अच्छे रिटर्न के लिए ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट में करें निवेश: Green fixed deposit
ग्रीन डिपॉजिट्स एक फिक्स टर्म डिपॉजिट जैसा ही है। इसमें निवेशकों के फंड्स का इस्तेमाल पर्यावरण को हरा-भरा बनाए रखने वाली परियोजनाओं में किया जाता है।
Green Fixed Deposit: ऐसे लोग जो कम जोखिम के साथ निवेश पर बेहतर रिटर्न चाहते हैं वो अपनी बचत को फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करना पसंद करते हैं। आजकल बैंक एफ़डी पर बेहतर रिटर्न दे रहे हैं। लेकिन, इन दिनों ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट भी प्रचलन में है। आप शायद यह टर्म पहली बार सुन रहे हों लेकिन कई बैंक इस समय ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट को प्रमोट कर रहे हैं। सरकारी बैंक जैसे स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया और बैंक ऑफ़ बड़ौदा से लेकर एचडीएफ़सी और एचएसबीसी बैंक आदि कई बड़े प्राइवेट बैंक इस समय ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट को बढ़ावा दे रहे हैं। ये बैंक ग्रीन एफ़डी पर 7 फ़ीसदी से ज्यादा ब्याज दे रही हैं। वरिष्ठ नागरिकों को इस पर अतिरिक्त रिटर्न भी दिया जा रहा है। चलिए आज ग्रीन डिपॉज़िट के बारे में जानते हैं-
Also read: बच्चों की हायर स्टडीज़ के लिए बनाना है फंड, तो इन योजनाओं में करें निवेश: Higher Studies Funds
क्या है ग्रीन डिपॉज़िट

ग्रीन डिपॉजिट्स एक फिक्स टर्म डिपॉजिट जैसा ही है। इसे ग्रीन फिक्स डिपॉजिट्स के नाम से भी जाना जाता है। इसमें निवेशकों के फंड्स का इस्तेमाल पर्यावरण को हरा-भरा बनाए रखने वाली परियोजनाओं में किया जाता है। इन ग्रीन प्रोजेक्ट्स में सोलर पावर प्रोजेक्ट्स, विंड फार्म्स, ऑर्गेनिक फॉर्मिंग और एनर्जी बचाने वाली परियोजना आती हैं। इसमें ऐसे लोग निवेश कर सकते हैं, जो अपने अतिरिक्त पैसों को पर्यावरण को हरा-भरा बनाने वाली परियोजनाओं में लगाना चाहते हैं। इसका मकसद साल 2070 तक भारत के कुल कार्बन उत्सर्जन को जीरो करने में मददगार होना है।
कितना कर सकते हैं निवेश

ग्रीन डिपॉजिट्स में आप कम से कम 1000 रुपए से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें निवेश की कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है। ये ग्रीन एफडी सुनिश्चित रिटर्न देते हैं और निवेश की न्यूनतम अवधि 18 महीनों की है, जबकि अधिकतम अवधि 10 वर्ष तक की है। ग्रीन डिपॉजिट्स के तहत जमा राशि पर 5 लाख रुपए तक का बीमा कवर भी मिलता है।
समयपूर्व निकासी और ओवरड्राफ्ट
कुछ शर्तों के साथ समय से पहले इसमें से निकासी की अनुमति है, हालाँकि इसके लिए कुछ चार्ज भी देना होता है। ग्रीन एफडी पर ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है, हालांकि ऐसे मामलों में उन्हें नियमित एफडी में परिवर्तित कर दिया जाता है।
ऑनलाइन निवेश पर मिलता है अतिरिक्त रिटर्न
अगर आप निवेश के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का विकल्प चुनते हैं यानी अगर वह पोर्टल या मोबाइल एप्लीकेशन्स के जरिए निवेश करते हैं तो आपको 50 लाख रुपए तक के निवेश पर 0.1 फीसदी का अतिरिक्त रिटर्न मिलता है।
वरिष्ठ नागरिक उठा सकते हैं लाभ
वरिष्ठ नागरिक ग्रीन डिपॉजिट्स में अपने न्यूनतम निवेश से लेकर अधिकतम 2 करोड़ रुपए तक के निवेश पर 0.25 से 0.5 फीसदी तक सालाना अतिरिक्त ब्याज प्राप्त कर सकते हैं।

कौन कर सकता है निवेश
कोई भी भारतीय नागरिक, एनआरआई, कॉर्पोरेट और ट्रस्ट ग्रीन फिक्स डिपॉजिट्स में निवेश कर सकते हैं। इनमें एकल स्वामित्व, साझेदारी वाली फर्में, सोसाइटीज, क्लब, एसोसिएशन और नाबालिगों की ओर से अभिभावक भी शामिल हैं।
निवेश कैसे करें
पैन कार्ड या आधार कार्ड के साथ ऑनलाइन ऑप्शन से ग्रीन डिपॉजिट्स में निवेश कर सकते हैं। इसमें अपनी डिटेल्स भरकर आप निवेश की राशि और पीरियड को चुन सकते हैं। आप अपने बचत खाते से राशि को ट्रांसफर कर सकते हैं। अगर ऑनलाइन विकल्प नहीं लेना चाहते हैं तो बैंक जाकर ग्रीन एफ़डी भी करा सकते हैं।
तो, आप भी अब सिंपल एफ़डी की जगह ग्रीन डिपॉज़िट में निवेश करके पर्यावरण संरक्षण में अपना सहयोग ज़रूर दें।
