Overview: दिवाली के दौरान नकारात्मक शक्तियों से घर व परिवार को कैसे बचाएं, जानें ये उपाय
दिवाली के दौरान नकारात्मक शक्तियों और बुरी नजर से घर व परिवार को बचाने के लिए भारतीय परंपराएं कई प्रभावी उपाय सुझाती हैं।
Negative Energies Protection: दिवाली, भारत का सबसे बड़ा और पवित्र त्योहार है जो खुशी, समृद्धि और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। लेकिन, भारतीय परंपराओं में यह भी माना जाता है कि इस समय नकारात्मक शक्तियां या बुरी नजर घर और परिवार की शांति को भंग कर सकती हैं। नकारात्मक ऊर्जा, चाहे वह ईर्ष्या, बुरी नियत या अज्ञात शक्तियों से हो, जीवन में अशांति ला सकती है। इसलिए, इस दिवाली अपने घर और परिवार को सुरक्षित रखने के लिए कुछ आसान और पारंपरिक उपाय अपनाएं, जो न केवल नकारात्मकता को दूर रखेंगे, बल्कि आपके घर में सकारात्मकता और समृद्धि भी लाएंगे। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
स्वास्तिक की ताकत

भारतीय घरों में प्रवेश द्वार को ऊर्जा का मुख्य केंद्र माना जाता है, जहां सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की शक्तियां प्रवेश कर सकती हैं। स्वास्तिक और रंगोली न केवल सजावटी हैं, बल्कि ये नकारात्मक शक्तियों को रोकने और शुभता को आकर्षित करने के शक्तिशाली साधन भी हैं। इसे मुख्य द्वार या दीवारों पर बनाना शुभ माना जाता है। रंगोली, विशेष रूप से दिवाली पर, रंग-बिरंगे पैटर्न के साथ नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और सकारात्मक माहौल बनाती है।
नमक और नींबू का चमत्कार
नमक और नींबू भारतीय घरों में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए प्राचीन काल से उपयोग किए जाते हैं। नमक को शुद्धिकरण का प्रतीक माना जाता है, जो नकारात्मकता को सोख लेता है। वहीं नींबू, अपनी तीखी प्रकृति के कारण, बुरी नजर को दूर करने में प्रभावी है। कई घरों में नींबू और हरी मिर्च को धागे में पिरोकर मुख्य द्वार पर लटकाया जाता है। इसके अलावा, सप्ताह में एक बार नमक के पानी से घर का पोछा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
धूप से करें शुद्धिकरण

नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने का एक प्राचीन और प्रभावी तरीका है धूप या अगरबत्ती जलाना। यह परंपरा न केवल धार्मिक अनुष्ठानों में, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी में भी अपनाई जाती है। धूप और अगरबत्ती का सुगंधित धुआं वातावरण को शुद्ध करता है और नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करता है। चंदन, गुलाब या कपूर जैसी सुगंधों का विशेष महत्व है, क्योंकि ये मन को शांत और वातावरण को सकारात्मक बनाती हैं। सुबह-शाम अगरबत्ती जलाना और मंत्रों का उच्चारण करना घर में शांति और समृद्धि लाता है।
नजर बट्टू की परंपरा
बुरी नजर से बचाने के लिए काला धागा और नजर बट्टू का उपयोग भारतीय संस्कृति में बहुत प्रचलित है। खासकर बच्चों और परिवार के सदस्यों को बुरी नजर से बचाने के लिए काले धागे को कलाई, टखने या गले में बांधा जाता है। नजर बट्टू, जो आंख के डिजाइन वाला एक ताबीज है, को घर के प्रवेश द्वार या बच्चों के पालने के पास लटकाया जाता है। काला रंग नकारात्मक ऊर्जा को सोखने में सक्षम माना जाता है। इस परंपरा को अपनाकर आप अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
मंत्रों और भजनों की शक्ति
मंत्र और पवित्र भजन नकारात्मक ऊर्जा से बचाने का एक आध्यात्मिक तरीका हैं। गायत्री मंत्र और हनुमान चालीसा जैसे मंत्रों का जाप न केवल मन को शांति देता है, बल्कि वातावरण को भी शुद्ध करता है। गायत्री मंत्र बुद्धि और सुरक्षा के लिए जाना जाता है, जबकि हनुमान चालीसा बुरी शक्तियों और नकारात्मक विचारों को दूर करता है। सुबह या संकट के समय इन मंत्रों का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। इस दिवाली, अपने परिवार के साथ मिलकर इन मंत्रों का पाठ करें ताकि आपका घर और मन दोनों शुद्ध रहें।
