Good Friday 2024: गुड फ्राइडे की छुट्टी हर स्कूल-कॉलेज, बैंक और सरकारी दफ्तरों में रहती ही है। ये एक ईसाई त्योहार है जिसे जगह जगह पर अलग अलग नामों से जाना जाता है, लेकिन इसका उद्देश्य और मान्यता एक ही है। माना जाता है की, इसी दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था और उन्होंने पुनरुत्थान के लिए मृत्यु को गले लगाया था।
ये दिन दूसरे क्रिस्चियन त्योहारों की तरह हर बार एक ही तारीख को नहीं मनाया जाता, ईस्टर संडे से पहले फ्राइडे को गुड फ्राइडे मनाए जाने का रिवाज है। एक ओर जहां कुछ लोग इसे शोक और व्रत का दिन मानते है, तो वहीं दूसरी ओर कुछ के लिए यह नई शुरुवात और अच्छे भविष्य के जश्न का दिन है। आइए जानते हैं,
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गुड फ्राइडे से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

गुड फ्राइडे को चर्च में होती हैं अलग व्यवस्थाएं
ईसा मसीह और उनके बलिदान को याद करते हुए चर्च में खास प्रेयर्स होती हैं। लोग काले कपड़े पहनकर अपना शोक व्यक्त करते हैं और लकड़ी के क्रॉस को चूमकर प्रार्थनाएं करते हैं। घंटियों की जगह इस दिन लकड़ी के खटखटे बजाए जाते हैं और ईसा मसीह की प्रेरणाओं का मनन चिंतन किया जाता है।
पूरा हफ्ता ही त्योहार की श्रृंखला
गुड फ्राइडे वाला पूरा सप्ताह ही धूमधाम से मनाया जाता है। इसमें पाम संडे, होली मंडे, होली ट्यूज्डे, गोली वेडनेसडे, मौंडी थर्सडे, गुड फ्राइडे और होली सैटरडे भी आता है। ईसा मसीह के बलिदान से लेकर पुनरूत्थान तक हर घटनाक्रम को पर्व की तरह मनाया जाता है। इस सप्ताह लोग हर साल ईसा मसीह से नई प्रेरणा पाने और उनके दिखाए रास्ते पर ईमानदारी से चलने का व्रत लेते हैं।
दान पुण्य से है असली पर्व

ईसा मसीह ने अपना पूरा जीवन लोक कल्याण और जनहित के कामों में लगाकर अपने आपको को मानवता का सच्चा प्रचारक सिद्ध किया है। माना जाता है की गुड फ्राइडे के दिन ईसा मसीह को याद किया जाता है और दान धर्म के काम किए जाते हैं। इस दिन मिठाइयां, कपड़े और जरूरत का दूसरा सामान जरूरतमंदों में बांटना शुभ माना जाता है।
अलग-अलग नामों की मान्यता
गुड फ्राइडे को ब्लैक फ्राइडे, ग्रेट फ्राइडे, होली फ्राइडे और दूसरे अलग अलग नामों से जाना जाता है। ये वही दिन है जब सालों पहले ईसा मसीह को सूली पर चढ़ा दिया गया था। एक मत के अनुसार ये उनकी मृत्यु के शोक का दिन है, वहीं दूसरा मत है की ये नव चेतना धारण करने का पुण्य पर्व है। ऐसे में चाहे किसी भी दृष्टि से देखें, गुड फ्राइडे क्रिस्चियन समाज के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है।
त्योहार की सीख सबसे खास है

प्रेम, सद्भावना और समर्पण जैसी भावनाएं समझाने के लिए ईसा मसीह ने जन्म लिया था। उनके अनुयायी इस दिन गिरजाघरों में प्रार्थना करते हैं और जीवन में अच्छे बदलाव लाने का संकल्प लेते हैं। ईसा मसीह को याद कर उनकी बताई सीखों का अनुसरण करना ही इस त्योहार का असल उद्देश्य है। मानवता को सही दिशा धारा देने के लिए ही इन त्योहारों को मनाने की रीत है।
ईसा मसीह धरती पर ढोंग और पाखंड के झूठ को धराशाई कर सच्चाई और इंसानियत का परचम लहराना चाहते थे। उन्होंने जीवन भर लोगों की सेवा की, नैतिक सिद्धांत बताए और अंत में हंसते हंसते अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। उनका व्यक्तित्व यह सिखाता है की कष्ट और पीड़ाएं जीवन का छोटा सा अंश मात्र है और उनसे लड़कर कठिन समय में भी अपनी अच्छाई ना भूलना ही मानव धर्म है। गुड फ्राइडे का जश्न इसी विचार का उत्सव है जो हर साल सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरणा देता है।
