Summary : भारत के हाई-वैल्यू टूरिज्म सेक्टर की नई धुरी गोल्फ टूरिज्म
गोल्फ पर्यटक लंबे समय तक रुकते हैं, अधिक खर्च करते हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को अच्छा लाभ पहुँचाते हैं। भारत में वर्तमान में 220 से अधिक गोल्फ कोर्स हैं, जिनमें 25 अंतरराष्ट्रीय स्तर के सिग्नेचर कोर्स शामिल हैं।
Golf Tourism Promotion: भारत का पर्यटन अब एक नए दौर में प्रवेश कर रहा है जहाँ विरासत, संस्कृति और आध्यात्मिकता के साथ अब “गोल्फ” भी उसकी पहचान बनने जा रहा है। पहले यह खेल केवल चुनिंदा वर्ग तक सीमित था पर अब इसे भारत के हाई-वैल्यू टूरिज्म सेक्टर की नई धुरी के रूप में देखा जा रहा है। गोल्फ पर्यटक लंबे समय तक रुकते हैं, अधिक खर्च करते हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को अच्छा लाभ पहुँचाते हैं। भारत में वर्तमान में 220 से अधिक गोल्फ कोर्स हैं, जिनमें 25 अंतरराष्ट्रीय स्तर के सिग्नेचर कोर्स शामिल हैं। पर्यटन विभाग का लक्ष्य है भारत को आने वाले वर्षों में “ग्लोबल गोल्फ डेस्टिनेशन” के रूप में स्थापित करना।
गोल्फ टूरिज्म की नई नीति

पर्यटन मंत्रालय ने गोल्फ टूरिज्म को संस्थागत रूप देने के लिए एक ठोस ढांचा तैयार किया है। इसके तहत इंडिया गोल्फ टूरिज्म कमिटी बनाई गई है जिसकी अध्यक्षता पर्यटन सचिव स्वयं करते हैं। यह कमिटी क्लबों, इवेंट ऑर्गनाइजर्स और राज्य सरकारों को एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के माध्यम से सहयोग प्रदान करेगी। मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय और घरेलू टूर्नामेंट्स के आयोजन, प्रचार सामग्री, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराएगा।
आर्थिक विकास का जरिया
गोल्फ टूरिज्म उन यात्रियों को आकर्षित करता है जो लंबी अवधि तक रुकते हैं और सामान्य पर्यटकों की तुलना में कहीं अधिक खर्च करते हैं। पर्यटन मंत्रालय का मानना है कि इस श्रेणी के पर्यटक स्थानीय होटल, परिवहन, हस्तशिल्प और भोजन उद्योग को सशक्त बनाएंगे। इंडिया गोल्फ टूरिज्म एसोसिएशन का मानना है कि गोल्फ खेलने आने वाले पर्यटक केवल खेल तक सीमित नहीं रहते, वे भारतीय संस्कृति, इतिहास और स्पा अनुभवों का भी आनंद लेते हैं। मंत्रालय ने 2025 तक 100 नए गोल्फ कोर्स विकसित करने का लक्ष्य रखा है।
गोल्फ सर्किट्स का निर्माण

पर्यटन विभाग गोल्फ टूरिज्म को स्थायी ढंग से विकसित करने के लिए इंटर-मिनिस्ट्रियल टास्क फोर्स गठित कर रहा है। इसका उद्देश्य गोल्फ कोर्सों को प्रमुख पर्यटन स्थलों से जोड़ना है। जैसे रायपुर का फेयरवे गोल्फ एंड लेक रिज़ॉर्ट या जयपुर के पास उभरते गोल्फ सर्किट्स। गोल्फ इंडस्ट्री एसोसिएशन और इंडियन गोल्फ यूनियन के सहयोग से 194 गोल्फ क्लबों को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर अपग्रेड किया जा रहा है। जापान, हांगकांग और मलेशिया के गोल्फर्स अब भारत को सस्ती लेकिन विश्वस्तरीय डेस्टिनेशन के रूप में देखने लगे हैं।
इनक्रेडिबल इंडिया का नया चेहरा
पर्यटन मंत्रालय ने गोल्फ को “इनक्रेडिबल इंडिया” ब्रांड के तहत प्रमोट करने की रणनीति अपनाई है। प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया के टूर्नामेंट्स- जैसे छत्तीसगढ़ ओपन और पुणे ओपन को अब मंत्रालय का समर्थन मिलेगा। IGTA होटल्स, एयरलाइंस और मीडिया संस्थानों के साथ साझेदारी कर रही है ताकि इन इवेंट्स को अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर प्रस्तुत किया जा सके। इसके साथ ही महिला और युवा खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
सस्टेनेबल और इनक्लूसिव विज़न
गोल्फ टूरिज्म को केवल एक लग्ज़री उत्पाद नहीं बल्कि सस्टेनेबल और इनक्लूसिव सेक्टर के रूप में देखा जा रहा है। मंत्रालय का ध्यान इस बात पर है कि स्थानीय समुदाय, महिलाएँ और युवा इससे सीधे जुड़ें। राज्यों को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वे इको-फ्रेंडली कोर्स विकसित करें, जहाँ जल संरक्षण और ग्रीन एनर्जी का इस्तेमाल हो।
भारत का गोल्फ टूरिज्म अब केवल खेल नहीं बल्कि सांस्कृतिक संवाद और आर्थिक विकास का माध्यम बन चुका है। यह पहल भारत की उस नई तस्वीर को पेश करती है, जहाँ हर स्विंग में परंपरा है और हर पुट में संभावना।
