Maral Yazarloo: आप कभी मार्केट अकेले गई हैं ?
हां।
अच्छा। कितनी बार, एक बार, दो बार… लेकिन हमेशा तो मार्केट अकेले नहीं जाती हैं ना। कोशिश रहती हैं कि साथ में मार्केट कोई चले ही।
यह आदत हमारी बचपन की है। याद है, जब आप स्कूल में टॉयलेट जाती थीं तो अपनी किसी ना किसी सहेली को साथ में जरूर लेकर जाती थीं। आज भी महिलाएं, खासकर बस्ती या रुरल एरिया में रहने वाली महिलाएं, ग्रुप में या किसी को साथ ही लेकर टॉयलेट जाती हैं। यह साथ की आदत हमें बचपन से लगी है। इसलिए तो मार्केट या ट्रैवलिंग पर महिलाएं अकेले ही शायद मिलती हैं। लेकिन एक महिला ऐसी है जो पूरी दुनिया अकेले घूम रही है। वह भी फ्लाइट, ट्रेन, कार से नहीं बल्कि बाइक से।
आज हम एक ऐसी महिला की बात करेंगे है जिसे बाइक चलाने का बहुत शौक है। शौक नहीं बल्कि बाइकिंग उनका जुनून है। हैरानी की बात तो यह है कि वह जिस देश की निवासी हैं उस देश में महिलाओं का, घर से अकेले निकलने और बाइक चलाने पर पाबंदी है। तो चलिए जानते हैं वह कौन सी महिला है जो अपने देश के कानून के खिलाफ जाकर महिला सशक्तिकरण की नई इबारत लिख रही है।
Dr. Maral Yazarloo या डॉ. मराल

बाइक के पीछे बैठने वाली लड़की जब बाइक से पूरी दुनिया का चक्कर लगाने लगे तो उसकी चर्चा तो होगी ही। डॉ. मराल वही लड़की है जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। इनके बाइकिंग के शौक ने इन्हें पूरी दुनिया में फेमस कर दिया है। इस कारण ये सोशल मीडिया के हर कॉर्नर पर है। इन्होंने महिलाओं को नए पंख और सपने दिए हैं।
इनकी यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि इनके देश में महिलाओं को बाइक चलाने की अनुमति नहीं है।
ईरान की निवासी
डॉ. मराल ईरान की रहने वाली हैं। ईरान एक मु्स्लिम कंट्री है और वहां महिलाओं को बाइक चलाने की अनुमति नहीं है। लेकिन हमारी मराल 370 किलो की बाइक चला लेती हैं। हमारी… इसलिए क्योंकि वह पुणे में रहती हैं और इंडिया से ही मास्टर व पीएचडी की डिग्री पूरी की है। तो हमारी ही हुई।
मराल अब तक बाइक से 45 से अधिक देशों की यात्रा कर चुकी है और उनका सपना है कि वह बाइक चलाकर अपने देश ईरान जाए। लेकिन ऐसा होना अभी तो फिलहाल मुमकिन नहीं है। क्योंकि ईरान में फिलहाल तो लड़िकयों को बाइकिंग की अनुमति नहीं है।
पिछले 18 साल से रह रही पुणे में
मराल को इंडिया में रहते हुए 18 साल से अधिक हो चुके हैं। मराल का जन्म उत्तरी ईरान के केलारबाद (Kelarabad) शहर में हुआ था। तहरान की कार यूनिवर्सिटी से बिजनेस डेवलपमेंट में बैचेलर डिग्री पूरी की। फिर आगे पढ़ाई करने के लिए 2004 में भारत आ गईं। पुणे यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर किया और मार्केटिंग में पीएचडी की डिग्री हासिल की।
नहीं पसंद आई 9 से 5 की नौकरी
फिर भारत की ही कंपनी ‘पंचशील (Panchshil)’ से 2006 में अपना कॉरपोरेट करियर शुरू किया। मार्च 2017 तक लगातार 11 सालों तक रिटेल एंड मार्केटिंग के हेड के तौर पर जॉब करती रहीं। लेकिन इसी दौरान उन्हें कुछ अलग भी करने का मन कर रहा था। उन्हें सुबह 9 से शाम के 5 बजे की नौकरी रास नहीं आ रही थी। ऐसे में जब लाइफ से बोरियत होने लगी तो उन्होंने बाइकिंग शुरू की। बस फिर क्या था… एक दिन उन्होंने जॉब छोड़ दुनिया के सफर में अकेले बाइक से घूमने को अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया और निकल गई दुनिया जीतने।
इस अचीवमेंट को लिखना और पढ़ना काफी आसान होता है। लेकिन इस बीच आने वाली मुश्किलों के बारे में हम शायद ही अनुमान लगा सकते हैं। जिस दुनिया में लड़िकयों के पैदा होते ही उसकी इज्जत का खतरा उसके साथ जन्म ले लेता है उस दुनिया में अकेले रहना ही काफी मुश्किल है। ऐसे में अकेले दुनिया घूमने का फैसला लेना वाकई में काफी काबिलेतारीफ है।

800cc की चला लेती हैं बाइक
मराल ने कॉलेज में दोस्तों के साथ मजाक-मजाक में बाइकिंग शुरू की थी। कुछ दोस्तों ने प्रेरित किया तो गंभीरता से बाइक चलाना शुरू किया। इनकी गंभीरता में इतनी अधिक सिद्दत थी कि आज मराल 800cc की बाइक आसानी से चला लेती हैं। इस बाइक का वजन 370 किलो से अधिक होता है। जब इस बाइक को मराल चलाती हैं तो देखने वाले हैरानी जताते हैं कि कोई लड़की इतनी भारी बाइक कैसे चला लेती है।
तितलियां है दोस्त
बाइकिंग का शौक होने से लोग अनुमान लगाते हैं कि मराल, टॉम ब्वॉय टाइप की होंगी। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। आप इनको जब देखेंगे तो इनकी सुंदरता और स्टाइल के भी फैन हो जाएंगे। यह इतनी अधिक स्टाइलिश हैं कि कई बार लोग इन्हें मॉडल समझने लगते हैं। तितलियों से इन्हें बहुत प्यार है। इसलिए तो इन्होंने अपनी बाइक पर रप-टफ पर्सनेलिटी वाले पहलवान और सुपरहीरोज़ के स्टीकर चिपकाने की जगह तितलियां और खिलौने लटकाएं हैं।
खुद का है फैशन हाउस

मराल ने मीलान से फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई की है और 2012 में ‘House of Maral Yazarloo’ नाम से अपना फैशन हाउस शुरू किया। इन्होंने पेरिस शो से फैशन डिजाइनर के तौर पर शुरुआत की। फिर रोम, लंदन, इंडिया और दुबई के फैशन शो में भी हिस्सा लिया।
2017 से शुरू की बाइकिंग और 2018 में बनीं ‘Queen of Superbikes of India’
मार्च 2017 में मराल ने सातों द्वीप (एशिया, आस्ट्रेलिया, नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका,अंटार्कटिका, अफ्रीका और यूरोप) पर बाइक से सोलो ट्रैवलिंग करने की सोची वह भी बिना किसी बैकअप और टीम के। यह एक साहस भरा निश्चय था जिसे खतरा भी कह सकते हैं। लेकिन मराल ने इसे भी सफलतापूर्वक पूरा किया और 2018 में अपने नाम एक रिकॉर्ड दर्ज किया। यह रिकॉर्ड था- सबसे ज्यादा माइलेज वाली सुपर बाइक से 250,000 किमी ट्रवलिंग करने वाली पहली महिला।
इस अचीवमेंट पर उन्हें पूरी दुनिया ने ‘Queen of Superbikes of India’ का नाम दिया है।
जाना चाहती है अपनी देश
मराल बाइक चलाकर अपने देश जाना चाहती हैं और वहां की लड़कियों को जागरूक करना चाहती है। इसलिए वह अपने सोशल अकाउंट से लड़कियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रहती हैं। उम्मीद करते हैं कि उनकी यह प्रेरणा ईरान और पूरी दुनिया के लिए एक नया सवेरा लाए, वह भी जल्द से जल्द।