए. जैसे कि बच्चों के कानदर्द की, लूजमोशन, उल्टी, बुखार, कोल्ड, थर्मामीटर, डाईपर रैश क्रीम आदि सभी दवाईयां रख लें. प्लने में उपर जाकर बच्चों को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं और आपको तुरंत दवाओं की जरूरत पड़ेगी तो इसके लिए आपके पास स्टॉक होना चाहिए ताकि यात्रा में कोई परेशानी ना हो.
डायपर
बच्चें के लिए काफी सारे डाइपर भी अपके पास होने चाहिए क्योंकि पता नहीं चलता कि बच्चा कब कितना गंदा कर दें और वहां आपको ये सब नहीं मिलेगा. इससे आपको रास्ते में असुविधा होगी इसलिए एक्स्टा रख लें.
बच्चे के खाने पीने का सामान
आपका बच्चा भी जो भी खात है वह सब सामान आपके पास होना चवाहिए जैसे कि अगर बच्चा सेरेलिक दूध पीता है तो वह आपके पास होना चाहिए या फिर वह जिस भी डिब्बे का दूध पीता है उसे साथ में अवश्य रख लें. जैसे कि अगर बच्चा मैश किया हुअ केला खाता है तो उसे भी रख लें.

दूध की बोतल
दूध की बोतल का एक सेट एक्स्टा ही रखे लें ताकि एक गंदी होने पर दूसरी इस्तेमाल कर सकें. वहां पर गर्म पानी से बोतल की सफाई करना असुविधाजनक हैं इसलिए एक एक्स्टा लेकर चलें.
बच्चों के एक्स्ट्रा कपड़े
बच्चों के एक आध एक्स्टा कपड़े रखना भी जरूरी होता है. हो सकता है बच्चा उन्हें गंदा कर दें. अगर आपके पास होगा तो आप चेंज कर देंगी नही ंतो गंदे कपड़ों में पूरा सफर करना पड़ेगा और ऐसी स्थिति में बच्चा ज्यादा रोता है क्योंकि उसे गीले कपड़ों में अनकंफर्टेल लगता है.
सेनेटाइजर भी जरूरी है
सेनेटाइजर आपके लिए बहुत जरूरी है ताकि बच्चों का कोई भी काम करने के बाद आप उससे अपने हाथ अच्छे से साफ कर सकें.
बच्चां के खिलौने
बच्चें को एक जगह पर बैठना बहुत इरिटेट करता है इसलिए उन्हें चोल में लगाएं रखने के लिए उनके कुछ खिलौने लैपटोप या मोबाइल में कुछ ऐसे गेम्स ले जाएं जिनमें वो लगे रहें और बिजी रहें.
बच्चे को थोड़ा टहलाएं
बच्चे एक जगह पर बैठे बैठे बोर हो जाते हें. इसलिए उन्हें बीच बीच में उठकर गोद में लेकर टहलें या फिर विंडो सीट से बाहर दिखलाएं. उसे हाथ पकड़की कुछ देर चलने भी दें लेकिन उसका पूरा ध्यान रखें.
सीट का चुनाव सोच समझकर करें
बच्चे के साथ हमेशा सीट किनारे वाली ही लें इससे आपको बार बार अंदर या बाहर जाने की दिक्कत नहीं होगी साथ ही बाकि लोगों को भी आपकी वजह से असुविधा नहीं होगी. इससे बच्चा जब भी अनकंफर्टेबल होगा आप उसे आसानी से टहला सकती हैं.
बच्चे के कान ब्लॉक ना होने दें
डाक्टर के मुताबिक छोटे बच्चें की इस्ताचियन ट्यूब के लिए लैंडिंग के दौरान हवा के दबाव को सहना मुश्किल होता है. इसलिए इस दौरान बच्चे का पूरा ख्याल रखें उसे कुछ चूसन के लिए दे दें निप्पल आदि भी दे दें. या फिर उसे दूध पिलाना शुरू कर दें इससे उसके कान ब्लाक नहीं होंगे.
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