Overview:
देशभर में मकर संक्रांति का त्योहार अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है, लेकिन इसके पीछे का उद्देश्य एक ही होता है, सभी की सुख, समृद्धि और खुशहाली। इस पवित्र दिन पर दान पुण्य और पवित्र नदियों में स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
Makar Sankranti Daan Muhurat: सनातन धर्म में मकर संक्रांति का पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। राशि के इस परिवर्तन को उत्तरायण कहा जाता है। यही कारण है कि इस पर्व का विशेष महत्व है। देशभर में मकर संक्रांति का त्योहार अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है, लेकिन इसके पीछे का उद्देश्य एक ही होता है, सभी की सुख, समृद्धि और खुशहाली। इस पवित्र दिन पर दान पुण्य और पवित्र नदियों में स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
Also read : अर्धकुंभ, पूर्णकुंभ और महाकुंभ में क्या है अंतर? जानें ग्रहों के गोचर से इसका संबंध: Kumb Mela Prayagraj
इस दिन मनाई जाएगी मकर संक्रांति 2025

हिंदू पंचांग के अनुसार सूर्य देव 14 जनवरी, 2025 को सुबह 8.55 बजे धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मंगलवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन दान पुण्य करने का दोगुना फल प्राप्त होता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार अगर दान शुभ मुहूर्त के अनुसार किया जाए तो यह विशेष फलदायी होता है। 14 जनवरी को प्रात: 7.15 बजे से लेकर दोपहर 1.25 बजे तक दान पुण्य करना श्रेष्ठ रहेगा। आप अमृत चौघड़िया में भी दान पुण्य कर सकते हैं। इसका शुभ मुहूर्त प्रात: 7.55 बजे से सुबह 9.29 बजे तक रहेगा।
ऐसे समझें मकर संक्रांति का महत्व
मकर संक्रांति का पर्व कितना महत्वपूर्ण है महाभारत काल से जुड़ी एक कहानी उसका वर्णन करती है। महाभारत के युद्ध के दौरान जब भीष्म पितामह बाणों की शैय्या पर लेटे थे, तब उन्होंने प्राण त्यागने के लिए मकर संक्रांति का दिन चुना था। उन्होंने असहनीय पीड़ा के बावजूद देह त्यागने के लिए उत्तरायण की प्रतीक्षा की। माना जाता है कि इस दिन प्राण त्यागने वाले इंसान को मोक्ष प्राप्त होता है और वह जन्म-मरण के बंधन से हमेशा के लिए मुक्त हो जाता है।
इन चीजों का दान करना है शुभ
मकर संक्रांति पर हर व्यक्ति को दान पुण्य करना चाहिए। इस दिन खिचड़ी की सामग्री या बनी हुई खिचड़ी दान करने से विशेष फल मिलता है। माना जाता है कि इससे व्यक्ति की कुंडली में बैठे सूर्य, चंद्रमा और गुरु की स्थिति में सुधार होता है। जिससे सारी परेशानियां दूर होती हैं और घर-परिवार में सुख समृद्धि आती है। इस दिन काले तिल दान करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। साथ ही शनिदेव का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। माना जाता है कि इससे आपके कष्ट अपने आप कम होते हैं और अच्छा समय आने की शुरुआत होती है। आपकी समस्याएं अपने आप हल होने लगती हैं। अगर आप शनि और राहु दोष से परेशान हैं तो मकर संक्रांति पर जरूरतमंदों को कंबल और गर्म कपड़े बांटने चाहिए। यदि आपको महसूस होता है कि आपके जीवन और घर में नकारात्मक ऊर्जा है तो मकर संक्रांति के दिन आप नमक का दान जरूर करें। इससे आपकी जिंदगी में सकारात्मकता आएगी। इसी के साथ इस दिन पशुओं को हरा चारा जरूर खिलाना चाहिए। इससे घर परिवार में खुशहाली आती है।
