LIC Bima Sakhi
LIC Bima Sakhi

Summary: घर बैठे कमाई का मौका: महिलाओं के लिए LIC की बीमा सखी योजना

LIC की बीमा सखी योजना के तहत महिलाएं एजेंट बनकर घर बैठे ₹48,000 तक सालाना कमा सकती हैं। इस योजना में प्रशिक्षण, स्टाइपेंड और आत्मनिर्भरता की पूरी व्यवस्था है।

LIC Bima Sakhi: अगर आप भी घर बैठे हुए कमाई के तरीक़े ढूंढ़ रही हैं तो भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) द्वारा शुरू की गई बीमा सखी योजना आपके बहुत काम की है। इस योजना के तहत महिलाओं को LIC एजेंट के रूप में प्रशिक्षित किया जाता है ताकि वे अपने ही क्षेत्र में कार्य करते हुए न केवल आत्मनिर्भर बन सकें,  बल्कि हर साल 1 लाख बीमा सखी तैयार की जाएं।

क्या है योजना

बीमा सखी योजना केंद्र सरकार और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC)  की एक संयुक्त पहल है, जिसे  महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू किया है। इस योजना के तहत महिलाओं को बीमा एजेंट के रूप में प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वे अपने आस-पास के क्षेत्र में बीमा सेवाएं प्रदान कर सकें। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ये महिलाएं LIC एजेंट के रूप में काम करने लगती हैं, जिससे उन्हें आय का नियमित स्रोत मिलता है और वे आर्थिक रूप से सशक्त बनती हैं।

किन महिलाओं को मिलेगा लाभ

इस योजना का लाभ कुछ निर्धारित पात्रता शर्तों को पूरा करने वाली महिलाएं ही उठा सकती हैं।

  • आयु सीमा 18 से 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • कम से कम 10वीं पास महिलाएं पात्र हैं।
  • यदि कोई महिला LIC में पहले से एजेंट, कर्मचारी या उनके करीबी रिश्तेदार हैं, तो वे इस योजना के लिए योग्य नहीं मानी जाएंगी।

ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प

ऑनलाइन आवेदन:

  • आधिकारिक वेबसाइट licindia.in पर जाएं या राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन / CSC पोर्टल के माध्यम से फॉर्म भरें।
  • आधार कार्ड, पते का प्रमाण, 10वीं की मार्कशीट, फोटो, बैंक डिटेल्स जैसे दस्तावेज अपलोड करें।

ऑफलाइन आवेदन:

  • नजदीकी LIC शाखा, CSC सेंटर या ग्राम पंचायत कार्यालय जाकर फॉर्म भर सकते हैं।
  • चयनित महिलाओं को SMS या ईमेल के माध्यम से प्रशिक्षण सूचना भेजी जाती है, जिसके बाद उन्हें प्रशिक्षण केंद्र बुलाया जाता है।

प्रशिक्षण के बाद क्या मिलेगा

प्रशिक्षण पूरी करने के बाद महिलाओं को बीमा सखी प्रमाणपत्र, LIC एजेंट कोड
दिया जाता है, जिससे वे बीमा पॉलिसी बेचने का काम शुरू कर सकती हैं। तीन साल के प्रशिक्षण के दौरान उन्हें बीमा, वित्तीय साक्षरता, ग्राहक सेवा और बिक्री तकनीकों की पूरी जानकारी दी जाती है। विशेष बात यह है कि अच्छा प्रदर्शन करने वाली महिलाएं आगे चलकर डेवलपमेंट ऑफिसर भी बन सकती हैं, जो LIC के अंतर्गत एक उच्च पद है।

कमाई और स्टाइपेंड

  • प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को हर महीने ₹5,000 से ₹7,000 तक का स्टाइपेंड दिया जाता है।
  • ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वे LIC एजेंट बन जाती हैं और उन्हें कमीशन व इंसेंटिव मिलना शुरू हो जाता है।
  • अगर महिला अच्छा काम करती है तो पहले साल में ही ₹48,000 तक की कमाई संभव है।
  • यदि तीन साल तक स्टाइपेंड चाहिए, तो पहले वर्ष बेची गई पॉलिसियों में से कम से कम 65% पॉलिसी दूसरे साल भी सक्रिय रहनी चाहिए।

तो, आप भी अगर घर की ज़िम्मेदारी के साथ-साथ कमाई का तरीक़ा तलाश रही हैं तो आप एलआईसी की इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।

अभिलाषा सक्सेना चक्रवर्ती पिछले 15 वर्षों से प्रिंट और डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में दक्षता रखने वाली अभिलाषा ने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान टाइम्स, भोपाल से की थी। डीएनए, नईदुनिया, फर्स्ट इंडिया,...