Summary: अब बीच नहीं, पहाड़ ज्यादा पसंद कर रहे लोग
असम का जोरहाट और आंध्र प्रदेश का तिरुपति उभर रहे हैं देश के नए स्टार डेस्टिनेशन के रूप में। Skyscanner Travel Trends 2026 रिपोर्ट के मुताबिक, ऑफबीट और बजट-फ्रेंडली स्थानों की ओर भारतीयों का रुझान तेजी से बढ़ा है।
Travel Trends 2026 Jorhat Tirupati: पिछले कुछ सालों से खासकर कोरोना महामारी के बाद भारतीयों की घूमने-फिरने में रुचि फिर देखने को मिल रही है। स्काईस्कैनर की नई ट्रैवल ट्रैंड्स 2026 रिपोर्ट के अनुसार, हर पाँच में से तीन भारतीय 2026 में 2025 की तुलना में ज्यादा यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं, और अधिकतर लोग फ्लाइट, होटलों और कार किराए पर पहले जितना या उससे भी ज्यादा खर्च करने को तैयार हैं। जहां 58% भारतीय फ्लाइट्स पर, 49% होटल बुकिंग्स पर और 35% कार रेंटल पर ज्यादा खर्च करने की इच्छा रख रहे हैं, वहीं यात्राओं में किफायत अब भी एक अहम फैक्टर है।
ऑफबीट और बजट-फ्रेंडली डेस्टिनेशन का बढ़ा क्रेज
अब भारतीय यात्री केवल लोकप्रिय पर्यटन स्थलों तक सीमित नहीं हैं। वे अब ऐसे स्थानों की तलाश में हैं जो कम भीड़-भाड़ वाले, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और बजट के अनुकूल हों। देश के भीतर, असम का जोरहाट इस सूची में सबसे ऊपर है, जहाँ सर्च में 493% की बढ़ोतरी देखी गई है। इसके बाद श्रीलंका का जाफना (325%), ओमान का मस्कट (211%), न्यूज़ीलैंड का क्वीनस्टाउन (151%), और थाईलैंड का चियांग राय (133%) यात्रियों की पसंदीदा सूची में शामिल हैं। असम का जोरहाट अपने चाय बागानों, प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है।
वहीं, भारत में तिरुपति सबसे किफ़ायती डेस्टिनेशन के रूप में उभरकर सामने आया है, जहाँ यात्रियों को पिछले साल की तुलना में औसतन 18% कम कीमत पर यात्रा करने का अवसर मिला। आंध्र प्रदेश के तिरुमला पहाड़ियों पर स्थित तिरूपति बालाजी मंदिर के अलावा प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए भी जाना जाता है। तिरूपति के बाद मलेशिया का लंगकावी, बर्लिन, देहरादून, और फुकेत का नाम आता है — ये सभी ऐसे गंतव्य हैं जहाँ संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और बजट का शानदार मेल देखने को मिलता है।

अच्छे होटल बन रहे पसंद
अब होटल सिर्फ ठहरने की जगह नहीं रहे, बल्कि ट्रैवल एक्सपीरियंस का मुख्य हिस्सा बन गए हैं। 80% भारतीय अब अपनी यात्रा का गंतव्य चुनते समय होटल की लोकेशन और अनुभव को प्राथमिकता देते हैं फिर चाहे वो बुटीक होटल हों, बीचफ्रंट विला या जंगल के बीच रिट्रीट।
बीच से पहाड़ों की ओर झुकाव
समुद्र किनारों की जगह अब भारतीय यात्रियों को पहाड़ और अल्पाइन डेस्टिनेशन ज्यादा पसंद आने लगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 92% भारतीय सालभर पहाड़ी एडवेंचर जैसे ट्रेकिंग, स्कीइंग और विंटर एक्सपीरियंस का सपना देख रहे हैं।
फैमिली ट्रैवल का ट्रेंड
परिवार के साथ यात्रा करने का चलन भी तेजी से बढ़ रहा है। लगभग 50% भारतीय माता-पिता के साथ, 44% बच्चे (18 वर्ष से कम) के साथ और 38% तीन पीढ़ियों के साथ ट्रैवल करना पसंद करते हैं। यानी अब यात्राएं केवल पर्यटन नहीं, बल्कि पारिवारिक जुड़ाव का माध्यम बन चुकी हैं।

वेलनेस और ब्यूटी ट्रैवल का ट्रेंड
अब यात्रा केवल घूमने तक सीमित नहीं रही, बल्कि स्किनकेयर, योग, स्पा और मानसिक स्वास्थ्य को भी उसका हिस्सा बना लिया गया है। भारतीय अब ऐसी जगहें चुनते हैं जहाँ वे प्रकृति के बीच आराम, आत्म-देखभाल और डिटॉक्स का अनुभव कर सकें।
यात्रा के दौरान बढ़ते हैं रिश्ते
रिपोर्ट के अनुसार, 87% भारतीय यात्राओं के दौरान नए रिश्ते या दोस्ती बनाते हैं। यात्राओं ने अब लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ने का नया जरिया दे दिया है।
स्काइस्कैमर की रिपोर्ट साफ दर्शाती है कि महामारी के बाद भारतीय यात्रियों की सोच और पसंद दोनों बदल चुकी हैं। अब यात्रा सिर्फ आराम या लक्ज़री का साधन नहीं, बल्कि संस्कृति, आत्म-देखभाल और रिश्तों को गहराई से समझने का माध्यम बन गई है।
